Love You Zindagi – 11
Love You Zindagi – 11

चंडीगढ़ , अवि का घर
नैना ने जब अनुराग को चौधरी साहब के साथ हँसते हुए डायनिंग की तरफ जाते हुए देखा तो उसका खून ही खौल गया। कहा वह ख्वाब देख रही थी कि चौधरी साहब अनुराग को लात मारकर इस घर से बाहर करेंगे और कहा चौधरी साहब उस से हंस बोल रहे थे। वह दनदनाते हुए उनके पीछे आयी और अवि सौंदर्या उसे रोकने उसके पीछे लेकिन वे दोनों नैना को रोकते तब तक नैना डायनिंग एरिया में पहुँच चुकी थी और चिल्लाते हुए कहा,”डेड,,,,,,,!!”
चौधरी साहब ने पहली बार नैना को इतना तेज और गुस्से में बोलते सुना था। वे हैरानी से नैना की तरफ पलटे , नैना को वहा देखकर अनुराग के होंठो पर मुस्कान तैर गयी।
नैना ने अनुराग को मुस्कुराते देखा तो और उसके गुस्से की आग और ज्यादा बढ़ गयी और उसने गुस्से में कहना शुरू किया,”डेड ! आपको क्या हो गया है ? आप ऐसे लीचड़ , कंजर , घटिया सोच रखने वाले , झूठे मक्कार कबाड़ जैसे दिखने वाले आदमी को अपना दामाद कैसे एक्सेप्ट कर सकते है। 100 हरामी मरे होंगे तब ये एक पैदा हुआ होगा , क्या आपको इसकी आँखों में लालच और बातो से लिचड़पन की बू नहीं आ रही ?
और आपकी लाड़ली बेटी निबी,,,,,,,,,,वो तो इस चमन चूतिये के प्यार में बोरा गयी है , तभी तो ये सूअर जैसा दिखने वाला आदमी उसे राजकुमार नजर आ रहा है,,,,,,,,,,,,,,वो इसके प्यार में अंधी हुई है पर आप , क्या आपको भी इस मनहूस आदमी की असलियत नहीं दिखाई दे रही ? ना जाने इसने आपसे ऐसा क्या कहा है कि आप दाँत फाड़ फाड़ कर हंस रहे है,,,,,,,,,,,इसकी चिकनी चुपड़ी बातो में मत आईये ये बहुत ही शातिर और घटिया आदमी है,,,,,,,,,,,,,,आपके साथ खड़े होकर ये आपको भी बेच देगा और आपको पता भी नहीं चलेगा,,,,,,,,,,,,
इसे अपने लिए चुनकर निबी पहले ही एक गलती कर चुकी है , अब आप ऐसा मत करना,,,,,,,,,,,,,,,इस आदमी को देखती हूँ तो मेरा खून खौलता है , मेरा दिल करता है 10 बियर की बोतल खरीदू और सारी की सारी इसके सर पर फोड़ दू , इसे मछली खिलाऊ और उसके सारे काँटे इसके गले में फंस जाये , इसे नंगा करके बर्फ की सिल्ली पर लेटा दू , लाल मिर्च का पूरा डिब्बा इसकी आँखों में भर दू , और इन सब से भी कुछ एक चाकू लू और इसके सीने में भोंक कर इसका किस्सा ही खत्म कर दू,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,और तू औरंगाबाद की उजड़ी हुई मीनार तुझे क्या लगा ?
निबी से शादी करके इस घर में मेरे सामने आकर तू स्टाइल मारेगा और मैं डर जाउंगी , डरेगा तू साले , तेरी जिंदगी में इतनी चरस बो दूंगी कि बची खुची जिंदगी यहाँ वहा सर टकराता घूमेगा , तेरा वो हाल करुँगी इस जन्म में तो क्या बचे 6 जन्म में भी तू नैना बजाज के नाम से कांपेगा , यमराज से पहले सरसो के गर्म खौलते तेल में मैं तेरे पकोड़े तलूंगी और तलकर कुत्तो को खिलाऊंगी,,,,,,,,,साले तेरे माँ की,,,,,,,,,,,!!”
“नैना , नैना तुम ठीक हो ? तुम कुछ कहने वाली थी,,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने कहा तो नैना की तंद्रा टूटी और उसने हड़बड़ाकर इधर उधर देखा
“इसका मतलब अभी मैंने जो कहा वो इन लोगो ने नहीं सुना , हाह पर ये कैसे हो सकता है ? मेरी आवाज , मेरी आवाज को क्या हो गया ?”,नैना ने मन ही मन खुद से कहा
चौधरी साहब नैना के पास आये और उसके ललाट को छूकर कहा,”तुम्हारी तबियत तो ठीक है ना नैना ?”
“हाँ हाँ मैं ठीक हूँ डेड,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने असमझ की स्तिथि में कहा तब तक सौंदर्या और नैना वहा पहुँच चुके थे लेकिन मन ही मन घबरा रहे थे कि नैना चौधरी साहब के सामने कही कुछ उलटा सीधा ना कह दे।
“तुम कुछ कहने वाली थी , बताओ क्या बात है ?”,चौधरी साहब ने प्यार से कहा
नैना ने एक नजर अनुराग को देखा और फिर चौधरी साहब की तरफ देखकर कहा,”डेड ! आज मेरा जन्मदिन है और आपने मुझे विश तक नहीं किया”
“तुम्हारा बर्थडे मैं कैसे भूल सकता हूँ नैना ? भोला,,,,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने आवाज दी तो कुछ देर बाद भोला एक गिफ्ट के साथ वहा आया। उसने गिफ्ट चौधरी साहब की तरफ बढ़ा दिया। उन्होंने गिफ्ट नैना की तरफ बढ़ाया और कहा,”जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाये नैना,,,,,,,,,,,,,,खूब खुश रहो और हमेशा ऐसे ही हंसती मुस्कुराती रहो,,,,,,,,,,,,!!”
नैना ने गिफ्ट लिया और मुस्कुरा कर कहा,”थैंक्यू डेड ! मुझे आपसे कुछ और बात,,,,,,,,,,,!!”
नैना अपनी बात पूरी करती इस से पहले ही चौधरी साहब ने नैना के कंधो पर हाथ रखा और उसे अनुराग की तरफ ले जाते हुए कहा,”वो सब बाद में , मेरे साथ आओ तुम्हे किसी से मिलवाना है,,,,,,,,,,,,,!!”
चौधरी साहब नैना को अनुराग के सामने लेकर आये और कहा,”इनसे मिलो अनुराग मित्तल,,,,,,,,,,,नैना जिस बिजनेस में मुझे 20 साल लग गए उस बिजनेस को इसने लड़के ने 4 साल में ही उंचाईयों पर पहुंचा दिया है और उसके बाद भी ये हाथ जोड़कर मुझसे निबी का हाथ मांग रहा है ,,, मैंने आज से पहले इतना सरल पर विनम्र लड़का नहीं देखा,,,,,,,,,,,,,,तुम बताओ मैंने क्या किया होगा ?”
“करना क्या है डेड मुझे यकीं है निबी की तरह आपने भी अपने दोनों पैरो पर कुल्हाड़ी मार ली है,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने मन ही मन कहा
नैना को खामोश देखकर चौधरी साहब ने कहा,”मैंने अनुराग को निबेदिता के जीवनसाथी के रूप में स्वीकार कर लिया है।”
सौंदर्या और अवि ने सुना तो दोनों मायूसी से एक दूसरे की शक्ल देखने लगे और नैना ने निराशा से अपना सर झटका लेकिन वही अनुराग के होंठो पर विजयी मुस्कान थी। उसने चौधरी साहब को कैसे मनाया ये तो सिर्फ वही जानता था लेकिन नैना इस फैसले से बिल्कुल खुश नहीं थी।
निबेदिता ने जब सुना तो ख़ुशी से चौधरी साहब के सीने से आ लगी और कहा,”ओह्ह्ह थैंक्यू सो मच डेड ! आई लव यू सो मच,,,,,,,,,,,थैंक्यू थैंक्यू थैंक्यू आज आपने मुझे बहुत बड़ी ख़ुशी दी है डेड,,,,,,,,,,,!!”
“मैं तुम्हारी खुशियों के बीच कैसे आ सकता हूँ निबी ? पर मुझे तुम्हारी पसंद पर नाज है तुमने अपने लिए बहुत सही लड़का चुना है,,,,,,,,,,,,,,,अनुराग मैं तुम्हारे घरवालों से मिलना चाहता हूँ ताकि धूम धाम से तुम्हारी और निबी की शादी कर सकू , आखिर बाप होने के नाते मुझे अपनी बेटी का कन्यादान करने का हक़ है।”,चौधरी साहब ने कहा
अनुराग उसके पास आया और जैसे ही उनके पैर छूने लगा चौधरी साहब ने उसे रोक दिया और अपने दूसरे साइड लेकर कहा,”ये क्या कर रहे हो बेटा ? तुम इस घर के होने वाले दामाद हो , तुम्हारी जगह यहाँ है”
“थैंक्यू सो मच डे,,,,,,,,,,,आई मीन अंकल”,अनुराग ने कहा
“तुम मुझे पापा कहकर बुला सकते हो,,,,,,,,,,,,आओ सब साथ में नाश्ता करते है”,चौधरी साहब ने कहा और निबी अनुराग के साथ डायनिंग की तरफ जाने लगे
अवि अब तक ख़ामोशी से सब देख सुन रहा था लेकिन अब उस से बर्दास्त नहीं हुआ और उसने कहा,”डेड ! आप अनुराग के बारे में कुछ नहीं जानते , आप उसे इस घर के दामाद के रूप में कैसे एक्सेप्ट कर सकते है ? ये लड़का निबी के लिए सही नहीं है डेड इसने बस अपने झूठे प्यार के जाल में हमारी निबी को फंसाया है,,,,,,,,,,,!!”
“अवि ! ये क्या कह रहे हो तुम ? अनुराग ऐसा क्यों करेगा ?”,चौधरी साहब ने कहा
“ताकि ये इस घर में घुस सके और सब बर्बाद कर सके,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने गुस्से से कहा
“पापा ! आपको क्या लगता है मैं क्यों करूंगा भला ? मुझे आपसे और इस घर से कुछ भी नहीं चाहिए बल्कि मेरे पास इतना है कि मैं निबी को वो हर ख़ुशी दे सकता हूँ जो निबी डिजर्व करती है,,,,,,,,,,,,,,,,,मुझे बस आप लोगो का प्यार और आशीर्वाद चाहिए”,अनुराग ने इमोशनल होने का ड्रामा करते हुए कहा
“अपना ये ड्रामा बंद कर कमीने , इन बातो से तू निबी को बेवकूफ बना सकता है हम सबको नहीं,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए अवि ने गुस्से में आकर अनुराग की कॉलर पकड़ ली लेकिन अनुराग शांत रहा उसने कोई प्रतिक्रया नहीं दी
“अवि ! छोडो इसे , ये क्या कर रहे हो तुम ?”,चौधरी साहब ने कहा लेकिन अवि ने अनुराग को नहीं छोड़ा और गुस्से से उसकी आँखों में देखता रहा।
अवि को गुस्से में जलते देखकर अनुराग को बड़ा मजा आ रहा था उसने धीमे स्वर में कहा,”तो तुम चाहते हो मैं अपने और नैना के रिश्ते का बखान यहाँ सबके सामने कर दू ? मत भूलो अवि चौधरी तुम्हारी नैना का अतीत मुझसे जुड़ा है , मैं यहाँ अगर झूठ भी कहूंगा तो सबको सच ही लगेगा और फिर उंगलिया तुम्हारी नैना पर भी उठेगी,,,,,,,,,,,,,,,तुम अपनी प्यारी नैना को अपने घरवालो के सामने यू जलील होते देखना तो बिल्कुल नहीं चाहोगे,,,,,,,,,,,,हम्म्म , अब इज्जत से कॉलर छोडो वरना तुम्हारी नैना की इज्जत की धज्जिया उड़ाने में मुझे जरा भी वक्त नहीं लगेगा”
अनुराग के शब्दों ने अवि के सीने पर तीर जैसा वार किया वह जलती आँखों से अनुराग को घूरता रहा। सौंदर्या ने देखा तो वह अवि के पास आयी और कहा,”अवि ! छोडो इसे , अवि मैं कह रही हूँ छोडो इसे,,,,,,,,,,,,!!”
नैना ये सब देखकर खामोश हो गयी , अवि बहुत ही शांत और खुश मिजाज रहने वाला लड़का है लेकिन आज उसे ऐसे गुस्से में देखकर नैना को बहुत तकलीफ हुई और ये सब हो रहा था अनुराग की वजह से,,,,,,,,,,,,,,,,,,अनुराग इस घर की शांति भंग करना चाहता था और वह अपना काम शुरू कर चुका था।
सौंदर्या के कहने पर अवि ने अनुराग की कॉलर छोड़ दी और पीछे हट गया। अनुराग ने मुस्कुराते हुए अपना शर्ट किया। चौधरी साहब ने देखा अवि के इस बर्ताव के बाद भी अनुराग के माथे पर एक शिकन तक नहीं थी , उन्होंने अवि से कहा,”अवि ! ये क्या बदतमीजी थी , अनुराग तुम्हारी बहन का पति है और इस घर का दामाद है , भले ही निबी ने बिना बताये ये शादी की है लेकिन इस रिश्ते को हम झुठला नहीं सकते , माफ़ी मांगों अनुराग से,,,,,,,,,,,,अभी”
अवि ने सुना तो हैरानी से अपने डेड को देखा और कहा,”ये आप कह रहे है डेड , मैं इसे इस घर के दामाद के रूप स्वीकार नहीं करता”
“अवि अनुराग से शादी करने का फैसला तुम्हारी बहन का है जैसे तुमने अपने लिए नैना को चुना वैसे ही निबी ने अनुराग को चुना है और मुझे नहीं लगता निबी का चुनाव गलत है,,,,,,,,,,,,,,,अनुराग से माफ़ी मांगों”,चौधरी साहब ने कहा
“लेकिन डेड,,,,,,,!!”,अवि ने कहा लेकिन चौधरी साहब ने उसे अपनी बात पूरी करने का मौका ही नहीं दिया और गुस्से कहा,”मैंने कहा अनुराग से माफ़ी मांगों”
नैना ने बात को बढ़ते देखा तो अवि के पास आकर उसे समझाते हुए कहा,”अवि ! प्लीज माफ़ी मांग लो,,,,,,,,,,,,!!”
“लेकिन नैना मेरी गलती क्या है ? तुम जानती हो ना ये आदमी,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने तड़पकर कहा
नैना ने अवि की आँखों में देखा और धीमे स्वर में कहा,”मैं जानती हूँ पर इस वक्त कुछ भी कहना बेकार है इसलिए माफ़ी मांग लो,,,,,,,,,,,!!”
अवि सबकी बात टाल सकता था लेकिन अपनी मॉम और नैना की नहीं उसने अपना मन मारकर अनुराग से कहा,”आई ऍम सॉरी”
“इट्स ओके !”,अनुराग ने बड़ी सी स्माइल के साथ कहा
चौधरी साहब ने सौंदर्या और नैना की तरफ देखकर कहा,”क्या इस घर में किसी और को भी अनुराग से परेशानी है ? सौंदर्या तुम तो पहले ही अनुराग और निबी के रिश्ते को एक्सेप्ट कर चुकी हो और नैना तुम,,,,,,,,,,,,,,मेरे ख्याल से तुम्हे भी कोई ऐतराज नहीं होगा”
चौधरी साहब की बात सुनकर नैना मन ही मन खुद को कोसने लगी , आखिर उसी ने तो सौंदर्या के साथ मिलकर प्लान बनाया था और सौंदर्या ने अनुराग निबी की शादी को एक्सेप्ट कर लिया , उसने कहा,”अह्ह्ह्ह नहीं डेड मुझे कोई ऐतराज नहीं है , इन्फेक्ट निबी मेच्योर है वो अपने फैसले खुद ले सकती है।”
“देखा अवि ! सीखो अपनी वाइफ से कुछ , नैना कितनी आसानी से हर सिचुएशन को समझती है,,,,,,,,,,,,,,मुझे तुमसे ये उम्मीद नहीं थी खैर छोडो ये सब आओ सब साथ में नाश्ता करते है।”,चौधरी साहब ने कहा
अवि जैसे ही जाने के लिए मुड़ा नैना ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोक लिया और कहा,”प्लीज !”
आज नैना का जन्मदिन था और अवि उसका दिल दुखाना नहीं चाहता था इसलिए चुपचाप डायनिंग टेबल की तरफ चला आया। सौंदर्या और निबी भी आकर बैठ गयी। अनुराग जैसे ही आगे बढ़ा चौधरी साहब ने कहा,”अरे अनुराग ! तुम नैना से मिले ? ये हमारे घर की बहू , बहू क्या इसे इस घर की बेटी ही समझो,,,,,,,,,!!”
“हेलो नैना जी,,,,,,,,,!!”,अनुराग ने नैना की तरफ अपना हाथ बढ़ाकर कहा
बेचारी नैना चौधरी साहब के सामने मजबूर थी इसलिए अनुराग से हाथ मिलाते हुए कहा,”हेलो”
“आपसे मिलकर अच्छा लगा”,अनुराग ने धीरे से नैना का हाथ दबाते हुए कहा
“थोड़ी देर में बुरा भी लगेगा,,,,,,,,,!!”,नैना ने धीरे से बड़बड़ाते हुए कहा और अनुराग के हाथ को दबा दिया , और कुछ ज्यादा ही जोर से लेकिन अनुराग चुप रहा ,, नैना ने उसके हाथ को इतना जोर से दबाया कि दर्द का भाव अनुराग के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था।
“चले बेटा ?”,चौधरी साहब ने पूछा तो नैना ने अनुराग का हाथ छोड़ा और कहा,”हाँ चलिए”
अनुराग ने जल्दी से अपने हाथ को मसला और झटका उसे भयंकर दर्द हो रहा था।
“अरे अनुराग आओ नाश्ता करो,,,,,,,,,,,!!”,चौधरी साहब ने कुर्सी पर बैठते हुए कहा
“हाँ हाँ आया,,,,,,,,,,,!!”,अनुराग ने कहा और डायनिंग की तरफ आकर निबी के बगल में बैठ गया नैना के ठीक सामने,,,,,,,,,,,,,,,,,,अनुराग नैना को घूर रहा था और नैना मन ही मन अनुराग के हाल पर हंस रही थी।
Continue With Love You Zindagi – 12
Read Previous Part Love You Zindagi – 10
Follow Me On instagram


Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11
Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11 Love You Zindagi – 11
About Author
Sanjana Kirodiwal
मैं कोई Writer नहीं , बल्कि एक चोर हु जो लोगो का समय चुराती है !
One Comment