Kitni mohabbat hai – 51 Kitni mohabbat hai – 51 अक्षत की बांहो में सिमटी मीरा सब भूलकर बस उस पल को महसूस कर रही थी ! कितना सुकून और कितना महफूज महसूस कर रही थी वह खुद को अक्षत की...