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Love You Zindagi – 16

Love You Zindagi – 16

Love You Zindagi - 1 Season 3
Love You जिंदगी – 1 Season 3

शीतल और सार्थक को अपने घर में देखकर नैना की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह शीतल के गले लगी और ख़ुशी से चहकते हुए कहा,”थैंक्यू सो मच शीतल , मुझे तो यकीन नहीं हो रहा तुम लोग यहाँ हो,,,,,,,,,,,,!!”
“बस तुम्हारे चेहरे की यही ख़ुशी देखने के लिए मैं और सार्थक यहाँ आये है,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने नैना के चेहरे को अपने हाथो में लेकर कहा


नैना सार्थक के पास आयी तो सार्थक ने नैना की तरफ हाथ बढाकर कहा,”मेनी हैप्पी रिटर्न्स ऑफ़ द डे नैना,,,,,,,,तुम हमेशा ऐसे ही हंसती मुस्कुराती रहो और खुश रहो”
सार्थक की बात सुनकर नैना मुस्कुरा उठी और उस से हाथ मिलाकर कहा,”थैंक्यू सो मच सार्थक , रूचि और मोंटी कही दिखाई नहीं दे रहे , वो दोनों तुम्हारे साथ नहीं आये क्या ?”
“मैंने मोंटी को फोन किया था लेकिन उसने कहा वह चित्रकूट जा रहा है अपने घर,,,,,,,,,,,!!”,सार्थक ने कहा
“और रुचिका ?”,नैना ने पूछा


“वो जयपुर है अपने मम्मी पापा के घर,,,,,,,,,,,,,!!,सार्थक ने कहा
नैना ने जैसे ही सुना अवि की तरफ देखा तो अवि ने उसके पास आते हुए कहा,”खबरदार जो तुमने कुछ भी उलटा सीधा सोचा या अज्यूम किया,,,,,,,,,,!!”
नैना ने खिंसियाते हुए अवि को बड़ी सी स्माइल दी और कहा,”मैं ऐसा कुछ नहीं सोच रही पडोसी ! पर मैं उन दोनों से गुस्सा हूँ उन दोनों ने विश तक नहीं किया,,,,,,,,,,,!!”
“मैंने रुचिका को फोन किया था नैना लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया,,,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने कहा


“इट्स ओके ना बाबा वो दोनों नहीं आये तो क्या हुआ हम सब तो है ना,,,,,,,,डेड ने नैना के बर्थडे पर आज शाम घर में पार्टी रखी है,,,,,,,,,,,,ट्रस्ट मी बहुत मजा आने वाला है,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने उन तीनो के पास आकर कहा
अवि की बात सुनते ही नैना के दिमाग की बत्ती जली और उसने सोचते हुए मन ही मन खुद से कहा,”मजा तो आने वाला है पडोसी,,,,,,,,,,,,,!!”


नैना शीतल और सार्थक के साथ बैठकर बाते करने लगी और कुछ देर बाद सार्थक और शीतल नैना और अवि के साथ नीचे चले आये। अवि सार्थक को अपना घर दिखाने लगा और शीतल नैना को लेकर साइड में आयी और कहा,”नैना ! अनुराग यहाँ क्या कर रहा है ? अवि ने बताया उसकी बहन ने अनुराग से शादी कर ली है। नैना तुम तो सच्चाई जानती हो ना तुमने सबको सच क्यों नहीं बताया ? अनुराग अच्छा इंसान नहीं है नैना,,,,,,,,,,,,!!”

“जानती हूँ वो अच्छा इंसान नहीं है लेकिन ये सब इतना अचानक से हुआ कि कुछ समझ नहीं आया,,,,,,,,,,ना निबी कुछ सुनने को तैयार है और अनुराग उस चूतिये को कुछ कहना भी बेकार है , अरे उसके सर पर तो भूत सवार है मुझसे बदला लेने ना , ऐसा भी क्या कर दिया मैंने उसके साथ बस एक आध बार पीटा ही तो था ना और 100-150 गालिया दी होगी लेकिन वो तो ऐसे बिहेव कर रहा है जैसे मैंने उसकी किडनी निकाल ली हो,,,,,,,,,,,ओह्ह्ह शीतल मैं तुम्हे बता नहीं सकती मैं कितना टेंशन में हूँ,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने झुंझलाते हुए कहा


“रिलेक्स नैना ! तुम एक बार अनुराग से फेस टू फेस बात क्यों नहीं करती ? हो सकता है उसे अब भी तुम्हे लेकर कोई मिसअंडरस्टेंडिंग हो,,,,,,,,,,!!”,शीतल ने सहजता से कहा
“तुम्हे लगता है वो इतनी आसानी से मेरी बात सुनेगा , जब तक वो मेरे मुंह से 5-7 गालियां नहीं सुन लेता उसे समझ नहीं आएगा,,,,,,,,,,खैर छोडो उसे तुम बताओ तुम कैसी हो और अब सार्थक की मम्मी ठीक है ना ? वो तुम्हे तंग तो नहीं करती,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने शीतल के हाथो को अपने हाथो में लेकर प्यार से कहा


शीतल मुस्कुराई और कहने लगी,”नहीं नैना ! अब सब ठीक है , सार्थक ने नया घर लिया है अगले महीने तक उसका काम पूरा हो जायेगा फिर हम उस आशीर्वाद अपार्टमेंट को छोड़ देंगे,,,,,,,,,,,,थैंक्यू सो मच नैना तुम्हारी उस एक नसीहत ने मेरी जिंदगी बदल दी , खामोश रहकर सब देखने की जगह मैंने अब अपने हक़ के  शुरू कर दिया। फिर मिसेज गुप्ता हो चाहे मिसेज आहूजा सब धीरे धीरे मुझसे और मम्मी से दूर हो गए। वे भी अब मुझे समझने लगी है और मेरे साथ बिल्कुल माँ की तरह रहती है।  

सोसायटी में अब कोई गलत बोलता है तो मुझसे पहले वे जवाब देती है,,,,,,,,,,,,,,,,मैंने अपनी कत्थक क्लासेज फिर से शुरू कर दी है नैना,,,,,,,,,,,,,अब सब ठीक है और सब तुम्हारी वजह से हुआ , तुमने अगर मुझे हिम्मत और विश्वास नहीं दिया होता तो मैं आज भी वही डरी सहमी शीतल रहती,,,,,,,,जो अपने हक़ के लिए ना बोलना जानती थी ना लड़ना,,,,,,,,,,,,,,,!!”


नैना ने सुना तो खुशी से मुस्कुरा उठी और शीतल के कंधो को थामकर कहा,”मैंने कुछ नहीं किया शीतल , ये रोशनी तुम्हारे अंदर थी मैंने तो बस इसे थोड़ी सी हवा दी और देखो ये जल उठी,,,,,,,,,,,,,,,,,,हमेशा ऐसी ही रहना , मजबूत,,,,,,,,,,,,,,!!”


कहते हुए नैना की आँखों में नमी उभर आयी , मजबूत शब्द कहते हुए सहसा ही नैना को अपनी बीमारी का ख्याल आया , वह सबको मजबूत रहने को कहती लेकिन इन दिनों खुद अंदर से कमजोर हो चुकी थी। शीतल ने नैना की नम आँखों को देखा तो कहा,”ए ! तुम्हे क्या हुआ ? तुम ठीक हो ना नैना ?”
“कुछ नहीं वो बस पुराने दिनों की याद आ गयी जब हम सब साथ रहा करते थे,,,,,,,,,,!!”,नैना ने अपनी आँखों के किनारे साफ करते हुए कहा

“तो चलो फिर से उन पुराने दिनों को ताजा करते है,,,,,!!”,कहते हुए शीतल नैना को बिस्तर के पास रखे अपने बैग के पास लेकर आयी नैना से बिस्तर पर बैठने का इशारा किया। नैना बिस्तर पर आ बैठी और शीतल एक एक करके बैग से सामान निकालकर नैना की तरफ बढ़ाने लगी। जैसे ही अचार का डिब्बा नैना के हाथो में आया नैना ने उसकी खुशबु लेते हुए कहा,”अह्ह्ह्ह ! दिल्ली से आने के बाद मैंने सबसे ज्यादा गाजर के इस अचार को मिस किया , एक मिनिट मैं टेस्ट करके देखती हूँ,,,,,,,,,!”


नैना ने डिब्बे का ढक्कन हटाया और उसमे रखे अचार का एक टुकड़ा उठाकर खाते हुए कहा,”उम्म्म्म आज भी तुम्हारे हाथो से बने अचार में वही टेस्ट है शीतल , तुम सच में कमाल हो,,,,,,,,,!!”
शीतल ने सुना तो मुस्कुरा उतनी और कहा,”चलो शुक्र है तुम्हे पसंद आया , वैसे भी तुम्हे चीजे जल्दी से पसंद नहीं आती,,,,,,,,,लेकिन इसे अकेले मत खाना सबको खिलाना,,,,,,,,!!”


“हाँ बाबा सबको खिला दूंगी,,,,,,,,,,,,,,मैं भी कितनी ढक्कन हूँ ना मैंने तुमसे और सार्थक से खाने का भी नहीं पूछा,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने जल्दी से डिब्बा बंद करके उठते हुए कहा
“उसके लिए मैं हूँ ना नैना,,,,,,,,,मैंने भोला से कुछ अच्छा बनाने को पहले ही कह दिया था,,,,,,,,,,शीतल आ जाओ”,अवि ने ट्रे टेबल पर रखते हुए कहा
नैना ने देखा ट्रे में पास्ता , सेंडविच और गर्मागर्म चाय थी,,,,,,,,,,,,,ये सब देखकर नैना ने जैसे ही सेंडविच की तरफ हाथ बढ़ाया अवि ने कहा,”ये सब तुम्हारे लिए नहीं है नैना , हाँ तुम चाहो तो चाय ले सकती हो,,,,,,,,,,,!!”


“लेकिन नैना क्यों नहीं खा सकती ?”,शीतल ने हैरानी से पूछा
अवि ने शीतल और सार्थक को अभी तक नैना की बीमारी के बारे में नहीं बताया था इसलिए बहाना बनाते हुए कहा,”क्योकि आज सुबह ही नैना को खाने से एलर्जी हुई थी मैं नहीं चाहता उसे फिर से परेशानी हो,,,,,,,,,,तुम लोग खाओ ना प्लीज”
नैना ने सुना तो मुंह बनाकर चाय का कप उठाया और पीने लगी। शीतल को अकेले खाना अच्छा नहीं लग रहा था इसलिए उसने अवि से कहा,”अवि तुम्हे नहीं लगता नैना को लेकर आजकल तुम थोड़े सख्त हो गए,,,,,,,,,!!”


“देखा तुम्हे भी ऐसा लगता है न शीतल,,,,,,,,,,,,मैंने तुमसे कहा ही था अवि कि तुम आजकल कुछ ज्यादा ही स्ट्रिक्ट हो गए हो,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए नैना ने सेंडविच का एक टुकड़ा उठा ही लिया लेकिन जैसे ही अवि को अपनी तरफ देखते पाया तुरंत अपनी बात बदलकर कहा,”ये ये तो मैं सार्थक की प्लेट में रख रही हूँ,,,,,,,,,,!!”


“वो मैं कर दूंगा नैना तुम आराम से बैठो और अपनी चाय खत्म करो,,,,,,,,,,,,,!!”,अवि ने कहा और फिर शीतल से कहा,”शीतल ! मैंने नैना पर कोई सख्ती नहीं की है ये बस आजकल खुद को लेकर थोड़ी लापरवाह हो गयी है इसलिए मैं सिर्फ इसका थोड़ा ज्यादा ख्याल रख रहा हूँ , तुम बताओ क्या मैं कुछ गलत कर रहा हूँ ?”


शीतल ने सुना तो ना में गर्दन हिला दी और चुपचाप अपना सेंडविच खाने लगी। नैना ने देखा तो बड़बड़ायी,”वाह वाह वाह क्या बात है ? ये पडोसी इंसान है या जादूगर , कैसे इतनी आसानी से सबको अपनी मीठी मीठी बातो में फंसा लेता है,,,,,,,,,,,,,,अरे आँखों से जादू करता है ये आँखों से,,,,,,,,,,!!”

“तुमने कुछ कहा ?”,अवि ने नैना की तरफ देखकर कहा तो नैना ने मुस्कुराते हुए ना में गर्दन हिला दी

चाय नाश्ते के बाद शीतल और सार्थक कुछ देर आराम करने लगे। एक जरुरी कॉल आने से अवि घर से बाहर चला गया। नैना भी अपने कमरे में आकर आराम करने लगी ताकि शाम की पार्टी में आने वाले रिश्तेदारों को झेल सके लेकिन नींद उसकी आँखों से कोसो दूर थी , नैना आज शाम जो करने वाली थी उसे लेकर उसे खुद से बहुत उम्मीद थी। नैना ने अपनी आँखे मूंद ली और खुद को शांत करने की कोशिश करने लगी।

उसी शाम सभी पार्टी के लिए तैयार होने लगे। नैना ने आज वही सफ़ेद गाउन पहना जो उसके पापा ने उसके लिए भेजा था। आज उसकी सहेली शीतल उसके साथ थी इसलिए उसने नैना की तैयार होने में मदद कर दी , सिम्पल मेकअप और अपने लम्बे बालों के साथ उस गाउन में नैना किसी राजकुमारी से कम नहीं लग रही थी। उसने देखा शीतल अभी तक तैयार नहीं हुई है तो उसने शीतल को नीचे भेजा और तैयार होकर आने को कहा। शीतल के जाने के बाद नैना शीशे के सामने आयी और खुद को देखने लगी।

उसकी आँखों में गहरा काजल था , होंठो पर डबल शेड लिपस्टिक लगी थी जिस से नैना के होंठ बहुत प्यारे लग रहे थे , गालों पर हल्का गुलाबी ब्लश लगा था , कानों में बहुत ही सुन्दर डायमंड के बुँदे थे , गले में मंगलसूत्र के साथ आज सुबह अवि से तोहफे में मिला चैन था जो कि इस गाउन के साथ चार चाँद लगा रहा था।
कुछ देर बाद अवि जैसे ही कमरे में आया नैना उसकी तरफ पलटी और कहा,”मैं कैसी लग रही हूँ ?”


अवि ने नैना को देखा तो बस देखता ही रह गया , आज कितने दिनों बाद उसने नैना को ऐसे देखा था। यू तो नैना उसे हर हाल में अच्छी लगती थी पर आज उसे वह कुछ ज्यादा ही प्यारी लग रही थी
अवि नैना के पास आया और उसे एकटक देखते हुए उसकी आँख के किनारे से काजल लेकर उसके कान के पीछे लगाते हुए कहा,”बहुत सुंदर लग रही हो नैना , बिल्कुल कोई राजकुमारी,,,,,,,,,,,,,,!!”
नैना मुस्कुराई और अवि के शर्ट की कॉलर सही करते हुए कहा,”थैंक्यू ! पर राजकुमार इतना फीका फीका क्यों नजर आ रहा है ?”


“अभी अभी एक क्लाइंट से मिलकर आया , तुम बस मुझे 10 मिनिट दो मैं अभी तैयार होकर आया,,,,,,,,,,हम्म्म कही जाना नहीं”,अवि ने नैना के गाल को छूकर कहा और कबर्ड की तरफ चला गया।
उसने कबर्ड से बहुत ही शानदार सूट निकाला जो नैना की ड्रेस से बिल्कुल मैच कर रहा था।

अवि का इंतजार करते हुए नैना अपना फोन देखने लगी तभी उसका फोन बजा। उसके फोन पर एक अनजान नंबर से मैसेज था। नैना ने मैसेज देखा तो उसमे लिखा था
“मैं ऑफिस रूम में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ नैना , मुझसे आकर मिलो मैं ये सब खत्म करना चाहता हूँ”
अनुराग

नैना ने जैसे ही मैसेज देखा एक पल के लिए उसका दिल धड़का , सच में अनुराग ये सब खत्म करना चाहता था या फिर ये उसकी कोई नयी चाल थी वह समझ नहीं पा रही थी। नैना फिर भी हिम्मत करके अनुराग से मिलने नीचे ऑफिस रूम में चली आयी।  अनुराग वहा पहले से मौजूद था , उसने जब नैना को देखा तो बस देखता ही रह गया ,, आज से पहले नैना की ये खूबसूरती अनुराग की आँखों से बची हुई थी। उसने नैना को हमेशा बोल्ड लुक में ही देखा था पर आज जब ऐसे देखा तो अनुराग भी खुद को नैना की तारीफ करने से रोक नहीं पाया।

वह नैना के पास आया और कहा,”तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो नैना , आज पहली बार तुम्हे ऐसे देख रहा हूँ”
“बकवास बंद करो अनुराग और ये बताओ मुझे यहाँ क्यों बुलाया है ?”,नैना ने गुस्से से दाँत पीसते हुए कहा
“ओह्ह कम ऑन नैना ! कभी तो प्यार से बात कर लिया करो,,,,,,,,!!”,अनुराग ने कहा
“प्यार से बात , तू मेरी भुआ का लड़का है , या कर्जा लिया है मैंने तुझसे,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने चिढ़ते हुए कहा


“उफ़ नैना छोडो ये सब , मैंने तुम्हे यहाँ इसलिए बुलाया क्योकि मैं तुमसे बात करना चाहता था , मैं निबी को छोड़ने के लिए तैयार हूँ लेकिन बदले में मेरी दो शर्त है ,,,,,,,,,,,,!!”,अनुराग ने अपनी बात बीच में ही छोड़कर नैना को बैचैन कर दिया
“कैसी शर्त ?”,नैना ने कहा
“बदले में मुझे अरविन्द चौधरी की कम्पनी चाहिए,,,,,,,,,,,!!”,अनुराग ने कहा


“तुमने तो बहुत जल्दी अपनी औकात दिखा दी अनुराग तुम जैसे घटिया आदमी से मैं और उम्मीद भी क्या कर सकती हूँ ?”,नैना ने गुस्से से अनुराग को घूरते हुए कहा
“क्या करू नैना ? बिजनेस मेन हूँ ना तो हर सौदे में अपना फायदा पहले देखता हूँ,,,,,,,,,,,!!”,अनुराग ने बेशर्मी से कहा


“और दूसरी शर्त ?”,नैना अपना वक्त बर्बाद करना नहीं चाहती थी
 अनुराग नैना के सामने आया और कहा,”मैंने देखा अवि तुम से बहुत प्यार करता है और तुम भी उस से प्यार करने लगी हो , तुम दोनों एक दूसरे के लिए परफेक्ट हो इसलिए मैंने सोचा मैं तुम दोनों के बीच में ना आउ,,,,,,,,पर उसके लिए तुम्हे मेरे साथ एक रात,,,,,,,,,,,,अह्ह्ह तुम समझ रही हो ना नैना”

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