Meri Aakhari Mohabbat – 4
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Meri Aakhari Mohabbat – 4
उस रात के बाद जैसे सब बदल गया , मनु ने खुद को पाखी से दूर कर लिया था .. वो जानबूझकर खुद को पाखी की नजरो में गिराने लगा , जान बूझकर उसे नजरअंदाज करने लगा पाखी जानती थी की वो जानबूझकर ये सब कर रहा है पर कभी उसे कुछ कहा नहीं , और अपने काम और विनीत में बिजी हो गयी , कुछ महीने निकले पाखी और विनीत के बिच अब भी बहस कई बार हो जाती , पर कही न कही प्यार शामिल था उनके रिश्ते में भी
पाखी से दूर होने के बाद भी मनु पाखी की पूरी जानकारी रखता था l मार्च में पाखी ने अपनी नौकरी छोड़ दी क्योकि अप्रैल में उसकी शादी की तारीख तय हो गयी थी ,, और अप्रैल का पूरा महीना वो अपने परिवार के साथ बिताना चाहती थी … नौकरी छोड़ने के बाद वो शादी की तैयारियों में लग गयी चाचा चाची जो की कितने सालो से नाराज थे , पाखी की शादी तय होते ही सब मान गये और खुशियों में शामिल हो गए !!
हसते खेलते दिन हवा के जैसे गुजरते जा रहे थे , पाखी इन सब पलो को अपने केमेरे में कैद किये जा रही थी l ससुराल जाकर उसे ये वक्त बहुत याद आने वाला था .. पाखी ने अपनी शादी का कार्ड मनु को भिजवाया .. और उसके पापा को भी फोन करके आने को कहा पर पाखी की शादी के वक्त वो विदेश में थे खुद तो नहीं आ पाए लेकिन पाखी के लिए ढेर सारे तोहफे भेजे !! पाखी ने जब मनु को आने के लिए फोन किया तो उसने कहा – शादी वाले दिन फोन करोगी तो ही आऊंगा !!
और फिर जल्द ही शादी का दिन भी आ गया , पाखी ने सुबह उठते ही सबसे पहले मनु को कॉल किया और शादी में आने को कहा , मनु ने हां बोलकर फोन काट दिया !!
घर के सारे लोग शादी की तैयारियों में लगे थे , और फिर धीरे धीरे सब शादी वाली जगह चले गए घर पर सिर्फ पाखी और उसकी भुआ की लड़की को छोड़ दिया ,, दोनों घर पर ही रुक गयी मनु भी सब लोगो के साथ शादी वाली जगह ही था पाखी जब उसे कही नहीं दिखाई दी तो उसने मेसेज किया
– कहा हो तुम ?
– घर पर हु दीदी के साथ
– तुमसे मिलने आ सकता हु
– हां आजाओ , कोई परेशानी नहीं है
मनु कुछ ही पल बाद पाखी के सामने था ,, पाखी सीढ़ियों में बैठी थी और उसके पास बैठी दीदी फोन में लगी थी मनु को जब बैठने के लिए कोई जगह नहीं मिली तो पाखी साइड में खिसक गयी और मनु को अपने पास बैठने का इशारा किया ,,
दोनों खामोश थे , पाखी जानती थी की आज वो हमेशा के लिए सबसे दूर चली जाएगी , पर पता नहीं फिर भी क्यों उसका दिल कह रहा था की मनु उस से कुछ कह दे ,
मनु के पास बैठे ना जाने कितनी ही बार उसके मन में ख्याल आया की कुछ गलत हो रहा है .. वो भाग रही है , पर किस से खुद से विनीत से या फिर मनु से ,, पर मानती नहीं थी उसे अहसास था की ये प्यार है पर वो कमजोर पडना नहीं चाहती थी
दीदी दोनों के लिए चाय ले आयी , तो मनु ने पाखी को चिढ़ाने के दीदी से फ़्लर्ट करना शुरू कर दिया पाखी की शक्ल देखने लायक थी .. मनु ने पाखी से कभी इतनी बात नहीं की जितनी आज वो दीदी से कर रहा था l कुछ ही देर में पाखी के सब भाई वह आ गए और पाखी के साथ हसीं मजाक करने लगे ,,, मनु चाहता था पाखी हमेशा हमेशा के लिए उसे भूल जाये इसलिए जान बूझकर ऐसे कर रहा था ..
शाम को सभी औरते मंगल गीत गाने लगी पाखी को हल्दी , दही से नहलाया जा रहा था , वो जबरदस्ती मुस्कुराने की कोशिश कर रही थी ,, सबने बारी बारी उसे हल्दी लगायी … सब के चेहरे पर ख़ुशी और हंसी देख पाखी भी मुस्कुराने लगी !! पूजा करने के बाद पाखी तैयार होने पार्लर चली गयी !
मनु जनवासे में ही था वो स्वागत की सब तयारी देखने में लगा था ,, फिर शाम को घर चला गया और तैयार होने लगा , आज उसने पाखी की गिफ्ट की हुयी शर्ट पहनी थी , एक नजर खुद को शीशे में देखा और पूजा के साथ भारी मन से पाखी के घर चला गया , घर पर सब पाखी का ही इंतजार कर रहे थे वो अभी तक आयी नहीं थी तभी दरवाजे पर एक गाड़ी आकर रुकी
दरवाजा खुलते ही पाखी उसमे से उत्तरी लाल जोड़े में सजी पाखी बहुत खूबसूरत लग रही थी पाखी की बहने उसे अंदर ले आयी , बारात आने में अभी वक्त था , सब पाखी को घेरकर खड़े हो गए .. और उसकी तस्वीरें लेने लगे
मनु भी बस पाखी को देखे जा रहा था पाखी ने उसके पास आकर पूछा – कैसी लग रही हु
मनु ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा – बहुत अच्छी – उसकी आँखे भर आयी तो उसने चेहरा घुमा लिया ,, पाखी की सहेलिया और स्टाफ के लोग आ गए थे पाखी उनकी तरफ चली गयी और सब उसे शादी की बधाई देने लगे .. पर उसकी नजरे बार बार मनु को ही देख रही थी पाखी पूजा के पास आकर खड़ी हो गयी पूजा खुश थी पर कही न कही मनु को लेकर दुखी भी थी , अंशु को उसने गोद में ले रखा था , हमेशा पाखी को परेशान करने वाला अंशु आज पाखी को प्यार से देख रहा था
जब पाखी पूजा के पास खड़ी थी तो अंशु ने पूजा से कहा – मम्मा मैं पाखी दी को किस कर लू
पूजा ने उसे पाखी की तरफ झुका कर कहा कर लो ..
अंशु ने जैसे ही पाखी के गाल पर किस किया पाखी के चेहरे पर मुस्कराहट फ़ैल गयी इस लम्हे को मनु ने अपने फोन के कैमरे में कैद कर लिया ,, ये पाखी की अब तक की सबसे खूबसूरत तस्वीर थी शायद l
थोड़ी देर बाद बारात आ गयी सब लड़किया बाहर दूल्हा देखने भाग गयी ,,पूजा और मनु वही रुक गए , मनु अब भी पाखी को देखे जा रहा था , और पाखी अब भी अंदर ही अंदर अपने आप से झूझ रही थी , दिमाग कह रहा था सब सही है पर दिल कह रहा था कुछ तो गलत हो रहा है , कुछ तो ऐसा है जो उसके हाथ से छूट रहा है ,, मनु ने उसे अपना तोहफा दिया पाखी ने खोलकर देखा तो एक बहुत खूबसूरत सिल्वर चैन थी ,
तभी चाची आ गयी और पाखी को बाहर चलने को कहा , पाखी ने मनु की तरफ देखा उसकी आँखों से आंसू की एक बून्द गिरी और वो बाहर चली गयी …
पाखी के सारे रिश्तेदार जनवासे में पहुंचे ,, पाखी ने देखा पुरे ग्राउंड को बहुत खूबसूरत तरीके से सजाया गया है ! पाखी की सारी बहनो ने पाखी को बिच में खड़े किया और बाकि सब उसके दाये बाये होकर चलने लगी !! जब पाखी स्टेज की तरफ बढ़ रही थी सबकी नजरे पाखी पर ठहर गयी , लाल रंग के जोड़े में वो इतनी खूबसूरत लग रही थी की हर कोई उसकी तस्वीर ले रह था ,,
पाखी को सरप्राईज़ देंने के लिए घरवालों ने रोलिंग स्टेज भी लगवाया था ,, विनीत ने अपना हाथ आगे बढ़ाया तो पाखी उसका हाथ थामे रोलिंग स्टेज पर चली गयी , स्टेज धीरे धीरे घूमने लगा और दोनों पलक झपकते हवा में थे , स्टेज जमीं से काफी ऊपर था , विनीत और पाखी ऊपर थे बाकि सब लोग निचे खड़े थे ,
पाखी को सब सपने जैसा लग रहा था , विनीत और पाखी दोनों आसमान में थे सबसे ऊपर और दोनों पर गुलाब के फूलो की बारिश हो रही थी , पाखी बहुत खुश थी उसने विनीत से कहा – आज से हम दोनों अपनी जिंदगी की नयी शुरुआत करने जा रहे है , कोशिश करूंगी आपको शिकायत का मौका ना दू आई लव यू
Iविनीत मुस्कुरा दिया और कहा – आई लव यू टू
और दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे , निचे खड़े सब लोग पाखी और विनीत के लिए खुश हो रहे थे , मनु भी उन्ही के बिच खड़ा पाखी की तस्वीरें ले रहा था ! पाखी की नजरे भी उसी को तलाश रही थी ,,
पाखी और विनीत ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई , सारा ग्राउंड तालियों से गूंज उठा ,, और फिर धीरे धीरे दोनों निचे आ गए , रोलिंग झूले के बाद दोनों के लिए एक बड़ा सा स्टेज और तैयार किया गया था , जहा आशीर्वाद समारोह संपन्न होना था .. विनीत पहले ही वहा जाकर बैठ गया और विनीत के भाई पाखी की जगह बैठकर नेग मांगने लगे ! ,, नेग लेने के बाद उन्होंने पाखी को वहा बैठने दिया !! पाखी शर्माती हुयी बैठी थी, धीरे धीरे आशीर्वाद समारोह शुरू हुआ और सब वर वधु को आशीर्वाद दे रहे थे ,, मनु वहा से घर चला गया …
रस्मे होने के बाद दूल्हा दुल्हन को खाने की टेबल पर बुलाया गया , वर पक्ष और वधु पक्ष दोनों तरफ से लोग थे , रिश्ते में सब देवर साले साली थे , सबने दोनों को खिलाना शुरू किया तभी विनीत ने बड़ा सा गुलाब जामुन पाखी के मुँह में ठूस दिया पाखी की बहने कहा पीछे रहने वाली थी उन्होंने भी मिठाई का बड़ा सा टुकड़ा अपने जीजाजी को खिला दिया
कुछ ही लोग थे बाकि सब घर चले गए थे , पाखी की चाचिया और कुछ मेहमान वही थे
उनसे कुछ ही दूर बैठे सब के सब हसीं मजाक में लगे थे !!
खाना खाने के बाद सभी घर आ गए , फेरो की रस्म और बाकि की रस्मे घर पर होनी थी
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Sanjana Kirodiwal
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