Aur Pyar Ho Gaya – 24
कार्तिक जैसे ही नंदिनी से अपने दिल की बात कहने उसकी और बढ़ा l न जाने सोफिया कहा से आई और आकर उसके गले लग गयी l नंदिनी ने जब देखा तो बर्दास्त नहीं कर पाई और उसकी आँखों में आंसू आ गए l उसने ना चाहते हुए भी अपने कदम पीछे हटा लिए l नंदिनी बिना किसी से कुछ कहे वहा से चली गयी l कार्तिक चाहते हुए भी उसे रोक नहीं पाया बस जाती हुई नंदिनी को देखता रहा l
“बेबी तुम यहाँ और मैं तुम्हे कबसे फोन कर रही हु पर तुम कोई जवाब ही नहीं दे रहे”,सोफिया ने कार्तिक से दूर होते हुए कहा
“सोफिया तुम यहाँ ?”,कार्तिक के मुंह से मुश्किल से दो शब्द निकले
“पापा ने तुम्हे इसी वक्त घर बुलाया है , उन्हें तुमसे एक बहुत जरुरी बात करनी है”,सोफिया ने चहकते हुए कहा
“इस वक्त यहाँ से गया तो वंदना मेम को बुरा लगेगा”,कार्तिक ने बात टालते हुए कहा
“इट्स ओके हम पार्टी ख़त्म होने के बाद चलेंगे , तब तक मैं अपने दोस्तों से मिलकर आती हु”,कहकर सोफिया बिना कार्तिक का जवाब सुने वहा से चली गयी l
कार्तिक वहा से गेट की तरफ गया तब तक नंदिनी वहा से जा चुकी थी l कार्तिक को बहुत बुरा लग रहा था सोफिया का इस वक्त आना जरुरी था क्या ? पता नहीं नंदिनी उसके बारे में क्या सोच रही होगी कार्तिक ने नंदिनी को फोन लगाया लेकिन फोन बंद था l सब सही चल रहा था और फिर से सब गड़बड़ हो गयी l कार्तिक परेशान सा जैसे ही वापस अंदर आया सामने चंदन मिल गया l चंदन गुस्से से कार्तिक को ही देख रहा था वह उसके पास आया और कहा,”ये सब क्या कर रहा है तू ? नंदिनी को क्यों नहीं बताया देन यू लव हर
कार्तिक – मैं बताने ही वाला था की तभी सोफिया………………!! (कहते कहते रुक गया)
चंदन – यार तू अब भी सोफिया और नंदिनी के बिच कन्फ्यूज क्यों है ? तू खुद जानता है की तू उस से नहीं नंदिनी से प्यार करता है , नंदिनी के साथ खुश रहता है तो फिर सोफिया से कह क्यों नहीं देता की वो जो समझ रही है वो सिर्फ और सिर्फ एक अट्रेक्शन है बस और कुछ नहीं
कार्तिक – मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा (परेशान सा)
चंदन – ओके टेल मी तू नंदिनी के साथ ज्यादा खुश रहता है या सोफिया के ?
कार्तिक – नंदिनी !
चंदन – नंदिनी के साथ वक्त बिताना पसंद है या सोफिया के ?
कार्तिक – नंदिनी !
चंदन – तेरी हर अच्छी बुरी आदत के बारे में कौन जानता है सोफिया या नंदिनी ?
कार्तिक – ओवियस्ली नंदिनी
चंदन – तेरे पापा , मॉम को कौन ज्यादा पसंद है ? सोफिया या नंदिनी !
कार्तिक – नंदिनी
चंदन – तेरी हर छोटी से छोटी जरूरत का ख्याल कौन रखता है ? सोफिया या नंदिनी !
कार्तिक – नंदिनी
चंदन – सोफिया के सामने तू हस सकता है , मुस्कुरा सकता है , पर रोता सिर्फ नंदिनी के सामने है जानता है क्यों ? क्योकि इंसान उसी के सामने अपना दर्द रखता है जिसे वो प्यार करता है , जिसे अपना समझता है l और अगर भी तुझे कोई कन्फ्यूजन है न भाई तो जाकर एक बार सोफिया से अपने से जुडी किसी भी चीज के बारे में पूछ लेना आई ऍम श्योर वो सही जवाब नहीं दे पायेगी l आज तूने फिर नंदिनी का दिल दुखाया है कही ऐसा न हो तू उसे पाने से पहले ही खो दे
इतना कहकर चंदन वहा से चला गया पर अपने पीछे छोड़ गया ढेर सारे सवालों के साथ उलझते हुए कार्तिक को l कार्तिक वही पास रखी कुर्सी पर बैठ गया और शुरू से लेकर अब तक की हर बात , घटना के बारे में सोचने लगा और आखिर में उसने महसूस किया की अब तक जो भी फीलिंग्स उसके दिल में थी वो सिर्फ और सिर्फ नंदिनी को लेकर थी l वह नंदिनी से प्यार करता था और उसी के साथ खुश रह सकता था पर कही ना कही सोफिया का प्यार अब भी उसे बंाधे हुए था l पूरी पार्टी में वह सबसे अलग थलग बैठा था l पार्टी कब खत्म हुई उसे पता ही नहीं चला सोफिया ने जब आकर उसे चलने को कहा तो उसकी तंद्रा टूटी l सोफिया ने उसे घर चलने को कहा l कार्तिक उसके साथ साथ चल पड़ा आज वह सारी बातें सोफिया से साफ साफ कह देना चाहता था और घर से अच्छा एकांत और कही नहीं हो सकता l कार्तिक सोफिया की गाड़ी में आ बैठा l सोफिया ने गाड़ी स्टार्ट की और आगे बढ़ा दी l रास्ते भर कार्तिक खामोश रहा बस सोफिया ही कुछ ना कुछ बोलती रही l गाड़ी घर के सामने आकर रुकी तो कार्तिक की तंद्रा टूटी और वह अपने खयालो से बाहर आया सोफिया ने गाड़ी साइड में लगाई और दोनों गाड़ी से उतरकर घर के अंदर चले गए l सोफिया ने कार्तिक से बैठने को कहा l कार्तिक सोफे पर आ बैठा सामने घडी में देखा रात के 10 बज रहे थे इस वक्त सोफिया के पापा को भला उस से क्या काम हो सकता है कुछ देर बाद सोफिया के पापा और मम्मी आये सोफिया भी उनके साथ ही थी तीनो आकर सोफों पर बैठ गए l कार्तिक ने उन्हें नमस्ते किया और कहा,”अंकल आपने इस वक्त घर बुलाया सब ठीक तो है ना
सोफिया के पापा मुस्कुराये और सोफिया की तरफ देखकर कहने लगे,”बेटा मैं तो चाहता था तुमसे सुबह बात करू पर सोफिया नहीं मानी l
“जी कहिये क्या बात है ?”,कार्तिक ने सहजता से कहा
“बेटा मैं तुम्हारे घरवालों से मिलना चाहता हु , मैंने तुम्हारी और सोफिया की शादी करने का फैसला किया है”,सोफिया के पापा ने मुस्कुराते हुए कहा
“ये फैसला करने वाले आप कौन होते है ?”,कार्तिक ने हैरानी से कहा
“कार्तिक ये कोनसा तरीका है डेड से बात करने का , वो हमारी शादी की बात कर रहे है”,सोफिया ने थोड़ा गुस्से से कहा
“आई नो सोफिया , और प्लीज बिच में मत बोलो”,कार्तिक ने सोफिया को घूरते हुए कहा
“पर बेटा इसमें गलत क्या है तुम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हो शादी तो करनी होगी ना , वैसे भी सोफिया मेरी इकलौती बेटी है इसलिए शादी के बाद मैं अपनी सारी जायदाद का 90% हिस्सा इसके नाम करने वाला हु तुम चाहो तो घर जमाई बनकर भी रह सकते हो”,सोफिया के पापा ने बेशर्मी से कहा
“मै ये शादी नहीं कर सकता अंकल”,कार्तिक ने सधी हुई आवाज में कहा
“पर क्यों ? क्या कमी है हमारी सोफिया में ?”,इस बार सोफिया की मम्मी ने कहा
“कोई एक कमी हो तो बताऊ आंटी , आपकी बेटी में पत्नी बनने का एक भी गुण नहीं है”,कार्तिक ने सोफिया की तरफ देखते हुए कहा
“माइंड योर लेंग्वेज , तुम होश में तो हो तुम क्या बोल रहे हो ?”,सोफिया के पापा ने थोड़ा गुस्साते हुए कहा
“हां अंकल आज ही होश में आया हु और आज ही मुझे अहसास हुआ है की सोफिया मेरे लायक नहीं है ,, “,कार्तिक ने बिना डरे कहा
सोफिया के पापा और सोफिया कार्तिक का मुंह ताकते ही रह गए l कार्तिक आगे कहने लगा,”माफ़ी चाहता हु अंकल पर मैं सोफिया से शादी नहीं कर सकता l पहली बार जब मैं इस से मिला तो मुझे लगा की ये शायद मेरी हमसफ़र बन सकती है पर जैसे जैसे इसके साथ वक्त गुजरा तो मुझे इस रिश्ते में घुटन महसूस होने लगी l मेरे शौक , मेरी लाइफ , मेरे दोस्त सब मुझसे दूर होने लगे l इसने इतना बदल दिया मुझे की मैं भूल चूका था की मेरी अपनी भी कोई लाइफ है l सोफिया एक हाई थिंकिंग लेवल की लड़की है और मैं एक सीधे साधे घर का लड़का हु इसकी नीड्स पूरी नहीं कर पाऊंगा सर l
“कार्तिक मुझे अकेले में तुमसे कुछ बात करनी है”,सोफिया ने गुस्से से कहा और अपने कमरे की और बढ़ गयी l
कार्तिक उठा और सोफिया के पीछे पीछे चल पड़ा l कमरे आने के बाद सोफिया ने कार्तिक से कहा,”क्यों नहीं करनी मुझसे शादी ?
कार्तिक – क्योकि मैं किसी और से प्यार करता हु
सोफिया – ओह्ह तो तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुम मुझे छोड़कर अब किसी और से प्यार करोगे
कार्तिक – तुम्हारा प्यार सिर्फ एक अट्रेक्शन है सोफिया और कुछ नहीं
सोफिया – नहीं कार्तिक मैं तुमसे सच में प्यार करती हु आई लव यू (बदहवास सी)
कार्तिक – मुझसे प्यार करती हो ना तो फिर मेरे बारे में सब जानती भी होगी
सोफिया – हां बिल्कुल
कार्तिक – तो बताओ मेरा पसंदीदा रंग कोनसा है ?
सोफिया – ब्लू
कार्तिक – मेरा सबसे बड़ा सपना क्या है ?
सोफिया – ढेर सारे पैसे कमाना
कार्तिक – मेरी फेवरेट डिश क्या है ?
सोफिया – चिकन
कार्तिक – मेरी पहली बेस्ट फ्रेंड का नाम ?
सोफिया – नंदिनी
कार्तिक – मैं सबसे ज्यादा किस से प्यार करता हु ?
सोफिया – मुझसे
कार्तिक – आखरी सवाल हम पहली बार कहा मिले थे ?
सोफ़िया – मॉल में आई थिंक (सोचते हुए)
सोफिया के जवाब कार्तिक मुस्कुराने लगा और कहा,”तुम कहती हो तुम मुझसे प्यार करती हो पर मेरे किसी भी सवाल का जवाब तुम नहीं जानती l सोफीया जब हम किसी से प्यार करते है तो हम सिर्फ उस इंसान से प्यार नहीं करते बल्कि उसके आस पास की हर चीज से हमे प्यार होने लगता है , उसकी ख़ुशी , उसका गम हमे अपना लगने लगता है l उसकी पसंद नापसंन्द अपनी हो जाती है l उसके सपने अपने सपने लगने लगते है l और ये सब मैंने किसी और के साथ महसूस किया है सोफिया !!
सोफिया – मैं जानती हु ये सब किसने किया है ? (गुस्से से कहती है)
कार्तिक – किसने ? और क्या किया है ? (हैरानी से)
सोफिया – ये सब उस नंदिनी ने किया है l उसी ने तुम्हे मेरे खिलाफ सब उल्टा सीधा सिखाया होगा l अरे वो तो चाहती ही नहीं की तुम और मैं साथ रहे l
कार्तिक – पर नंदू ऐसा क्यों करेगी ?
सोफिया – क्योकि वो प्यार करती है तुमसे
कार्तिक – व्हाट ? नंदू मुझसे प्यार करती है ? (हैरानी के भाव उसके चेहरे पर झिलमिलाने लगे , वह नंदिनी से प्यार करने लगा है ये तो वह जानता था लेकिन नंदिनी भी उस से प्यार करती है ये उसे अब पता चला l अब उसे समझ में आ रहा था क्यों नंदिनी सोफिया के साथ उसे देखकर उदास हो जाया करती थी)
सोफिया – शी इज ब्लडी बिच , मुझसे छीन लिया उसने तुम्हे ,, कहती है मैं bunny से इतना प्यार करती हु की सारी जिंदगी उसे मुस्कराते हुए देखकर बिता लुंगी ,, फूल !!
कार्तिक सदमे में खड़ा नंदिनी के बारे में ही सोच रहा था आखिर उसने उस से ये बात क्यों छुपाई ? हमेशा उसे सब कुछ बताने वाली नंदिनी ने उसे ये बात क्यों नहीं बताई ? क्यों नहीं बताया देन देन शी लवस मी l कार्तिक ने धीरे से बड़बड़ाते हुए कहा,”पर उसने मुझसे ये बात क्यों छुपाई ?
सोफिया – क्योकि वो तुम्हे हर्ट करना नहीं चाहती थी l वो तुमसे प्यार करती थी और तुम्हे किसी और से प्यार था तुम्हारी ख़ुशी के लिए अपने जज्बातो को अपने दिल में दबा लिया उसने l पर उसने तुम्हे मुझसे छीन लिया l कार्तिक कार्तिक आई आई रियली लव यू मैं तुम्हे नंदिनी से भी ज्यादा खुश रखूंगी l
कहते हुए सोफिया कार्तिक के पास आई और उसे पागलो की तरह अपनी चूमने की कोशिश करने लगी l उसे अपने से दूर करने के लिए कार्तिक ने उसे धक्का दिया तो खुद भी बेड की बगल में जा गिरा l कार्तिक जैसे ही उठा उसकी नजर बेड के साइड में रखी टेबल पर गई जिस पर एक फोन पड़ा था कार्तिक ने वो फोन उठाया और देखा तो चौंक गया ये उसी का फोन था जो उस रात वह बार में भूल गया था पर ये यहाँ सोफिया के कमरे में कैसे आया ? कार्तिक को धीरे धीरे सब समझ आ रहा था l फोन हाथ में लिए हुए वह सोफिया की तरफ पलटा और कहा,”सोफिया ये फोन यहाँ कैसे आया ?
सोफिया इधर उधर देखने लगी कार्तिक ने फिर पूछा,”सोफिया ये फोन तुम्हारे पास कैसे आया ? कही नंदिनी के उस हादसे में तुम्हारा हाथ………………..!! ” कहते कहते कार्तिक रुक गया
“हां हां मैंने ही करवाया था वो एक्सीडेंट , मैं नहीं चाहती थी की तुम्हारे और मेरे बिच कोई और आये l मैं तो उस नंदिनी को अपने रास्ते से ही हटा देना चाहती थी पर उसकी किस्मत अच्छी थी और वो बच गयी l”,सोफिया ने चिल्लाकर कहा l
कार्तिक ने सुना तो उसे धक्का सा लगा सोफिया इतनी खतरनाक निकलेगी उसने सोचा नहीं था पर वह अपने जुनुन के चलते किसी की जान लेने तक को उतारू हो जाएगी कार्तिक ये सोचकर हैरान था वह सोफिया के सामने आया और एक खींचकर थप्पड़ उसके गाल पर मारते हुए कहा,”तुम इतनी घटिया हरकत करोगी मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था l “
“पर मैं तुमसे प्यार करती हु”,सोफिया ने बेशर्मी से कहा
“मैं नहीं करता तुमसे प्यार और मैं तो क्या दुनिया का कोई भी लड़का तुमसे प्यार नहीं कर सकता जानती हो क्यों ? क्योकि तुम किसी भी रिश्ते के लायक नहीं हो , प्यार जीना सिखाता है किसी की जान लेना नहीं l अपनी जिंदगी को एक नया मोड़ दो सोफिया और सुधारो खुद को . अपने हालातो को वरना किसी दिन तुम्हे अपने आप से नफरत हो जाएगी l आज तुमने मुझे यहाँ बुलाकर बहुत अच्छा किया सोफिया कमसेकम मैं तुम्हारा असली चेहरा तो देख पाया और तुमने खुद साबित कर दिया की नंदिनी से ज्यादा प्यार मुझे कोई नहीं कर सकता l बाय आज के बाद मुझे अपनी शक्ल मत दिखाना !!”,कार्तिक ने कहा और वहा से चला गया l
सोफिया अवाक् सी खड़ी रह गयी ऐसे लगा जैसे कोई उसे अभी अभी कोई आइना दिखाकर गया हो l
कार्तिक कमरे से बाहर आया तो सोफिया के पापा ने सर झुकाकर कहा,”आई ऍम सॉरी बेटा !!
कार्तिक ने उनके हाथो को पकड़ा और धीरे से कहा,”आप सॉरी मत कहिये अंकल बस सोफिया पर ध्यान दीजिये उसे इस वक्त अपनों के साथ की जरूरत है l आप दोनों का प्यार ही अब उसे बदल सकता है l “
कार्तिक वहा से चला गया l आते समय वह सोफिया की गाड़ी में आया था इसलिए वहा से पैदल ही घर के लिए चल पड़ा l फुटपाथ पर चलते चलते उसके दिमाग में सेंकडो सवाल चल रहे थे l सोफिया ने उसे धोखा दिया , नंदिनी ने भी उस से इतनी बड़ी बात छुपाई l प्यार और दोस्ती के दो पाटो में पीसकर सबसे बड़ा नुकसान सिर्फ कार्तिक के दिल का हुआ था l कार्तिक की आँखों म नमी तैर गयी , गला सूखने लगा था , सीने में दर्द का अहसास और दिमाग में बजते सवालों के नगाड़े कार्तिक को गुस्सा दिला रहे थे l गुस्सा था तो सिर्फ एक बात का की नंदिनी ने उस से ये सब छुपाया l अपनी सोच में डूबा कार्तिक सामने आते हुए किसी से टकरा गया
“सॉरी !!”,कार्तिक ने धीरे से कहा
“अरे सॉरी , काहे का सॉरी पी मैंने है और दिखाई तुझे नहीं दे रहा l इतनी रात को क्या जॉगिंग करने निकला है तू”,आदमी ने कहा तो एक तेज बदबू का झोंका कार्तिक के पास आया l आदमी ने शराब पी रखी थी और उसके एक हाथ में आधी भरी हुई बोतल थी l वह डगमगा रहा था लेकिन एक जगह खड़ा था l कार्तिक को अपनी और घूरता पाकर आदमी ने कहा,”देख के तो तू कोई मजनू लगता है , प्यार में धोखा खाकर आया है”
आदमी की बात सुनकर कार्तिक थोड़ा असहज हो गया और दूसरी तरफ देखने लगा l आदमी हँसा और कहा,”प्यार का मारा है , यहाँ सब प्यार के मारे है l ले दो घूंठ मार ले सब भूल जायेगा l
“मैं ये सब नहीं पीता”,कार्तिक ने कहा
आदमी ने कार्तिक को देखा और फिर हसते हुए कहा -: कौन पीता है यहाँ मजा-ए-अहसास के लिए , हम तो पीते है ताकि उन्हें याद रख सके !! , मेरे दोस्त ये ले शराब बड़े से बड़ा गम भुला देती है
आदमी ने बोतल कार्तिक की और बढ़ा दी तो कार्तिक एक साँस में सारी शराब गटक गया l उसे पीते देखकर आदमी भी हैरान गया और कहा,”लगता है तेरा गम बड़ा है !!
कार्तिक ने खाली बोतल आदमी को पकड़ाई और वहा से आगे बढ़ गया l नशे में कदम लड़खड़ाने लगे थे l कार्तिक धीरे धीरे बड़बड़ाते हुए चला जा रहा था और फिर आगे जाकर एक खाली पड़े पत्थर पर बैठ गया l शराब सर चढ़ने से दिल में दबी बातें अब दिमाग में घूमने लगी थी l सड़क पर घूम रहा वो मरियल सा कुत्ता कार्तिक को देखकर इधर से उधर चक्कर काटने लगा और फिर आकर कार्तिक के बिल्कुल सामने बैठ गया l कार्तिक ने उसकी और देखा और फिर अपने चारो और देखा उसे अपने आस पास कोई भी दिखाई नहीं दिया था l l कार्तिक ने सामने देखा फिर ऊपर आसमान की और देखते हुए कहने लगा
-: बहुत मजा आ रहा होगा ना मुझे इस हाल में देखकर l हां हां खूब मजे हो , एन्जॉय सबका दिल रखने के चक्कर में आज मेरा ही दिल टूट गया l क्या गलती थी मेरी बस एक लड़की मांगी थी पर तुमने, तुमने दो दो लड़कियों को साथ भेज दिया एक को मेरी बेस्ट फ्रेंड बना दिया और दूसरी को लवर पर बेस्ट फ्रेंड को भी मुझसे प्यार करवा दिया l लेकिन जो लड़की मेरे लिए सही थी उसने तो मुझसे कभी कहा ही नहीं देन शी लव्ज मी !! “
सामने बैठा कुत्ता कार्तिक की इस हरकत पर ज़रा सा भोंका तो कार्तिक ने आसमान से नजर उठाकर उस पर जमा ली और कहा,”हां हां तुझे भी बताता हु भोंकता क्यों है ? तू जानता है वो नंदू , अरे नंदिनी मेरी बेस्ट फ्रेंड मुझे उस से प्यार हो गया है लेकिन मैं उसे बता पाता उस से पहले ही उस सोफिया ने सारा गुड़ गोबर कर दिया l सोफिया कौन ? अरे वही मेरी कॉलेज लवर जिस से मुझे कभी प्यार हुआ ही नहीं था फिर भी मैं उसे प्यार समझ रहा था l लेकिन आज मैंने हमेशा हमेशा के लिए उस सोफिया को अपने दिल और जिंदगी से निकाल दिया ! लेकिन नंदू मैं उस से भी बहुत गुस्सा हु मेरी बेस्ट फ्रेंड होकर उसने मुझसे ये बात छुपाई l वो भी मुझसे प्यार करती है , बहुत प्यार करती है और अनजाने में कितनी ही बार मैंने उसका दिल दुखाया है , उसे हर्ट किया , उसे रुलाया पर वो …………वो हमेशा मुस्कुराती रहती है कभी कोई शिकायत नहीं करती मुझसे और मैं……………………….मैं उसका बेस्ट फ्रेंड होकर भी उसे समझ नहीं पाया , मैं कभी जान ही नहीं पाया की वो मुझसे प्यार करती है l l मैं सच में उसके लायक नहीं हु पर मैं उसके बिना रह भी नहीं सकता , मुझे नंदू चाहिए (कहते कहते कार्तिक थोड़ा भावुक हो गया) उसने हमेशा मेरा साथ दिया अच्छे बुरे वक्त में , मेरी शरारते , मेरा गुस्सा सब सहन किया करती थी वो , पर उसने मुझसे ये बात छुपाई , ये गलत किया उसने ,, ………………………….!!”
कुत्ता जो की अब तक कार्तिक के सामने बैठा था अब धीरे से आकर बिल्कुल उसकी बगल में बैठ गया और ध्यान से कार्तिक को सुनने लगा l कार्तिक कुछ न कुछ बोले जा रहा था और वह कुत्ता ख़ामोशी से वहा बैठा कार्तिक की हर बात पर अपनी गर्दन हिला रहा था l
“शायद वह कुत्ता भी मोहब्बत का मारा था और उसने भी कभी ना कभी मोहब्बत की थी”
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संजना किरोड़ीवाल