Love You Zindagi – 19
Love You Zindagi – 19

अनुराग जल्दी से उतरकर नीचे आया और अपने पापा के पास आकर कहा,”आप लोग यहाँ क्या कर रहे है ?”
अनुराग के पापा ने अनुराग को देखा और अगले ही पल खींचकर एक थप्पड़ उसके गाल पर रसीद कर दिया ये देखकर निबी का हाथ हैरानी से उसके मुँह पर चला गया। चौधरी साहब ने देखा तो वे भी बाकि लोगो के साथ नीचे चले आये। मेहमान आपस में खुसर फुसर करने लगे। अवि इस वक्त वहा नहीं था , नैना से गुस्सा था इसलिए वह साइड में था।
शीतल और सार्थक भी वही खड़े थे नैना स्टेज से नीचे आकर उनके पास चली आयी। अनुराग के असली पापा को यहाँ देखकर नैना को भी कुछ समझ नहीं आया।
“कौन है आप लोग ? और आप अनुराग पर हाथ क्यों उठा रहे है ? वो इस घर का होने वाला दामाद है,,,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने कहा
अनुराग के पापा ने आव देखा ना ताव खींचकर एक थप्पड़ अनुराग के गाल पर और रसीद कर दिया ये देखकर चौधरी साहब ने अनुराग के नकली बाप से कहा,”भाईसाहब ! ये सब क्या हो रहा है ? कौन है ये लोग ?”
आदमी जो कि अनुराग का पिता बनने की एक्टिंग कर रहा था आगे आया और अनुराग के पापा को ऊँगली दिखाकर कहा,”ए कौन हो तुम ? और मेरे बेटे पर हाथ उठाने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ?”
अनुराग के पापा ने सुना तो एक थप्पड़ आदमी को भी दे मारा और अनुराग से कहा,”क्या तुमने इसे नहीं बताया मैं कौन हूँ ?”
“अरे लेकिन आप है कौन और ये सब क्या तमाशा लगा रखा है ?”,चौधरी साहब ने इस बार थोड़ा गुस्से से कहा
अनुराग के पापा ने अनुराग की कॉलर पकड़ी और उसे चौधरी साहब की तरफ घुमाकर कहा,”मैं इस घटिया औलाद का बाप हूँ”
चौधरी साहब ने सुना तो उनके होश उड़ गए , उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि जिस अनुराग को वे इस घर का दामाद बनाने वाले थे वह अनुराग इतना शातिर और गिरा हुआ निकलेगा।
अनुराग अपनी चाल में कामयाब हो पाता इस से पहले ही उसके असली माँ-बाप वहा आ धमके। अनुराग ने सोचा नहीं था ऐसा कुछ भी होगा लेकिन सब इतना अचानक हुआ कि अनुराग को सम्हालने का मौका ही नहीं मिला। वह अपनी सफाई में कुछ कहता इस से पहले चौधरी साहब ने कहा,”ये सब मैं क्या सुन रहा हूँ अनुराग ? क्या ये सच है , अगर तुम्हारे पापा ये है तो फिर ये दोनों कौन है ?”
चौधरी साहब को गुस्से में देखकर उसके नकली माँ बाप घबरा गए और हाथ जोड़ते हुए कहा,”हम दोनों इसके माँ बाप नहीं है , ये साब ने बोला कि नाटक करना है और बदले में ये हमे पैसे देने वाले थे बस इस से ज्यादा हम लोगो को कुछ नहीं पता,,,,,,,,,,,,,,हमे जाने दीजिये”
चौधरी साहब ने सुना तो गुस्से से अनुराग की तरफ देखा , अनुराग ने उनकी तरफ देखा और मिमियाते हुए कहा,”डेड , डेड मैं समझाता हूँ , मैं मानता हूँ ये सब झूठ है लेकिन , लेकिन ये सब मैंने निबी को पाने के लिए किया,,,,,,,,,,,,,,,,,मैं निबी से सच में बहुत प्यार करता हूँ डेड मेरा यकीं कीजिये,,,,,,,,,,,!!”
अनुराग के पापा ने सुना तो उन्होंने अनुराग को अपनी तरफ करके कहा,”और कितनी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करोगे अनुराग ? एक लड़की से शादी करके तुम उसे अपने घर में छोड़कर आये हो और अब यहाँ एक और लड़की से प्यार करने का दावा कर रहे हो ,, मुझे तुम्हे अपना बेटा कहने में भी शर्म आ रही है,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए उन्होंने अनुराग को फिर एक थप्पड़ जड़ दिया।
अनुराग का चेहरा गुस्से में लाल हो गया , एक के बाद एक उसके राज सबके सामने आ रहे थे सौंदर्या ने जब सुना अनुराग पहले से शादीशुदा है तो उनका सर चकराने लगा। नैना ने उन्हें सम्हाला और पास पड़ी कुर्सी पर बैठाया।
चौधरी साहब ने जब सुना तो उन्होंने दोनों हाथो से अनुराग की कॉलर को पकड़ा और कहा,”कमीने तू इतना गिरा हुआ है मैं सोच भी नहीं सकता और मैं अपनी बेटी का रिश्ता तुझसे करने चला था। निबी के साथ ये क्यों किया तूने
शोर शराबा सुनकर अवि वहा आ पहुंचा उसने जब शीतल से सब सुना तो पहले निबी और सौंदर्या को सम्हाला और फिर अपना फोन निबी की तरफ बढ़ाकर अनुराग के पास चला आया। अवि ने अनुराग को अपने पापा के हाथ से छुड़वाया और एक मुक्का उसके मुंह पर मारते हुए कहा,”तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बहन के साथ ये सब करने की,,,,,,,,,,,,,!!”
अनुराग के पापा खड़े खड़े अनुराग को पीटते देख रहे थे लेकिन उन्होंने अवि को नहीं रोका क्योकि उनके अपने बेटे ने इतनी घटिया हरकत जो की थी। अवि ने अनुराग को दो चार थप्पड़ और जड़े और वह नीचे जमीन पर जा गिरा उसके कपडे खराब हो गए , बाल बिखर गए और मुंह से खून निकलने लगा लेकिन अनुराग अब भी सच को एक्सेप्ट नहीं कर पा रहा था। वह उठा और लड़खड़ाते हुए चौधरी साहब के पास आया और कहा,”ये लोग , ये लोग बस झूठ बोल रहे है ,, ये नहीं चाहते मेरी शादी निबी से हो इसलिए सब बाते बना रहे है ,, आप इनकी बातो का यकीन मत कीजिये,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“मैं झूठ बोल रहा हूँ , मैं , यहाँ इन सब लोगो के बीच अपने नकली माँ बाप को लाकर तुमने ये पहले ही साबित कर दिया अनुराग कि झूठा कौन है ? मैं तुम्हे किसी लड़की की जिंदगी बर्बाद करने का हक़ बिल्कुल नहीं दे सकता,,,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए उन्होंने अनुराग पर जैसे ही हाथ उठाना चाहा अनुराग ने उनके हाथ को बीच में रोककर उन्हें साइड में धक्का दिया। वे गिरते इस से पहले नैना ने उन्हें सम्हाल लिया। अनुराग के पापा ने जब नैना को वहा देखा तो हैरान रह गए क्योकि अब तक उन्हें नहीं पता था नैना इस घर की बहू थी।
नैना ने सार्थक से उन्हें सम्हालने को कहा और खुद अनुराग की तरफ चली आयी। चौधरी साहब इस वक्त अनुराग का एक दुसरा ही रूप देख रहे थे और मन ही मन अपने फैसले पर पछता भी रहे थे कि उन्होंने कितनी जल्दी अनुराग पर विश्वास कर लिया और उसे निबी के लिए चुन भी लिया।
नैना अनुराग के सामने आयी और कहा,”तुम्हारा खेल खत्म हो चुका है अनुराग , तुम्हारा घिनौना चेहरा सबके सामने आ चुका है अब ये नाटक बंद करो तुम,,,,,,,!!”
“ओह्ह्ह्ह तो ये सब तुमने किया है , तुमने मेरा सच तो सबके सामने ला दिया नैना अब देखो मैं कैसे तुम्हारी इज्जत की धज्जिया उडाता हूँ,,,,,,,!!”,अनुराग ने दाँत पीसते हुए धीमे स्वर में नैना से कहा तो नैना ने अपना सर खुजाया और खींचकर एक थप्पड़ अनुराग के गाल पर रसीद दिया।
एक थप्पड़ में ही अनुराग के सर के सारे तार झनझना उठे। कुछ साल पहले ऐसा ही थप्पड़ उसे नैना से पहले भी पड़ा था आज अनुराग को वही पल याद आ गया और वह गुस्से में बौखलाया नैना को देखने लगा।
नैना ने देखा उसके आस पास काफी लोग खड़े थे , उसे नहीं पता था वो जो बोलने जा रही है उसके बाद लोगो का रिएक्शन क्या होगा लेकिन नैना के लिए अब बोलना जरुरी हो गया था। उसने गुस्से से अनुराग की तरफ देखा और कहने लगी,”तू क्या मेरी धज्जिया उड़ाएगा अनुराग और क्या बताएगा सबको ? अब तक मैं चुप थी क्योकि मैं किसी के घर की बहू थी और उस घर की इज्जत मेरी इज्जत थी लेकिन मेरी ख़ामोशी को मेरी कमजोरी समझना तेरी सबसे बड़ी गलती थी।
क्या बताएगा तू , ये कि मैं बहुत पहले से तुझे और तेरे इस घटियापन को जानती हूँ , या ये कि दिल्ली की एक घटिया कम्पनी जिसमे मैं काम करती थी उस कम्पनी का बॉस तू था , या फिर ये कि तूने मुझे हासिल करने की हर कोशिश की लेकिन तुझे कभी मेरे जूतों की धूल तक नसीब नहीं हुई,,,,,,,,,,,,,,,,सिर्फ इसलिए मैंने तेरी उस कम्पनी को छोड़ दिया क्योकि तेरी नजर मुझ पर थी लेकिन क्या इन सबको ये पता है कि उस कम्पनी के साथ साथ एक लात मैंने तेरे पिछवाड़े पर भी मारी थी,,,,,,,,,,,,,,,
तेरे जैसे चूतियो को बहुत सीधा किया है मैंने लखनऊ में पर तुझे लगा तू अलग है,,,,,,,,,,,,,,हाँ तू अलग है क्योकि तू एक घटिया और गन्दी नाली के कीड़े से भी बदत्तर है। अरे मैं चाहती तो पहले दिन ही डेड को तेरे बारे में सब बताकर तुझे यहाँ से दफा कर देती लेकिन इस निबी
के सामने तेरा सच कभी नहीं आता,,,,,,,,,,,,,,,,,,वो लड़की तुझसे सच में प्यार करने लगी थी और तूने सिर्फ मुझसे बदला लेने के लिये उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी,,,,,,,,,,,,,,कोई इतना घटिया कैसे हो सकता है अनुराग ?”
कहते कहते नैना हाफने लगी , अवि ने नैना को ऐसे देखा तो उसे बहुत तकलीफ हुई लेकिन इस वक्त वह नैना को रोकना नहीं चाहता था। वह चाहता था अनुराग के लिए जो गुस्सा अब तक नैना ने अपने अंदर दबा रखा था वो सब आज निकल जाये,,,,,,,,,,,,,,!
नैना चौधरी साहब के पास आयी और कहने लगी,”आई ऍम सॉरी डेड मैं ऐसे बात करना नहीं चाहती थी लेकिन अनुराग जैसे लोग ऐसी ही भाषा समझते है ,, मैं आपको सब बताना चाहती थी पर निबी के लिए मै नहीं कर पायी ,, वो सिर्फ अवि की बहन या इस घर की बेटी नहीं बल्कि मेरी अच्छी दोस्त भी थी,,,,,,,,,,,,मैं अपनी दोस्त की जिंदगी एक गलत आदमी के हाथो ऐसे बर्बाद होते नहीं देख सकती थी डेड , मुझे माफ़ कर दीजिये , आई ऍम रियली सॉरी”
“तुम्हे सॉरी बोलने की जरूरत नहीं है नैना,,,,,,,,,,शर्मिन्दा तो मैं हूँ जिसने ऐसे आदमी पर भरोसा कर लिया। सड़क के कुत्तो को कभी घर नहीं लाया जाता नैना,,,,,,,,,अनुराग ने ये साबित कर दिया,,,,,,,,मैं इसके साथ कुछ बुरा करू इस से पहले इस से कहो चला जाये यहाँ से,,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने कहा
नैना पलटकर अनुराग के पास आयी और कहा,”सुन लिया तुमने , जिन इरादों के साथ तुम इस घर में आये थे वो तो इस जन्म में पुरे नहीं होंगे अनुराग,,,,,,, निबी के साथ साथ तुमने उस लड़की की जिंदगी भी खराब की है जिस से तुमने शादी की है। चले जाओ यहाँ से,,,,,,,,,,,,,,,!!”
अनुराग ने नैना की तरफ देखा और कहा,”चला जाऊंगा , लेकिन जाने से पहले एक बार निबी से तो पूछ लो क्या वो मेरे बिना रह पायेगी ? वो जानती है कि मैं उस से कितना प्यार करता हूँ,,,,,,,,,,,,वो मुझे छोड़कर कभी नहीं जाएगी,,,,,,,,,,,,!!”
“निबी,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने तेज आवाज में कहा तो निबेदिता वहा आयी , उसके चेहरे पर दुःख और तकलीफ के भाव थे साथ ही आँखों में आँसू भरे थे और उसके मेहन्दी लगे हाथो में अवि का फोन था।
निबेदिता को देखते ही अनुराग ने फिर से अपना रंग बदल लिया और ढोंग करते हुए उसके पास आकर कहा,”बेबी ! बेबी देखो ना ये सब लोग , ये सब लोग मुझे गलत साबित करने की कोशिश कर रहे है। तुम तुम सही कहती थी ये लोग हमारे प्यार को कभी समझ ही नहीं सकते , तुम चलो चलो मेरे साथ हम यहाँ एक पल भी नहीं रुकेंगे,,,,,,,,,,,,!!”
कहते हुए अनुराग ने निबी का हाथ पकड लिया और जैसे ही अपने साथ ले जाने लगा। नैना ने अनुराग की बांह पकड़कर उसे रोकते हुए कहा,”निबी कही नहीं जाएगी , तुम्हारा खेल खत्म हो चुका है अनुराग,,,,,,,,,,,,,,,!!”
“मेरे और निबी के बीच में बोलने वाली तुम होती कौन हो ? देखा निबी ये नैना यही है हमारी असली दुश्मन ये कभी चाहती ही नहीं थी हम साथ रहे,,,,,,,,,,,,,!!”,अनुराग ने कहा
निबी ने धीरे से अनुराग की पकड़ से अपना हाथ छुड़ाया और खींचकर एक थप्पड़ अनुराग के गाल पर रसीद कर दिया। एक बार फिर अनुराग का सर झनझना उठा। उसे यकीन ही नहीं हुआ कि उसके प्यार में अंधी निबी ने उसे थप्पड़ मारा है। गुस्से में बौखलाकर अनुराग ने कहा,”तुम पागल हो गयी हो क्या निबी ?”
निबी ने गुस्से और नफरत भरी निगाहो से अनुराग को देखा और कहा,”पागल अब तक थी अनुराग , लेकिन अब होश में आ गयी हूँ,,,,,,,,,,,,,तुम इतने गिरे हुए निकलोगे मैं सोच भी नहीं सकती , मैंने तुम से प्यार किया था और तुमने , तुमने मेरी भावनाओ का मजाक बनाया , मुझे धोखा दिया,,,,,,,,,,,!!”
अनुराग ने सुना तो वह निबी के पास आया और कहने लगा,”निबी निबी मेरी बात का विश्वास करो मैं मैं सच में तुमसे प्यार करता हूँ ये सब मेरे खिलाफ साजिश रच रहे है , तुम तुम इनकी बातो में क्यों आ रही हो ? तुम जानती हो ना मैं तुम से कितना प्यार करता हूँ बेबी,,,,,,,,,,,,,प्लीज मेरा यकींन करो”
निबी ने अपने हाथ में पकड़ा अवि का फ़ोन अनुराग के सामने कर दिया। अनुराग ने देखा तो उसकी आँखे फ़टी की फ़टी रह गयी। अवि के फोन में आज शाम ऑफिस रूम की रिकॉर्डिंग थी। अनुराग को पता ही नहीं था कि ऑफिस रूम में कैमरा लगा था। उसने नैना के साथ जो हरकत की और जो बाते की वो सब उस कैमरे में कैद हो गयी।
अनुराग ने फिर भी खुद को बचाने की आखिरी कोशिश की और कहा,”ये ये सब झूठ है निबी मुझे फंसाया जा रहा है , ये नैना मुझे फंसना चाहती है,,,,,,,,,,,मेरा यकीन करो निबी मैं सच कह रहा हूँ,,,,,,,,,,,,!!”
सच जानने के बाद भी अनुराग की बेशर्मी देखकर निबी ने खींचकर उसे एक और थप्पड़ मारा और कहा,”अगर तुम्हारा सच इतना वाहियात है तो झूठ कैसा होगा अनुराग ? मैं आज और अभी हमारी इस सो कोल्ड शादी को खत्म करती हूँ,,,,,,,,,,,!!”
कहते हुए निबी ने अपने गले में पहने मंगलसूत्र को खींचकर तोडा और अनुराग के हाथ पर रख दिया। अनुराग समझ गया कि अब निबी उसकी बातो में नहीं आने वाली , वह हारे हुए सिपाही की तरह सर झुकाकर खड़ा रहा। निबी ने अपने पापा को देखा और उसकी रुलाई फूट पड़ी , वह रोते हुए चौधरी साहब के गले आ लगी और सिसकने लगी।
सब मेहमानो ने ये तमाशा देखा तो एक एक करके वहा से जाने लगे। चौधरी साहब ने भी किसी को नहीं रोका। आखिर इतने बड़े तमाशे के बाद किस का ही मन करता पार्टी में रुकने का। अनुराग के पापा ने अनुराग को गुस्से में देखा और वहा से चले गए। चौधरी साहब ने वहा खड़े गार्ड्स से कहा,”गार्ड्स , बाहर निकालो इस घटिया आदमी को यहाँ से और आज के बाद ये इस घर के आस पास भी दिखाई दे तो इसे पुलिस के हवाले कर दो,,,,,,,,,,,!!”
गार्ड्स आये और अनुराग को वहा से लेकर चले गए। अवि ने देखा नैना अकेली खड़ी थी उसके चेहरे पर परेशानी और डर के भाव थे। अवि उसके पास आया और उसे अपने सीने से लगाकर कहा,”सब ठीक है नैना , अनुराग का सच सबके सामने आ चुका है वो इस घर में कभी वापस नहीं आएगा”
“मैंने सही नहीं किया पडोसी , मैंने निबी का दिल तोड़ दिया,,,,,,,,,,!!”,नैना ने आँखों में आँसू भरकर कहा
अवि ने नैना के चेहरे को अपने हाथो में लेकर कहा,”अनुराग का भरम तोड़ने के लिए निबी का दिल टूटना जरुरी था नैना ,, तुमने निबी को एक बहुत बड़ी मुसीबत से बचाया है,,,,,,,,,,,,,!!”
नैना ने हामी में सर हिलाया और सौंदर्या की तरफ चली आयी। नैना ने उनके सामने आकर कहा,”मुझे माफ़ कर दीजिये मॉम मैंने,,,,,,,,,,,,,!!”
“तुम्हे माफ़ी मांगने की जरूरत नहीं है नैना तुमने आज जो किया वो तुम्हे बहुत पहले ही कर देना चाहिए था , तुम्हे इतना सफर नहीं करना पड़ता,,,,,,,,,!!”,सौंदर्या ने नैना की बात बीच में काटकर कहा
“मैं डर गयी थी मॉम,,,,,,,,!!”,नैना ने धीमे स्वर में कहा उसकी आँखों में अब भी आँसू थे
“मेरी नैना किसी से नहीं डरती , खबरदार जो तुमने डरने की बात की,,,,,,,,,,यहाँ आओ”,सौंदर्या ने नैना को अपने पास आने का इशारा किया
उन्होंने नैना के माथे को अपने होंठो से छुआ और गले लगाकर कहा,”तुम बहुत अच्छी हो नैना,,,,,,,,, हमेशा ऐसे ही रहना”
नैना कुछ देर उनके गले लगी रही और फिर शीतल सार्थक के पास आकर कहा,”थैंक्यू गाईज ! आज अगर सही वक्त पर तुम दोनों ने अनुराग के डेड को यहाँ नहीं बुलाया होता तो उसका ये झूठ कभी सामने नहीं आता , थैंक्यू सो मच”
“ओह्ह्ह तो अब तुम मुझे और सार्थक को थैंक्यू कहोगी , सच में नैना क्या तुम इतनी बड़ी हो गयी हो,,,,,,,,,,,,,ये सब हमने इसलिए किया क्योकि हम तुम्हे परेशान नहीं देख सकते,,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने शिकायती लहजे में कहा तो नैना उसके गले आ लगी
आज सच में शीतल और सार्थक ने बखूबी अपनी दोस्ती निभाई थी , वे दोनों नैना के साथ थे बस कमी थी तो रुचिका और मोंटी
नैना शीतल से दूर हटी तो शीतल ने नैना के आँसू पोछते हुए कहा,”तुम्हारी आँखों में ये आँसू बिल्कुल अच्छे नहीं लगते नैना,,,,,,,,,तुम हंसती मुस्कुराती और,,,,,,,,,!!”
“और गाली देते हुए ही अच्छी लगती हो,,,,,,,,,,,!”,शीतल से पहले सार्थक बोल उठा तो नैना हंस पड़ी और शीतल ने सार्थक की बांह पर हल्के से मारते हुए कहा,”कुछ भी,,,,,,,,,,,!!”
चौधरी साहब से हटकर निबी नैना के पास आयी। शीतल ने देखा तो नैना से पीछे देखने का इशारा किया। नैना पलटी तो देखा निबी खड़ी है।
“मैंने ये सब तुम्हे हर्ट करने या तुम्हारा दिल तोड़ने के लिए नहीं किया निबी , अनुराग सच में अच्छा इंसान,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने बस इतना ही कहा कि निबी ने आँखों में आँसू भरकर कहा
“मुझे माफ़ कर दो भाभी,,,,,,,,,,,मैंने आपके साथ बहुत बुरा बिहेव किया,,,,,,,,,,,,मुझे आप पर हाथ नहीं उठाना चाहिए था , मैं सच में बहुत शर्मिंदा हूँ,,,,,,,,,,,आई ऍम रियली सॉरी”,कहते हुए निबी रो पड़ी
नैना ने देखा तो उसने आगे बढ़कर निबी को गले लगाया और कहा,”बस निबी ! मैं तुमसे नाराज नहीं हूँ , तुम्हे तुम्हारी गलती का अहसास है मेरे लिए बस इतना काफी है,,,,,,,,,,,चुप हो जाओ हम सब तुम्हारे साथ है।”
अवि ने निबी को रोते देखा तो उस तरफ चला आया। अवि ने निबी को अपने सीने से लगाया तो निबी ने रोते हुए कहा,”मुझे माफ़ कर दीजिये भाई , मैंने आपके साथ भी बहुत बदतमीजी की,,,,,,,,,,,आई ऍम सॉरी”
निबी को ऐसे रोते देखकर अवि का दिल पिघल गया और उसने निबी को माफ़ कर दिया। चौधरी साहब सौंदर्या जी के पास आये और कहा,”मुझे माफ़ कर दो सौंदर्या , काश मैं तुम्हारी बात सुन लेता तो ये सब,,,,,,,,,,,अनुराग को पहचानने में मुझसे भूल हो गयी,,,,,,,,,,,!!”
“ये तो एक दिन होना ही था , अच्छा हुआ थोड़ा जल्दी हो गया निबी को सम्हलने के लिए थोड़ा वक्त मिल जायेगा,,,,,,,,,,,आज अगर नैना नहीं होती तो अनुराग का ये घिनौना चेहरा कभी हमारे सामने नहीं आता,,,,,,,,,,!!”,सौंदर्या ने कहा
“लेकिन इन सब ने नैना की ख़ुशी छीन ली , आज उसका जन्मदिन था उसने पहली बार मुझसे कुछ माँगा और मैंने उसे दिया भी तो ये सब ऐसे,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने कहा
“तो क्या हुआ हम सब तो है ना हम सब मिलकर नैना का बर्थडे मनाएंगे,,,,,,,,,वैसे भी नैना को रिश्तेदार पसंद नहीं,,,,,,,,!!”,सौंदर्या ने हँसते हुए कहा और सबको आने को कहा
सभी सौंदर्या की तरफ जाने लगे तो निबी ने नैना का हाथ पकड़ा और कहा,”चलो भाभी केक काटते है,,,,,,,!!”
नैना ने सुना तो मुस्कुरा उठी , निबी को उस से कोई शिकायत नहीं है ये देखकर नैना का मन काफी हल्का हो गया। निबी नैना को लेकर केक के पास चली आयी। उसने अवि को भी बुला लिया। सार्थक शीतल , चौधरी साहब और सौंदर्या सामने खड़े थे। बगल में घर के कुछ नौकर और भोला खड़ा था।
“सौंदर्या तुम मुझे नैना को लेकर कुछ बताने वाली थी,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने कहा
सौंदर्या जी ने सुना तो उनके चेहरे से हंसी गायब हो गयी। उन्होंने सामने खड़ी हंसती मुस्कराती नैना देखा और कहा,”वो मैं आपको बाद में बताउंगी”
सौंदर्या जी इस वक्त नैना की बीमारी के बारे में बताकर उन्हें परेशान करना नहीं चाहती थी।
निबी ने नैना की तरफ चाकू बढ़ाया नैना ने जैसे ही केक काटने के लिए हाथ बढ़ाया उसके जहन में कुछ देर पहले घटी घटना घूमने लगी , अनुराग का सच , विहान का चेंबर , कैंसर रिपोर्ट्स , विपिन जी का मुस्कुराता चेहरा सब नैना की आँखों के सामने आने लगा। उसने अपने सर में एक तेज दर्द महसूस हुआ और अगले ही उसके नाक से निकलकर खून की दो चार बुँदे केक पर आ गिरी।
नैना ने अवि की तरफ देखा उसके नाक से बहता खून देखकर अवि का दिल बैठ गया। अगले ही पल नैना बेहोश होकर अवि की बांहो में आ गिरी ,
“नैना,,,,,,,,,,,!!”,सामने खड़े चौधरी साहब , सार्थक और शीतल एक साथ चिल्लाये और नैना की तरफ भागे बस सौंदर्या वही खड़ी रही। उसके कानों में नैना के कहे शब्द गूंजने लगे
“क्या पता इसके बाद कभी जन्मदिन मनाने का मौका ही ना मिले,,,,,,,,,,,,,!!”
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संजना किरोड़ीवाल


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Sanjana Kirodiwal
मैं कोई Writer नहीं , बल्कि एक चोर हु जो लोगो का समय चुराती है !
Sab thik ho gaya tha… Anurag ka itne thappad pade ki usko uski Nani yaad aa gai hogi ..yeh dost kitne achche hote hai aur bure waqt m hamesha sath date hai…yeh baat Sheetal aur Sarthak ne sabit kar dee ..lakin iss Happy movement m Naina behosh ho gai…khar sabko baad m pta chalna tha, so pta pta chal jayega ki Naina ko Cancer hai… umeed hai ki Naina jaldi se thik ho jaye