Category: Poem

सिर्फ साल बदला है मेरे जज्बात नही

Sirf saal badla hai mere jajbat nahi हर कोई दे रहा बधाई नए साल की पर इस साल भी वो मेरे साथ नहीवो सोचते है कि उन्हें भूल चुके है हम इस बार भी सिर्फ साल बदला है मेरे जज्बात नही जनवरी की...

मैं कहा सुरक्षित हु

Main Kha Surakshit Hu Where am i safe 9 महीने माँ के गर्भ में पली !बाहर की दुनिया देखने को आतुर मेरी आँखे अधखुलीपर मेरे अपनों ने मुझे देखने ही नहीं दी वो दुनियादादी को पोता चाहिए था , जो उनका...

बनारसी इश्क़

Banarasi Ishq “”सर्द मौसम की तन्हा कंपकपाती रातों में ,एक अनसुना सा मेरे भीतर कुछ शोर बहुत करता हैजब छू के गुजरती है ये हवाएं मेरे गालो कोजब ओस की बूंदे ठहर जाती हैं मेरे होंठो पर किसी मोती की तरहजब...
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