Love You Zindagi – 15
Love You Zindagi – 15

शीतल और सार्थक दरवाजे पर खड़े उलझन में थे , अवि नीचे आया उसने देखा शीतल और सार्थक अभी तक दरवाजे पर खड़े है तो वह उनके पास आया और कहा,”सार्थक , शीतल तुम दोनों यहाँ क्यों खड़े हो ? अंदर क्यों नहीं आ रहे ?”
अवि की आवाज से दोनों की तंद्रा टूटी और उन्होंने सामने खड़े अवि को देखा। शीतल अवि के पास आयी और धीमे स्वर मे कहा,”अवि ! अनुराग यहाँ क्या कर रहा है ?”
“ये एक बहुत लम्बी कहानी है मैं तुम्हे बाद में बताऊंगा , तुम लोग अंदर आओ ना प्लीज”,अवि ने शीतल के हाथ से बैग लेते हुए कहा
सार्थक और शीतल दोनों अवि के साथ अंदर चले आये। हॉल में अनुराग को बैठे देखकर अवि ने भोला से सार्थक और शीतल का सामान गेस्ट रूम में रखने को कहा और खुद उन दोनों को साथ लेकर अपने कमरे में चला आया।
अवि ने दोनों को बैठने को कहा तो शीतल ने अपना सवाल एक बार फिर दोहराया,”मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि अनुराग तुम्हारे घर में क्या कर रहा है ? और नैना कहा है ? उसने अनुराग को घर कैसे आने दिया ?”
अवि ने शीतल और सार्थक की तरफ देखा और उन्हें सारी बात बता दी
“ये तो बहुत गलत हुआ अवि ! तुम और नैना जानते हो कि अनुराग अच्छा लड़का नहीं है इसके बाद भी तुमने उसे यहाँ रुकने दिया,,,,,,,,,,,तुमने अपनी बहन को सच क्यों नहीं बताया ?”,सार्थक ने चिंतित होकर कहा
“निबेदिता अनुराग से प्यार करती है और उस पर भरोसा भी करती है , मैं और नैना अगर उसे सच्चाई बताते भी है तो वो यकीन नहीं करेगी,,,,,,,,,,और फिर अगर घरवालों के सामने ये बात आती है कि अनुराग नैना का अतीत है तो कही सब नैना को गलत ना समझ ले,,,,,,,,!!”,अवि ने उदास होकर कहा
“तुम परेशान मत हो अवि , अनुराग की सच्चाई जल्दी सबके सामने आ जाएगी और फिर नैना है ना वो निबी के साथ कुछ गलत नहीं होने देगी,,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने कहा
“इन दोनों को शायद नैना की बीमारी के बारे में नहीं पता इसलिए ये लोग ऐसा बोल रहे है,,,,,,,,,,,,,,,,क्या मुझे इन्हे बता देना चाहिए ? अह्ह्ह्ह नहीं खामखा ये लोग परेशान हो जायेंगे , ये दोनों नैना से मिलने यहाँ आये है और अगर इन्हे ये पता चला कि नैना को कैंसर है तो ये दोनों टूट जायेंगे,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने मन ही मन खुद से कहा
अवि को सोच में डूबा देखकर शीतल उसके पास आयी और उसके कंधे पर हाथ रखकर कहा,”अवि ! सब ठीक हो जायेगा”
“हम्म्म्म,,,,,,,!!”,अवि ने छोटा सा जवाब दिया
“अच्छा नैना कही दिखाई नहीं दे रही , वो कहा है ?”,सार्थक ने कहा
“नैना मॉम के साथ पार्लर गयी है,,,,,,,,,,,वे लोग बस आते ही होंगे !!”,अवि ने कहा
शीतल ने सुना तो हैरानी से कहा,”नैना और पार्लर ? लगता है तुम्हारे प्यार ने उसे सुधार दिया है अवि,,,,,,,,,,वैसे गोआ ट्रिप पर उसने मुझसे कहा भी था कि वो अब तुम्हारे लिए बदलना चाहती है।”
अवि ने शीतल के मुंह से नैना के बदलने की बात सुनी तो बेचैनी भरे स्वर में कहा,”और क्या कहा नैना ने ? आई मीन क्या उसने सच में ये सब कहा ?”‘
“हाँ अवि ! उसने मुझसे कहा वो तुम्हारे लिए खुद को बदलना चाहती है , तुम्हारे लिए वो छोटी छोटी क्यूट चीजे करना चाहती है जो तुम्हारे होंठो पर मुस्कान ले आये , एक अच्छी वाइफ की तरह तुम्हारी हर छोटी छोटी चीज का ख्याल रखना चाहती है ,
अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस करने के मामले में वो थोड़ी स्लो है लेकिन उसने मुझसे कहा कि वो तुमसे बहुत प्यार करती है और तुम्हे किसी के साथ शेयर नहीं कर सकती,,,,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने कहा
अवि बहुत ध्यान से शीतल की बात सुन रहा था और ऐसा करते हुए उसकी आँखों में चमक और चेहरे पर चमक थी। शीतल ने देखा अवि आज भी नैना के बारे में इतने ध्यान से सुनता है।
शीतल और अवि नैना के बारे में और बात कर पाते इस से पहले भोला सबके लिए कॉफी लेकर कमरे में दाखिल हुआ। अवि ने शीतल और सार्थक को कॉफी दी और तीनो बैठकर बाते करने लगे। शीतल और सार्थक के वहा आने से अवि को काफी अच्छा महसूस हो रहा था।
निबी और सौंदर्या का मेकओवर होने के बाद दोनों नैना के पास चली आयी और सौंदर्या ने कहा,”अरे नैना ! तुमने तो कुछ करवाया ही नहीं,,,,,,,,,,,,तुम भी कुछ करवा लो , आई थिंक एक छोटा सा हेयर कट तो तुम ले ही सकती हो,,,,,,,,,,,!!”
“मॉम ! मुझे इन सब की जरूरत नहीं है , काफी लेट हो गया है हम लोग घर चले,,,,,,,,,,,,वैसे भी आज शाम निबी की सगाई है तो इसका मेकओवर ज्यादा जरुरी है,,,,,,,,,,!!”,नैना ने कहा
“फिर तो अनुराग को भी पार्लर आना चाहिए था , आखिर उसकी सगाई मेरे साथ है,,,,,,,उसे भी मेकओवर की जरूरत है।”,निबी ने कहा
“उसका मेकअप तो आज रात मैं उतारूंगी”,नैना ने बड़बड़ाते हुए कहा
“आपने कुछ कहा ?”,निबी ने पूछा
“अह्ह्ह नहीं मैंने कहा घर चलते है,,,,,,,,,,,,मॉम मुझे बहुत भूख भी लगी है घर चलने से पहले क्यों ना कुछ खा लिया जाये ?”,नैना ने कहा
“हाँ ये ठीक रहेगा,,,,,,,,,,मैं बिल पे करके आती हूँ तुम दोनों चलकर गाड़ी में बैठो,,,,,,,,,,!!”,सौंदर्या ने कहा और वहा से चली गयी
नैना निबी को लेकर पार्लर से बाहर चली आयी। निबी ने नैना से अपना बैग लिया और अपना फोन निकालकर देखा तो पाया बैटरी ना होने की वजह से उसका फोन बंद है। उसने फोन वापस बैग में रख लिया और नैना के साथ चलने लगी। निबी नैना के साथ दोस्त की तरह रही लेकिन अनुराग से मिलने के बाद वह नैना से दूर हो गयी और अब तो वह नैना से चिढ़ने भी लगी थी।
नैना ने एक नजर साथ चलती निबी को देखा और कहा,”अच्छा निबी एक बात पुछू ?”
“हम्म्म पूछो,,,,,,,,,,,!!”,निबी ने ऐटिटूड से भरकर कहा
“अनुराग से तुम पहली बार कब और कहा मिली ? आई मीन तुम बैंगलोर में थी और अनुराग आई थिंक दिल्ली में तो ये कैसे हुआ ?”,नैना ने पूछा
“आप बड़ा इंट्रेस्ट ले रही है , क्या आप सच में जानना चाहती है या फिर ये अच्छा बनने का कोई नाटक है,,,,,,,,,,,,,!!”,निबी ने उखड़े स्वर में कहा
निबी की बात सुनकर नैना को बुरा तो लगा लेकिन इस वक्त वह निबी से बहस नहीं करना चाहती थी बल्कि वह उसके और अनुराग के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहती थी इसलिए उसने खुद को शांत रखकर कहा,”निबी ! मैं जेनुअन जानना चाहती हूँ , तुमने एकदम से इतना बड़ा फैसला ले लिया किसी को बताया तक नहीं , मैं बस तुम्हारे लिए वरीड हूँ,,,,,,,,,,,!!”
निबेदिता नैना की तरफ पलटी और गुस्से में कहा,”आपको मेरी चिंता करने की जरूरत नहीं है और आपको क्या लगता है मैं इतनी इम्मैच्योर हूँ कि अपनी लाइफ में सही गलत का फैसला नहीं कर सकती,,,,,,,,,,,,,,,,अनुराग बहुत अच्छा लड़का है भाभी और मैं उसके साथ खुश हूँ,,,,,,,,,,,,,,,,,और रही बात घर में किसी को बताने की तो मुझे नहीं लगता इसे कोई समझता इसलिए मुझे और अनुराग को ये कदम उठाना पड़ा,,,,,,,,,मुझे समझ नहीं आ रहा आखिर आप अनुराग के पीछे क्यों पड़ी है ? क्या आप पहले उस से मिल चुकी है ?”
“इस वक्त निबी को कुछ भी कहना बेकार है क्योकि वह अनुराग के प्यार में अंधी , बहरी हो चुकी है”, नैना ने मन ही मन खुद से कहा
नैना को खामोश देखकर निबी ने कहा,”क्या आप अनुराग से पहले मिली हो ?”
“अह्ह्ह नहीं”,नैना को मजबूरन झूठ बोलना पड़ा
“जब आप उस से पहले मिले ही नहीं है तो आप उसे जज कैसे कर सकती है ?”,निबी ने तड़पकर कहा
नैना के पास निबी के सवाल का कोई जवाब नहीं था वह कुछ देर खामोश रही और कहा,”चलो ! चलते है”
निबी ने भी आगे कुछ नहीं कहा और नैना के साथ बाहर गाड़ी के पास चली , कुछ देर बाद सौंदर्या आयी और फिर तीनो पास ही के रेस्त्रो में खाना खाने चली गयी।
जयपुर , रुचिका
सुबह से दोपहर हो गयी , रुचिका अपने कमरे से बाहर नहीं निकली। मोंटी से हुई बातो के बाद से ही उसका मन बहुत उदास था साथ ही उसे मोंटी पर बहुत गुस्सा भी आ रहा था कि आखिर मोंटी उसके पापा के लिए गलत कैसे बोल सकता है ?” रुचिका ने नाश्ता नहीं किया और जब वह खाना खाने भी नहीं आयी तो उसकी मम्मी को चिंता होने लगी। उन्होंने रुचिका के लिए प्लेट में खाना लगाया और प्लेट लेकर रुचिका के कमरे में आयी। रुचिका अपना मुँह तकिये में छुपाये पेट के बल लेटी थी।
मिसेज शर्मा ने प्लेट को साइड टेबल पर रखा और रुचिका के बगल में बैठकर उसका सर सहलाते हुए बड़े प्यार से कहा,”रूचि ! उठो बेटा , खाना खा लो ,, तुमने सुबह भी कुछ नहीं खाया,,,,,,,,,,,!!”
“मुझे भूख नहीं है मम्मी,,,,,,,,,,,,!!”,रुचिका ने उदासी भरे स्वर में कहा
“रूचि ऐसा कब तक चलेगा बेटा ? ये सब करके तुम खुद को तकलीफ क्यों पहुंचा रही हो ? दामाद जी ने गुस्से में आकर ये सब कर दिया इसका मतलब ये तो नहीं है बेटा कि तुम दोनों गलत हो,,,,,,,,,,,,,तुम दोनों के बीच बस गलतफहमियां है और इनका दूर होना बहुत जरुरी है।”,मिसेज शर्मा ने कहा
रुचिका ने जब अपनी मम्मी को मोंटी की तरफदारी करते देखा तो वह उठकर बैठी और कहा,”मम्मी क्या आपको भी लगता है ये सब सिर्फ ग़लतफ़हमी है ? आपको पता है मोंटी ने कितनी बदतमीजी से मुझसे बात की , वो यहाँ मेरे साथ आया और पापा की बात से गुस्सा होकर मुझे यहाँ छोड़कर चला गया , उसने एक बार भी मेरे बारे में नहीं सोचा ,, अगर पापा कि बात उसे बुरी भी लगी तो वो मुझसे कहता,,,,,,,,,,,,और उसके पापा को बताकर क्या गलत किया मम्मी ? आखिर उन्हें भी तो मोंटी के बारे में पता चलना चाहिए,,,,,,,,,,,,,!!”
“यही तो नहीं करना था रूचि ! तुम और दामाद जी दोनों इममेच्योर हो ,, तुम दोनों के बीच के झगडे को ऐसे बाहर आना ही नहीं चाहिए था। शादी का मतलब सिर्फ खुशिया और अच्छा वक्त ही नहीं होता है रूचि , शादी एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है जिसमे सुख के साथ दुःख भी आते है , क्या तुम्हारे पापा और मेरे बीच झगडे नहीं होते ? क्या हमारे बीच गलतफहमियां नहीं होती ? पर इसका मतलब ये नहीं है ना बेटा कि उन झगड़ो को हम सबके सामने लाकर रख दे,,,,,,,,,तुम्हे अपने और दामाद जी के रिश्ते को समझने की जरुरत है रूचि , जब उनका अच्छा वक्त चल रहा था तब उन्होंने तुम्हे सब दिया आज जब उनका बुरा वक्त चल रहा है ,
उनके पास नौकरी नहीं है तो तुम्हे उनका साथ देना चाहिए ना कि उनके लिए दिल में इस तरह की ग़लतफ़हमी पालनी चाहिए,,,,,,,,,,!!”
रुचिका को अपनी मम्मी की बात धीरे धीरे समझ आ रही थी , उसने महसूस किया कि अनजाने में ही सही उसने कितनी बड़ी गलती कर दी। उसके और मोंटी के बीच एक मामूली झगड़ा था जिसमे गलतफहमियां बढ़ती गयी और आज हालात ये थे कि रुचिका और मोंटी एक दूसरे से बात तक नहीं करना चाह रहे थे।
रुचिका का उतरा हुआ चेहरा देखकर उसकी मम्मी ने खाने की प्लेट को उसके सामने रखा और एक निवाला तोड़कर उसे खिलाते हुए कहा,”पति अगर गुस्से में है तो उसे समझो , और जब वो शांत हो तो उसे समझाओ,,,,,,,,,,एक सफल शादी का ये सबसे बड़ा रूल है रुचिका ,, जिस दिन तुम इसे समझ जाओगी तुम्हारे और मोंटी के बीच की गलतफहमियां भी कम हो जाएगी,,,,,,!!”
“आई ऍम सॉरी मम्मी ! मैं ऐसा कुछ नहीं करना चाहती थी,,,,,,,,,,,,ये सब इतनी जल्दी हुआ कि मुझे कुछ समझ नहीं आया,,,,,,,,,मैं मोंटी के साथ रहना चाहती हूँ मम्मी , मैं उसे नहीं छोड़ सकती,,,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए रुचिका रोने लगी
रुचिका की मम्मी ने उसे शांत करवाया। कुकू भी कॉलेज से आ चुकी थी उसने जब रुचिका को रोते देखा तो उसके पास चली आयी और उसे पीछे से हग करते हुए कहा,”ओह्ह्ह दिदु ! आप फिर से इमोशनल हो गयी,,,,,,,,,,डोंट वरी दी मेरे जीजू इतने स्वीट है वो आपको माफ़ कर देंगे,,,,,,,,,,,है ना मम्मा ?”
“हाँ कुकू ! दामाद जी अच्छे है बस रूचि और तुम्हारे पापा ने उन्हें समझने में भूल कर दी,,,,,,,,,,,,पर कोई बात नहीं सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाये तो उसे भूला नहीं कहते,,,,,,,,,,!!”,रुचिका की मम्मी ने रुचिका की तरफ देखकर कहा
धीरे धीरे ही सही पर रुचिका को अपनी गलतियों का अहसास होने लगा था और इन सब से भी ऊपर उसके दिल में मोंटी को लेकर जो भावनाये थी वो आज भी नहीं बदली थी
खाना खाने के बाद नैना सौंदर्या और निबी के साथ घर चली आयी। निबी तो आते ही सीधा हॉल में अनुराग के पास चली आयी और उसे अपने मेकओवर के बारे में बताने लगी जिसे सुनने में अनुराग को जरा भी दिलचस्पी नहीं थी लेकिन मजबूरन सब सुनना पड़ा हलाकि उसकी नजर सीढ़ियों से ऊपर जाती नैना पर थी। नैना किसी सोच में डूबी थी इसलिए उसने अनुराग पर ध्यान नहीं दिया और वहा से चली गयी।
नैना अपने कमरे में आयी देखा कमरे में कोई नहीं है बस बिस्तर पर उसका ड्रेस रखा है। नैना ने अपना फोन और पर्स बिस्तर पर रखा और वाशरूम में चली आयी। नैना ने हाथ मुंह धोया और शीशे के सामने आकर खड़ी हो गयी। उसने टॉवल उठाया और अपना मुँह पोछने लगी। बाहर लोगो के सामने जितना खुश दिखाई देती थी अकेले में वह इन दिनों उतनी ही ज्यादा उदासीन नजर आती थी। उदास आँखों से नैना शीशे में खुद को देखने लगी। वह एकटक खुद को देखे जा रही थी। खुद को देखते हुए उसके जहन में कई बाते एक साथ चलने लगी।
अनुराग का वापस आना , निबी का अनुराग पर अँधा विश्वास , अपनी बीमारी , मोंटी और रुचिका का रिश्ता जिसके बीच का तनाव नैना की नजरो से नहीं छुपा था , हालाँकि शीतल और सार्थक को लेकर नैना को अब कोई चिंता नहीं थी क्योकि राज उसकी जिंदगी से हमेशा के लिए जा चुका था पर शायद नैना को ये बात नहीं पता थी कि राज भी इस कहानी में वापस आ चुका था। नैना को सब उलझा नजर आ रहा था वह सब ठीक करना चाहती थी लेकिन नहीं कर पा रही थी।
शीशे के सामने देखते हुए नैना खुद से कहने लगी,”मेरे पास वक्त कम है , मुझे निबी को अनुराग के जाल से निकालना ही होगा पर मैं ऐसा क्या करू जिस से अनुराग का सच सबके सामने आ जाये,,,,,,,,,,,,निबी भी कुछ सुनने को तैयार नहीं ही उसे अनुराग ग्रीन फ्लेग लगता है लेकिन है वो सबसे बड़ा रेड फ्लेग,,,,,,,,,मुझसे अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए वो निबी की जिंदगी कैसे बर्बाद कर सकता है ? ओह्ह्ह्ह नैना तुम ये कैसे भूल सकती हो कि अनुराग जैसे लोगो से ये दुनिया भरी पड़ी है,,,,,,,,,,,अब बस एक ही रास्ता है मुझे अनुराग से फेस टू फेस बात करनी होगी और जानना होगा कि आखिर वो वापस क्यों आया है ?”
नैना ने शीशे पर हाथ घुमाया और फिर वाशरूम से बाहर चली आयी , लेकिन असली सरप्राइज तो बाहर था। जैसे ही नैना बाहर आयी सामने खड़े शीतल और सार्थक ने उस पर ढेर सारे फूलो को उछालकर कहा,”हैप्पी बर्थडे,,,,,,,,,,,,,,!!”
नैना के चेहरे की उदासी चंद सेकेण्ड में ख़ुशी में बदल गयी। शीतल और सार्थक को वहा देखकर वह ख़ुशी से उछल पड़ी,,,,,,,,,,,,,,,,!!
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संजना किरोड़ीवाल


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Sanjana Kirodiwal
मैं कोई Writer नहीं , बल्कि एक चोर हु जो लोगो का समय चुराती है !
Yeh best movement tha Naina k liye, jo usse Sheetal aur Sarthak ne surprise birthday wish Kiya…ab Naina inn dono k sath milkar Anurag ko sabak sikha sakte hai…lakin wo chahata kya hai…wo to Naina aur Avi ko barbad Krna chahata hai…jise Naina kamyab nhi hone degi ..