Manmarjiyan – 5 मिश्रा जी ने तेश में आकर अपने जीजाजी “आदर्श बाबू” पर हाथ उठा दिया लेकिन उनका हाथ उस पल हवा में रह गया जब उन्होंने सामने खड़े गुड्डू को देखा। मिश्रा जी ने हाथ नीचे कर लिया तो...
Manmarjiyan – 4 सोनू भैया की मदद करके और बदले में डबल चीज पिज्जा खाकर गोलू की आत्मा तृप्त हो गयी और पेट भर गया। पिज्जा उसके गले तक आ चुका था और आता भी क्यों नहीं पूरा लार्ज पिज्जा उसने...
Manmarjiyan – 3 गुप्ता जी से बहस करने के बाद गोलू घर से बाहर चला आया , उसने चाय तक नहीं पी। बाहर आकर स्कूटी स्टार्ट की तो वो स्टार्ट नहीं हुई। एक तो गोलू अपने पिताजी से नाराज था उस...
Manmarjiyan – 2 कानपूर शहर , आनंद मिश्रा का घरदादी के अंतिम संस्कार की सब तैयारियां हो चुकी थी। जैसे ही चार लोग दादी के पार्थिव शरीर को उठाकर जाने लगे मिश्राइन और भुआजी दहाड़े मारकर रोने लगी। शगुन ने भुआजी...
Manmarjiyan – 1 कानपूर शहर , उत्तर प्रदेशसुबह सुबह फ़ोन की घंटी से गोलू की नींद में खलल पड़ा उसने अधखुली आँखों से स्क्रीन को देखा और उठाकर कान से लगाकर कहा,”कौन है बे ? साला अब तो हमको आराम से...