Bepanah Ishq – 16
Bepanah Ishq by Sanjana Kirodiwal
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Bepanah Ishq – 16
भूमि नींद से उठी उसका सर बहुत दर्द कर रहा था , जिया ने उसके लिए कॉफी बनाकर ले आयी और फिर उसे दवा देकर आराम करने को कहा !! भूमि वापस लेट गयी शाम होने को आयी पर आकाश घर नहीं आया तो वंदना को चिंता होने लगी उसने आकाश को फोन लगाया तो उसने कहा की वह किसी जरुरी काम में फसा है एक दो दिन में आ जाएगा .. भूमि का बुखार उतर चूका था वो अब ठीक थी बस थोड़ी कमजोरी और थकान महसूस कर रही थी ,, जिया रात को उसके कमरे में ही रुक गयी देर रात तक दोनों बातें करती रही और फिर सो गयी ..
3 दिन बाद आकाश घर आया वो बहुत खुश लग रहा था वो सबसे पहले भूमि से मिलना चाहता था उसने भूमि को सोफे पर बिठाते हुए कहा – अब मैं जो तुम्हे बताने वाला हु उसे सुनकर शायद तुम गई पडो इसलिए पहले आराम से बैठो…… भूमि बेचैनी से आकाश को देखे जा रही थी तभी आकाश ने जेब से अपना फोन निकाला और उस पर कोई नंबर डायल किया दूसरी तरफ से किसी ने बात की और आकाश ने फोन भूमि की तरफ बढ़ाते हुए कहा – लो बात करो
भूमि ने आकाश के हाथ से फोन लिया और धीरे से कहा – हेलो !
दूसरी तरफ से जो आवाज आयी उसे सुनने के बाद भूमि कुछ बोल नहीं पायी और फफक कर रो पड़ी आंसू उसकी आँखों से बहते जा रहे थे आकाश ने उसका हाथ अपने हाथ में लेकर उसे हिम्मत दी तो भूमि ने रोते हुए कहा – हेलो पापा , कैसे है आप ? आपने मुझे माफ़ कर दिया न पापा ? आपकी बहुत याद आ रही है पापा ? मैं आपसे मम्मी से मिलना चाहती हु l भूमि एक साँस में सब कह गयी
आकाश ने उसे कुछ देर अकेले छोड़ दिया !! भूमि ने विक्रम से काफी देर तक बात की आज वो बहुत खुश थी विक्रम से जल्दी आने का कहकर भूमि ने फोन रख दिया कुछ देर बाद आकाश जैसे ही रूम में आया भूमि ने उसके गले लगकर कहा – थैंक्यू थैंक्यू सो मच ,
भूमि को खुश देखकर आकाश के चेहरे पर सुकून के भाव झलक रहे थे , भूमि आकाश से दूर हुयी और कहा – हम उनसे मिलना चाहते है , अपने घर जाना चाहते है लखनऊ प्लीज़
आकाश – ठीक है , मैं कल तुम्हे वहा ले चलूँगा
भूमि – हम अकेले जाना चाहते है आप साथ जायेंगे तो पापा फिर से हमसे नाराज हो जायेंगे अभी तक उन्होने आपको माफ़ किया या नहीं पता नहीं
आकाश मुस्कुराने लगा और कहा – ठीक है , मैं तुम्हारी कल की फ्लाइट की टिकट करवा देता हु’कहकर आकाश बाहर चला गया !
खुश होकर भूमि अपना बैग जमाने लगी , उसकी ख़ुशी उसके आंसू बनकर बह रही थी , इतने दिन अपने पिता से दूर उनसे बिना बात किये भूमि कैसे रही ये सिर्फ वो ही जानती थी , अपराधबोध के चलते उसने हमेशा विक्रम और जया को या करके आंसू बहाये पर आज इतने दिनों बाद विक्रम से बात करके उसके अंदर का सारा दुःख और हीनभावना बाहर निकल गयी !!
शाम को भूमि किचन में खाना बना रही थी तभी जिया वहा आ गयी भूमि ने जिया को बताया की वह अपने घर जा रही है जिया भी भूमि को खुश देखकर खुश थी पर आकाश के लिए दुखी थी भूमि अब भी आकाश का प्यार नहीं समझ पा रही थी तभी भूमि ने कहा – जिया जय भैया तुमसे बहुत प्यार करते है न
जिया – हाँ , और मैं भी
भूमि – तुम्हे साथ देखकर यही लगता है मेड फॉर इच अदर
“हाँ जैसे आप और भैया – जिया ने तपाक से कहा ताकि वो भूमि की फीलिंग्स जान सके !!
Iजिया की बात सुनकर भूमि खामोश हो गयी उसे खामोश देखकर जिया ने बड़े प्यार से कहा – सच ही तो है भाभी आप दोनों एक दूसरे का कितना ख्याल रखते हो , कितनी परवाह करते हो , आप जिस तरह भैया की हर छोटी छोटी चीजे याद रखते हो , उन्हे क्या पसंद है क्या पसंद नहीं सब जानते हो , ये प्यार ही तो है भाभी ,,
जब आपकी तबियत ख़राब थी तब भैया कितना परेशान हो गए थे बार बार मुझसे आपके बुखार के बारे में पूछते रहे ये प्यार नहीं तो और क्या है .. आपका और भैया का प्यार तो हम सबसे अलग है आकाश और भूमि दोनों एक दूसरे के विपरीत होते है पर आप दोनों तो हमेशा हमेशा के लिए एक दूसरे के हो चुके ,ये प्यार ही तो है …..
जिया की बात सुनकर भूमि सोच में पड गयी उसकी आँखों के सामने आकाश का चेहरा आ गया जिया जैसे आज भूमि से सब कुछ कह देना चाहती थी
” आकाश भैया थोड़े अलग है ज्यादा किसी से बात नहीं करते ना ही कभी किसी से कुछ शेयर करते है , पर वो दिल के बहुत अच्छे है जिसे अपना मानते है उसकी ख़ुशी के लिए कुछ भी कर जाते है , बस जरुरत है उनके अंदर छुपे इंसान को जानने की जिस दिन आप जान लोगी आपको भी उनसे प्यार हो जाएगा” – जिया आगे कुछ कहती उस से पहले ही आकाश ने आकर एक लिफाफा भूमि को देते हुए कहा – इसमें कल शाम की टिकट् है …
आकाश चला गया और जिया भी पीछे छोड़ गए भूमि को जो अभी भी वहा खड़ी आकाश के बारे में सोच रही थी …
रात के खाने के बाद भूमि अपने रूम में गयी पर आकाश वहा नहीं था वंदना ने बताया की ऑफिस के काम से बाहर गया है कल सुबह आएगा , भूमि जाकर कमरे में लेट गए नींद उसकी आँखों से कोसो दूर थी अब तक जो कुछ भी घटा वो एक फिल्म की तरह उसकी आँखों के सामने आ गया ,, भूमि सुबह होने का इन्तजार करने लगी
, सुबह भूमि तैयार हो गयी वो पहली बार अपने माईके जा रही थी इसलिए वंदना ने उसके लिए अपनी पसंद की खूबसूरत साड़ी और गहने पहनने को दिए .. भूमि ने वंदना और मानवेन्द्र के पैर छुए ,,, आकाश घर आ चुका था वो भूमि के बैग्स उठाकर बाहर गाड़ी में रखने लगा ,, सभी भूमि को छोड़ने गेट तक आये तभी जिया अपने हाथ में एक गिफ्ट लिए भूमि के पास आयी और कहा – ये मेरी तरफ से एक छोटा सा तोहफा इसके देखने के बाद शायद आप भैया को और अच्छे से समझ पाए ,,
भूमि ने मुस्कुराते हुए जिया को गले लगाया और सबको अलविदा कहकर गाड़ी में जाकर बैठ गयी ,, आकाश ने गाड़ी स्टार्ट की और वहा से निकल गया , पुरे रास्ते दोनों खामोश थे आकाश को भूमि का जाना अंदर ही अंदर तड़पा रहा था पर भूमि की ख़ुशी में अब उसकी खुशी है ये बात हर बात पर भारी पड़ जाती .. एयरपोर्ट पहुँचकर आकाश ने भूमि को कुछ केश और अपना एटीएम भूमि को दिया ,,
भूमि अपना बैग सम्हाले आकाश को बाय बोलकर अंदर चली गयी ,, आकाश की हिम्मत नहीं हुयी भूमि के साथ जाकर उसे फ्लाइट तक छोड़ने की वो भूमि को जाते हुए नहीं देख सकता था ,, वह आकर वापस गाड़ी में आ बैठा और कुछ देर वही बैठा रहा भूमि ने अंदर जाकर अपनी टिकट कन्फर्म की उसकी फ्लाइट कुछ देर बाद थी आकाश ने गाड़ी स्टार्ट की और जैसे ही पार्किंग से निकलने लगा उसकी नजर गाड़ी की सीट पर गयी भूमि अपना जैकेट गाड़ी में ही भूल गयी थी
आकाश ने जैकेट उठाया और अंदर गया गया लेकिन अंदर जाते ही उसके कदम रूक गए सामने कार्तिक भूमि को गले लगाए खड़ा था , आकाश की आँखों में नमी आ गयी वो वापस आ गया और आकर गाड़ी स्टार्ट करके वहा से निकल गया
अंदर जो कुछ आकाश ने देखा वो सच था पर उसकी हकीकत कुछ और थी , भूमि जैसे ही अपनी टिकट कन्फर्म करवाकर आयी कार्तिक भी उसी एयरपोर्ट पर अपनी पत्नी के साथ उसे मिल गया , भूमि को देखते ही वह भूमि के पास आया और अपने किये के लिए माफ़ी मांगने लगा ,, भूमि ने उसे माफ़ कर दिया कार्तिक ने उसे गले लगाया और उसी वक्त आकाश ने देखा आगे क्या हुआ आकाश नहीं जानता था ,
भूमि ने कार्तिक को धकियाते हुए खुद से दूर रहने के लिए कहा और वहा से चली गयी !! पर आकाश भूमि को लेकर गलत समझ बैठा , वह आकर झील किनारे बैठ गया उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था और फिर उसे लगा शायद अब भी भूमि के दिल में कही ना कही कार्तिक के लिए फीलिंग्स है ,,
सर चकराने लगा तो आकाश वही घास पर लेट गया , आँखों के किनारे से निकले आंसू उस घास पर ओस की बून्द से प्रतीत हो रहे थे .. ये कैसी मोहब्बत थी जिसे पाकर भी आकाश अधूरा था , ये कैसा प्यार था जो नामुमकिन सा था क्या दो लोगो का मिलना इतना मुश्किल होता है ,आकाश सोचने लगा – “वो मेरे पास होकर भी मेरी नहीं है उसके दिल में उसकी जिंदगी में मेरा कोई वजूद नहीं है शायद फिर क्यों मैं हर बार उसकी ख़ुशी के लिए अपना वजूद अपनी अहमियत भूल जाता हु ,
क्योकि मैं उस से प्यार करता हु बेइंतहा मोहब्बत जो मैंने कभी खुद से भी नहीं की , उसकी एक आह पर बैचैन हो जाता हु , उसके एक आंसू रोकने के लिए दुनिया की सारी खुशिया कुर्बान कर सकता हु ,, मुझे वो नहीं चाहिए मुझे बस वो खुश चाहिए उसकी ख़ुशी में ही मेरे मुकम्मल इश्क़ की पहचान है “
आकाश ने अपनी आँखे मूंद ली …
अँधेरा घिरने लगा था आकाश घर लौट आया उसने अपने नाम की सभी प्रॉपर्टी और पैसे भूमि के नाम कर दिया , सभी पेपर तैयार कर उन्हें टेबल पर रख दिया और सर झुकाकर बैठ गया , वो सही कर रहा था या गलत वो नहीं जानता था जिया खाने के लिए बुलाने आयी तो आकाश को ऐसी हालत में देखकर उसके पास आयी और पूछा तो आकाश ने उसे कहा – मैं सबकुछ छोड़कर यहाँ से बहुत दूर जा रहा हु ,
भूमि के लिए मैंने इतना छोड़ दिया है की वो अपनी आगे की जिंदगी अच्छे से बिता सकती है ,, आज जब भूमि को कार्तिक के साथ खुश देखा तो मुझे अहसास हुआ के अनजाने में ही सही कही न कही मैंने भूमि से उसकी मोहब्बत छीन ली थी , पर अब और नहीं उसकी जिंदगी से दूर जाकर उसे आखरी ख़ुशी देना चाहता हु”
“ये आप क्या कह रह हो भाई भाभी तो आपसे – जिया ने बात बिच में ही रोक दी
आकाश – जिया मैंने भूमि से प्यार किया है और हमेशा करूंगा , उसकी ख़ुशी से बढ़कर मेरे लिए कुछ भी नहीं है
Iजिया जानती थी इस वक्त आकाश को समझाना बेकार है उसने आकाश को गले लगाया और फिर वहा से चली गयी जिया ने अपने कमरे मे आकर भूमि को फोन लगाया लेकिन भूमि का फोन आउट ऑफ़ कवरेज आ रहा था ,,जिया जानती थी आकाश और भूमि दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते है और जब तक दोनों एक दूसरे से बात नहीं करेंगे एक दूसरे की फीलिंग्स नहीं जान पायेंगे ,,
आकाश भूमि की खुशी के लिए अपना प्यार हसते हसते कुर्बान कर देगा और भूमि जिंदगीभर आकाश के प्यार को अहसान मानकर निभाती रहेगी … जिन दो लोगो ने सबको उनकी मोहब्बत से मिलाया आज वो एक दूसरे से दूर हो जाये जिया ये नही देख पा रही थी , उसे आकाश और भूमि को मिलाना था
दूसरी तरफ भूमि लखनऊ पहुंची , वह जल्दी से जल्दी घर पहुंचना चाहती थी घर पहुंचकर उसने कांपते हाथो से डोरबेल बजायी दरवाजा जया न खोला भूमि को सामने देखकर जया उसके गले लग गयी , जया भूमि को लेकर अंदर आयी भूमि ने नजरे घुमाकर देखा सब कुछ वैसा ही था जैसा उसकी नजरे विक्रम को ढूंढ़ने लगी पर वो कही दिखाई नहीं दिए ,
जया ने इशारा कर बताया की वो अपने कमरे में है भूमि ने बैग वही छोड़े और सीधा विक्रम के कमरे में चली गयी विक्रम बिस्तर पर लेटे हुए थे पहले से कई ज्यादा कमजोर नजर आ रहे थे भूमि को देखकर वे उठ बैठे भूमि दौड़कर उनके गले लग गयी और बच्चो की तरह फूटफूटकर रोने लगी , विक्रम और जया की भी आँखे भर आयी
विक्रम उसका सर सहलाते रहे और भूमि एक बच्चे की तरह उनके सीने से चिपकी रही ,, विक्रम ने भूमि का चेहरा अपने हाथ में लेकर कहा – कैसी है बेटा ?
भूमि – हम ठीक है पापा , आप कैसे है ? और ये क्या हो गया आपको आप ठीक तो है न
विक्रम – हां बेटा अब तुझे देख लिया तो मैं ठीक हु l जया कॉफी बनाने चली गयी भूमि ने विक्रम का हाथ अपने हाथ में लेकर कहा – आपने हमे माफ़ किया ना पापा , आप जो चाहे सजा दे सकते है बस मुझसे नाराज मत होईये प्लीज़ मैंने आपका और माँ का बहुत दिल दुखाया है ..
विक्रम – मैं तुझसे कभी नाराज हो सकता हु क्या ? तेरे जाने के बाद एक एक दिन कैसे गुजरा है ये सिर्फ मेरा दिल जानता है बेटा मैंने अपनी बच्ची को खुद से दूर रखा माफ़ी तो मुझे मांगनी चाहिए तुझसे
भूमि – नहीं पापा ऐसा मत कहिये …
विक्रम – तुम अकेले आयी हो ? आकाश जी नहीं आये
भूमि – नहीं पापा हमने ही उन्हें अपने साथ आने से मना कर दिया हमे लगा आप हमारी वजह से उनसे भी नाराज होंगे ..
“इसका मतलब तुम अभी तक आकाश जी को समझ ही नहीं पायी – विक्रम ने मुस्कुराते हुए कहा
भूमि – मैं कुछ समझी नहीं पापा ?
विक्रम – बेटा आकाश जी वो हीरा है जो किस्मत वालो को मिलता है ,, तुम्हारे जाने के बाद मुझे बहुत गहरा सदमा पंहुचा और दिन रात की टेंशन से मैं बीमार रहने लगा , बहुत से डॉक्टर्स को दिखाया पर कोई फायदा नहीं हुआ और इसके चलते नौकरी और सारा पैसा भी चला गया अभी 4 दिन पहले ही जब मुझे अटैक आया तब मेरे पास अपना कहने के लिए सिर्फ तेरी माँ थी मैं अस्पताल में जिंदगी और मौत के बिच झुंझ रहा था तभी फरिस्ते की तरह आकाश जी ने आकर मेरी जान बचायी ,
हॉस्पिटल का खर्चा , ऑपरेशन , दवाईया यहाँ तक के घर की जरूरते तक उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से पूरी की ये कहकर की मैं आपका दामाद नहीं बेटा हु ,, हॉस्पिटल से आने के बाद वो दो दिन यही रुके हमारे पास और उन दो दिनों में मैंने जाना की वो कितने बड़े दिल के इंसान है ,, हमारे साथ रहकर उन्होंने कभी ये अहसास नहीं होने दिया की वो कोई अजनबी है मेरे खाने से लेकर मेरी दवाईयों तक का जिम्मा उन्होंने उठाया ,
तेरी मम्मी की किचन में मदद करने में भी पीछे नहीं हटे वो और जब मैंने कहा इन सबके बदले में मैं आपको कुछ नहीं दे पाऊंगा तो पता है उन्होंने मुझसे क्या कहा उन्होंने कहा की मैं तुम्हे माफ़ कर दू इस से ज्यादा और कुछ नहीं चाहिए
वो तुझसे बहुत प्यार करते है बेटा और हां मुझसे भी ज्यादा , तू चाहती थी ना तुझे अपने पापा जैसा हमसफर मिले तो मैं फक्र से कह सकता हु की आकाश मुझसे भी अच्छा लड़का है वो तुम्हे बहुत खुश रखेगा”
विक्रम की बात सुनकर भूमि को एक धक्का सा लगा जिस आकाश ने उसके लिए उसकी ख़ुशी के लिए इतना सब किया उसे वह समझ ही नहीं पायी , जया कॉफी ले आयी कॉफी पीकर भूमि विक्रम को आराम करने का कहकर आरफा से मिलने जा पहुंची आरफा इन दिनों शबनम के घर आयी हुई थी भूमि को देखकर ख़ुशी से उसे गले लगा लिया
शबनम ने भी भूमि को गले लगाया ,, आज कितने दिनों बाद वो सब भूमि से मिली थी आरफा भूमि को लेकर बाहर बरामदे में आ गयी और बातो ही बातो में आरफा ने कहा – ” तू बहुत खुशनसीब है भूमि जो तुझे आकाश जैसा लड़का मिला , कोई इंसान किसी से इतना प्यार कैसे कर सकता है पर जब आकाश से मिली मैं तब मुझे यकीन हो गया .. वो तुझसे बहुत प्यार करता है भूमि तेरी ख़ुशी के वो कुछ भी कर सकता है ,
अंकल का कितना ख्याल रखा सबका दिल जित लिया उन्होंने और जब मुझसे मिले तो तुम्हारे बचपन से लेकर अब तक की तुम्हारी हर पसंद ना पसंद के बारे में पूछ लिया पहले तो मुझे भी अजीब लगा पर जब उसकी आँखों में देखा तब जाना की वो कितना चाहता है तुझे ,, उसके होठो पर हर वक्त तुम्हारा न रहता था , वो जितने खूबसूरत है उनका दिल उस से भी ज्यादा खूबसूरत है ,,
आज उन्ही के बदौलत अंकल सही सलामत है उन्होंने दामाद बनकर नहीं बल्कि एक बेटा बनकर उनका साथ दिया ,, और ये सब करके भी उनके चेहरे पर शिकन के कोई भाव नहीं थे l
आरफा की बात सुनकर भूमि का मन बैचैन हो गया वो वहा से उठकर दौड़ती हुयी घर आयी और अपने कमरे में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया उसका दिल ट्रेन के इंजन की भांति तेजी से धड़क रहा था उसकी आँखों से आंसू निकल आये उसने आँखे मूंद ली और सोचने लगी “उनके इतने करीब होकर भी मैं कभी उन्हें समझ नहीं पायी जान नहीं पायी ,
वो दोनों हाथो से मुझपर प्यार लुटाते रहे और मैं समझ ही नहीं पायी की मेरा दिल क्या चाहता है ,, झूठी मोहब्बत में मैं इतनी अंधी हो गयी की उनका पाक साफ प्यार देख ही नहीं पायी , उन्होंने हमेशा मुझे दिया कभी मुझसे बदले में कुछ नहीं माँगा और मैंने हमेशा उन्हें तकलीफ दी ,,
उसे आकाश के साथ बिताया हर पल याद आने लगा , दिल में दबी मोहब्बत आंसू बनकर बाहर निकल रही थी .. वो घंटो अपना दर्द अपनी तकलीफ उन आसुंओ के जरिये बहाती रही .. जया जब रात के खाने के लिए भूमि को बुलाने आयी तब उसकी तन्द्रा टूटी , मुंह धोकर वह खाने की टेबल पर आ बैठी लेकिन खाना बहुत ही मुश्किल से उसके हलक से निचे उतरा
खाने के बाद उसने कुछ वक्त विक्रम और जया के साथ बिताया और फिर अपने कमरे में चली आयी , पर नींद भूमि की आँखों से कोसो दूर थी , कमरे में टहलते हुए भूमि की नजर उस गिफ्ट पर पड़ी जो जिया ने उसे दिया था भूमि ने उसे उठाया उठाया खोलना शुरू कीया जिसमे 2 डायरी राखी थी एक पर लिखा था “मेरी नंदिनी” और दूसरे पर लिखा था “बेपनाह इश्क़”
Bepanah Ishq by Sanjana Kirodiwal
भूमि ने पहली डायरी “मेरी नंदिनी” खोली और पढ़ना शुरू किया
“कॉलेज का पहला दिन और पहले ही दिन मैं देरी से पहुंचा लेकिन जैसे ही क्लास में जाने वाला था उस से टकरा गया और किताबे सारी निचे जा गिरी , गोल चेहरा , गुलाबी होंठ , लम्बे बाल और चमकती आँखे वो मुझे किसी अप्सरा से कम नजर नहीं आयी ,, उसने सॉरी कहा और किताबे लेकर चली गयी और साथ ही ले गयी मेरा दिल ,, हां मुझे उस से पहली नजर में प्यार जो हो गया था …
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उसका नाम नंदिनी है वो मेरी ही क्लास मेट है और उस से भी ज्यादा ख़ुशी की बात ये है की वो मेरी ही बेंच पर बैठती है ,, जब वो अपनी बड़ी बड़ी पलके उठाकर मेरी तरफ देखकर कुछ कहती है तो दिल की धड़कने जैसे रूक सी जाती है उसके साथ बोरिंग लेक्चर भी अच्छा लगने लगता है
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आज मेरी वजह से उसे डांट सुननी पड गयी हुआ दरअसल ये की मैं ही बार बार उसे डिस्टर्ब कर रहा था और जब उसने मुझे शांत बैठने को कहा तो टीचर ने देख लिया और उसे सबके सामने क्लास से बाहर जाने को कहा ,, कुछ देर बाद मुझे भी निकाल दिया गया अब वो और मैं दोनों क्लास के बाहर थे और फिर मुझे देखकर वो हंस पड़ी ,, कितनी खूबसूरत लगती थी वो जब हँसती थी
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उस से मिले 1 महीना हो चूका है पर उसे अभी तक अपने दिल की बात कह ही नहीं पाया , जब भी वो सामने होती है कुछ बोल ही नहीं पाता बस उसे देखता रहता हु और वो भी मुझे बस देखती रहती है
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आज नंदिनी ने मुझसे दोस्ती के लिए कहा , बहुत खुश हु उसने एक कदम मेरी और जो बढ़ाया
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पिछले एक सप्ताह से वो कॉलेज नहीं आयी है , उसके बिना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता उसका कोई कॉन्टेक्ट नंबर भी नहीं है
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आज पुरे 2 सप्ताह बाद उसे कॉलेज में देखा पहले से बहुत कमजोर लग रही है , पूछने पर उसने बताया की पिछले कुछ दिनों से बीमार थी इसलिए आना नहीं हुआ , पढ़ाई को लेकर बहुत चिंतित थी और फिर मैंने उसे अपने नोट्स दे दिए ..
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वो भी मुझे पसंद करने लगी है ऐसा उसकी दोस्त ने मुझे बताया पर वो खुद कुछ क्यों नहीं कहती है , शायद पहले मुझसे सुनना चाहती है , पर मैं जाकर क्या कहु
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सफेद सूट में वो बहुत खूबसूरत लग रही है , अब मेरा सारा वक्त उसी के साथ गुजरता था ,, पूरा दिन किसी न किसी बात पर दोनों हँसते मुस्कुराते रहते , कैंटीन भी अक्सर साथ साथ जाने लगे … उसकी आदत सी हो गयी थी
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उससे बहुत प्यार करने लगा हु मैं , हर जगह अब वो ही नजर आती है … उसके बिना अब एक एक पल साल की तरह गुजरता है , हिंदी फिल्म का हर रोमांटिक सांग उसी से मिलता जुलता लगता है
मैं चींख चींख कर सबसे कह देना चाहता हु that i’m in love with her
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नंदिनी ने बताया की उसे किसी ने परपोज़ किया है ,, सुनकर दिल टूट गया लेकि फिर जब उसने बताया की उसने मना कर दिया तो दिल किया अभी उसे गले लगा लू …
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पुरे 4 दिन से कॉलेज नहीं जा पा रहा आज पहली बार नंदिनी का फोन आया था दिल थम सा गया जब उसने कहा – मुझे तुमसे कुछ कहना है , जब तुम साथ थे तब समझ नहीं आया ये सब क्या है पर आज जब इतने दिन से तुम दिखाई नहीं दिए तो कुछ अच्छा नहीं लगा ,, मैं तुमसे मिलना चाहती हु कल शाम 5 बजे मैं तुम्हारा विश कैफ़े के सामने इन्तजार करुँगी तुमसे बहुत कुछ कहना है आओगे न … और मैं इतना ही कह पाया हां
उम्मीद है आपको ये सीरीज पसंद आ रही है। आप सब पाठको का साथ और प्यार हमेशा मिला जिसके लिए मैं आपकी शुक्रगुजार हूँ। इस कहानी को या वेबसाइट पर मेरी किसी भी कहानी को पढ़ने वाले पाठको से मेरा एक निवेदन है। जब भी आप कहानी पढ़ते है तो आपके फोन की स्क्रीन पर कुछ ADS दिखाई देते है जिन्हे आप इग्नोर कर देते है या कैंसल कर देते है कृपया ऐसा ना करके एक बार उस AD को जरूर क्लिक करे इस से आपका कोई नुकसान नहीं होगा ये बस मेरी वेबसाइट को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
उम्मीद है आप सब पाठक मेरा साथ देंग,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,हर हर महादेव !!
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