Main Teri Heer – 39 राजन अपने पिताजी के सामने खड़ा था। उसका चेहरा ढका हुआ था जिस से प्रताप उसे पहचान नहीं पाया और कहा,”हाँ भाई ! जे छोरी छुपे कहा जा रहे हो ?”राजन ने कुछ नहीं कहा वह...
Main Teri Heer – 38 उर्वशी अचानक से इंदौर क्यों जा रही थी ये कोई नहीं जानता था , आप लोग भी नहीं जानते पर मैं जानती हूँ। उर्वशी बनारस से इंदौर के लिये निकल चुकी थी। मुरारी सपरिवार इंदौर जा...
Main Teri Heer – 37 मुन्ना भी बाकि सबके साथ आकर बस में बैठ गया। वह काफी थक चुका था इसलिये सबसे आखरी सीट पर चला आया और आई की गोद में सर रखकर सो गया। सारिका इस बार शिवम् के...
Main Teri Heer – 36 मुंबई , रेलवे स्टेशननवीन , मेघना और निशि अपने अपने बैग के साथ स्टेशन पर किसी का इंतजार कर रहे थे। नवीन बार बार एंट्री गेट की तरफ देखता और कभी अपनी घडी को लेकिन वंश...
Main Teri Heer – 35 गौरी के हाथो में मेहँदी लग रही थी वही ऋतू , प्रिया और काशी मिलकर पिज्जा खा रहे थे। काशी ने मेहँदी लगाने वाली लड़कियों को भी खाने को कहा।“ए ! तुम लोग कितने बुरे हो...