Love You जिंदगी – 6
Love You जिंदगी – 6

अवि नैना को साथ लेकर हॉस्पिटल से निकल गया। शाम ढलने लगी थी और अँधेरा भी होने लगा था। नैना ख़ामोशी से अवि के बगल में बैठी थी , वह पहले से अब कुछ शांत नजर आ रही थी। अवि ख़ामोशी से गाड़ी चला रहा था उसे समझ नहीं आ रहा था वह नैना से इस वक्त क्या बात करे ? अवि नैना के रिपोर्ट्स के बारे में सोच ही रहा था कि उसका फोन बजा। अवि ने देखा फोन उसके मैनेजर मृणाल का था।
अवि ने फोन कान से लगाया तो दुसरी तरफ से मृणाल ने कहा,”अवि ! कहा हो तुम ? मैंने तुम्हे कितनी बार कॉल किया तुमने एक बार भी जवाब नहीं दिया,,,,,,,,,,,,,,,तुम अपने काम को लेकर इतने लापरवाह कैसे हो सकते हो ?”
“मृणाल इस वक्त मैं नैना के साथ हूँ,,,,,,,,,,,,,अगर कुछ अर्जेन्ट नहीं है तो क्या मैं तुम्हे बाद में फ़ोन करू ?”,अवि ने गंभीरता से कहा
“ओह्ह्ह नैना भाभी तुम्हारे साथ है , एक काम करो मेरी उनसे बात करवाओ ,एक वही है जिनकी बात तुम सुनते हो,,,,,,,,चलो फोन दो उन्हें,,,,,,,,,,!!”,मृणाल ने कहा
अवि ने फोन कान से लगाए एक नजर नैना को देखा तो पाया नैना उसे ही देख रही है। अवि कुछ देर खामोश रहा और फिर कहा,”मृणाल मैंने कहा ना मैं तुमसे बाद,,,,,,,,,,,,,,,!!”
अवि ने इतना ही कहा था कि नैना ने उसके हाथ से फोन लिया और कान से लगाकर कहा,”मृणाल ! क्या ये फिर से अपने काम को इग्नोर कर रहा है ?”
“नमस्ते भाभी ! अरे इग्नोर क्या इसने तो अपने काम को पूरी तरह से साइड कर दिया है ,, कितनी ही मीटिंग्स है , कॉन्ट्रेक्ट है जिन्हे देखना है लेकिन ये ना मेरेमैसेज का जवाब दे रहा है ना मेरे किसी कॉल का,,,,,,,,,,,,आई नो आप दोनों की नयी नयी शादी हुई है और मुझे इसमें इंटरफियर नहीं करना चाहिए बट ट्रस्ट मी भाभी अवि का करियर इस वक्त पीक पर है , बड़े बड़े ब्रांड उसे साइन करना चाहते है,,,,,,,,,,,,,,,आप उसे समझाइये ना प्लीज”,मृणाल ने बेबसी भरे स्वर में कहा
नैना ने अवि को देखा और धीमे स्वर में मृणाल से कहने लगी,”मृणाल ! इन दिनों अवि अपनी फॅमिली और कुछ जरुरी कामो में उलझा है पर मुझे यकीन है ये सब चीजे बस कुछ वक्त के लिए है,,,,,,,,,,,,,,,,,हो सकता है सिर्फ कल शाम तक उसके बाद अवि के पास वक्त ही वक्त है , वो अपने काम पर बिल्कुल ध्यान देने वाला है।”
“ओह्ह्ह भाभी थैंक्यू सो मच ! आपने तो मेरी टेंशन ही दूर कर दी,,,,,,,,,,!!”,मृणाल ने राहत की साँस लेकर कहा
“तब तक तुम्हे ही सब सम्हालना होगा मृणाल,,,,,,,,,,,,,तुम ये कर लोगे ना ?”,नैना ने अपनेपन से कहा
“अब आप इतने प्यार से कहेंगी तो मैं कैसे मना कर सकता हूँ ? पर सिर्फ कल के लिए उसके बाद एक बार अवि को ऑफिस आना ही होगा,,,,,,,,,!!”,मृणाल ने कहा
“ठीक है ऐसा ही होगा,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने कहा फोन काटकर अवि की तरफ बढ़ा दिया। अवि ने गाड़ी साइड में रोकी और नैना की तरफ पलटकर कहा,”फ़िलहाल के लिए मैं तुम्हारी कोई बात नहीं मानने वाला हूँ नैना”
“तुम्हे अपने काम को ऐसे बीच में नहीं छोड़ना चाहिए पडोसी , तुम जानते हो तुमने इन सबके लिए कितनी मेहनत की है,,,,,,,,,,,,,,तुम्हे मृणाल से मिलना चाहिए”,नैना ने उदासी भरे स्वर में कहा
“नैना इस वक्त मेरे लिए सबसे ज्यादा कुछ इम्पोर्टेन्ट है तो वो हो तुम,,,,,,,,,,,,,तुम ठीक होना,,,,,,,,,,,मैं तुम्हे इस सिचुएशन में अकेले नहीं छोड़ सकता,,,,,,,,,,!!”,अवि ने गंभीरता से कहा
“लेकिन तुम्हारा काम,,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने इतना ही कहा कि अवि ने उसके होंठो को पकड़कर उसे बोलने से रोकते हुए कहा,”मैंने कहा ना नैना इस वक्त मैं तुम्हारी कोई बात नहीं मानने वाला,,,,,,,,,,,,,तुम्हे भूख लगी होगी ना चलो कुछ अच्छा खाने चलते है।”
अवि ने नैना के होंठो को छोड़ा और गाड़ी स्टार्ट कर आगे बढ़ा दी। नैना चुपचाप बैठ गयी और मन ही मन खुद में बड़बड़ाने लगी,”ये सच में मेरे प्यार में पागल हो गया है , क्या इसे अपना करियर नहीं दिखता,,,,,,,,,,,,,अह्ह्ह्ह ये मेरे लिए अपने काम को इग्नोर कैसे कर सकता है ? और तो और ऐसी टफ सिचुएशन में खाने के बारे में कौन सोचता है ? आई थिंक मैं कुछ ज्यादा सोच रही हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ओह्ह्ह्ह मैं सच में पागल हो जाउंगी,,,,,,,,,,,!!”
गाड़ी चलाते हुए अवि ने नैना का हाथ अपने हाथ में लिया और गाड़ी के गेयर पर रख लिया , नैना के दिमाग में चल रहे सब ख्याल एकदम से गायब हो गए और उसकी आँखों के सामने बस अवि के साथ बिताया वक्त चलने लगा।
अनुराग ने निबी के लिए आज रात डिनर प्लान किया था इसलिए वह उसे लेकर एक बहुत ही खूबसूरत जगह आया। ये जगह सच में बहुत प्यारी थी। अनुराग ने गाड़ी को साइड में लगाया और निबी के लिए दरवाजा खोला। निबी अनुराग का हाथ थामकर गाड़ी से बाहर आयी। उसने घुटनो तक ब्लैक रंग का वन पीस पहना था और बालों को कर्ल किया था। आँखों में स्मोकी मेकअप किया था वह काफी सुंदर लग रही थी। वही अनुराग ने ब्लेक शर्ट और पेंट पहनी थी वह भी काफी हेंडसम लग रहा था।
निबी ने अनुराग की बांह पकड़ी और उसके साथ होटल के अंदर चली आयी जिसके लॉन एरिया में सिटिंग का काफी अच्छा अरेंजमेंट था। अनुराग ने निबी के लिए कुर्सी खींची और उसे बैठाया। निबी तो ये सब देखकर ही ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी , आखिर अनुराग से उसे इतना अच्छा ट्रीटमेंट जो मिल रहा था। अनुराग निबी के सामने आ बैठा और निबी का हाथ अपने हाथो में लेकर कहा,”आई होप तुम्हे ये जगह पसंद आयी ?”
“ये सच में बहुत अच्छी है बेबी , थैंक्यू सो मच लेकिन तुम्हे इस जगह के बारे में कैसे पता ? आई मीन तुम तो पहली बार चंडीगढ़ आये हो,,,,,,,,,,,,!!”,निबी ने पूछा
“ये जगह मैंने नैना के फेसबुक,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अह्ह्ह्ह मेरा मतलब मैंने ये जगह फेसबुक पर किसी के रिव्यु में देखी थी एंड तभी मैंने सोच लिया था कि मैं एक बार तो तुम्हारे साथ यहाँ जरूर आऊंगा”,अनुराग ने पहले कुछ और कहा और फिर एकदम से अपनी बात बदल दी
“क्या तुमने नैना कहा ?”,निबी ने उलझन भरे स्वर में पूछा
“नैना , लगता है तुमने गलत सुना मैं नैना का नाम क्यों लूंगा ?”,अनुराग ने अपने झूठ को छुपाने की कोशिश की
निबी ने अपना सर झटका और कहा,”अह्ह्ह शायद मैंने गलत सुना , कुछ आर्डर करे ?”
“हाँ प्लीज ! आज आर्डर तुम करोगी मुझे यकीन है तुम्हारी पसंद काफी अच्छी होगी”,अनुराग ने अपने शर्ट की कॉलर को छूकर इतराते हुए कहा
निबी ने सुना तो मुस्कुरा उठी और मेनू कार्ड देखने लगी।
आशीर्वाद अपार्टमेंट , दिल्ली
“सार्थक ! ये साड़ी कैसी है ? मैं सोच रही हूँ कल नैना के बर्थडे पर उसे ये गिफ्ट करू और साथ में ये डायमंड सेट भी,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने सार्थक को साड़ी दिखाते हुए कहा
“ये बहुत प्यारी लग रही है पर शीतल हमे नैना को ऐसा गिफ्ट देना चाहिए जो उसके काम आये , मुझे नहीं लगता शादी के बाद उसने साड़ी पहनी भी होगी,,,,,,,,मैं उसे ये टाइटन की घडी गिफ्ट करने वाला हूँ”,सार्थक ने बॉक्स खोलते हुए कहा जिसमे ब्लेक रंग की बहुत ही प्यारी घडी थी।
“सार्थक ! शादी के बाद नैना बहुत बदल चुकी है , आई मीन अवि के घर में उसे किसी तरह की मनाही और रोक टोक नहीं है बट जब हम सब छुट्टियों में साथ थे तब नैना ने मुझसे कहा था कि वह अब अपने पडोसी के लिए बदलना चाहती है , वो सब करना चाहती है जो उसके पडोसी को पसंद हो,,,,,,,,,,,,,,एंड मुझे यकीन है अवि जैसा लड़का है वो नैना को इस साड़ी में जरूर देखना चाहेगा”,शीतल ने कहा
“वाओ शीतल ! तुम्हे बड़ा पता है अवि के बारे में,,,,,,,,,,,!!”,सार्थक ने अपना बैग पैक करते हुए कहा
“हाँ क्योकि नैना से उसकी इतनी तारीफ जो सुनी है,,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने मुस्कुराकर साड़ी अपने सूटकेस में रखते हुए कहा
सार्थक ने सुना तो उसे अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ और उसने शीतल के सामने आकर कहा,”क्या क्या क्या , क्या कहा तुमने ? नैना ने अवि की तारीफ की
मैं मान ही नहीं सकता , नैना जब तक किसी को रोस्ट ना कर दे उसे सुकून मिल ही नहीं सकता उस पर किसी लड़के की तारीफ वो भी नैना के मुंह से ये तो खुदा का कहर है,,,,,,,,,,,,,!!”
“ओह्ह्ह सार्थक तुम भी ना,,,,,,,,,,,,,,नैना इतनी भी बुरी नहीं है”,शीतल ने मुंह बनाकर कहा उसे सार्थक के मुंह से नैना के लिए गलत सुनना भला कहा मंजूर था। सार्थक ने सुना तो मुस्कुराया और कहा,”हाँ बाबा ! तुम्हारी नैना बहुत अच्छी है , अब जल्दी जल्दी ये सब पैक करो मुझे सोना भी है।”
शीतल ने बैग पैक किया और सोने चली गयी लेकिन नैना से मिलने की ख़ुशी में उसकी आँखों में नींद नहीं थी वह बस सुबह होने का इंतजार कर रही थी।
जयपुर , रुचिका का घर
“पापा आपने मोंटी के पापा को फोन करके सब क्यों बताया ? आप जानते है न इस से बात और बढ़ जाएगी,,,,,,,,!!”,रुचिका ने अपने पापा पर नाराज होते हुए कहा तो मिस्टर शर्मा उसके सामने आये और कहा,”मैंने बिल्कुल सही किया रूचि , आखिर उन्हें भी तो अपने बेटे की हरकतों के बारे में पता चले , दामाद जी अपने घरवालों से दूर रहते है इसका मतलब ये नहीं वो अपनी मनमानी करे,,,,,,,,,,,,,,इस बार पानी सर से ऊपर जा चुका है , दामाद जी को अपनी गलतियों का अहसास होना बहुत जरुरी है।”
“लेकिन इन सब में मौंटी के घरवालों को ये सब बताने की जरूरत नहीं थी पापा,,,,,,,,,,!!”,रुचिका ने अफ़सोस भरे स्वर में कहा
“रूचि मैं तुम्हारा बाप हूँ तुम्हारे लिए क्या सही है क्या गलत इसकी खबर है मुझे , दामाद जी को अपना बेटा मानकर उनके भले के लिए मैंने उनसे वापस चित्रकूट जाने को कहा था लेकिन उन्हें मेरी बात इतनी बुरी लग गयी कि वो बिना खाना खाये यहाँ से चले गए और तुम्हे भी यहाँ छोड़ गए,,,,,,,,,,,,उन्होंने ये अच्छा नहीं किया रूचि,,,,,,,,,!!”,शर्मा जी ने गुस्से से कहा
“पर आपको एकदम से उस से ये सब बाते नहीं करनी चाहिए थी पापा,,,,,,,,,,,,,,अब मैं क्या करुँगी ? मोंटी के पापा बहुत गुस्से वाले है कही वो मोंटी के साथ,,,,,,,,,,,,!!”,रुचिका ने एकदम से अपने शब्दों में मोंटी के लिए परवाह दिखाते हुए कहा
शर्मा जी ने सुना तो उन्हें इस बार रुचिका पर गुस्सा आया और उन्होंने कहा,”क्या तुम्हे सच में ऐसे इंसान के लिए बुरा लग रहा है रूचि जो तुम्हे यहाँ अकेले छोड़कर चला गया , अपनी पसंद से शादी करके एक गलती तो तुम पहले ही कर चुकी हो अब भगवान के लिए मोंटी की गलतियों को छुपाकर दूसरी गलती मत करो,,,,,,,,,,,!!”
रुचिका ने सुना तो खामोश हो गयी , अपने पापा के सामने भला वह इसके आगे क्या कहती ? उसे मोंटी के लिए बुरा लगने लगा , अब तक रुचिका और मौंटी के बीच जितने भी झगडे हुए उन्होंने कभी उन्हें घरवालों के सामने नहीं आने दिया बल्कि अपनी सूझ बुझ और बात करके उसे खुद ही सुलझा लिया लेकिन इस बार बाते घरवालों के सामने आ चुकी थी और दोनों में से कौन गलत कौन सही था ये फैसला कर पाना मुश्किल था। रुचिका की आँखों में आँसू भर आये ये देखकर शर्मा जी वहा से चले गए।
रुचिका की मम्मी ने रुचिका को उदास देखा तो उसके पास आयी और उसके कंधे पर हाथ रखकर प्यार से कहा,”तुम्हारे पापा ने सही किया रूचि , दामाद जी के घरवालों को पता होना चाहिए वरना कल को वे लोग तुम्हे ही दोष देंगे की तुमने उन्हें ये सब बताया क्यों नहीं ? चिंता मत करो सब ठीक हो जायेगा , हम सब है ना तुम्हारे साथ,,,,,,,,,,,,,,!!”
अपनी मम्मी की बाते सुनकर रुचिका उनके गले आ लगी और रोने लगी उसे समझ नहीं आ रहा था इस वक्त क्या करे ?
अवि नैना को लेकर एक बहुत ही खूबसूरत जगह आया जहा अनुराग और निबी पहले से मौजूद थे लेकिन अवि और नैना को इस बात की खबर नहीं थी। नैना गाड़ी से नीचे उतरी , उसने चमचमाती लाइट्स और फाउंटेन देखा तो उसकी आँखों को एक सुकून मिला। अवि ने गाड़ी को साइड में लगाया और नैना के पास आकर कहा,”चले नैना !”
“हम्म्म्म,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने कहा और अवि के साथ चल पड़ी।
साथ साथ चलते हुए अवि ने नैना के हाथ को थाम लिया , अवि के हाथ की गर्माहट नैना को अपने हाथ पर महसूस हो रही थी। दोनों अंदर चले आये , अवि ने नैना को चलकर बैठने को कहा और खुश वाशरूम की तरफ चला गया। नैना लॉन में अरेंज सिटिंग एरिया की तरफ आयी , हालाँकि वह अपने ही विचारो में उलझी थी , वह अनुराग और निबी के बगल से ही गुजरी लेकिन उसने उन दोनों पर कोई ध्यान नहीं दिया और कुछ दूर आकर बैठ गयी।
ये जगह चंडीगढ़ में नैना की पसंदीदा जगहों में से थी , अवि पहले भी कई बार नैना के साथ यहाँ आ चूका था और बहुत पहले नैना ने यहां का एक फोटो भी शेयर किया , अनुराग ने निबी के सामने उसी फोटो का जिक्र किया था लेकिन फिर बात बदल दी।
“ए कहा खोयी हो ? तुमने कुछ आर्डर किया , एक मिनिट मैं कर देता हूँ,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने आकर नैना के बगल में बैठते हुए कहा
अवि ने वेटर को बुलाया और उसे आर्डर बताकर नैना की तरफ पलटा तो पाया कि नैना बगल वाली टेबल पर बैठे परिवार को देख रही थी जिसमे पति पत्नी के साथ 2 छोटे बच्चे भी थे और चारो हँसते मुस्कुराते अपना खाना इंजॉय कर रहे थे। नैना को उनमे खोया देखकर अवि को नैना की कही बात याद आ गयी
“मैने कभी स्मोकिंग नहीं की , ड्रिंक नहीं किया , कभी कोई बेड हेबिट नहीं रखी,,,,,,,,,,फिर मुझे ही क्यों ? मैंने प्यार किया , शादी की , मैं चाहती थी मैं तुम्हे हर ख़ुशी दू , हमारे छोटे छोटे बच्चे हो , मैं उनके साथ खेलू , वो स्कूल जाये , दिनभर मुझे परेशान करे और मैं उन्हें बहुत प्यार करू,,,,,,,,,,,,,,,,,लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मैं मरना नहीं चाहती पडोसी , मुझे थोड़ा और जीना है,,,,,,,,,,,,,तुम्हारे लिए”
ये सब याद आते ही अवि के दिल में एक टीस उठी और उसकी आँखों में नमी तैर गयी। नैना ने अवि की तरफ देखा तो कहा,”आर यू ओके ?”
नैना की आवाज से अवि की तंद्रा टूटी उसने अपनी नम आँखों छुपाते हुए कहा,”हाँ हाँ मैं तुम ठीक हूँ , मैंने देखा तुम बहुत प्यार से उन बच्चो को देख रही थी,,,,,,,,,,!!”
“हाँ मैं बस देख रही थी क्या सच में बच्चे अपने माँ बाप पर जाते है ?”,नैना ने कहा
“बिल्कुल जाते है,,,,,,,,,!!”,अवि ने कहा
नैना ने मायूसी से अवि को देखा और कहा,”पर मैं चाहती हूँ हमारे बच्चे सिर्फ तुम्हारे जैसे हो,,,,,,,,,,,,,,!!”
“और ऐसा क्यों ?”,अवि ने बड़े प्यार से पूछा
नैना ने अवि की आँखों में देखा और कहा,“क्योकि इस दुनिया को तुम्हारे जैसे लोगो की बहुत जरूरत है पडोसी,,,,,,,,,,,,,,!!”
बात बहुत गहरी थी जिसे नैना ने बड़ी आसानी से कह दिया , आज अवि नैना की आँखों में अपने लिए प्यार के साथ साथ एक गहरा विश्वास भी देख रहा था।
Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6
Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6Love You जिंदगी – 6
Continue With Part Love You जिंदगी – 7
Read Previous Part Love You जिंदगी – 5
Follow Me On instagram
संजना किरोड़ीवाल


About Author
Sanjana Kirodiwal
मैं कोई Writer नहीं , बल्कि एक चोर हु जो लोगो का समय चुराती है !