Love You जिंदगी – 22
Love You Zindagi – 22
अवि के जाने के बाद नैना ने अपना पैर पकड़ा और बिस्तर पर आ बैठी। पहली बार अवि का बर्ताव उसे कुछ अजीब लगा आज से पहले नैना ने उसे ऐसे चिढ़ते और कुढ़ते नहीं देखा था। वह बिस्तर पर बैठी अपना पैर सहला रही थी कि तभी शीतल उसके कमरे में आयी। नैना को पैर सहलाते देखकर शीतल ने कहा,”क्या हुआ तुम्हारे पैर को ?”
“कुछ नहीं बस वो ठोकर लग गयी,,,,,,,,,,,,,,,तुम खड़ी क्यों हो बैठो ना ?”,नैना ने अपना पैर सहलाते हुए कहा
शीतल सामने पड़े बीन-बैग पर आ बैठी और नैना का पैर देखते हुए कहा,”लाओ दिखाओ अपना पैर , तुम अपना ज़रा भी ख्याल नहीं रखती नैना तुम्हे याद है दिल्ली में जब हम सब साथ रहते थे तब भी तुम गिरते पड़ते रहती थी,,,,,,,,,,,,!!”
“और पडोसी मुझे सम्हाल,,,,,,,,,,,,,!”,नैना कहते कहते रुक गयी तो शीतल ने उसकी ओर देखा और कहा,”तुम दोनों का झगड़ा हुआ है क्या ? अवि भी नाश्ते की टेबल से उठकर चला गया , देखो अगर तुम दोनों के बीच कोई मिसअंडरस्टैंडिंग है तो तुम्हे उसे दूर कर लेना चाहिए”
“आहह तुम फिर से सबकी टेंशन लेने लगी,,,,,,,,,,,,,,,,शीतल चिल करो कुछ नहीं हुआ है। पडोसी जब तक दिन में दो चार बार मुझसे बहस ना कर ले उसका खाना हजम नहीं होता।”
“हाँ लेकिन आज वो कुछ ज्यादा ही अपसेट दिख रहा था”,शीतल ने धीरे धीरे नैना के पैर की मसाज करते हुए कहा
“छोडो उसे उसकी शक्ल ही ऐसी है , वैसे उस दिन तुम मुझे फोन पर कुछ बताने वाली थी,,,,,,,,,,,,,,,,अब बताओ क्या बात है ? तुम्हारे और सार्थक के बीच सब ठीक तो है न ?”,नैना ने थोड़ा सीरियस होकर पूछा
शीतल कुछ देर शांत रही और फिर धीमी आवाज में कहा,”मैं राज से मिली थी”
नैना ने जैसे ही सूना उसकी भँवे तन गयी और उसने थोड़ा गुस्से से लेकिन धीमी आवाज में कहा,”तेरा दिमाग ख़राब हो गया है क्या ? और वो हरामी वो तेरी लाइफ में वापस क्यों आया है ? शीतल तेरी और सार्थक की शादी हो चुकी है और राज तेरा पास्ट है उस से मिलने का मतलब जानती है ना तू , अगर सार्थक को इस बारे में पता चला तो,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“सार्थक भी राज से मिल चुका है , वो दिल्ली में ही है”,शीतल ने नैना की बात काटते हुए कहा
“हद है भेन,,,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना के मुंह से गाली निकलने वाली थी लेकिन उसने खुद को रोक लिया और कहा,”शीतल वो “राज” है यानि तेरा एक्स , तेरी भुआ का लड़का नहीं जो तू और सार्थक उस से मिलकर आ रहे हो और मुझे इतने आराम से बता रहे हो,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“नैना,,,,,,,,,,,,,,!”,शीतल ने बेचारगी से कहा
“अबे नैना क्या ? भाई तेरे को पता नहीं है वो कितना बड़ा कंजर है,,,,,,,,,,,,,,,उस चूतिये को तेरी जिंदगी से निकालने के लिए मैंने क्या कुछ नहीं किया लेकिन वो तो तेरी जिंदगी में कुंडली मार के बैठ गया है और तू उस से मिलके आ रही है दो गाली देकर दफा करना था उसको,,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह मैं भी किस से कह रही हूँ तुम अगर ये कर पाती तो इतना बखेड़ा ही ना होता खैर तुम सबसे पहले ये बताओ क्या तुम्हारे दिल में अब भी उस मनहूस आदमी के लिए फीलिंग्स है ?”,नैना ने खुद को शांत करते हुए कहा
“नहीं नैना ऐसा कुछ भी नहीं है , मेरे दिल में उसके लिए कोई फीलिंग्स नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने परेशानी भरे स्वर में कहा
“तो फिर प्रॉब्लम क्या है ? उसने तुझसे कुछ कहा क्या ? देख मुझसे कुछ छुपाने की जरूरत नहीं है अगर वो तुझे फिर से परेशान कर रहा है तो तू बस बता उसकी ऐसी की तैसी मैंने उसकी बेंड बजा देनी है”,नैना ने अपने बालों को समेटते हुए कहा
“प्रॉब्लम राज नहीं है”,शीतल ने पहेलियाँ बुझाते हुए कहा
“तो फिर प्रॉब्लम क्या है ?”,नैना ने शीतल की तरफ देखते हुए पूछा
शीतल ने एक ठंडी साँस ली और कहने लगी,”शादी के बाद से ही मेरे और सार्थक के बीच सब ठीक चल रहा था फिर एक दिन जब मैं बालकनी में कपडे सूखा रही थी तब मेरी नजर राज पर पड़ी वो अपार्टमेंट के बाहर खड़ा था और बालकनी की तरफ ही देख रहा था। जब मैंने वहा से जाना चाहा तो देखा कुछ ही दूर सार्थक अपनी बाइक के साथ खड़ा था,,,,,,,,,,,उस टाइम में सार्थक ऑफिस होता है लेकिन उस दिन उसका वहा होना मुझे परेशान कर गया। उसके बाद से ही मैंने सार्थक में थोड़ा चेंज देखा मैं ऐसा नहीं कह रही कि वो मुझसे प्यार नहीं करता या परवाह नहीं करता लेकिन इन दिनों एक इंसिक्योरिटी देखने को मिली मुझे उसमे,,,,,,,,,,,,,,,,,उसके कुछ दिन बाद ही राज फिर मुझे मिला थियेटर में और उसी दिन उसका सामना सार्थक से भी हुआ तब भी उसकी आँखों में वो ही डर और इन्सिक्योरिटी थी। मैंने राज से अपने सारे रिश्ते ख़त्म कर दिए है लेकिन मुझे लगता है जैसे सार्थक अभी भी अपने दिमाग से वो सब निकाल नहीं पाया है। कभी कभी तो डर लगता है कही सार्थक मुझे छोड,,,,,,,,,,,,,!”
कहते कहते शीतल एकदम से रुक गयी। नैना उसके चेहरे पर आये परेशानी के भावो को साफ साफ देख पा रही थी उसने कहा,”ऐसा कुछ भी नहीं होगा , सार्थक बहुत समझदार लड़का है वो ऐसा कुछ नहीं करेगा,,,,,,,,,,,,,,अगर तुम्हारे पास्ट को लेकर वो इनसिक्योर होता तो तुमसे कभी शादी नहीं करता”
“मतलब,,,,,,,,,,,,,,?”,शीतल ने उलझन भरे स्वर में कहा
“मतलब ये कि ये जिंदगी है और जब तक ये हमारे “L” ना लगा दे इसे चैन नहीं आएगा। हम इंसानो को ना छोटी छोटी बातो पर बहुत ज्यादा सोचने की आदत है और तुमने तो इसमें पीएचडी कर रखी है। जब तुम और सार्थक एक दूसरे से प्यार करते हो , एक दूसरे पर भरोसा करते हो तो भले तुम्हारे सामने राज आये या राहुल तुम्हे घंटा फर्क नहीं पड़ना चाहिए। हमारा अतीत हमारे सामने बस हमारा सब्र देखने आता है अगर हम उस सिचुएशन को लाइट ले तो प्रॉब्लम ही नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,इसलिए बेफिक्र रहो और जितना हो सके सार्थक के साथ अच्छा वक्त बिताओ। वैसे भी किसी महान इंसान ने कहा था “लव हील एवेरीथिंग”,नैना ने अपने दोनों हाथो को सर के पीछे लगाकर बिस्तर पर लेटते हुए कहा
शीतल ने नैना का पैर सीधा कर दिया और कहा,”और ये महान इंसान कौन है ?”
“द ग्रेट नैना बजाज और कौन ?”,नैना ने अपनी तारीफ में कहा तो शीतल मुस्कुरा उठी और कहा,”अब तुम मिसेज अवि चौधरी बन चुकी हो”
“वो तो लोगो के लिए दिल से तो मैं अभी भी नैना बजाज ही हूँ तभी तो तुम्हे 2 सेकेण्ड में प्रॉब्लम का हल दे दिया , वरना मिसेज अवि चौधरी होती तो अब तक तुम्हारा रोना धोना सुनकर दिवार पर अपना सर पटक रही होती”
नैना फ्लो फ्लो में कुछ भी बोल गयी उसने ध्यान ही नहीं दिया कि अवि वापस कमरे में आ चुका है। शीतल ने जैसे ही कुछ बोलना चाहा अवि ने उसे चुप रहने का इशारा किया और अपने फोन में कुछ टाइप करके शीतल की तरफ कर दिया और नैना से बोलने का इशारा किया। शीतल ने झिझकते हुए अवि को देखा तो अवि ने घूरते हुए शीतल को बोलने का इशारा किया। मरती क्या न करती बेचारी शीतल ने हिम्मत की और कहा,”तुम्हे अवि से क्या प्रॉब्लम है ?”
“प्रॉब्लम ? मुझे उस से कोई प्रॉब्लम नहीं है”,नैना ने कहा। अवि ने जैसे ही सूना मुस्कुरा उठा हालाँकि वो नैना से थोड़ा नाराज था लेकिन नैना के मुंह से अपने लिए तारीफ सुनना उसे हमेशा से पसंद था। अवि नैना के कहे शब्द को फील कर पाता इस से पहले ही नैना ने उसके अरमानो पर पानी फेरते हुए कहा,”बल्कि पडोसी खुद प्रॉब्लम है”
ये सुनते ही अवि के होंठो की ख़ुशी जाती रही और आँखे चढ़ गयी। शीतल ने पलटकर अवि को देखा तो अवि ने फिर से फोन में कुछ टाइप किया और शीतल के सामने कर दिया। शीतल ने ना में गर्दन हिलायी तो अवि ने उसे घूरा और शीतल ने एक बार फिर कहा,”उसने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है ?”
“ब्रो ये पूछो क्या नहीं बिगाड़ा,,,,,,,,,,,,,,,जब से शादी हुई है नैना से सहना हो गयी हूँ मैं,,,,,,,,,,,,,,,,पहले वो सिर्फ मेरा पडोसी था इसलिए कभी कभी उसकी बाते सुन लिया करती थी और अच्छा भी लगता था लेकिन अब तो वो मेरे साथ ही रहता है , एक ही घर में , एक ही कमरे में अब तो उसका जब मन करता है वो मुझे लेक्चर देता है। कभी एकदमस से रुड हो जाएगा तो कभी उसे एकदम से मुझ पर इतना प्यार आएगा कि पूछो मत,,,,,,,,,,,,,,,,,,कभी इतना बोलेगा की चुप नहीं होगा तो कभी 10 बार भी पूछो तो सिर्फ “हम्म्म” “ओके” कहेगा। कभी कभी इतना स्वीट के चाय तक पी लेगा और कभी इतना अन्नोयिंग के कॉफी को भी ना कह देगा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह मुझे लगता था सिर्फ मैं सख्त हूँ , मेरे मूड स्विंग्स ज्यादा है लेकिन पडोसी के नखरे तो लड़कियों से भी ज्यादा है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुझे पता है एक बार मैंने गलती से उसका कच्छा क्या पहन लिया ओह्ह भाईसाहब क्या सुनाया है उसने मुझे,,,,,,,,,,,,,!!”
“उसे शॉर्ट्स कहते है”,अवि ने सहजता से कहा।
“ए शीतल तू पडोसी की आवाज में बात क्यों कर रही है ? अच्छा अच्छा तू भी मेरी तरह उसके बिहेव से कन्फ्यूज है आई नो , तू क्या उसके आस पास के सारे लोग,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए नैना जैसे ही उठी नजर सामने हाथ खड़े अवि पर चली गयी जो कि नैना को ही घूर रहा था।
“माँ की आँख,,,,,,,,,,,,,,,ये पडोसी हमेशा गलत टाइम पर एंट्री क्यों लेता है ? आई हॉप इसने ये सब ना सूना हो,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,नैना ने मन ही मन कहा और शीतल की तरफ देखकर घूरने लगी तो शीतल ने नजरे और चेहरा दोनों घुमा लिए। नैना उठी और बड़ी ही तमीज भरे शब्दों में कहा,”अवि,,,,,,,,,तुम यहाँ , तुम कुछ लेने आये हो ?”
“मुझे लगता था मेरा प्यार तुम्हे बदल देगा पर मैं गलत था,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हे सच में कोई फर्क नहीं पड़ता नैना”,अवि ने कहा और एक बार फिर कमरे से बाहर चला गया। शीतल ने सूना तो उसे भी ये देखकर बुरा लगा कि अवि और नैना के बीच थोड़ी मिसअंडरस्टेंडिग हो गयी है। नैना ने अवि की बात सुनी तो वापस बिस्तर पर आलथी पालथी मारकर बैठ गयी अपने बांये हाथ की कोहनी घुटने पर रखी और हाथ सर से लगाकर मिमियाते हुए कहने लगी,”साला पता होता शादी का असली मतलब ये होता है तो हम रंडवे रह जाते कम से कम ये सब मनहूसियत तो ना झेलनी पड़ती। एक तो पहले ही मेरी जिंदगी में इतनी दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर चरस थी ऊपर से ये शादी नाम का गांजा भी फुक लिया मैंने,,,,,,,,,,,,,,,,,,इस से अच्छा तो साला बचपन में खेलते खेलते किसी ट्रक के नीचे आ जाती तो किस्सा ही खत्म था। रिश्तेदारों क्या कहा था मेरी शादी में आकर लड़का सुपर है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम्हारा ये सुपर लड़का अब मेरे सर के ऊपर से जा रहा है,,,,,,,,,,,,,मेरी कश्मीर जैसी जिंदगी को झंड कर दिया है सबने मिलके,,,,,,,,,,,,,हाय लगेगी तुम्हे मेरी”
शीतल ने नैना को परेशानी में कुछ भी बड़बड़ाते देखा तो चुपचाप उठकर बाहर चली गयी और थोड़ी देर बाद वापस आयी उसने हाथ में पकड़ा चाय का कप नैना की ओर बढ़ाया और कहा,”ह्म्म्मम्म ये लो पी लो और शांत हो जाओ”
नैना ने देखा कप में चाय है तो उसने फटाफट कप लिया और पीने लगी। जैसे जैसे चाय उसके गले से नीचे उतरी उसके चेहरे से परेशानी के भाव कम होने लगे जिन्हे देखकर शीतल ने कहा,”अब ठीक है ?”
“या फील बेटर”,नैना ने एक ठंडी आह भरते हुए कहा
शीतल मुस्कुरा उठी और मन ही मन कहा,”धीरे धीरे सब ठीक हो जाएगा नैना मुझे पूरा यकीन है तुम सब ठीक कर दोगी”
नैना को खामोश देखकर शीतल ने उसे एक टाइट हग किया तो नैना मुस्कुरा उठी और बची हुई चाय पीने लगी
नैना की बातों से हर्ट होकर अवि बाहर चला आया। वह सुबह हुई बातो की वजह से नैना से थोड़ा नाराज पहले ही था और अब नैना ने उसकी इस नाराजगी को और बढ़ा दिया। चलते चलते अवि पूल साइड आया तो देखा सार्थक अकेले ही पूल के पानी में पैर डालकर बैठा है। अवि उसकी तरफ चला आया और उसके बगल में आकर बैठ गया सार्थक ने अवि को एक नजर देखा और फिर पानी में पैर हिलाते हुए सामने देखने लगा। अवि ने सार्थक को चुप देखकर कहा,”सुबह के लिए आई ऍम सॉरी मुझे तुम से इस तरह बात नहीं करनी चाहिए थी।”
“इट्स ओके अवि भाई मुझे भी बोलने से पहले सोचना चाहिए था , मैं सब के लिए ऐसी बात नहीं बोल सकता मुझे कोई हक़ नहीं है”,सार्थक ने उदासी भरे स्वर में कहा तो अवि को थोड़ी हैरानी हुई
“सबके लिए से तुम्हारा क्या मतलब है क्या तुम्हे किसी और के लिए भी ऐसा लगता है ?”,अवि का सीधा इशारा मोंटी और की तरफ था
“जब अपना ही बातें छुपाने लगे तो किसी और के लिए क्या गलत कहना ?”,सार्थक ने पहेलिए बुझाते हुए कहा
“मैं कुछ समझा नहीं तुम किस के बारे में बात कर रहे हो ? साफ़ साफ कहो ना बात क्या है ?”,अवि ने थोड़ा नरम होकर कहा तो सार्थक पिघल गया और अवि को मेसेज वाली सारी बात बता दी साथ ही राज के दिल्ली में होने की बात भी अवि को बता दी जिसे सुनकर अवि के चेहरे के भाव भी बदले और फिर उसने नार्मल होकर कहा,”सार्थक तुम स्योर हो ना वो मेसेज राज ने किये है ? देखो हो सकता है राज तुम्हारे और शीतल के बीच में मिसअंडरस्टैंडिंग पैदा कर रहा हो। तुम्हे इतनी जल्दी अपने और शीतल के रिश्ते को जज नहीं करना चाहिए”
“नहीं अवि भाई इस बार मैं गलत नहीं हूँ मैं ये नहीं कह रहा कि शीतल गलत है लेकिन उसे सही समझने की भी तो मेरे पास कोई वजह हो। वो मैसेज राज के ही थे और अगर मैं गलत नहीं हूँ तो पक्का शीतल उस से मिलने जाएगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,”,सार्थक ने उदास होकर कहा
“हम सब का प्यार और शादी मुझे खतरे में नजर आ रहा है। मैं यहाँ सबके साथ इसलिए आया था ताकि सब एक दूसरे के साथ अच्छा वक्त बिता सके लेकिन यहाँ तो लोगो का सच सामने आ रहा है”,अवि ने कड़वाहट भरे स्वर में कहा
सार्थक अवि की बात समझ पाता इस से पहले ही मोंटी वहा आया और कहा,”हे सार्थक आज तू नाश्ते के लिए नहीं आया वैसे तुझे आना चाहिए था आज का नजारा और नाश्ता दोनों मजेदार थे”
मोंटी जिसे हंसी मजाक करने की आदत थी उसने अवि को चिढ़ाने के लिए कहा। सार्थक ने कोई जवाब नहीं दिया बस मोंटी को देखकर मुस्कुरा दिया लेकिन अवि ने सूना तो उठा और मोंटी से कहा,”
तुम्हे एक और मजेदार चीज दिखाऊ ?”
“हाँ प्लीज जल्दी”,मोंटी ने खुश होकर कहा अवि मुस्कुराया और मोंटी को एकदम से पूल के पानी में धक्का दे दिया। मोंटी को अवि से ये उम्मीद तो बिल्कुल नहीं थी उसने पानी में खुद को सम्हाला और उठ खड़ा हुआ उसने अवि की तरफ हैरान से देखते हुए कहा,”ये क्या था ?”
अवि नीचे झुका और मोंटी की आँखों में देखते हुए कहा,”stay away from my girl”
अवि को थोड़ा गुस्से में देखकर मोंटी ने उस वक्त चुप रहना ही ठीक समझा और अवि वहा से उठकर चला गया ।।
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संजना किरोड़ीवाल
ये मोंटी भी ना…अपनी वाली को छोड़कर बाकी सब पर ध्यान है…ना जाने ऐसा क्यों लग रहा है कि मोंटी का माला से एक्ट्रा मैटिरियल अफेअर होगा…अब ये माला की ही तरफ से क्यूं ना हो… है मोंटी भी ना उसकी तरफ आकर्षित…और रही बात अवि और नैना की…तो नैना क्या छोटी बच्ची है जो उसे नहीं पता कि शादी के बाद क्या होता…नैना को समझना होगा कि लाईफ हमेशा एक जैसी नहीं रहती है…बेचारा अवि…वैसे अवि ने मोंटी को सही सबक सिखाया है…अब बात सार्थक की तो उसकी बातों से साफ है कि वो शीतल पर शक करता है, पर अभी जताया नहीं सबके सामने…और मैसेज वाली कौन सी बात है, जो सार्थक अवि को बता रहा था…कुछ बवाल होने वाला है सबकी जिंदगी में…
Yeah Kya kar diya naina ne avi pehle se naraz tha aur naraz kar diya, aur Sarthak seethal per shakh kar raha hai aur monti ke pass jo kiya mast tha aur avi ne sahi kaha yaha sab enjoy karne aye the per sab kisina kisi reason se paresan hai nice part Maam
Bhut hi mazedaar part tha ma’am
Very nice
Very nice
Nice story
Ye kya shiyapa h..kaha sab sath enjoy krne aaye or sabki zindagi maze le rhi h… Naina bolne se pehle sochti nhi yahi dikkat h iske sath… sarthak ko trust krna chaiye.. sikke k do pehlu hote h dusra bhi dekh lena chahiye fir nirnay krna chaiye…avi ko itna gussa ki Monti ko pani m dhakal diya…