Main Teri Heer – 58 अस्सी घाट की सीढ़ियों पर खड़ी काशी इस वक्त जड़ हो चुकी थी। शक्ति ऐसा कुछ करेगा काशी ने सोचा भी नहीं था। उसके होंठ अभी भी शक्ति के होंठो की गिरफत में थे। गनीमत था...