Ranjhana – 33
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Ranjhana – 33
सारिका के मुंबई आने के बाद वह अपने ऑफिस आई l उसके आने से ऑफिस का माहौल एक बार फिर सीरियस हो चुका था , सारिका के आने से रूल और रेगुलेशन जो शुरू हो गए ! दोपहर में जब सारिका अपने केबिन थी तभी उसका मैनेजर नवीन आया , वह किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा नर्वस था सारिका के पूछने पर उसने जेब से अंगूठी निकाली और सारिका की तरफ बढ़ा और कहा,”सारिका आज मैं आपको बहुत जरुरी बात बताने जा रहा हु !
“क्या बात है नविन ?”,सारिका ने अपनी घबराहट को कंट्रोल करते हुए कहा
नवीन ने अपनी गर्दन घुमाई और आवाज दी,”मेघना , अंदर आना !
22-23 साला एक प्यारी सी लड़की दरवाजे की ओट से निकलकर सारिका के सामने आकर खड़ी हो गयी l उसकी बड़ी बड़ी पलके झुकी हुई थी अगले ही पल उसने सारिका की और देखा और उसे बड़े आदर भाव से नमस्ते की ! प्रत्युत्तर में सारिका ने भी मुस्कुरा दिया !
“सारिका ये मेघना है , मैं और मेघना पिछले तीन साल से एक दूसरे से प्यार करते है ! ये बात मैंने आज तक किसी को नहीं बताई थी l मेघना अपनी मौसी के साथ भोपाल में रहती है यहाँ मुंबई में अपनी पढाई कर रही है ! मेघना के माँ बाप बचपन में ही किसी हादसे का शिकार हो गए थे तबसे ये अपनी मौसी के साथ रहती आ रही है , मेरी इस से मुलाकात इसके कॉलेज के किसी फंक्शन में हुई थी मेरी छोटी बहन कृतिका वही पढ़ती है ! तबसे दोस्ती हुयी और फिर धीरे धीरे दोस्ती प्यार में बदल गयी
मेघना के घरवाले शादी के लिए तैयार है लेकिन मेरे पापा नहीं इसलिए मैंने मेघना से कोर्ट मैरिज करने का फैसला किया है”,नवीन ने एक साँस में सारी कहानी कह सुनाई !
“हम आप दोनों के लिए बहुत खुश है नवीन , आपने जो फैसला किया वो करने की हर किसी में हिम्मत नहीं होती”,सारिका ने मुस्कुराकर कहा !
“सारिका अगर मैं मेघना से शादी करता हु तो पापा कुछ दिन नाराज रहेंगे और फिर माफ़ कर देंगे लेकिन अगर मेघना से शादी नहीं की तो खुद को कभी माफ़ नहीं कर पाऊंगा”,नवीन ने प्यार भरी नजरो से मेघना की और ददेखते हुए कहा
सारिका को बहुत ख़ुशी हुई मेघना के लिए नवीन का प्यार देखकर उसने सहजता से कहा,”नवीन हम आपके लिए क्या कर सकते है ?
“मुझे एक महीने की छुट्टी चाहिए और कल सुबह जब हमारी शादी हो तो आप वहा मौजूद रहे बस इस से ज्यादा मैं और मुझे कुछ नहीं चाहिए”,नवीन ने आसभरे स्वर में कहा !
“जरूर नवीन ये भी कोई कहने की बात है भला हम जरूर आएंगे ! और आप दोनों के लिए शादी का तोहफा भी तो लाना है”,सारिका ने मुस्कुरा कर कहा
“सारिका मेरी भावनाओ को समझने के लिए बहुत बहुत थैंक्यू !!”,नवीन ने कहा
“कैसी बाते कर रहे हो नवीन ? हम अच्छे दोस्त है”,सारिका ने प्यार से कहा तो नवीन मुस्कुरा दिया इस बिच मेघना ने कुछ नहीं कहा बस चुपचाप सब सुनती रही l सारिका ने पियोन को बुलाकर मिठाई लाने को कहा और ऑफिस में बटवाने को कहा ! नवीन के हाथ मे अँगूठी देखकर सारिका ने कहा,”अब मेघना को रिंग पहना भी दो !
सारिका की बात सुनकर नवीन झेंप गया उसने मेघना को रिंग पहनाई और मेघना को गले लगा लिया ! सारिका ने असिस्टेंट स कहकर नवीन की एक महीने की लिव के पेपर बनवा दिए !
अकाउंटेंट से कहकर नवीन की सेलेरी भी क्लियर करवा दी ! सारिका को अगले दिन कोर्ट आने के लिए कहकर नवीन मेघना के साथ चला गया ! नवीन के जाने के बाद सीमा ने पूजा से कहा,”यार ये नवीन के साथ लड़की कोन थी ?
“होगी कोई उसे भला लड़कियों की कहा कमी है ?”,पूजा ने अपना काम करते हुए कहा !
“कोई और नहीं मिस पूजा जी वह लड़की उनकी होने वाली वाइफ है वो जिनसे नवीन जल्द ही शादी करने वाला है”,कैशियर विकास ने आकर कहा
पूजा ने सुना तो उसे यकीं नहीं हुआ जिस नवीन को पाने के वो अब तक सपने देख रही थी वह किसी और को चाहता है ! वह हैरानी से विकास और सीमा को देखती रही ! तभी सीमा ने कहा,”पर नवीन सर का तो सारिका मेम से ……………..!!”
“ये तुमसे किसने कहा ? नवीन सर और सारिका मेम सिर्फ बहुत अच्छे दोस्त है , हां ये बात और है नवीन सर सारिका मेम के खिलाफ कुछ सुन नहीं सकते”,विकास ने कहा
“नवीन ने ये अच्छा नहीं किया”,पूजा ने गुस्से और बेबसी के मिले जुले भाव चेहरे पर लाकर कहा !
“पूजा ग्रो अप यार सारा ऑफिस जानता है नवीन सर तुझमे बिलकुल इंटरस्टेड नहीं थे , और होंगे भी क्यों वो पहले से किसी के साथ रिलेशनशिप में थे ! जबरदस्ती का प्यार अगर हमे मिल भी जाये तो उसके साथ हम कभी खुश नहीं रह सकते है ! “,विकास ने पूजा को समझाते हुए कहा !
“विकास सर सही कह रहे है पूजा तुम्हे भी अब सब भूलकर आगे बढ़ना चाहिए”,सीमा ने विकास का समर्थन करते हुए कहा
“हां पूजा , देखना तुम्हारी जिंदगी मे नवीन से अच्छा लड़का आएगा जो तुम्हे और तुम्हारी फीलिंग्स को समझेगा”,विकास ने पूजा की आँखों झांकते हुए कहा !
“क्या सच में ?”,पूजा ने विकास की आँखों में देखा
दोनों एक दूसरे की आँखों में देखते रहे और फिर विकास ने कहा,”अगर दिल से महसूस करोगी तो हर जगह प्यार नजर आएगा कहकर विकास वहा से चला गया
पूजा विकास की कही बात के बारे में सोचने लगी ! सीमा ने खोये हुए देखा तो कोहनी मारकर कहा,”कहा खो गयी ?
“कही नहीं चल केंटीन चलकर कॉफी पीते है”,कहकर पूजा अपनी कुर्सी से उठी और सीमा के साथ केंटीन की और बढ़ गयी !
सारिका अपने केबिन में बैठकर नवीन के लिए गिफ्ट के बारे में सोच रही थी तभी उसका फोन बजा , फोन अम्बिका का था सारिका ने फोन उठाया और कहा,”प्रणाम माँ !”
अम्बिका – सदा सौभाग्यवती भव: , कैसी है आप ?
सारिका – हम ठीक है , आप सब कैसे है ?
अम्बिका – यहा सब ठीक है अम्बिका , मुंबई जाकर आप तो हमे भूल ही जाती है !
सारिका – ऐसी बात नहीं है माँ , अच्छा ये बताईये अनामिक मुंबई आने की बात कह रही थी , आना चाहेगी वो ?”
अम्बिका – हां हमने यही बताने के लिए फोन किया है , अनु कल सुबह की फ्लाइट से मुंबई आ रही है !
सारिका – ठीक है हम उसे एयरपोर्ट लेने चले जायेंगे !
अम्बिका – सारिका
सारिका – जी ,
अम्बिका – आप खुश तो है न बेटा , एक महीने बाद अमित के साथ आपकी सगाई है और हम चाहते है की ऐसा जश्न हो की लोग सालो साल भूल ना पाए !
सारिका – माँ हम थोड़ी देर बाद बात करते है , अनु से कहने फ्लाइट का टाइम हमे मेसेज कर देगी ! रखते है
अम्बिका के कुछ बोलने से पहले ही सारिका ने फोन काट दिया ! सगाई का नाम सुनकर उसका मन बैचैन हो उठा उसे लगा जैसे कुछ गलत करने जा रही है ! सारिका उठी और खिड़की सामने आकर खड़ी हो गयी l सामने शांत पड़े समंदर को निहारने लगी ! समझ नहीं आ रहा था आखिर ये सब क्या था ?
शाम को सारिका ऑफिस से घर आई ! फ्रेश होकर वह अपने रूम में आई तो उसकी नजर टेबल पर गयी जहा चमचमाती पन्नी में लिपटा तोहफ़ा रखा हुआ था
सारिका उसके पास आई और हाथ में उठाकर देखा तो उसे याद आया बनारस से आते वक्त ये तोहफा उसे मुरारी ने दिया था ! सारिका वह तोहफा लिए बिस्तर पर आकर बैठ गयी और इत्मीनान से खोलने लगी ! सारिका ने तोहफा खोलकर देखा तो उसके चेहरे पर प्यारी सी स्माइल आ गयी ! वह सारिका की बहुत ही खूबसूरत तस्वीर थी , सफेद बनारसी साड़ी में लिपटी सारिका की मुस्कुराती हुई तस्वीर , जिसे एक बार कोई देखे तो बस उसी का होकर रह जाये !
सारिका को याद आया ये उस वक्त की तस्वीर थी जब वह सबके साथ सजना की शादी में गई थी ! सारिका काफी देर तक अपलक उस तस्वीर को देखते रही ! आज से पहले उसने खुद को इतना खूबसूरत कभी ना पाया था जीतना उस तस्वीर में देख रही थी ! सारिका की नजर तस्वीर के कोने पर गयी जहा सुनहरे अक्षरों में लिखा था – बनारस की खूबसूरती !!
सारिका ने तस्वीर को अपने कमरे की खाली दिवार पर लगाया और नीचे लिखा – बनारस से मिला जिंदगी का बेहतरीन तोहफा
सारिका ने खाना खाया और जल्दी सोने चली गयी ! दूसरी तरफ शिवम् और मुरारी अपनी कटरीना के साथ बनारस से बस पकड़ चुके थे ! अनामिक अपना बैग जमाने में लगी हुई थी ! अनामिका थोड़ी जिद्दी और चंचल स्वाभाव की थी ना इसलिए अधिराज जी और अम्बिका दोनों के जरिये उसे हिदायते दी जा रही थी l देर रात अनामिका भी सोने चली गई !! आने वाली सुबह इन सबके लिए एक नया सफर लेकर आने वाली थी !!
सूबह सारिका उठी ! आज उसका मन बहुत शांत था ! वह बाहर बालकनी में आकर बैठ गयी ! गमलो में लगे फूलो से आती खुशबू से उसका मन और अच्छा हो गया ! सारिका ख़ामोशी से बैठी प्रकृति के नजारे देखने लगी ! ढेरो पौधे , चहकते पक्षी , कोयल की कुकू तभी एक रंगबिरंगी तितली उड़ती हुई आई और आकर सारिका के हाथ पर बैठ गयी सारिका उसे गौर से देखने लगी तो वह उड़कर सारिका के नाक पर आ बैठी l सारिका के चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गयी !
सारिका को आज बहुत अच्छा लग रहा था l तैयार होकर सारिका ऑफिस के लिए निकली तभी उसे याद आया उसे नवीन की शादी के लिए कोर्ट जाना था ! सारिका ने काका को गाड़ी कोर्ट की और घुमाने के लिए कहा ! कोर्ट पहुंचने पर सारिका ने देखा नवीन उसी का इंतजार कर रहा था l सारिका सबके साथ अंदर आई ! मेघना के साथ उसकी एक दोस्त और उसकी मौसी थी ! नवीन के साथ कोई नहीं था सारिका ने नवीन से कहा,”नवीन आपके घर से कोई नहीं आया ?
“मेरा एक दोस्त आने वाला है , अभी आ जायेगा”,नवीन ने कहा
वकील ने शादी की सारी फॉर्मेलिटी पूरी की नवीन और मेघना ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई ! वकील ने दोनों को रजिस्टर पर सिग्नेचर करने को कहा दोनों ने साइन कर दिए उसके बाद गवाहों के साइन के लिए कहा l मेघना की तरफ से मौसी ने साइन कर दिया लेकिन नवीन की तरफ से साइन करने वाला कोई नहीं था तभी सारिका ने आगे बढ़कर अपना सिग्नेचर कर दिया ! वकील के पूछने पर उसने खुद को नवीन की बड़ी बहन बताया l
नवीन ने जब सूना तो उसकी आँखे भर आई ! उसने भीगी आँखों से सारिका की और देखा तो सारिका ने उसके हाथो को अपने हाथो में लेकर कहा,”नवीन वो लोग बहुत किस्मत वाले होते है जिन्हे उनका प्यार मिलता है ,, मेघना बहूत खुशनसीब है जिसे तुम मिले”
“नहीं दी हमसे ज्यादा खुशनसीब नवीन जी है जिन्हे आप जैसी दोस्त मिली ! आप बिल्कुल वैसी ही है जैसा इन्होने आपके बारे में हमे बताया था l”,मेघना ने सरिका के गले लगकर कहा !
“सदा सोभागयवती भव ! आप दोनों हमेशा खुश रहे”,सारिका ने प्यार से मेघना के गालो को छूकर कहा !!
सभी कोर्ट से बाहर निकल आये ! सारिका ने पर्स से एक लिफाफा निकाला और नवीन की और बढाकर कहा,”नवीन ये हमारी तरफ से आपके और मेघना के लिए शादी का तोहफा !
“इसमें क्या है सारिका ?”,नवीन ने हैरानी से लिफाफा लेते हुए कहा !
“मसूरी की टिकट्स है और एक वीक के वहा ठहरने के लिए होटल की बुकिंग …………… हैप्पी वेडिंग लाइफ !!”,सारिका ने मुस्कुरा कर कहा
“लेकिन इतना सब………………….मैं ये सब नहीं ले सकता !!”,नवीन ने झिझकते हुए कहा
“किसी के दिए तोहफे के लिए इंकार नहीं करते , रखो चुपचाप !! अभी हम निकलते है हमे किसी मीटिंग में जाना है !! अपना ख्याल रखना दोनों और हां वहा से लौटने के बाद आप दोनों हमारे ऑफिस में जॉइनिंग कर सकते हो”,कहकर सारिका ने काका को आवाज दी और गाड़ी में बैठकर चली गयी !!
“मेघना कैसी लगी तुम्हे सारिका जी ?”,नवीन ने मेघना से पूछा !
“सच बताये तो आईने सी साफ है वो , और इनके जैसे लोग हमने हमारी जिंदगी में आज से पहले कभी नहीं देखे , कितना जिंदादिल है न वो “,मेघना ने कहा
“हां मेघना हमारी सारिका जी का दिल बहुत खूबसूरत है ! ईश्वर उनकी हर ख्वाहिश पूरी करे”,नवीन ने कहा
कुछ देर बाद दोनों वहा से निकल गए अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करने !
मुंबई पहुंचकर शिवम ओर मुरारी बस स्टैंड से बाहर आये , मुरारी ने गमछे से अपने साथ लाई बाइक साफ की ओर स्टार्ट करके शिवम से बैठने को कहा l बाइक लेकर मुरारी शिवम को ले चला l मुम्बई का नजारा देखकर दोनो की आंखे चुंधिया गयी l खूबसूरत लडकिया , सड़के , समंदर , बड़ी बडी बिल्डिंग्स देखकर मुरारी का दिल तो उछलकर बाहर आने को बेताब था l ओर हमारे शिवम बाबू उनको तो बस जल्द से जल्द अपनी मेडम जी के पास पहुंचना था l
मीटिंग में बैठी सारिका का फोन बज उठा l
“एक्सक्यूज़ मी सर”,कहकर सारिका फोन लेकर बालकनी में आ गयी l उसने देखा फोन अनामिका का था l सारिका ने फोन उठाया तो उधर से आवाज आई,”हेलो दी , कहा हो यार आप मैं यहां एयरपोर्ट पर कबसे आपका वैट कर रही हु “
सारिका को याद आया आज तो अनामिका को लेने जाना था ओर अब वो मीटिंग में थी उसने कहा,”अनु आई एम सो सोररी वो हमें याद ही नही रहा l
अभी हम किसी जरूरी मीटिंग में है निकलना नही हो पायेगा l”
“तो फिर मैं कहा जाऊ ?”,अनामिका ने कहा
“तुम वही रूको हम किसी को भेजते है , ठीक है”,सारिका ने कुछ सोचते हुए कहा
“ओके फाइन !”,कहकर अनामिका ने फोन काट दिया
सारिका सोचने लगीं किसको भेजे l नवीन भी तो नही था आज l उसने रश्मि को फोन मिलाया ओर कहा,”हेलो कहा है तू ?
“मम्मी पापा एक हफ्ते के लिए चंडीगढ़ जा रहे है उन्हें सी ऑफ करने एयरपोर्ट आई हूं”,रश्मि ने कहा
“गए वो ?”,सारिका ने बेसब्री से पूछा
“हा मैं बस निकल ही रही हु क्यों क्या हुआ ?”,रश्मि ने सारिका की बेसब्री जानकर पूछा
“अच्छा ध्यान से सुन अनु आई है इंदौर से एयरपोर्ट पर ही है l तू उसे अपने साथ आफिस ले आएगी प्लीज़”,सारिका ने रिक्वेस्ट करते हुए कहा
“ओके लेकिन मैं उसे पहचानूँगी कैसे ?”,रश्मि ने कहा
“पह्चान जाएगी वो वेटिंग एरिया में है l मैं उसका नम्बर सेंड करती हूं तू कॉल कर लेना उसे l”,सारिका ने कहा
“अच्छा ठीक है”,रश्मि ने इधर उधर देखते हुए कहा
“सुन एक बात और वो थोड़ी अजीब है , सो बी केयरफुल !’,सारिका ने हिदायत देकर फोन काट दिया l
रश्मि सारिका के मैसेज का वैट करने लगीं l सारिका का मैसेज आया रश्मि ने उस नम्बर पर फोन किया लेकिन आउट ऑफ नेटवर्क था l रश्मि वेटिंग एरिया में चली आई और अनु को ढूंढने लगी l
“सारिका ने कहा था वो थोड़ी अजीब है पर मुझे तो यहां सब अजीब ही नजर आ रहे है l एक काम करती हूं जोर से उसका नाम पुकारती हु , हा यही सही रहेगा “,रश्मि ने मन ही मन कहा और जोर से चिल्लाई ,”अनूऊ !!
चिल्लाकर रश्मि ने जब अपनी आंखें खोली एक 22-23 साला लड़की सामने खड़ी थी l जगह जगह से फटी जींस , उसपर ब्लेक रंग का छोटा टॉप जिसमे से उसका गोरा पेट झाँक रहा था l उस पर सफेद रंग की जेकेट , कर्ली बाल , गले मे हेडफोन लगाए , हाथ मे बर्गर पकड़े खड़ी थी वह l रश्मि आंखे फाडे उसे ही देख रही थी l उसने बेपरवाही से बर्गर खाते हुए कहा ,”तुमने आवाज़ दी थी मुझे ?
“तुम अनु ?”,रश्मि ने धीरे से पूछा
“हा कैसे पहचाना ?”,अनु ने उंगली पर लगे सॉस को चाटते हुए कहा उसका पूरा ध्यान बर्गर पर ही था l
”सारिका ने बताया था कि तुम थोड़ी अजीब हो”,रश्मि ने मुंह बनाकर कहा
“व्हाट ?”,अनु ने हैरानी से पूछा
“नथिंग चलो चलते है”,कहकर रश्मि जैसे ही आगे बढ़ने लगी अनु ने रोककर कहा,”ओहह हेलो बहन जी ये सामान भी मेरे साथ जाएगा , इसे उठाने में मेरी मदद करो”
बेचारी रश्मि ने एक सुइटकेस उठाया और चल पड़ी सारिका को कोस रही थी जिसने उसे यहा भेजा था l एयरपोर्ट से बाहर आकर रश्मि ने गाड़ी का दरवाजा खोला तो अनु ने चाबी लेकर कहा,”गाड़ी मैं चलाऊंगी !!
रश्मि ने चाबी उसे दे दी और खुद आकर साइड वाली सीट पर बैठ गयी l अनू ने गाड़ी स्टार्ट की तो गाड़ी झटका खाकर स्टार्ट हुई l
“जरा ध्यान से पापा की गाड़ी है”,रश्मि ने अनु को घुरते हुये कहा ll
“डोंट वरी बेबी मैंने ऐसी खटारा गाड़िया बहुत चलाई है”,कहकर अनु ने गाड़ी आगे बढ़ा दी l
अमानिका बिना सुध बुध के गाडी भगा रही थी l रश्मि अंदर ही अंदर सारिका को अब तक 100 गालियां दे चुकी थी और अनु को 1000 , अब तो ऊपरवाला ही मालिक था उसका l
दूसरी ओर मुरारी अपनी बाइक से मंजिल की ओर बढ़े जा रहा था कि रास्ते मे सड़क किनारे गाड़ी रोककर कहा ,”का भैया इतनी दूर भाभी से मिलने आये है और उनके लिए कोई तोहफा भी नही लिया “
“इह तो हम भूल गए अब क्या करे मुरारी ?”,शिवम ने कहा l
“वो देखो सामने कितनी बड़ी फूलों की दुकान है वही चलते है”,कहकर मुरारी ओर शिवम बाइक से उतरे और दुकान की ओर बढ़ गए l कुछ ही वक्त बिता था की एक तेज रफ्तार से आती हुई कार ने जैसे ही ब्रेक लगा आकर सीधा मुरारी की बाइक को लगी l बाइक की पीछे की हेडलाईट टूट चुकी थी दुकान पर खड़े मुरारी ने देखा तो दौड़ता हुआ आया और चिल्लाते हुए कहा,”रे महादेव ये किसने किया ? कौन है उ जो हमरी कटरीना को ठोक दिए ?
मुरारी गाड़ी के पास गया और शीशा ठोकते हुए कहा,”ऐ बाहर निकल , बाहर निकल ससुर का नाती हमरी कटरीना को ठोक दिया l कितने नाजो से लेकर आये थे हम इको , अरे बाहर निकल !”
गाड़ी में बैठा सख्स कोई और नही बल्कि अनु ही थी l गलती तो उसने की थी पर इतनी जल्दी कैसे मानती वह दनदनाती हुइ गाड़ी से उतरी ओर मुरारी को धक्का मार के कहा,”क्या है बे ? इतना क्यों चिल्ला रहा है ?
“काहे चिल्ला रहे है ? अरे हमरी कटरीना की आंख फोड़ दी तुमको दिखाई नही ना देता है l पूरे 500 की चमकती लाइट लगवाए थे l अब हमरी कटरीना कैसे चमकेगी”,मुरारी ने रोते हुए कहा
“कटरीना ? लाइट ? अरे क्या बके जा रहे हो ? “,अनु ने बालो को सहलाते हुए कहा
“अरे हमरी बाइक का नाम है कटरीना , ओर तुम तुमरी आंखे फूटी है दिखाई नही देता सामने बाइक खड़ी है “,मुरारी ने गुस्साते हुए कहा l
“ऐ मिस्टर गलती तुम्हारी है l ज्यादा होशियार बनने की जरूरत नही है समझे”,अनु का दबने वाली थी अपने मुरारी से l
मुरारी अनु के सामने आया और उंगली दिखाते हुए कहा,”तुम जानती नाय हम कौन है ?”
अनु ने मुरारी उँगली नीचे की ओर कहा,”तुम कोनसा मेरे बाप के दामाद लगते हो जो जाने तुमको ! टपोरी कही का
“का ? का बोली हमका टपोरी , टपोरी दिखते हम तुमको ?”,मुरारी ने कहा
“ओर क्या शक्ल देखी है अपनी एक पूछ होती न तो पूरे बन्दर लगते “,अनु ने कहा
“ओर तुम का हो मैगी जैसे बाल रख के खुद को कंगना राणावत संमझ रही हो अरे हमारे बनारस में तुमसे अच्छी लडकिया है”,मुरारी ने भी सुना दिया
“मैगी दिख रहे है ये तुमको ? यु मोरोंन ? “,अनु ने गुस्से से कहा
मुरारी ने उसका हाथ मोड़कर पीठ से लगाते हुए कहा ,”देखो मेमसाहब इह अंग्रेजी में तारीफ सुनने की आदत हमका बिल्कुल ना है ,लड़की हो इसलिए बर्दास्त कर रहे है वरना अइसन कंटाप मारते जिंदगीभर ना भूल पाती l”
अनु ने सुना तो गुस्से से आग बबूला हो उठी लेकिन थी इस वक्त मुरारी की गिरफ्त में क्या करती पर दिमाग तो खुराफाती था ना उसने अपने दांतों से मुरारी के दूसरे हाथ को काट लिया l
मुरारी ने तुरंत छोड़ दिया l झगड़ा बढ़ता देखकर रश्मि आई और मुरारी से ,”एक्सक्यूज़ मी भैया इसकी तरफ से हम माफी मांगते है l”
“तुम साइड हटो इस चिरकुट को तो हम बताते है”,कहकर अनु ने रश्मि को साइड किया और मुरारी को एक घुसा दे मारा चूंकि अनु बॉक्सिंग में चैंपियन रह चुकी है कॉलेज में तो मुरारी को पड़ी भी जोर की l बस फिर क्या था उसके बाद शुरू हुआ वर्ल्ड वॉर उन दोनों के बीच l
अनु के हाथो में मुरारी की कॉलर थी और मुरारी के हाथों में अनु के मैग्गी वाले बाल l दोनो जानवरो की तरह बीच सड़क पर एक दूसरे से उलझे हुए थे l रश्मि ने देखा तो घबरा गई l शिवम की नजर पड़ी तो वह दौड़ता हुआ आया उसने जब दोनो को छुड़ाने की कोशिश की तो दोनो ने शिवम को ही धक्का दे मारा बेचारा शिवम आकर रश्मि की गाड़ी के बोनट पर आ गिरा l उसने रश्मि की तरफ देखा तो रश्मि ने कहा ,”देखिये दोनो किस तरह लड़ रहे है मेरी तो वो सुन ही नही रहे l “
“पर ये दोनों लड़ क्यों रहे है ?”,शिवम ने हैरानी से पूछा l
“वो सब मैं बाद में बताऊंगी पहले इन्हें अलग कीजिये l आप उस लड़के को सम्हालिये मैं अनु को सम्हालती हु”,कहकर रश्मि ओर शिवम दोनो एक साथ उन दोनों की तरफ बढ़े l शिवम ने मुरारी ओर रश्मि ने अनु को पकड़ा तो अनु ने चिल्लाकर कहा,”छोड़ो मुझे उस चिरकुट की तो मैं , बिन पूछ का बन्दर मुझसे उलझता है l”
इधर शिवम ने मुरारी को पकडा तो मुरारी चिल्लाने लगा और कहा,”अरे भैया छोड़ो हमको इस मैग्गी की तो हम , हमारा कॉलर पकड़ती है ये इसको तो हम छोड़ेंगे नही l
रश्मि ने अनु को गाडी में बिठाया ओर खुद गाड़ी स्टार्ट कर वहां से निकल गयी l शिवम ने भी मुरारी को समझा बुझाकर शांत किया और दोनो सारिका के आफिस के लिए निकल गए l आधे घंटे बाद रश्मि सारिका के आफिस पहुंची l अनु को साथ लेकर वह उसके कॅबिन में आई सारिका तब तक मीटिंग खत्म करके आ चुकी थी l रश्मि को देखते ही उसने मुस्कुराकर कहा,”ले आई अनु को ?
“हा ओर आपको ये भी बता दु मिस सारिका शर्मा आपकी बहन निहायती बेशर्म ओर बदतमीज भी है l ये गाड़ी की चाबी गाड़ी नीचे खड़ी है उसका मेंटिनेंस करके घर भिजवा देना”,कहकर रश्मि ने चाबी टेबल पर पटकी ओर गुस्से से दनदनाती हुई वह से चली गईं l सारिका हैरान सी खड़ी सोच में पड़ गयी l तभी अनु आई और सारिका के गले लगते हुए कहा,” दी नाइस टू सी यु !
सारिका उसे देखकर बहुत खुश हुई पर अगले ही पल अनु की हालत देखकर कहा,”अनु ये क्या हुलिया बना रखा है तुम्हारा किसी से झगड़ा हुआ क्या ?
“अरे नही दी , मुम्बई की सड़कों पर बहुत धूल मिट्टी है न तो उस वजह से “,अनु ने बोतल से पानी पीते हुए कहा l
“अच्छा कोई बात नही वो सामने वाशरूम है तुम जाकर चेंज कर लो”,सारिका ने प्यार से कहा
“स्योर दी”,कहकर अनु अपना पर्स उठाये बाथरूम की ओर बढ़ गयी
सारिका रश्मि के बारे में सोचकर खिड़की के पास आई l सारिका जानती थी अनु थोड़ी शैतान है पर रश्मि के साथ उसने क्या किया जिससे वो इतना गुस्सा हो गयी l सारिका सोच ही रही थी तभी उसकी नजर नीचे गई नीचे शिवम खड़ा था l सारिका को अपनी आंखो पर विस्वास नही हुआ l उसने फिर से देखा वो शिवम ही था सारिका का चेहरा खुशी से खिल उठा वह दौड़ती हुई नीचे आई और शिवम के सामने आ खड़ी हुई l
उसे अब भी सब सपने जैसा लग रहा था l मुरारी बाइक पार्किंग में लगाने गया हुआ था l शिवम मुस्कुराते हुए सारिका को देख रहा था l सारिका ने शिवम को देखकर कहा,”क्या आप सच मे हमारे सामने खड़े है ?”
“छूकर देख लीजिए “,शिवम ने मुस्कुराते हुए कहा
सारिका से शिवम के हाथ को छुआ एक प्यारा सा अहसास शिवम ने महसूस किया l हा शिवम सचमुच वही था सारिका के सामने l सारिका ने कहा,”हमे लगा नही था कि आप आएंगे ?
“आप बुलाओ हम न आये ऐसा हो सकता है क्या ?”,शिवम आज कुछ ज्यादा ही मीठी बाते कर रहा था l
सारिका खामोश हो गयी तब तक मुरारी भी आ पहुंचा उसे देखकर तो सारिका की खुशी और बढ़ गयी वह दोनो को इतना मिस जो कर रही थी l
“आप लोग यहां क्यो खड़े आईये न हमारे साथ”,सारिका ने कहा और दोनो को अपने आफिस में ले आई l दोनो को केबिन में लाकर सारिका ने अपना फोन टेबल पर रखा और शिवम मुरारी से कहा ,”आप दोनो बैठिये हम अभी आते है”
सारिका केबिन से बाहर निकल गयी मुरारी सोफे पर आ बैठा l शिवम वही खड़ा था तभी सारिका के फोन पर मेसेज आया न चाहते हुए भी शिवम की नजर सारिका के फोन पर चली गयी अमित का मैसेज था – आई लव यू जान मिस यु l
शिवम ने देखा तो उसका खून जल गया पर उसने अपना दर्द चेहरे पर नही आने दिया ओर कहा,”मुरारी हम वाशरूम होकर आते है !” ,शिवम वहां से निकल गया
बाथरूम में अनु ने कपड़े चेंज किये मुंह धोते वक्त फेसवाश आंख में जाने से आंखे जलने लगी l अनु ने मुंह धोया और फिर आंख में आई ड्राप डालकर बाथरूम से निकलकर सोफे की ओर बढ़ गयी अधखुली आंखो से उसे कुछ दिखाई नही दे रहा था l अनु आकर सोफे पर लेट गयी और सर मुरारी को जांघो पर टिका दिया l मुरारी ने अनु को देखा तो हैरान हो गया ऊपर से वो उसकी गोद मे सर रखे हुए थी l
‘अगर हमने जरा सा भी कुछ कहा तो ये शोर मचा देगी और लोग हमे गलत समझेंगे , फायदा इसी में है कि चुप रहा जाए l रही बात इसकी तो झेल लेंगे थोड़ी देर इस मैग्गी को भी”,मुरारी ने मन ही मन कहा ओर सांस रोककर बैठ गया l
अनु को लगा वह सारिका है इसलिए कहने लगी,”ओह्ह दी आप हो , अच्छा सुनो पता है आज क्या हुआ ? एक निहायती बदतमीज लड़का मिल गया था मुझे रास्ते मे , बातों से मुम्बई का तो नही लगता ओर शक्ल से तो बिल्कुल लोफर लगता है l
अगर रश्मि ने रोका नही होता न तो आज उसका वो हाल करते कि नानी याद दिला देते l
मुरारी चुपचाप बेइजती के घूँट पिता रहा l अनु ने आगे कहा,”सच बोल रही हु मैं दी अगर फिर से वो मेरे सामने आया न तो मुंह तोड़ दूंगी मैं उसका l अरे आप कुछ बोल क्यों नही रही हैं , वैसे आप चुप ही अच्छी लगती है जब बोलती है तो आपके लेक्चर शुरू हो जाते “,कहकर अनु ने जैसे ही अपनी आंख खोली अपना सर मुरारी की गोद में पाकर चौक गयी और चिल्लाकर कहा ,”चिरकुट तुम ? तुम मेरा पीछा कर रहे हो ना ?
“हमको किसी पागल कुत्ते ने काटा है जो हम तुमरा पीछा करेंगे”,मुरारी ने गुस्से से कहा
अनु उसके पास से उठकर दूर खड़ी हो गयी l उसे देखकर मुरारी ने कहा,”क्या कहा था हमे लोफर ? हम लोफर दिखते हैं तुमको हा , अरे चाचा विधायक है हमारे !”
“तो क्या मैं नाचूँ”,अनु ने मुंह बनाकर कहा l
बस दोनो में फिर तू तू में में शुरू हो गयी जो कि अब बाहर तक सुनाई दे रही थी l
सारिका ओर शिवम ने जब सुना तो दोड़कर केबिन में आये l सारिका ने रोकने की कोशिश की लेकिन दोनो ही सुनने को तैयार नही थे l आखिर में सारिका ने थोडी तेज आवाज में कहा,”मुरारी वो हमारी बहन है !”
मुरारी ने जैसे ही सुना शांत हो गया l मुरारी ने सारिका से सोररी कहा और वहां से चला गया l
“शिवम आप नीचे चलिए , हम अभी आते है”,सारिका ने बेबस होकर शिवम से कहा
वक्त की नजाकत को समझते हूए शिवम ने हा में सर हिलाया ओर चला गया l नीचे आया तो मुरारी ने उसके पास आकर उसके हाथ मे टिकट थमाते हुए कहा,”भैया जल्दी से सारिका को सच बता दो और वापस चलो यहां से , बनारस के लिए हम तीनों का वापसी का टिकट है l सारिका जी को भी अपने साथ लेकर चलना है”
“शिवम ने टिकट फाड़कर फेंक दी और कहा,”मुरारी सारिका जी की जिंदगी उतनी सुलझी हुई नही है जितना हम समझते थे l यहां बहुत कुछ उलझा हुआ है मुरारी जब तक वो सुलझ नही जाता हम यहां से कही नही जाएंगे”
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संजना किरोड़ीवाल
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