Category: Sakinama

साक़ीनामा – 6

Sakinama – 6 Sakinama – 6 मैं राघव को गुड बाय बोल चुकी थी और मुझे नहीं लगता इसके बाद वो मुझे मैसेज या कॉल करेगा। कुछ दिन बाद मेरी जिंदगी फिर से पहले जैसी हो गयी। वही दिनभर ऑफिस ,...

साक़ीनामा – 4

Sakinama – 4 Sakinama – 4 अगले दिन शाम में ऑफिस से आने के बाद मैं बार बार अपना फोन चैक कर रही थी। ऐसा मेरे साथ पहले कभी नहीं हुआ था , एटलीस्ट किसी के फोन का इंतजार मैंने कभी...

साक़ीनामा – 3

Sakinama – 3 Sakinama – 3 कुछ देर बाद  मौसाजी ने आकर मुझसे बैठक में आने को कहा। मैं जैसे ही जाने लगी राघव की मम्मी ने कहा,”सर ढककर जाओ”मुझे थोड़ा अजीब लगा लेकिन बड़ो की बात मानने के अलावा मेरे...

साक़ीनामा – 1 

Sakinama – 1 Sakinama – 1 कानपुर , उत्तर-प्रदेश शाम के 7 बज रहे थे , अपनी बाइक पर सवार “सागर” किसी गहरी सोच में डूबा चला जा रहा था । ट्रैफिक में आकर बाइक रुकी तो सागर की नजर पास...
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