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Love You जिंदगी – 44

Love You Zindagi – 44

Love You Zindagi
Love You Zindagi by Sanjana Kirodiwal

रुचिका की जिंदगी में फिर से प्यार दस्तक देने लगा था लेकिन इस बार रुचिका कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती थी ! सचिन के धोखे को वो अभी तक ठीक से भूली भी नहीं थी ! शीतल उसकी बगल में लेटी नैना और मोंटी के बारे में सोच ही रही थी की तभी नैना वहा आयी और रुचिका को उठाकर कहा,”ओह्ह पांडा उठ जा ये कोई सोने का टाइम है”
“सोने दे ना नैना !”,रुचिका ने आँखे मसलते हुए कहा


“अरे नहीं डेड ने कहा है आज रात का खाना खाने हम लोग बाहर जा रहे है ! इसलिए अभी सोना सही नहीं वरना बाद में उबासियाँ लोगी !”,नैना ने उसे उठाते हुए कहा ! नैना वहा से उठकर कबर्ड की और चली गयी और उसे खोलकर रात में पहनने के लिए कपडे देखने लगी ! रुचिका उठकर बैठ गयी उसने टेबल पर रखी पानी की बोतल उठायी और पीने लगी ! शीतल के मन में अभी भी मोंटी और नैना को लेकर उलझन थी ! वो सोच में डूबी थी तभी नैना ने अलमारी से नया जींस निकालकर कहा,”शीतू मैं ये पह्नु , कैसा लगेगा ? ये ना लास्ट टाइम मोंटी लेकर आया था मेरे लिए !”


“नैना एक बात पुछु !”,शीतल ने कहा
“हां पूछ ना !”,नैना ने जीन्स अपने कमर से लगाकर खुद को शीशे में देखते हुए कहा
“मोंटी सच में तेरा दोस्त ही है ना , आई मीन तुम दोनों को कोई फीलिंग्स नहीं है एक दूसरे के लिए !”,शीतल ने कहा तो नैना मुस्कुराई और उसके पास बैठते हुए कहा,”शीतू ! मोंटी सिर्फ मेरा दोस्त ही नहीं बल्कि मेरा भाई , वेलविशर भी है ! हम दोनों एक दूसरे से कोई बात नहीं छुपाते है एक दूसरे के इतना क्लोज है की हर देखने वाले को लगता है की हमारे बिच दोस्ती से आगे भी कुछ है !

शर्मा जी को भी लगता था इसलिए तो उन्होंने कॉलेज खत्म होते ही पापा से हम दोनों की शादी की बात कर दी ! पर मैं और मोंटी दोनों ही ये नहीं चाहते थे ! उसे सिद्द्त वाला प्यार चाहिए था और मेरा तुम जानती ही हो इसलिए हम दोनों फ्रेंड्स रहना ही बेटर समझा !”
“लेकिन एक लड़का लड़की कभी दोस्त नहीं होते है नैना !”,शीतल ने कहा


“जिसने भी कहा है झूठ कहा है , एक लड़का लड़की दोस्त हो सकते है , बल्कि बहुत अच्छे दोस्त हो सकते है ! तुम ये सब बातें सोचना बंद करो और मेरी हेल्प करो यार मैं आज रात क्या पह्नु ?”,नैना ने उठकर वापस कबर्ड की और जाते हुए कहा
“मतलब तुम्हारी जिंदगी में कोई लड़का नहीं है ?’,शीतल ने कहां


नैना वापस आयी और शीतल के गले में अपनी बांहे डालते हुए कहा,”माय डिअर फ्रेंड मोंटी के अलावा मेरी जिंदगी में कोई लड़का नहीं है ,, अब खुश !”
“तो फिर लाइफलाइन कौन है ? तुम्हारे फोन में !”,इस बार सवाल रुचिका ने किया जिसका जवाब शीतल भी जानना चाहती थी ! उसकी बात सुनकर नैना हसने लगी और कहा,”अच्छा वो , स्टुपिड वो मेरे डेड है ! मेरे जैसी लड़कियों की जिंदगी में लाइफलाइन उनके डेड ही होते है ! मैं दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार अपने डेड से ही करती हूँ !”


“ओह्ह्ह , हमे लगा !”,कहते कहते शीतल रुक गयी तो नैना ने उसे बेड पर बैठाते हुए कहा,”शीतल , मैंने बहुत सी लड़कियों के पापा देखे है , वो उनके साथ स्ट्रिक्ट होते है ! उनके कपड़ो से लेकर उनके लिए लड़का देखने तक का फैसला उनके पापा ही करते है लेकिन मैं बहुत लकी हूँ ! मेरे पापा ने कभी मुझे किसी तरह की रोक टोक नहीं की ! उन्होंने हमेशा मेरे फैसले की रिस्पेक्ट की और इसलिए मैं उन्हें कभी हर्ट करने का नहीं सोच सकती ! मोंटी और पापा इन दो मर्दो के अलावा आज तक मुझे किसी पर भरोसा करना ही नहीं आया !


“मतलब अवि की लाइन क्लियर है !”,रुचिका ने बड़बड़ाते हुए कहा !
“क्या बोला तुमने ? किसकी लाइन क्लियर है ?”,नैना ने रुचिका से पूछा तो रुचिका ने कहा,”किसी की भी नहीं मैं तो कह रही हूँ की तू भी सिंगल मैं भी सिंगल ऐश ही ऐश है !”
“ना ना ना बेटा कोई ऐश नहीं है तुम्हारी इस बार शर्मा जी से मिलने दो तुम्हारा बैंड बजाते है !”,नैना ने कहां
“कैसा बेंड ? और कौन शर्मा जी ?’,रुचिका ने हैरानी से कहा


“कमीनी अपने बाप को भूल गयी ! तेरे पिताजी की बात कर रहे है और बेंड शादी वाला ,, आई थिंक कर लेनी चाहिए तुम्हे”,नैना ने कहा तो रुचिका ने उसपर तकिया फेंक कर मारा और कहा,”शट अप।”
“अच्छा शीतल बता ना यार मैं सच में बहुत कन्फ्यूज हूँ !”,नैना ने कहा तो शीतल उठी और कबर्ड में जाकर देखने लगी ! उसे प्लास्टिक बैग में रखा एक ड्रेस दिखा उसने वो निकाला और खोलकर देखा वो एक चूड़ीदार सफेद रंग का सूट था !

जिसके साथ रेड कलर का दुपट्टा था ! शीतल ने उसे खोलकर रुचिका और नैना को दिखाते हुए कहा,”ये पहनना अच्छा लगेगा तुम पर !”
“ये ? ये तो मैंने फर्स्ट और लास्ट बार कॉलेज के फेयरवेल में पहना था ! ये नहीं कुछ और !”,नैना ने कहा
“जी नहीं तुम यही पहनोगी ! हम भी तो देखे मिस नैना सूट में कैसी लगती है ?”,शीतल ने कहा
“लेकिन यार !”,नैना ने कहना चाहा तो रुचिका ने कहा


“लेकिन वेकिन कुछ भी नहीं तुम यही पहनोगी !”,रुचिका भी शीतल के साथ जाकर उसकी टीम में शामिल हो गयी
“येह ओके !”,नैना ने हामी भर दी तो शीतल और रुचिका मुस्कुरा उठी !

रात 8:30 बजे !
सभी हॉल में खड़े नैना के आने का इंतजार कर रहे थे ! रुचिका ने वो ड्रेस पहना था जो उसने मोंटी के कहने पर खरीदा था ! वो उसमे बहुत प्यारी लग रही थी शीतल ने हमेशा की तरह अपना सूट ! मोंटी ने भी वही शर्ट पहन जी जो उसने आज शाम ही खरीदी थी ! विपिन जी ने कुर्ता पजामा और आराधना ने कॉटन की बहुत ही प्यारी सी साड़ी पहन रखी थी ! साथ में मैचिंग ज्वेलरी भी ! सभी पिछले 10 मिनिट से नैना का ही वेट कर रहे थे !


“ये नैना आज तैयार होने में इतना वक्त क्यों लगा ही है ? हमेशा तो सबसे पहले तैयार मिलती है !”,आराधना ने कहा
“आंटी आज आप सबके लिए सरप्राइज है !”,रुचिका ने चहकते हुए कहा
“कैसा सरप्राइज बेटा ?”,आराधना ने कहा
“रुको अभी पता चल जाएगा !”,रुचिका ने कहा


शीशे के सामने खड़ी नैना बाल बना रही थी जैसे ही उसने सामने देखा उसे दिखा अवि बिल्कुल उसके पीछे खड़ा है ! नैना को अपनी आँखों पर भरोसा नहीं हुआ वह बड़बड़ाने लगी,”तुम सच में हो या फिर मेरी आँखों को कोई धोखा हुआ है ! क्यों मेरा पीछा कर रहे हो ? और क्यों ऐसे मेरे सामने बार बार चले आते हो
क्या रिश्ता है हमारा ? मुझे पता है तुम नहीं हो फिर भी नजर आ रहे हो क्यों ?” कहते हुए नैना जैसे ही अवि को देखने के लिए पलटी वहा कोई नहीं था !

हां ये उसकी आँखों का सिर्फ वहम था ! उसने घडी में टाइम देखा और जल्दी जल्दी कमरे से बाहर आयी ! सीढिया उतरकर नैना जैसे ही निचे आयी आराधना , विपिन जी और मोंटी की आँखे तो खुली की खुली रह गयी ! सफ़ेद रंग का चूड़ीदार सूट , उस पर लाल रंग का दुपट्टा , एक हाथ में घडी , खुले बाल , कानो में छोटे छोटे बुँदे और उस पर सबसे खूबसूरत नैना की मुस्कान ! चेहरे पर और कोई मेकअप नहीं था सिवाय लिपस्टिक के ! वो उस ड्रेस में बहुत प्यारी लग रही थी !

या यु मान लीजिये के काफी सालो बाद उन तीनो ने नैना का वो रूप देखा था ! आराधना ने आँख के किनारे से काजल लेकर उसके कान के पीछे लगाते हुए कहा,”कितनी प्यारी लग रही हो किसी की नजर ना लगे !”
“अंकल नैना से शादी करने का कोई ऑप्शन बचा है क्या मैं तैयार हूँ ? इसका ये रूप देखकर तो पत्थर भी पिघल जाये !”,मोंटी ने कहा तो नैना ने उसके कंधे पर पंच मारकर कहा,”मक्खन बाजी बंद करो और चलो !”
सभी घर से बाहर आये ! विपिन जी ड्राइवर सीट पर बैठे !

नैना और मोंटी आगे एडजस्ट हो गए , शीतल , रुचिका और आराधना जी पीछे बैठ गई ! विपिन जी ने गाड़ी स्टार्ट की और वहा से निकल गए ! घर से 5 किलोमीटर दूर सभी विपिन जी और आराधना की पसंदीदा जगह आये ! वहा एक बहुत ही खूबसूरत होटल था जिसमे लाइटिंग और डेकोरेटिंग बहुत अच्छी थी ! मौसम का मिजाज देखते हुए विपिन जी ने बाहर गार्डन में ही दो टेबल्स बुक कर दिए थे ! सभी वहा घूमने लगे ! होटल काफी अच्छा था वहा वाटर फाउंटेन , ट्री लाइटिंग , म्यूजिक सब अच्छा था !

शीतल नैना और मोंटी साथ साथ घूम रहे थे ! रुचिका थोड़ा पीछे हो गयी और अवि को विडिओ कॉल लगाया ! अवि उस वक्त सीढ़ियों से ऊपर आ ही रहा था की रुचिका का कॉल उठाकर कहा,”हाय रूचि !”
“लिस्टन मैं आज तुम्हे जो दिखाने वाली हूँ ना उसे देखने के बाद तुम्हारी हाय भी नहीं निकलेगी !”,रुचिका ने कहा
“व्हाट ?”,अवि ने हैरानी से कहा


“वन,,,,,,,,,,,,,टू,,,,,,,,,,,,,,,थ्री,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,नैना !”,रुचिका ने नैना को आवाज दी और फोन का कैमेरा नैना की और कर दिया !
नैना पलटी अवि की नजर जैसे ही नैना पर पड़ी उसका दिल धड़क उठा , उसने पहली बार नैना को इंडियन लुक में देखा था ! वैसी लड़की जैसी अवि चाहता था अपने लिए ! उस सफेद सूट में लाल दुपट्टे के साथ नैना बहुत खूबसूरत लग रही थी ! अवि वही सीढ़ियों में ही बैठ गया ! नैना पलटकर रुचिका के सामने आयी और कहा,”हां पांडा !”


“यू लुक सो ब्यूटीफुल टुनाईट !”रुचिका ने कहा हालाँकि उसका फोन चालू था और अवि नैना को अब थोड़ा करीब से देख पा रहा था ! नैना मुस्कुराई और कहा,”थैंक्यू , और तू यहाँ क्या कर रही है ? चल ना वहाँ सबके साथ !”
“वो एक्चुअली मैं कॉल पर हूँ !”,रुचिका ने कहा
“किसके साथ ?”,नैना को शक हुआ कही वो फिर से सचिन के चक्कर में तो नहीं पड़ गयी !


“अवि के साथ !”,रुचिका ने कहते हुए स्क्रीन नैना की और कर दी ! नैना ने अवि को देखा तो उसका दिल धड़क उठा ,, अवि ने वही कपडे पहने थे जो कुछ देर पहले नैना को ख्वाब में दिखे थे ! यु नैना को विडिओ कॉल पर देखकर अवि तो जैसे पलके झपकाना ही भूल गया ! नैना ने धीरे से अपना हाथ हिलाकर कहा,”हाय !”
अवि को अपने कानो पर विश्वास नहीं हो रहा था नैना ने उसे हाय कहा था ! वह होश में आया और कहा,”हां हां हाय !”


“हाय !”,नैना ने फिर से कहा उसे अवि की आक्साइट्मेंट साफ नजर आ रही थी ! अवि ने नैना को देखकर अपना निचला होंठ दबा लिया और साइड में देखने लगा तो नैना ने कहा,”हे व्हाट हेपन ? ऐसे 14 साल के लड़के की तरह बिहेव क्यों कर रहे हो ?”
“एक्चुअली तुम , तुम बहुत सुंदर लग रही हो !”,अवि ने नजरे फिर से स्क्रीन पर जमा ली !
“थैंक्यू !”,नैना ने कहा रुचिका नैना को फोन के साथ छोड़कर वहा से चली गयी ! अवि को ऐसे देखकर नैना ने कहा,”घूरना बंद करो !”


“ऐसा नहीं मैं तुम्हे देखना नहीं चाहता लेकिन इस तरह मैं तुम्हे जिंदगीभर देख सकता हूँ !”,अवि ने कहा
“फिल्मे कम देखा करो , डेड बुला रहे है ! बाद में बात करे !”,नैना ने कहा !
“हां प्लीज गो !”,अवि ने कहा जबकि वह नहीं चाहता था नैना जाये !
“सो बाय !”,नैना ने कहा और फोन काट दिया !
अवि वही सीढ़ियों पर बैठा फोन को हाथ में लिए मुस्कुराता रहा !


नैना वहा से आगे बढ़ गयी ! चलते चलते वह शीशे के सामने रुकी और एक नजर खुद को देखा और मुस्कुरा दी ! कुछ देर घूमने के बाद विपिन जी ने सबको खाने के लिए बुला लिया ! एक टेबल पर विपिन जी और आराधना थे ! दूसरी टेबल पर रुचिका , मोंटी , नैना और शीतल थे ! चारो बातें कर रहे थे !


“यार तेरे मॉम डेड का रोमांस कभी खत्म नहीं होता !”,मोंटी ने कहा
“हां इस उम्र में भी लगे पड़े है !”,नैना ने कहा
“दे बोथ आर क्यूट , मुझे बहुत अच्छे लग रहे है साथ में दोनों !”,शीतल ने कहा


“हां इस उम्र में भी इन दोनों इतना प्यार है , किसी की नजर ना लगे !”,रुचिका ने कहां
“कोई कुछ भी कहे मैं तो 50 साल बाद भी इनकी तरह अपनी लव लाइफ स्पेंड करूंगा !”,मोंटी ने कहा तो रुचिका की नजर उस पर चली गयी ! खाना आया सभी खाने लगे ! नैना कभी मोंटी को तो कभी शीतल रुचिका को खिला रही थी और खुद कम खा रही थी ! मोंटी ने देखा तो वह नैना को अपने हाथ से ही खिलाने लगा ! इस बार ये सब देखकर शीतल के मन में कोई ख्याल नहीं आया बल्कि वह खुश थी की नैना हर रिश्ते को बखूबी निभाना जानती है


“अरे बस करो सारा मुझे ही खिलाओगे क्या ? शीतल रूचि को भी खिलाओ”,नैना ने मोंटी को रोकते हुए कहा
“हां हां बिल्कुल अब तो ये दोनों भी दोस्त बन चुकी है !”,कहते हुए मोंटी ने पहले शीतल को खिलाया और फिर अपने बगल में बैठी रुचिका को खिलाने को मुड़ा ! रुचिका ने झिझकते हुए खा लिया ! उसके गाल पर कुछ लगा देखकर मोंटी ने उसे अपने हाथ से हटा दिया !

मोंटी की छुअन का अहसास रुचिका को अंदर तक छू गया वह उसकी आँखों में देखने लगी और इस बार मोंटी भी खुद को रोक नहीं पाया और रुचिका की आँखों में देखने लगा ! नैना और शीतल कभी उनको कभी एक दूसरे को देखने लगी ! आखिर में नैना ने खांसने का नाटक किया तो रुचिका और मोंटी दूसरी और देखने लगे !!

मौसम काफी अच्छा खुशनुमा था और ठंडी हवा चल रही थी ! खाना खाने के बाद सभी बैठकर म्यूजिक सुन रहे थे की एक जानी पहचानी धुन नैना के कानो में पड़ी ! मोंटी ने उसका कन्धा थपथपाकर उसे सामने देखने को कहा तो नैना मुस्कुराते हुए उठी और उस और बढ़ गयी !

सामने कुछ ही दुरी पर एक दूसरे की बांहो में सिमटे डांस कर रहे थे ! कुछ लोग उन्हें बड़े प्यार से देख रहे थे ! नैना के पीछे पीछे मोंटी शीतल और रुचिका भी चले आये ! नैना वहा आकर खड़ी हो गयी और बड़े प्यार से उन्हें डांस करते हुए देखने लगी ,, गाना नैना के कानो से होकर दिल तक पहुँच रहा था


“दिल मेरा पूछ रहा है तुझसे
क्या प्यार करोगे ?,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझसे
हां हां हां,,,,,,,,,,,,,,,मुझसे !!”
नैना को वो सब देखकर बड़ा मजा आ रहा था ! उसने पास खड़े मोंटी से डांस करने का इशारा किया ! मोंटी ने उसे भी चलने को कहा तो नैना उसका हाथ थामे बिच में आकर डांस करने लगी !


“हंसती है तू जैसे बहारों में खिलती कली !
लगती है तू मुझको लगती है , थोड़ी थोड़ी मनचली !
नैना के साथ डांस करते हुए मोंटी की नजर कुछ ही दूर खड़ी रुचिका पर चली गयी !
पहले से मैं तुझपे मरता था कहने से डरता था
ये दास्ताँ
ख्वाबो में , आँखों में नींदो में तू थी बसी
ओह्ह जाने जा !”


रुचिका की नजरे जब मोंटी से मिली तो रुचिका ने नजरे घुमा ली ! लेकिन नैना बैचैन हो गयी जैसे उसने सामने मोंटी को देखा उसे उसमे अवि का चेहरा नजर आने लगा ! उस रात वाले सारे पल नैना की आँखों के आगे घूमने लगे ! हवा से नैना के बाल उड़कर चेहरे पर आने लगे ! मोंटी ने जैसे ही उन्हें साइड करने के लिए हाथ बढ़ाया नैना ने अवि समझकर उसका हाथ पकड़कर रोक लिया और अपनी आँखों में बेचैनी लिए उसकी आँखो में देखने लगी ! गाने की लाइन्स उस पल को बया करने के लिए काफी थी


“धड़कन पूछ रही है तुझसे
क्या प्यार करोगे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझसे
हां हां हां,,,,,,,,,,,,,मुझसे !
मोंटी ने अपना और नैना का हाथ निचे करते हुए कहा,”क्या हुआ नैना ?”
नैना ने देखा सामने मोंटी था अवि नहीं उसने मोंटी का हाथ छोड़ा और सॉरी बोलकर वहा से निकल गयी ! हैरान परेशान सी नैना गार्डन में चली जा रही थी

हवा का एक झोंका आया और नैना का दुपटटा उड़कर सामने चला गया नैना ने देखा उसका दुपट्टा सामने खड़े सख्स के चेहरे पर जाकर रुक गया है ! नैना उसके सामने आयी और अपना दुपट्टा लेकर उस सख्स के चेहरे से हटाया तो आश्चर्य से उसकी आँखे फ़ैल गयी और उसने कहा,”सर आप यहाँ ?” नैना के सामने अनुराग खड़ा था और ये कोई सपना नहीं था

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संजना किरोड़ीवाल

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