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Love You जिंदगी – 5

Love You Zindagi – 5

Love You Zindagi
Love You Zindagi by Sanjana Kirodiwal

अगली सुबह रुचिका जल्दी उठ गयी और अपने बचे हुए काम निपटाने लगी , दिनभर वह ख़ुशी से घर में यहाँ वहा घूमते रही , 10 बार शीशे में अपना चेहरा देखती , मुस्कुराती ! शाम को रुचिका सचिन के साथ डेट पर जाने के लिए तैयार होने लगी , आज वह उसके सामने बेस्ट दिखना चाहती थी इसलिए अब तक 7-8 ड्रेस ट्राय कर चुकी थी लेकिन हर ड्रेस में कोई न कोई कमी निकालकर रख देती , लास्ट में उसने एक डार्क शेड गाउन पहना जो की स्लीवलेस था और आकर बेड पर बैठी शीतल को दिखाते हुए कहा,”शीतू ये ठीक है क्या ?”


“तुम इतना क्यों सोच रही हो , तुम बहुत सुन्दर हो और हर ड्रेस में अच्छी लगती हो !”,शीतल ने कहा
“हम्म्म्म लेकिन आज मुझे स्पेशल दिखना है !”,रुचिका ने शीशे में खुद को देखकर ड्रेस सही करते हुए कहा !
“तो चलो मैं तुम्हारा मेकअप कर देती हु !”,शीतल ने उसके पास आकर कहा और रुचिका का मेकअप करने लगी , शीतल की मदद से रुचिका अब और भी अच्छी लग रही थी , उसने शीतल को गले लगाते हुए थैंक्यू कहा और बोली,”शीतल तुम भी चलो ना बाहर घूमने , सचिन बोल रहा था वो जगह बहुत खूबसूरत है ,,”


“नहीं , तुम दोनों की डेट में मैं कैसे जा सकती हु ? तुम जाओ !”,शीतल ने कपडे उठाकर कबर्ड में रखते हुए कहा
“पर तुम अकेले यहाँ क्या करोगी ? वैसे भी नैना तो सो रही है पता नहीं कब उठेगी ?”,रुचिका ने कहा
“डोंट वरी वैसे भी मैं बाहर जा रही हु !”,शीतल ने कहा
“वाओ तुम भी डेट पर जा रही हो ? वेट कही राज तो यहाँ नहीं आ रहा तुमसे मिलने ?”,रुचिका ने चहकते हुए कहा
“नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है , ख़ुशी ने कल मुझे बताया था यहाँ पास मे लायब्रेरी है तो मैंने सोचा वहा जाकर अपने लिए कुछ किताबे देख लू !”,शीतल ने कहा


“हां ये अच्छा है !”,रुचिका ने कहा
बाते करते हुए दोनों हाल में चली आयी शीतल ने घडी की और देखा जिसमे 5 बज रहे थे तो उसने रुचिका से कहा,”आई थिंक अब तुम्हे निकलना चाहिए , सचिन वेट कर रहा होगा !”
तभी नैना कमरे से निकलकर आयी , ब्लू जींस और सफ़ेद शर्ट में वो काफी आकर्षक लग रही थी , शीतल और रुचिका हैरानी से उसे देख रही थी , रुचिका ने कहा,”इतना तैयार होकर कहा ?

“सरप्राइज डेट , मैंने सोचा तू सचिन के साथ जा रही है , शीतल लायब्रेरी जा रही है तो मैंने सोचा मैं भी कही चली जाती हु !”,नैना ने अपनी कलाई पर घडी बांधते हुए कहा !
“सीरियसली , तुम सच में डेट पर जा रही हो !”,रुचिका को अपनी आँखों और कानो पर जैसे भरोसा नहीं हो रहा था
“लेकिन सरप्राइज डेट ?”,शीतल ने कहा


नैना ने जेब से फोन निकाला और शीतल के सामने करके कहा,”टिंडर पर मिला , ये डेटिंग एप्प है जो पसंद हो उसे राइट स्वाइप करो और डेट करो !”
“तेरा सही है यार , पर अच्छा है कम से कम तूने थोड़ा तो इंट्रेस्ट दिखाया ये सब में !”,रुचिका ने कहा
“अपने को कोई इंट्रेस्ट नहीं , बंदा अच्छा हुआ तो ठीक वरना टाटा बाय बाय !”,नैना ने कहा
“अच्छा गाईज मैं चलती हु , बाय , एंड ऑल द बेस्ट”,कहकर शीतल वहा से निकल गयी , शीतल के साथ साथ नैना और रुचिका भी निकल गयी !!

रुचिका सचिन के बताये एड्रेस पर पहुंची , सचिन ने एक बहुत ही खूबसूरत जगह पर अपने और रुचिका के लिए टेबल बुक किया था , रुचिका तो ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी , सचिन ने उसे बैठने को कहा और फिर दोनों प्यार भरी बाते करने लगे ,, सचिन ने रुचिका के ड्रेस और लुक की तारीफ की , अपनी बातो से उसे स्पेशल फील करवाया और रुचिका इस पुरे वक्त में बस मुस्कुराती रही , उसे सचिन में अपना परफेक्ट पार्टनर नजर आ रहा था

कुछ देर बाद ही सचिन ने उसकी पसंद का खाना और ड्रिंक आर्डर की और दोनों एक दूसरे की आँखों में देखते हुए खाने लगे ! रुचिका की लाइफ का ये सबसे ये सबसे बेस्ट टाइम था और वह बस इस टाइम को इंजॉय कर रही थी !!


खाना ख़त्म करने के बाद दोनों वहा से निकले और गार्डन एरिया में पहुंचे और टहलने लगे , चलते चलते सचिन ने रुचिका का हाथ अपने हाथ में थाम लिया जिस से एक झुरझुरी रुचिका के पुरे जिस्म में दौड़ गयी !! चलते चलते सचिन घुटनो पर उसके सामने आ बैठा और एक रिंग आगे करके रुचिका को प्रपोज कर दिया , रुचिका तो इस वक्त आसमान में थी उसने वो रिंग पहन ली और सचिन का प्यार एक्सेप्ट कर लिया !! उसके बाद दोनों एक लॉन्ग ड्राइव पर निकल गए !


शीतल लायब्रेरी पहुंची , अंदर आकर बुक्स देखने लगी , उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था ना ही उसे अपने इंट्रेस्ट की बुक्स नजर आ रही थी !! घूमते हुए वह एक एक करके रॉ में रखी किताबे देखने लगी ! कुछ देर बाद उसकी नजर एक किताब पर पड़ी “द डार्क लव” शीतल ने उस किताब को उठाकर खोलकर देखा तभी पीछे से एक जानी पहचानी आवाज उसके कानो में पड़ी,”गुड़ च्वाइस”
शीतल किताब हाथ में पकडे पलटी , सार्थक खड़ा था उसे वहा देखकर शीतल थोड़ा हैरान हुयी और फिर उसके पास आकर कहा,”तुम यहाँ ?”


“मैं यहाँ पार्ट टाइम जॉब करता हु !”,सार्थक ने कहा
“फिर तो आपको यहाँ की किताबो के बारे में पता होगा ?”,शीतल ने कहा
“हां , बताओ कैसी बुक चाहिए ? मैं हेल्प कर देता हु !”,सार्थक ने कहा
“थैंक्यू सो मच , मुझे कुछ अच्छी किताबे चाहिए लाइक ,,,”,शीतल कहते कहते शीतल रुक गयी
“लाइक लव स्टोरी ,,,,,,,,,,!”,सार्थक ने शीतल को देखते हुए कहा


“आपको कैसे पता ?”,शीतल ने चौंकते हुए कहा
“तुम जैसी लड़किया इश्क़ के लिए बनी होती है”,सार्थक मन ही मन बुदबुदाया और कहा,”बस ऐसे ही अंदाजा लगाया , लड़कियों को लव स्टोरी ज्यादा पसंद आती है”
“हम्म्म्म कुछ ऐसा ही पर थोड़ा सस्पेंस और थ्रिल”,शीतल ने कहा
“फिर तो तुम्हारे हाथ में सही किताब है “द डार्क लव” इसमें वो सब है जो तुम्हे चाहिए”,सार्थक ने कहा


“ओके ! कुछ और बुक्स देखे”,शीतल ने कहा तो सार्थक उसके साथ चल पड़ा शीतल बहुत कम बोल रही थी जबकि सार्थक उसे और ज्यादा सुनना चाहता था ! काफी देर तक दोनों खामोशी से किताबो के बिच घूमते रहे और शीतल ने एक किताब और ली जिसका नाम था “मेरी माया” उसने दोनों किताबे सार्थक की और बढाकर कहा,”मुझे ये किताबे चाहिए , क्या मैं इन्हे घर ले जा सकती हु ?”
“हम्म्म , इसके लिए एक फॉर्म फिल करना होगा बट डोंट वरी तुम ये रख लो मैं अपने कार्ड से एंट्री कर दूंगा !”,सार्थक ने कहा


“हम्म्म थैंक्यू ! चले !”,शीतल ने हाथ पर बंधी घडी में देखते हुए कहा जिसमे 6 बज रहे थे !
“हां !”,कहते हुए सार्थक आगे बढ़ गया और शीतल उसके पीछे चल पड़ी !
रिसेप्शन एरिया में आकर सार्थक ने अपने कार्ड्स से उन दोनो किताबो की एंट्री करवाई और उन्हें बेग में रखकर शीतल की और बढ़ा दिया , शीतल ने जब किताबे ली तो सहसा ही उसकी उंगलिया सार्थक की उंगलियों को छू गयी , 440 वाल्ट का करंट जैसे सार्थक के पुरे जिस्म में दौड़ गया हो ,

शीतल ने पर्स से पैसे निकालकर सार्थक की और बढ़ाये , वह अभी भी खोया हुआ सा शीतल को ही देख रहा था , शीतल ने हाथ हिलाया तो उसकी तंद्रा टूटी और उसने कहा,”ये रखो , पडोसी होने के नाते इतना तो कर ही सकता हु !”
“हां लेकिन चार्ज तो लगेगा ना , तुम रखो वैसे भी मैं अक्सर बुक्स लेने आया करुँगी !”,शीतल ने पैसे उसे थमाते हुए कहा


सार्थक ने पैसे वापस किये और कहा,”अरे नहीं , मेरा मतलब मैंने अपना कार्ड यूज किया है चार्ज नहीं लगेगा ,, और अगली बार तुम आओगी तो मैं तुम्हारा मंथली पास बनवा दूंगा फिर तुम यहां से बुक्स ले जा सकती हो !”
“आर यू स्योर ?”,शीतल ने झिझकते हुए कहा
“हां हां स्योर श्योर”,सार्थक ने कहा तो शीतल थैंक्यू बोलकर वहा से निकल गयी !!

सार्थक उसे जाते हुए देखता रहा , रिसेप्शन पर खड़ी लड़की ने आकर सार्थक के कंधे पर कोहनी टिकाकर कहा,”कौन है ये लड़की जिसके लिए तुमने अपना पास यूज कर लिया ?”
सार्थक ने उसकी कोहनी झटकी और कहा,”है कोई तुम्हे उस से क्या ?”
“तुम्हारी आँखों की ख़ुशी बता रही है कोई खास ही है वो !”,लड़की ने सार्थक से कहा
सार्थक मुस्कुराया और कहा,”हां बहुत खास !”


शीतल वहा से निकलकर घर चली गयी ! घर आकर उसने राज को फोन किया लेकिन फिर से दोनों में झगड़ा हो गया शीतल का मन उदास हो चुका था , उसने फोन रखा और आकर बिस्तर पर लेट गयी , दिल्ली आने के बाद राज से उसके रिश्ते और ज्यादा ख़राब हो चुके थे , ना वह राज को समझ पा रही थी ना ही उसे समझा पा रही थी ! शीतल काफी देर तक अपने और राज के बारे में सोचती रही !!

नैना ने टिंडर पर जिस लड़के को डेट के लिए कहा था वह नैना की बताई लोकेशन पर कबका पहुँच चुका था , नैना भी वहा पहुंची वह एक नार्मल रेस्टोरेंट था जिसके जिसकी कॉर्नर सीट बुक थी , नैना उसके सामने पहुंची और कहा,”राहुल ?”
“नैना बजाज ?”,लड़के ने कहा
“या , हाय”,नैना ने मुस्कुराते हुए अपना हाथ राहुल की और बढ़ा दिया


राहुल ने हाथ मिलाया और नैना को बैठने को कहा ! नैना उसके सामने आ बैठी उसने देखा राहुल इतना बुरा भी नहीं था जितना प्रोफाइल पिक्चर में दिख रहा था ! कुछ देर नार्मल इंट्रो के बाद राहुल ने कहा,”सो तुम भी कुछ कहो”
“चाय मंगवा ले”,चाय पिने की आदत से मजबूर नैना ने कहा
“व्हाट ? आर यू क्रेजी ? डेट पर चाय कौन पिता है ?”,राहुल ने नैना का मजाक उड़ाते हुए कहा


राहुल की बात सुनकर नैना का आधा इंट्रेस्ट तो वही ख़त्म हो चुका था , फिर भी उसने राहुल को एक और मौका देते हुए कहा,”ओके देन तुम कुछ आर्डर कर दो”
“वेटर , 2 कैपेचीनो !!”,राहुल ने गर्दन घुमाकर कहा
“साला अंग्रेज की औलाद , कॉफी पिलाकर इम्प्रेस करेगा !”,नैना मुस्कुराते हुए मन ही मन बुदबुदाई !!
राहुल ने नैना की और देखा और कहा,”सो नैना , आर यू सिंगल ?”


“सिंगल नहीं होती तो यहाँ आती क्या ? स्टुपिड !”,नैना ने मन ही मन कहा और फिर राहुल से बोली,”या !
“कोई लव सीन रहा है तुम्हारा पहले ? आई मीन कोई एक्स ?”,राहुल ने बचकाना सा सवाल किया
“कन्ट्रोल नैना गाली नहीं , गाली नहीं प्लीज प्लीज”,उसने मन ही मन खुद से झूंझते हुए कहा और फिर राहुल की और देखकर कहा,”नो !”
“ग्रेट , पर मेरी बहुत एक्स रही है ,, अभी पिछले हफ्ते ही मेरा ब्रेकअप हुआ है !”,राहुल ने कहा
“और तू फिर से अपना कटवाने के लिए तैयार हो गया”,नैना बुदबुदाई


“कुछ कहा तुमने ?”,राहुल ने कहा
“नहीं , बाय द वे नाइस शर्ट”,नैना ने बात बदलते हुए कहा
“ओह्ह्ह थैंक्स ये भी पूजा ने ही गिफ्ट की थी !”,राहुल ने अपने शर्ट की और देखते हुए कहा
“पूजा ?”,नैना ने कहा
“पूजा , मेरी एक्स जिस से अभी ताजा ताजा ब्रेकअप हुआ है , शी इज डेम हॉट बाय द वे”,राहुल ने आंहे भरते हुए कहा


नैना मुस्कुरा दी , राहुल नैना को पूजा के बारे में बताने लगा। पूजा के बारे में बताते हुए वह ये भी भूल गया की वह यहाँ नैना के साथ डेट पर आया है , बेचारी नैना चुपचाप उसकी बकवास सुन रही थी और मन ही मन खुद को कोस रही थी की आखिर वह इस डेट पर आयी ही क्यों ?
राहुल आधे घंटे तक अपनी और पूजा की रामकहानी नैना को सुनाता रहा और हद तो तब हो गयी जब आखिर में आँखों में आंसू भरकर वह कहने लगा,”कितना खुश थे हम दोनों एक साथ , लेकिन अपने बेस्ट फ्रेंड के कहने पर उसने मुझे छोड़ दिया ! आई मिस हर एवेरी डे !”


नैना का गुस्सा अब आसमान फाड् चुका था वह उठी और सामने ठंडी पड़ी कॉफी का मग उठाया और राहुल के मुंह पर मारकर कहा,”जब इतना ही मिस कर रहे हो उसे तो यहाँ मेरे साथ क्यों बैठे हो ?”
राहुल को होश आया तो उसने मुंह से कॉफी साफ करते हुए कहा,”कॉफी ठंडी हो गयी ?”
“हां और तुम्हारी बकवास बातो से मेरा दिमाग गर्म ! बाय”,कहकर नैना जाने लगी तो राहुल ने उसे रोकते हुए कहा,”लेकिन हम तो डेट पर आये है ना”


“डेट नहीं इसे “रं#-रोना कहो जो पिछले आधे घंटे से तुम कर रहे हो , बाय द वे पूजा ने तुम्हे छोड़कर अच्छा ही किया मैं उसकी जगह होती तो गला दबा देती तुम्हारा”,नैना ने गुस्से का घूंठ पीकर कहा !
“लेकिन,,,,,,,,,,,,!”,राहुल ने कहा
“अबे हटो परे”,कहते हुए नैना ने राहुल को साइड किया और वहा से बाहर निकल गयी ! नैना भुनभुनाते हुए बाहर आयी और पैदल ही चल पड़ी , मौसम अच्छा था और शाम का वक्त भी था लेकिन राहुल की वजह से नैना का मूड पहले ही ऑफ हो चुका था !

चलते चलते उसकी नजर चाय की दुकान पर पड़ी और बरबस ही उसके कदम दुकान की और बढ़ गए उसने चाय वाले से कहा,”एक चाय पिलाओ”
दुकानवाले ने ऊपर से निचे तक घूरकर नैना को देखा तो नैना ने कहा,”घूर का रहे हो बे , चाय पिलाने को कहा है”
“माफ़ करना दीदी , आपको देखकर लगता नहीं आप चाय पिने वालो में से है”,दुकानवाले ने खिंसियाते हुए कहा
“देखो ऐसा है ज्यादा बकैती ना करो पहले से दिमाग बहुत गर्म है !”,नैना ने गुस्से से कहा


“अरे दीदी अभी बनाते है !”,कहते हुए दुकानवाला चाय बनाने लगा
उसने नैना को चाय का कप थमाया और फिर से अपने काम में लग गया ! नैना ने एक घूंठ भरा और मन ही मन कहा,”इश्क़ से तो चाय भली”

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संजना किरोड़ीवाल

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A Woman by Sanjana Kirodiwal

चलते चलते उसकी नजर चाय की दुकान पर पड़ी और बरबस ही उसके कदम दुकान की और बढ़ गए उसने चाय वाले से कहा,”एक चाय पिलाओ”
दुकानवाले ने ऊपर से निचे तक घूरकर नैना को देखा तो नैना ने कहा,”घूर का रहे हो बे , चाय पिलाने को कहा है”
“माफ़ करना दीदी , आपको देखकर लगता नहीं आप चाय पिने वालो में से है”,दुकानवाले ने खिंसियाते हुए कहा
“देखो ऐसा है ज्यादा बकैती ना करो पहले से दिमाग बहुत गर्म है !”,नैना ने गुस्से से कहा

चलते चलते उसकी नजर चाय की दुकान पर पड़ी और बरबस ही उसके कदम दुकान की और बढ़ गए उसने चाय वाले से कहा,”एक चाय पिलाओ”
दुकानवाले ने ऊपर से निचे तक घूरकर नैना को देखा तो नैना ने कहा,”घूर का रहे हो बे , चाय पिलाने को कहा है”
“माफ़ करना दीदी , आपको देखकर लगता नहीं आप चाय पिने वालो में से है”,दुकानवाले ने खिंसियाते हुए कहा
“देखो ऐसा है ज्यादा बकैती ना करो पहले से दिमाग बहुत गर्म है !”,नैना ने गुस्से से कहा

चलते चलते उसकी नजर चाय की दुकान पर पड़ी और बरबस ही उसके कदम दुकान की और बढ़ गए उसने चाय वाले से कहा,”एक चाय पिलाओ”
दुकानवाले ने ऊपर से निचे तक घूरकर नैना को देखा तो नैना ने कहा,”घूर का रहे हो बे , चाय पिलाने को कहा है”
“माफ़ करना दीदी , आपको देखकर लगता नहीं आप चाय पिने वालो में से है”,दुकानवाले ने खिंसियाते हुए कहा
“देखो ऐसा है ज्यादा बकैती ना करो पहले से दिमाग बहुत गर्म है !”,नैना ने गुस्से से कहा

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