Main Teri Heer – 84
मुन्ना और वंश अपने अपने एग्जाम्स की तैयारियों में लगे थे। राजन भी प्रताप के चलते कुछ दिनों के लिए शांत हो गया और अपनी पढाई में ध्यान लगाने लगा क्योकि आने वाले दिनों में उसे राजनीती में जो आना था। शिवम् सारिका अपने अपने कामो में बिजी हो गए वही मुरारी अपनी विधायकी में तो अनु अपनी किटी पार्टियों में,,,,,,,,,,,,,,,,,वही इंदौर में गौरी मुन्ना के ख्यालो में थी दिन में एक बार तो वह फोन करके उसे परेशान करती ही थी। ऋतू प्रिया अपनी पढाई के साथ साथ ट्विन्स ब्रदर से दोस्ती बढ़ा रही थी और हमारी काशी उसका पूरा ध्यान अपनी पढाई में था वह चाहती थी की पहले उसके एग्जाम्स अच्छे से हो जाये उसके बाद ही वह शक्ति से बात करेगी।
एग्जाम्स शुरू हुए और सभी अपनी अपनी पढाई को लेकर गंभीर हो गए। इस फाइनल एग्जाम के बाद मुन्ना और वंश को अपना करियर चुनना था और इसके लिए इस साल अच्छे नंबर्स से पास भी होना था। मुन्ना पढाई में होशियार था इसलिए उसके लिए ये मुश्किल नहीं था लेकिन वंश को इस साल काफी मेहनत करनी पड़ रही थी। वही गौरी , काशी , ऋतू , प्रिया को फाइनल के बाद आगे की पढाई का चुनाव करना था। काशी को मैनेजमेंट में जाना था तो वही गौरी चाहती थी अपनी मम्मी की तरह किसी अच्छे बैंक में नौकरी करे। ऋतू प्रिया का फिक्स था उन्हें मॉडलिंग में जाना था। सबने काफी सपने देखे थे और इनकी किस्मत में क्या लिखा था ये तो महादेव ही जानते थे,,,,,,,,,,,!!
होली आ चुकी थी और मुन्ना वंश का आखिरी पेपर होली के 3 दिन बाद था। बनारस में काफी धूमधाम से होलिका दहन हुआ और सबने एक दूसरे को बधाईया दी। होलिका दहन के समय सभी घरवालों के साथ सिर्फ वंश आया था मुन्ना घर पर ही था। ऐसा पहली बार हुआ था की किसी फंक्शन में वंश अकेला था और मुन्ना उसके साथ नहीं था। वंश उदास सा खड़ा था उसके कुछ दोस्त आये तो वंश उनके साथ चला गया। एग्जाम्स की वजह वंश का बाहर जाना और दोस्तों से मिलना जुलना काफी कम हो चुका था इसलिए वह भी चला आया। देर रात तक सभी बाइक्स लिए घूमते रहे। घर जाने के लिए वंश मुरारी के घर के सामने से गुजरा तो बाइक रोक दी। उसका मन हुआ की जाकर मुन्ना से मिल ले लेकिन उस से थोड़ा नाराज था इसलिए नहीं गया और बाहर से ही मुन्ना के कमरे की तरफ देखा। वंश ने देखा रात के 12 बज रहे थे लेकिन मुन्ना के कमरे की लाइट जल रही थी।
“इतनी रात तक जाग रहा है ये लेकिन हमसे मिलने का वक्त नहीं इसके पास , आने दो अब इसे ही मनाने मैं नहीं जाने वाला”,वंश ने मुंह बनाते हुए कहा और तेज स्पीड में बाइक लेकर वहा से चला गया
“थैंक्यू सो मच सर , हम जल्दी ही उस से बात करेंगे और वो आपसे मिलेगा,,,,,,,,,,,,,,ये उसकी लाइफ का सबसे बड़ा ड्रीम है , हमने आपको जो डाक्यूमेंट्स भेजे है वो वेरिफाई हो जाये तो आप हमे बताईयेगा”,मुन्ना ने फोन कान से लगाए हुए कहा
“स्योर मिस्टर मानवेन्द्र आपको मैं ना कैसे कह सकता हूँ ? मैं जल्दी ही अपने मैनेजर से कहकर सभी डाक्यूमेंट्स चेक कर टिकट्स और कॉल लेटर भिजवाता हूँ”,दूसरी तरफ से एक सधी हुई आवाज आयी
“आपका शुक्रिया , हैप्पी होली सर”,मुन्ना ने मुस्कुरा कर कहा
“हैप्पी होली , गुड नाईट”,कहकर दूसरी तरफ से फोन काट दिया गया
मुन्ना ने अपना फोन साइड में रखा और अपने कमरे में लगी महादेव की तस्वीर के सामने आकर कहा,”आपका शुक्रिया , हम जो करने जा रहे है उस से कुछ लोगो को शायद थोड़ी तकलीफ हो लेकिन उस लड़के की इसमें जिंदगी बसती है , आपका आशीर्वाद उस पर बनाये रखना महादेव,,,,,,,,,,,,वो हमारे लिए बहुत खास है”
अचानक मुन्ना की नजर गेट के बाहर बाइक पर बैठे लड़के पर गयी , वह लड़के को तो ठीक से नहीं देख पाया लेकिन बाइक देखकर पहचान गया की वह वंश
था। मुन्ना खुश हो गया अभी अभी वह वंश के बारे में ही सोच रहा था और वंश आ भी गया लेकिन ये क्या वो तो तुरंत चला भी गया। उसे जाते देखकर मुन्ना ने खुद से कहा,”वंश आया लेकिन चला क्यों गया ? हमे लगा वो ऊपर आएगा,,,,,,,,,,,,,,खैर कोई बात नहीं कल होली खेलने तो आएगा ही तब बात करेंगे उस से,,,,,,!!”
मुन्ना अपने बिस्तर की तरफ चला आया , वह सोने की तैयारी करने लगा आज काफी काम किया था उसने इसलिए थकान भी हो रही थी। मुन्ना ने अपना बिस्तर सही किया , तकिया रखा और कंबल रख ही रहा था की फोन पर एक मेसेज आया। मुन्ना ने फोन उठाया और देखा गौरी का मेसेज था मुन्ना ने मेसेज ओपन किया तो उसमे गौरी की अपनी मम्मी और भाई के साथ होलिका दहन की एक बहुत ही प्यारी फोटो थी। मुन्ना उस तस्वीर को देखकर मुस्कुरा उठा उसे याद आया की उसने गौरी को होली तक विश नहीं की है। उसने गौरी का नंबर डॉयल किया और बिस्तर पर आ बैठा।
“मुझे यकीन नहीं हो रहा की तुमने मुझे फोन किया ?”,फोन उठाते ही गौरी ने बिना हाय हेलो के सीधा टोंट मारते हुए कहा
“आप हमसे नाराज है ?”,मुन्ना ने सवाल किया
“मैं और नाराज वो भी तुमसे,,,,,,,,,,,,,,क्या मजाक है ? मैं तुमसे नाराज क्यों होने लगी ? अब इसमें तुम्हारी गलती थोड़ी है की तुम इतना बिजी रहते हो,,,,,,,,!!”,गौरी ने हँसते हुए लेकिन फिर बेचारे मुन्ना को ताना मारते हुए कहा
मुन्ना समझ गया आज उसकी क्लास लगने वाली है इसलिए उसने कहा,”सॉरी,,,,,,हम थोड़ा बिजी थे इसलिए बात नहीं हो पाई आपसे,,,,,,,,,,,वैसे आज आप अच्छी लग रही थी,,,,,,,,,,,फोटो देखी हमने”
“इतना बिजी की मेरी पहली होली तक विश नहीं की तुमने,,,,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने रोआँसा होकर कहा
“पहली होली,,,,,,,,,,,,?”,मुन्ना ने सूना तो हैरानी से कहा
“हाँ तुम्हे आई लव यू बोलने के बाद ये पहला फेस्टिवल है मेरा,,,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने कहा तो मुन्ना हॅसने लगा , कभी कभी गौरी उसे बिल्कुल बच्ची लगती थी जब वो ऐसे बात करती थी। मुन्ना को हँसते देखकर गौरी फिर चिढ गयी और चिढ़ते हुए कहा,”तुम्हे ये फनी लग रहा है ? मैं सच में तुमसे नाराज हूँ मुझे मनाओ”
“अच्छा ठीक है हम माफ़ी चाहते है हमने आपको फोन नहीं किया , अब आप बताईये आपको मनाने के लिए हम क्या करे ?”,मुन्ना ने बड़े प्यार से कहा
“जल्दी से 7-8 किस दे दो”,गौरी ने कहा
“क्या कहा आपने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,क किस ?”,मुन्ना ने किस का नाम सूना तो थोड़ा असहज हो गया
“मैंने वही कहा जो तुमने सुना के आई एस एस मतलब किस,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने कहा
“हम,,,,,,,,,,,,हम ऐसा नहीं कर सकते”,मुन्ना ने धड़कते दिल के साथ कहा
“क्यों ? क्यों नहीं कर सकते ? उस दिन घाट पर तो,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने इतना ही कहा की मुन्ना ने उसकी बात काटते हुए कहा,”आगे कुछ मत कहियेगा,,,,,,,,,,,,,,,उस दिन के लिए हम आपसे माफ़ी चाहते है वो सब अचानक हुआ”
“हाँ क्या सच में ? मतलब कोई फीलिंग नहीं थी ?”,गौरी ने उदास होकर कहा
“अह्ह्ह्ह गौरी हम आपकी बहुत रिस्पेक्ट करते है और ऐसा नहीं है की फीलिंग्स नहीं थी,,,,,,,,,,,,,बस हमें ये सब सुनकर थोड़ी शर्म आ रही है”,मुन्ना ने झिझकते हुए कहा
“ओह्ह्ह्ह ऐसा है क्या ? काश मैं वहा होती तो तुम्हे शरमाते हुए देख पाती”,गौरी ने खुश होकर कहा
“आपके एग्जाम्स हुए ?”,मुन्ना के पास आगे कहने को कुछ नहीं था तो उसने पूछ लिया
“मुझे लगता है इस साल मैं फ़ैल हो जाउंगी”,गौरी ने कहा
“क्यों आपने पढाई नहीं की ?”,मुन्ना ने पूछा
“की ना लेकिन सब सर के ऊपर से गया , मैंने जब भी किताबे खोली उनमे तुम्हारा चेहरा नजर आया,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने थोड़ा रोमांटिक होते हुए कहा
“फिर तो हमारा सीरियस फेस देखकर आपको पढ़ना चाहिए था”,मुन्ना ने कहा
“नहीं ना,,,,,,,,,,सीरियस तो तुम लोगो को दिखाने के लिए रहते हो , मुझे तो बस तुम्हारा हसंता हुआ चेहरा याद है , और वो जब तुम मुझे देखकर शरमा रहे थे , और वो भी जब तुम छुपकर मुझे प्यार से देख रहे थे”,गौरी ने कहा
“आपको हमे और अपनी पढाई को अलग अलग रखना चाहिए”,मुन्ना ने मुस्कुराते हुए कहा और उठकर कमरे में टहलते हुए बात करने लगा।
“सब मिक्स हो गया है , वैसे तुम्हे कॉलेज फेल गर्लफ्रेंड चलेगी ना ?”,गौरी ने अपने कमरे की खिड़की के पास बैठते हुए कहा।
“हम्म्म पर आप चाहे तो हम पढ़ने में आपकी हेल्प कर सकते है”,मुन्ना ने कहा
“वैसे इतने हेंडसम मास्टर जी देखकर किस कम्बख्त का पढ़ने का मन करेगा ?”,गौरी ने खिड़की के बॉटम पर पसरते हुए कहा और फोन अपने गाल पर कान पर रख लिया
“आप सच में पागल है,,,,,,,,,,,अगर हमने आपको पढ़ाया तो हम वो भी भूल जायेंगे जो हमे आता है !!”,मुन्ना ने हँसते हुए कहा
“हम्म्म्म तो भूल जाओ बस मुझे याद रखो,,,,,,,,,,,,,,,,उस किस को याद,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने मुन्ना को छेड़ते हुए कहा
“आप फिर से वो बात,,,,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“अच्छा सुनो पहले तो ना मुझे ये आप आप बुलाना बंद करो,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने एकदम से उठकर बैठते हुए कहा
“क्यों कोई परेशानी है ?”,मुन्ना ने अपने कमरे की खिड़की के पास आकर कहा
“वो जब तुम आप बोलते हो ना तो हसबेंड वाली फीलिंग आती है”,गौरी ने शर्माने की एक्टिंग करते हुए कहा क्योकि वो ऐसी बातो पर शर्माए ये तो शायद ही मुमकिन था , मुन्ना ने सूना तो मुस्कुराने लगा और कहा,”तो फिर हम आपको तुम कहकर बुलाये ?”,
“हाँ बिल्कुल , आई नो तुम बहुत अच्छे हो और मेरी बहुत ज्यादा रिस्पेकट करते हो पर जब तुम आप कहकर बात करते हो अजीब लगता है”,गौरी ने कहा
“हम्म्म्म ठीक है”,मुन्ना ने कहा
“तो कल तुम होली खेलने वाले हो ?”,गौरी ने कहा
“हाँ लेकिन पहले हम घाट जायेंगे”,मुन्ना ने कहा
“क्यों ?”,गौरी ने पूछा
“सबसे पहले रंग महादेव को अर्पित करेंगे उसके बाद खेलेंगे , वैसे घर पर हमारे दोस्त और वंश भी रहेगा तो उन्ही सब के साथ”,मुन्ना ने कहा
“तो फिर कल थोड़ा सा रंग मेरी तरफ से भी लगा लेना”,गौरी ने कहा
“उसकी जरुरत नहीं है”,मुन्ना ने कहा
“वो क्यों ?”,गौरी ने पूछा
मुन्ना ने एक साँस ली और कहा,”क्योकि हम पहले ही तुम्हारे प्यार के रंग में रंग चुके है”
गौरी ने सूना तो उसका दिल धड़क उठा , मुन्ना कभी कभी कुछ ऐसा कह जाता की गौरी खामोश हो जाती थी। मुन्ना ने शायद पहली बार कुछ ऐसा कहा था
गौरी का कोई जवाब ना पाकर मुन्ना ने कहा,”अब ये मत कहना की तुम फिर से हमारे प्यार में गिर गयी हो”
“हाँ,,,,,,,,,,,,,,,हाँ नहीं , नहीं मैं ऐसा कुछ नहीं कहूँगी,,,,,,,,,,,,,,पर मुझे कुछ और कहना है”,गौरी ने कहा
“हां कहो,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“तुम्हे नहीं लगता तुम मुझे कुछ ज्यादा ही सता रहे हो , अब बोल भी दो ना की तुम्हे भी मुझसे प्यार है”,गौरी ने मासूमियत से कहा
“अभी मूड नहीं है”,मुन्ना ने गौरी को परेशान करने के लिए कहा
“हाँ,,,,,,,,,,,,,,,,तो क्या फिर मुझे कही ओर ट्राय करना चाहिए ?”,गौरी ने पूछा
“सोचना भी मत”,मुन्ना ने चिढ़ते हुए कहा
“क्यों ?”,गौरी ने पूछा
“बस नहीं सोचना”,मुन्ना ने बच्चो की तरह जिद करके कहा
“और अगर मैं सोचु तो,,,,,,,,,,,,,?”,गौरी ने पूछा
“तो हम पहले उसे मारेंगे और फिर,,,,,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने इतना ही कहा की गौरी बीच में ही बोल पड़ी,”फिर मुझे मारोगे है ना ?”
“नहीं फिर हम तुमसे रिक्वेस्ट करेंगे की दोबारा ऐसा मत सोचना,,,,,हमारी जिंदगी मे बस कुछ ही लोग है जो हमारे खास है और उनमे तुम भी आती हो”,मुन्ना ने बड़े ही प्यार से कहा
“ओह्ह्ह ऐसी बातें करके तुम मुझे मजबूर कर रहे हो”,गौरी ने मचलते हुए कहा
“किस बात के लिए ?”,मुन्ना ने पूछा
“तुम्हे और ज्यादा पसंद करने के लिए,,,,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने मुस्कुराते हुए कहा
“तो करो हम नहीं रोकेंगे,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“मान,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने बड़े प्यार से कहा
“हाँ,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“मुझसे मिलने आ जाओ ना प्लीज,,,,,,,,,,,,,,,मुझे सच में तुम्हारी बहुत याद आ रही है”,गौरी ने उदास होकर कहा
“अभी मुमकिन नहीं है , एग्जाम्स भी चल रहे है और उसके बाद हमे थोड़ा काम है,,,,,,,,,,,,,,,!!”,मुन्ना ने कहा
“तुम हमेशा ऐसे ही कहते हो मुझे तुमसे बात नहीं करनी,,,,,,,,,,,,!!”,गौरी ने नाराज होकर कहा
“अरे सुनो !! गौरी,,,,,,,,,,,,,,,,लगता है चिढ गयी”,मुन्ना ने अपना फोन देखते हुए कहा। मुन्ना की नजर दिवार पर चली गयी जो की रात के 2 बजा रही थी। गौरी से बात करते हुए मुन्ना को वक्त का पता ही नहीं चला इतनी अच्छी बातें होने के बाद आखिर में गौरी उस से गुस्सा हो ही गयी। मुन्ना गौरी को और परेशान करना नहीं चाहता था इसलिए सोने चला गया लेकिन नींद उसकी आँखो से कोसो दूर थी। उसके कानो में अभी भी गौरी की कही वो बात गूंज रही थी
“मुझसे मिलने आ जाओ ना प्लीज,,,,,,,,,,,,,,,मुझे सच में तुम्हारी बहुत याद आ रही है”
मुन्ना ने करवट ली और मुस्कुराते हुए लेम्प के बटन को ऑन ऑफ करने लगा।
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मुन्ना कैसे करेगा दूर वंश की नाराजगी ? मुन्ना देर रात किन डाक्यूमेंट्स की बात कर रहा था ? मुन्ना गौरी से मिलने जाएगा इंदौर या फिर जारी रहेगी गौरी की नाराजगी ? जानने के लिए पढ़ते रहे “मैं तेरी हीर”
क्रमश – Main Teri Heer – 84
Read More – “मैं तेरी हीर” – 83
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संजना किरोड़ीवाल