Main Teri Heer Season 5 – 62
Main Teri Heer Season 5 – 62

मुरारी का घर , बनारस
मुन्ना शक्ति की तरफ पीठ किये खिड़की से बाहर देख रहा था। शक्ति भी खामोश खड़ा मुन्ना को ही देख रहा था। मुन्ना ने अपना गुस्सा अपने शब्दों के जरिये शक्ति पर उतार दिया और ऐसा करते हुए मुन्ना काफी उदास हो गया। उसकी आँखों में नमी उतर आयी। उसने अपनी आँखों के किनारे साफ़ किये और एक झूठी और फीकी सी मुस्कान के साथ पलटकर शक्ति की तरफ चला आया। मुन्ना ने टेबल पर रखी चाय का कप उठाया और शक्ति की तरफ बढ़ा दिया। शक्ति ने कप लिया और वापस कुर्सी पर आ बैठा। मुन्ना ने भी अपनी चाय ली और बिस्तर पर आ बैठा।
मुन्ना और शक्ति दोनों चुपचाप अपनी अपनी चाय पी रहे थे। मुन्ना को पहले से थोड़ा शांत देखकर शक्ति ने कहा,”मुन्ना ! हम जानते है हम से गलती हुई है और उसके लिए हम शर्मिन्दा भी है। हम पुरे दिल से तुम से माफ़ी मांगते है , हमे माफ़ करना या न करना ये तुम्हारे हाथ में है हम बस कोशिश कर सकते है। तुम्हे राजनीती में देखकर पहले हम जितना हैरान थे , तुम्हारे राजनीती में आने की वजह जानकर अब हम उतना ही खुश है मुन्ना ,,
तुम्हारा राजनीती में आने का फैसला गलत नहीं है बल्कि हमे पूरा विश्वास है कि तुम इसे और बेहतर रूप में लेकर आगे बढ़ोगे,,,,,,,,,,,,आज तुम्हारे साथ जो हादसा हुआ वो दोबारा भी हो सकता है इसलिए थोड़ा सम्हालकर , राजनीती की पहली सीढ़ी ही दुश्मनी है और ये कब कहा से आ जाये कोई नहीं जानता,,,,,,,,!!”
“उसकी चिंता तुम मत करो शक्ति , अब तक इतना मजबूत तो बन चुके है कि ये सब सम्हाल सके,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने सहजता से कहा
“भूषण को तुम पर गोली चलाते हमने खुद अपनी आँखों से देखा था लेकिन जब हम पुलिस स्टेशन में भूषण से मिले तब हमने कुछ अजीब महसूस किया , मुन्ना हमे लगता है कि,,,,,,,,,,!!”,शक्ति ने कहा वह अपनी बात पूरी कर पाता इस से पहले मुन्ना ने उसकी बात काटकर कहा,”भूषण ने हम पर गोली नहीं चलाई”
शक्ति ने सुना तो हैरानी से मुन्ना की तरफ देखा और कहा,”तुम्हे कैसे पता ?”
मुन्ना मुस्कुराया और कहा,”शक्ति ! अगर हम तुम्हारे कहने पर राजनीती के अंदर से सबूत निकालकर ला सकते है तो खुद के लिए इतना तो कर ही सकते है। हम पर गोली भूषण ने नहीं किसी और ने चलाई और भूषण इसमें फंस गया”
शक्ति चाहता था मुन्ना सतर्क रहे पर मुन्ना इतना सतर्क होगा ये तो शक्ति ने भी नहीं सोचा था। वह मुन्ना से अच्छा खासा इम्प्रेस हुआ। शक्ति ने मुन्ना को देखा और कहा,”10 दिन बाद तुम्हारी शादी है और तब तक तुम राजनीती और इस से जुड़े कामो से खुद को दूर ही रखो तो बेहतर है मुन्ना,,,,भूषण ने अगर तुम पर गोली नहीं चलाई है तो हम कोशिश करेंगे उसे सजा ना हो और वह छूट जाये”
“हमारी पार्टी हॉउस अधिकारी से बात हो चुकी है हम पार्टी हॉउस 2 हफ्ते बाद ही ज्वाइन करेंगे लेकिन हमारा काम जारी रहेगा और भूषण ने हम पर गोली नहीं चलाई ये बात सिर्फ तुम्हारे और हमारे बीच ही रहे तो बेहतर होगा शक्ति,,,,,,,,इतना भरोसा तो कर सकते है ना तुम पर ?”,मुन्ना ने शक्ति को देखकर पूछा
“तुम हमे शर्मिंदा कर रहे हो मुन्ना , हम अपनी गलती के लिए तुमसे माफ़ी मांग चुके है,,,,,,,,लेकिन हम समझे नहीं तुम क्यों चाहते हो भूषण जेल में रहे ?”,शक्ति ने पूछा
“भूषण का जेल में रहना जरुरी है ताकि असली दुश्मन अपनी ग़लतफ़हमी में खुश रहे , जब तक हम सही इंसान तक नहीं पहुँच जाते गलत इंसान का अंदर रहना बहुत जरुरी है। वैसे भी भूषण ने अभी तक हमे सिर्फ फायदा ही पहुँचाया है तो थोड़ा और सही,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा तो शक्ति मुस्कुरा उठा।
दोनों ने चाय खत्म की और शक्ति ने अपनी कलाई पर बंधी घडी देखते हुए कहा,”हमे अब चलना चाहिए,,,,,,,,जल्दी ही लौटेंगे”
मुन्ना भी उठ खड़ा हुआ तो शक्ति ने कहा,”मुन्ना ! उम्मीद करते है इस बार वापस लौटे तो हम युवा नेता मानवेन्द्र मिश्रा से नहीं बल्कि अपने पुराने मुन्ना से मिले।
“चलो हम तुम्हे नीचे तक छोड़ देते है”,मुन्ना ने शक्ति की बात का कोई जवाब ना देकर कहा
शक्ति और मुन्ना नीचे चले आये। उन्हें साथ देखकर मुरारी तो खुश था ही आई बाबा और शिवम् भी खुश थे। शक्ति जब तक मुन्ना के साथ था तब तक अनु ने किशना की मदद से शक्ति के लिए रात का खाना बनाकर पैक कर दिया ताकि वह ट्रेन में खा सके और उसके साथ ही कुछ सूखा नाश्ता भी पैक कर दिया।
शक्ति ने आकर सबके पाँव छुए और शिवम् ने उसे आई के हाथो शगुन और मिठाई दिलवाया और ध्यान से जाने को कहा। शक्ति बैग हाथ में उठाये दरवाजे की तरफ बढ़ गया तो मुन्ना ने मुरारी से कहा,”हम उन्हें स्टेशन तक छोड़ आते है”
“मुन्ना अकेले जाओगे ?”,अनु ने बेचैनी भरे स्वर में पूछा
“माँ हम ठीक है और हमे अब कोई खतरा नहीं है,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा और वहा से चला गया।
बाहर आकर मुन्ना अपनी जीप में बैठा और शक्ति के बगल में रोककर कहा,”हमारी बात अभी खत्म नहीं हुई है शक्ति और स्टेशन यहाँ से 12km दूर है तो चले ?”
शक्ति मुन्ना के बगल में आ बैठा और मुन्ना ने जीप आगे बढ़ा दी। शक्ति ने हेड क्वाटर से अपना सामान लिया और फिर मुन्ना उसे अपने साथ लेकर स्टेशन निकल गया। बाते करते हुए शक्ति और मुन्ना स्टेशन पहुंचे।
ट्रेन आ चुकी थी शक्ति ने मुन्ना को अलविदा कहा और जैसे ही ट्रेन की तरफ पलटा मुन्ना ने कहा,”शक्ति”
मुन्ना की आवाज सुनकर शक्ति पलट गया तो मुन्ना ने कहा,”अगर तुम पुलिसवाले बनकर आओगे तो हम तुम्हे बनारस के विधायक के रूप में ही मिलेंगे लेकिन अगर काशी के होने वाले पति के रूप में आये तो तुम्हारा स्वागत है,,,,,,हम बदले नहीं है हमने बस अपने सोचने का तरिका बदला है”
“हम ख्याल रखेंगे,,,,,,,,,,और जल्दी मिलेंगे तुम्हारे होने वाले जीजाजी बनकर”,शक्ति ने मुस्कुरा कर कहा और ट्रेन में चढ़ गया। ट्रेन चल पड़ी और शक्ति ने अपना हाथ हिला दिया। मुन्ना ने भी मुस्कुराते हुए अपना हाथ हिला दिया और उसकी मुस्कुराहट बता रही थी कि शक्ति और उसके बीच की खटास अब दूर हो चुकी थी।
वंश का फ्लेट , मुंबई
निशि वंश का नया शर्ट पहनकर उसके सामने से इतरा कर चली गयी और वंश उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाया उलटा उसे रोकने के चक्कर में नीचे और गिर गया। निशि के जाने के बाद कुछ देर तो विडिओ गेम्स खेलता रहा फिर उसे एकदम से अपना शर्ट याद आया और वह उठकर कमरे में आया।
कुछ देर बाद अपने कमरे में शीशे के सामने खड़ा वंश एकटक खुद को देख रहा था। वंश बहुत ही अजीब लग रहा था , निशि उसका शर्ट पहनकर गयी तो वंश ने भी निशि का टॉप फंसा लिया जो कि उसे अपने बिस्तर पर मिला।
वंश ने जैसे तैसे करके निशि का टॉप फंसाया और इस चक्कर में उसका बाजु फ़ट भी गया लेकिन वंश को इसकी परवाह नहीं थी , बस सामने से वह टॉप खुला था क्योकि इतना छोटा टॉप था कि सामने से बटन बंद करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था। निशि का टॉप फंसाकर वंश को काफी ख़ुशी हो रही थी। वह शीशे के सामने निशि की तरह एक्टिंग करके बोला,
“हाह ! है कोई मुझसे सुंदर , मैं हूँ ही इतनी प्यारी कि कोई भी मुझ पर मर मिटे , ए चिरकुट ! तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे छिपकली बोलने की ? ओह्ह्ह वंश तुम कितने अच्छे हो , कितने स्वीट हो , कितने हॉट , हाँ हॉट भी हो और हैंडसम भी,,,,,,,,,मेरा तो दिल ही आ गया है तुम पर , मैं तो तुम्हे आई लव यू कहने के लिए मरी जा रही हूँ,,,,,,मुहहहा मुहहहा मुहहहा आई लव यू,,,,,,,,तुम ही हो मेरे जन्म जन्म के साथी,,,,,!!”
वंश अपनी ही बातो पर खुद ही खुश हो रहा था और खुद ही हंस रहा था। निशि ने तो अभी तक उसे आई लव यू कहा नहीं इसलिए बेचारा खुद ही निशि बनकर
खुद को आई लव यू बोल रहा था। वंश निशि की एक्टिंग करके खुश हो ही रहा था कि तभी उसका फोन बजा। वह झूमते हुए कमरे से बाहर आया और अपना फोन देखा स्क्रीन पर सुमित का नंबर देखकर मुस्कुराया और फोन उठाकर कहा,”हेलो बड़े भैया ! देखा मैंने कहा था ना आप मुझे बहुत मिस करने वाले हो,,,,,,,,,आखिर आपको मेरी याद आ ही गयी,,,,,,,!!”
“अह्ह्ह हाउ सेल्फ ऑब्सेस्ड यू आर वंश ! मैंने तुम्हे इसलिए फोन किया है कि आज शाम के.डी. ने एक सक्सेज पार्टी रखी है जिसमे सीरीज के सभी को स्टार और स्टाफ आ रहा है। के.डी. ने कहा है कि मैं तुम्हे और निशि को पर्सनली इन्वाइट करू क्योकि तुम दोनों इस सीरीज के लीड परसन हो।”,सुमित ने कहा
“हाह ! मुझे लगा आपको मेरी याद आ रही है इसलिए आपने मुझे फोन किया है,,,,,,,,,,!!”,वंश ने मासूम बनते हुए कहा
“ओह्ह्ह ये ड्रामा बंद करो और मुझे ये बताओ कि तुम आओगे या नहीं ? और निशि को अपने साथ ले आओगे ?”,सुमित ने वंश से रिक्वेस्ट की
“हाँ मैं आ जाऊंगा आप मुझे टाइम और वेन्यू मैसेज कर देना और उस छिपकली को मैं अपने साथ लेकर नहीं आऊंगा,,,,,,,,,!!”,वंश ने पहले बहुत ही प्यार से कहा और फिर एकदम से चिढ़ गया।
“अब निशि को साथ लाने से तुम्हे क्या दिक्कत है ?”,सुमित ने भी चिढ़कर पूछा
“आपको पता है उसने आज क्या किया ?”,वंश ने कहा
“अब क्या किया उसने ?”,सुमित ने कहा
“वो माँ के साथ उनके ऑफिस गयी है वो भी मेरी नयी शर्ट पहन के , मैंने पिछले हफ्ते ही उसे खरीदा था और उसे पहना तक नहीं था। वो ऐसा कैसे कर सकती है ?”,वंश ने लगभग रोते हुए कहा
सुमित ने सुना तो हाथ में पकड़ा फोन पहले अपने सर पर मारा और फिर हताश होकर वंश से कहा,”तुम दोनों कब बड़े होंगे वंश ? क्या तुम दोनों अपनी पूरी जिंदगी ऐसे ही बिताने वाले हो,,,,,,,ये कैसा प्यार है ?”
“आपको बड़ा पता है प्यार के बारे में,,,,,,,,,,एक काम करना आज पार्टी में आप निशि को सीखाना ताकि वह मेरे साथ इंसानो जैसा बिहेव करे,,,,,,!!”,वंश ने कहा तो सुमित ने चिढ़कर कहा,”मैं असिस्टेंट डायरेक्टर हूँ कोई लव गुरु नहीं,,,,,,,!!”
“हाँ मैं भूल गया था आप तो खुद सिंगल है वो भी 42 की ऐज में,,,,,,,,,,,,हीहीहीही”,वंश ने सुमित का मजाक उड़ाते हुए कहा
सुमित ने सुना तो बेचारा और रोआँसा हो गया और कहा,”हाँ हंस लो तुम भी , इतनी मुश्किल से एक लड़की पसंद आयी थी उसे भी तुमने एक्सपोज कर दिया”
वंश ने सुना तो बड़े प्यार से कहा,”बड़े भैया ! मैं आपसे प्यार करता हूँ तो मैं आपको गलत हाथो में जाने कैसे दे सकता हूँ ? डोंट वरी आज की पार्टी में आप सिंगल नहीं रहोगे,,,,,,,,मैं आपके लिए एक बहुत ही अच्छी लड़की ढूंढूंगा”
“वो तो तब ढूंढोगे ना जब तुम पार्टी में आओगे , मैंने तुम्हे वेन्यू और टाइम मैसेज कर दिया है एंड प्लीज आई रिक्वेस्ट टू यू निशि के साथ ही आना,,,,,,,,,,बाय”,सुमित ने कहा और अगले ही पल फोन काट दिया
“हाह ! कितना अजीब है ये,,,,,,,,,,!!”,वंश ने कहा तभी डोरबेल बजी।
वंश दरवाजे की तरफ बढ़ा लेकिन अगले ही पल उसने खुद को देखा और कमरे की तरफ भागा। उसने जल्दी जल्दी निशि का टॉप निकाला और जल्दी के चक्कर में वो थोड़ा और फट गया लेकिन वंश ने ध्यान नहीं दिया और उसे साइड में फेंककर अपनी टीशर्ट उठायी और पहनते हुए दरवाजे की तरफ आया।
उसने दरवाजा खोला तो पाया सामने सारिका खड़ी थी। सारिका ने वंश को उलझन में देखकर कहा,”क्या हुआ तुम्हे ?”
“अह्ह्ह्ह नहीं कुछ नहीं वो मैं बस सो रहा था”,वंश ने उबासी लेकर कहा।
सारिका अंदर आयी तो वंश दरवाजे के बाहर झाँकने लगा , उसे लगा सारिका के साथ निशि भी वापस आयी है। सारिका ने वंश को दरवाजे पर खड़े देखकर कहा,”क्या हुआ दरवाजा बंद करो और अंदर आओ हमे तुम से कुछ बात करनी है,,,,,,,,!!”
“अह्ह्ह वो निशि”,वंश ने झेंपते हुए कहा
“वो ऑफिस से ही नवीन के साथ अपने घर चली गयी”,सारिका ने वंश के कमरे की तरफ जाते हुए कहा
वंश ने दरवाजा बंद किया और अंदर चला आया। सारिका भी कमरे से बाहर आयी और किचन से पानी की बोतल लेते हुए कहा,”तुम निशि को कितना पसंद करते हो ?”
सारिका के मुंह से अचानक ये सुनकर वंश हैरानी से उसे देखने लगा क्योकि सारिका इसके बाद उस से क्या बात करने वाली थी वंश को इसका कोई आइडिआ नहीं था वह बस चुपचाप सारिका को देखता रहा।
वंश को खामोश देखकर सारिका उसकी तरफ आयी और कहा,”क्या हुआ , तुम इतना उलझन में क्यों हो ? तुम उसे पंसद करते तो हो ना बेटा ?”
सारिका की बात सुनकर वंश की तंद्रा टूटी और उसने कहा,”हाँ माँ ! आप ऐसा क्यों पूछ रही है ?”
सारिका ने वंश से बैठने को कहा और खुद उसके सामने टेबल पर आ बैठी और वंश के हाथो को अपने हाथो में लेकर बहुत ही गंभीरता से कहने लगी,”देखो वंश ! हम जानते है कि तुम और निशि एक दूसरे को बहुत पसंद करते हो और साथ रहना चाहते हो लेकिन तुम दोनों में ही अभी बहुत ज्यादा बचपना है और तुम दोनों के झगडे तो बाप रे बाप,,,,,,,एक पल में तुम दोनों एक दूसरे पर प्यार लुटाते हो और अगले ही पल एक दूसरे की जान के दुशमन,,,,,,,,,,
तो बेटा तुम्हारे और निशि के मामले में आगे बढ़ने से पहले हम बस ये जानना चाहते है कि क्या तुम सच में उसे इतना पसंद करते हो कि उसके साथ पूरी जिंदगी बिता सकते हो ? हम नहीं चाहते कि तुम निशि को कोई झूठी उम्मीद दो इसलिए चाहो तो तुम और निशि एक बार और इस बारे में सोच सकते हो,,,,,,,,उसके बाद ही हम नवीन से आगे बात करेंगे”
वंश चुपचाप सारिका की बात सुनता रहा , वह सोच में पड़ गया ऐसा नहीं था कि निशि के साथ जिंदगी बिताने का फैसला करने के लिए उसे दोबारा सोचना पड़े लेकिन सारिका की बात सुनकर वह उलझन में पड़ गया और कहा,”आप नवीन अंकल से क्यों मिलना चाहती है ?”
“ताकि हम तुम्हारे लिए निशि का हाथ मांग सके”,सारिका ने सधे हुए स्वर में कहा
वंश ने सारिका की तरफ देखा और कहा,”मैं शादी नहीं करना चाहता माँ”
Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62Main Teri Heer Season 5 – 62
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संजना किरोड़ीवाल

