Main Teri Heer Season 5 – 72

Main Teri Heer Season 5 – 72

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal

मुरारी ने वंश को फंसाया तो वंश ने भी बदले में मुरारी को फंसा दिया। अब मुरारी अपनी पूर्व प्रेमिका को अपने हाथो से रबड़ी जलेबी खिलायेगा तो किसी भी पत्नी को बुरा लगेगा और उस पर पत्नी हो अनु जैसी तो फिर मुरारी का बचना मुश्किल है। अनु को गुस्से में देखकर मुरारी ने खिंसियाकर कहा,”हमहू तो बस किट्टो जी की मदद कर रहे थे , तुमहू जो सोच रही हो वैसा कुछ भी नहीं है”


अनु को गुस्से में लाल पीला देखकर किट्टो ने कहा,”मैं ज़रा बाकि लोगो से मिल लू , थैंक्यू मुरारी”
मुरारी ने जो जलेबी किट्टो को खिलाई उस से सिर्फ आग लगी थी लेकिन जाते जाते किट्टो के कहे थैंक्यू ने आग में घी डालने का काम किया था। बेचारा मुरारी मन ही मन खुद को कोस रहा था। अनु बस गुस्से से उसे घूरे जा रही थी। मुरारी ने देखा और थूक निगलते हुए कहा,”ऐसे मत देखो हमारा बीपी बढ़ रहा है”


अनु मुस्कुराई और कहा,”एक बार मुन्ना की शादी हो जाये उसके बाद मैं तुम्हारा बीपी परमानेंट सही कर दूंगी”
“मतलब ?”,मुरारी ने धड़कते दिल के साथ पूछा
अनु मुरारी के करीब आयी और उसके कुर्ते का बटन बंद कर उसका सीना थपथपाते हुए कहा,”मरे हुए आदमी का बीपी बढे या घटे मरे उसे पता नहीं चलता”
मुरारी कुछ कहता इस से पहले अनु मुस्कुरा कर वहा से चली गयी।

दोपहर होते होते हल्दी के फंक्शन के साथ साथ खाने का प्रोग्राम भी ख़त्म हो चुका था। मुरारी के रिश्तेदार मुरारी के घर रुक गए और बाकि सब गाड़ियों में रवाना होकर शिवम् के घर निकल गए। गौरी को अनु से कुछ बात करनी थी इसलिए वह अनु से मिलने अंदर आयी और उसे ढूंढते हुए अनु मुरारी के कमरे के बाहर चली आयी कमरे का दरवाजा खुला था गौरी जैसे ही अंदर कदम रखने को हुई उसने देखा मुरारी अनु के पीछे आते हुए कह रहा है,”अरे यार अनु हमारा यकीन करो हमारे दिल में अब कुछो नाही है , अरे कसम से हमहू तो बस,,,,,,,,,,!!”


“तुमहू तो बस का मुरारी ? भगवान् ने उसे दो दो हाथ दिए है वह खुद खा सकती है लेकिन नहीं हमारे रंगबाज मुरारी उनके नाजुक हाथो को तकलीफ कैसे दे सकते है , इसलिए अपने हाथो से खिला दिया और अब कुछ नहीं है मतलब पहले था तभी तो उस से मिलते ही कैसे चेहरे पर चमक आ गयी तुम्हारे,,,,,!”,अनु ने पलटकर गुस्से से कहा
“अरे चमक का ? हमायी नेचुरल ब्यूटी है यार का बात कर रही हो ? और एक जलेबी रबड़ी खिलाने से का हम उनके हो गए ?”,मुरारी ने कहा


“अच्छा नेचुरल ब्यूटी , नेचुरल ब्यूटी का पता नहीं मुरारी पर आज तुम्हारी नेचुरल रंगबाजी जरूर देख ली मैंने वो भी अपनी आँखों से इसलिए ये मीठी मीठी बाते तुम किसी और को सुनाओ मैं तुम्हारी इन चिकनी चुपड़ी बातो में आने वाली नहीं हूँ”,अनु ने गुस्से से कहा


“अरे देवी हमहू कोई बाते नाही बना रहे हमरा बिस्वास करो यार ,, अरे सच में हमहू,,,,,,,,!!”,मुरारी इतना ही कह पाया कि तभी गौरी ने दरवाजा खटखटाया और अंदर आकर मुरारी के हाथो को थामकर कहा,”थैंक्यू थैंक्यू थैंक्यू सो मच पापा , आखिर आपने मेरी बात मानकर किट्टो मौसी के होंठो पर मुस्कान ला ही दी,,,,,,,पर मुझे नहीं पता था पापा कि अच्छे पापा के साथ साथ आप इतने अच्छे एक्टर भी है और इतना अच्छा नाटक करते है,,,,,,,,थैंक्यू सो मच”  


मुरारी पहले ही परेशान था गौरी की बात सुनकर और ज्यादा हैरान हो गया उसने गौरी को देखकर अपनी भँवे उचकाई तो गौरी ने अपनी दांयी आँख दबा दी
“नाटक ? कैसा नाटक ?”,अनु ने पूछा


गौरी अनु की तरफ पलटी और कहा,”अरे माँ पापा सच में कमाल के एक्टर है , वो मेरी किट्टो मौसी है ना वो आज बहुत अपसेट थी उनका चीटर बॉयफ्रेंड मौसी ने उसे दूसरी लड़की के साथ देख लिया और आज ही उनका ब्रेकअप हो गया। वो तो इतनी अपसेट थी कि शादी में भी नहीं आ रही थी मैंने ही उनसे रिक्वेस्ट करके आने को कहा लेकिन आज जब वो आयी तो बहुत सेड थी , मम्मा नानी को उनके ब्रेकअप का पता न चले इसलिए मैंने पापा से हेल्प ली।

अब पुरे घर में एक पापा ही तो है जो रोते हुए को भी हंसा दे बस इसलिए मैंने पापा से हेल्प मांगी और ये बेचारे इतने स्वीट है कि मेरी बात मान भी गए। किट्टो मौसी को थोड़ा सा अच्छा फील करवाने के लिए पापा ने बस छोटा सा नाटक किया और शायद आपने उन्हें गलत समझ लिया”
मुरारी ने सुना तो मन ही मन बड़बड़ाया,”इह तो हम से भी बड़ी टोपीबाज है”


गौरी की बात सुनकर अनु कुछ सेकेण्ड तक खामोशी से मुरारी और गौरी को देखती रही , गौरी को लगा अनु को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ है इसलिए वह मन ही मन दूसरी कहानी बनाने लगी लेकिन तभी देखा कि अनु मुरारी की तरफ आ रही है। गौरी ने अपनी आँखे बंद कर ली और बड़बड़ाई,”लगता है पापा आज नहीं बचेंगे”


“मुरारी , तुम भी कितने अजीब हो ना , तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया कि ऐसी कोई बात है ? खामखा मैंने तुम पर इतना गुस्सा कर दिया और इतना सब कह दिया”,अनु ने कहा तो मुरारी हैरान रह गया
गौरी ने सुना तो अपनी एक आँख खोली और गर्दन घुमाकर मुरारी और अनु को देखा

गौरी ने जो कहानी सुनाई अनु ने उसे सच मान भी लिया और मुरारी के लिए उसकी नाराजगी एक ही पल में खत्म भी हो गयी। गौरी ने राहत की साँस ली और उन दोनों की तरफ आकर कहा,”देखा माँ आप खामखा पापा पर शक कर रही थी , पापा के दिल पर सिर्फ एक ही नाम लिखा है और वो है आपका,,,,,,,!!”


“बहुत शरारती हो तुम,,,,,,,,,,अच्छा मैंने तुम्हे बुलाया था मुझे तुम्हारे हाथ का नाप चाहिए , शादी वाले दिन रस्म में तुम्हारे लिए सुनार के यहाँ से कंगन आएंगे ना तो यहाँ आओ ये चूड़ी पहनकर देखो कौनसा नाप सही रहेगा”,अनु ने गौरी का हाथ पकड़ा और उसे अपने साथ लेकर बिस्तर की तरफ चली गयी
दोनों के जाने के बाद मुरारी ने चैन की साँस ली और कमरे से बाहर निकल गया।

अनु को चूड़ी का नाप देकर गौरी कमरे से बाहर आयी मुरारी ने देखा तो गौरी के साथ चलते हुए कहा,”अंदर तुमने अनु को झूठी कहानी काहे सुनाई ?”
गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

बाहर आते हुए गौरी जल्दी जल्दी चली जा रही थी कि सामने से आते मुन्ना से टकरा गयी  
“अरे ज़रा देख के गौरी अभी गिर जाती तुम”,मुन्ना ने कहा
“तो मुझे सम्हालने के लिए तुम हो ना”,गौरी ने मुस्कुरा कर कहा
“जा रही हो ?”,मुन्ना ने गौरी की आँखों में देखते हुए प्यार से पूछा


गौरी ने आगे बढ़कर अपनी बाँहो का हार मुन्ना के गले में डाला और कहा,”अरे आप आप कहे तो हमेशा के लिए यही रुक जाए विधायक जी”
मुन्ना ने गौरी के हाथो को नीचे किया,” क्या कर रही हो गौरी किसी ने देख लिया तो,,,,,,,,,!!”
“कभी कभी तो लगता है लड़की मैं नहीं तुम हो , आखिर तुम इतना डरते क्यों हो ? और क्यों छोडो किस से ड़रते हो ?”,गौरी ने कहा


“हम किसी से भी नहीं डरते गौरी बस हमे,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने इतना ही कहा कि शक्ति की आवाज दोनों के कानो में पड़ी,”बस ये थोड़े शर्मीले है बट डोंट वरी गौरी मैं इन्हे सब सीखा दूंगा”
शक्ति की बात सुनकर मुन्ना का चेहरा शर्म से लाल हो गया और वह इधर उधर देखने लगा। शक्ति उन दोनों के पास आया तो गौरी ने उसकी बांह पर मारकर कहा,”ओह्ह्ह शक्ति तुम भी ना , अच्छा मान मैं अब जाती हूँ शाम में मिलते है,,,,,,,,,,,!!”


“हम्म्म पहुंचकर फोन करना”,मुन्ना ने प्यार से कहा
“वैसे आज रात तुम सब क्या पहनने वाली हो ?”,शक्ति ने पूछा
गौरी ने जाते जाते पलटकर देखा और कहा,”बाकियो का पता नहीं लेकिन मैं तो कुछ ऐसा पहनने वाली हु जो सबसे अलग होगा आज रात आपके मुन्ना के होश उड़ने वाले है”


“ए,,,,,!”,गौरी के मुंह से अपने लिए मुन्ना सुनकर मुन्ना ने कहा तो गौरी हँसते हुए वहा से चली गयी और उसके जाने के बाद मुन्ना भी मुस्कुरा उठा। शक्ति ने देखा तो मुन्ना के साथ चलते हुए कहा,”अब हमे समझ आया कि तुमने गौरी को अपनी जीवनसाथी के रूप में क्यों चुना ? एक वो ही है मुन्ना जो तुम्हारे अंदर के बच्चे को ज़िंदा रख सकती है”
मुन्ना ने सुना तो मुस्कुरा उठा और फिर शक्ति के साथ अंदर चला गया

शिवम् का घर , बनारस
हल्दी की रस्म के बाद सभी घर चले आये। नहाने धोने के बाद सभी आराम करने लगे , कुछ यहाँ वहा बैठकर बाते करने लगे। सारिका मेहमानो की आव भगत में लगी थी। काशी , गौरी , ऋतू , प्रिया और अंजलि काशी के कमरे में शाम के फंक्शन में कौन किस गाने पर डांस करेगा ? क्या पहनेगा पर चर्चा कर रही थी। इन सब से वंश निशि को मनाने के लिए उस के पीछे पीछे घूम रहा था।


“निशि , निशि सुनो ना , अरे सच में मैं उसे जानता तक नहीं,,,,,,,,!!”,वंश ने निशि के पीछे आते हुए कहा
निशि पलटी और गुस्से से कहा,”अच्छा तुम उसे जानते नहीं लेकिन उसके साथ डांस कर सकते हो , ज्यादा स्मार्ट बनने की जरूरत नहीं वंश मैं जानती हूँ तुम कितने फ्लर्टी हो इसलिए कल फोन पर कह रहे थे ना कि बनारस में तुम्हारे आस पास बहुत लड़किया है”


“अरे यार मैं मजाक कर रहा था , तुम तो ऐसे बोल रही हो जैसे बनारस की आधी लड़किया मेरी गर्लफ्रेंड हो,,,,,,,,,,,,,!!”,वंश ने चिढ़कर कहा
“क्या पता हो,,,,,,,,!!”,निशि ने भी चिढ़कर कहा
“अच्छा तुम्हे मेरी बात पर यकीन नहीं है ना चलो नीचे चलकर बाबा से ही पुछवा देता हूँ कि वो लड़की कौन थी ? मैं उसे जानता तक नहीं बल्कि मैं आज उस से पहली बार मिला हूँ.,,,,,,,,,,चलो आओ मेरे साथ”,वंश ने निशि का हाथ पकड़कर उसे ले जाते हुए कहा

वंश निशि को लेकर नीचे आया तो देखा बाबा , आई , और घर के बाकी लोग हॉल में बैठे है। नवीन और मेघना भी वही थे। वंश को देखते ही बाबा ने कहा,”लो वंश भी आ गया , तुम्हे यकीन नाही है ना काबेरी उह्ह रहा वंश खुद पूछ ल्यो ,, उह्ह मिला है मुरलीधर की पोती से और इस सुमन पसंद भी है इसने खुद हां कहा है,,,,,,,हम तो यही कहेंगे मुन्ना और काशी की शादी के बाद रिश्ता पक्का कर देते है शादी बाद मा जब वंश चाहेगा तब कर लेंगे ,क्यों सही है ना ?”


वंश ने सुना तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गयी वह निशि को सच बताने लाया था और बाबा ने उसे और मुसीबत में डाल दिया।
वंश ने निशि की तरफ देखा तो निशि मुस्कुराई और अपना हाथ वंश के हाथ से छुड़ाकर वहा से चली गयी।

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संजना किरोड़ीवाल

Main Teri Heer - Season 5
Main Teri Heer – Season 5 by Sanjana Kirodiwal
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अनु को चूड़ी का नाप देकर गौरी कमरे से बाहर आयी मुरारी ने देखा तो गौरी के साथ चलते हुए कहा,”अंदर तुमने अनु को झूठी कहानी काहे सुनाई ?”
गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

अनु को चूड़ी का नाप देकर गौरी कमरे से बाहर आयी मुरारी ने देखा तो गौरी के साथ चलते हुए कहा,”अंदर तुमने अनु को झूठी कहानी काहे सुनाई ?”
गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

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गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

अनु को चूड़ी का नाप देकर गौरी कमरे से बाहर आयी मुरारी ने देखा तो गौरी के साथ चलते हुए कहा,”अंदर तुमने अनु को झूठी कहानी काहे सुनाई ?”
गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

अनु को चूड़ी का नाप देकर गौरी कमरे से बाहर आयी मुरारी ने देखा तो गौरी के साथ चलते हुए कहा,”अंदर तुमने अनु को झूठी कहानी काहे सुनाई ?”
गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

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गौरी मुरारी की तरफ पलटी और कहा,”वो इसलिए मेरे प्यारे पापा क्योकि मैं नहीं चाहती मेरी और मान की शादी में आप अपसेट हो , वैसे भी आपने कुछ गलत नहीं किया लेकिन हाँ अब मेरी किट्टो मौसी से दूर रहना वरना फिर तो आपको महादेव भी नहीं बचा पाएंगे,,,,,,,,,,,,मैं अब चलती हूँ सब मेरा इंतजार कर रहे है”
गौरी चली गयी लेकिन जाते जाते मुरारी के होंठो पर प्यारी सी मुस्कान छोड़ गयी और मुरारी बडबडाया,”पगली कही की,,,,,!!”

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