Love You Zindagi – 99
By Sanjana Kirodiwal
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नैना पहले से परेशान थी और विपिन जी के फोन ने उसे और उलझन में डाल दिया ! वह अपना सर पकडे बैठी ही थी की तभी मोंटी चाय का कप लेकर उसके पास आया और कहा,”बच्चे अंकल का फोन आया था तुम्हारे पास”
“हम्म्म , पता नहीं अब क्या हुआ है ? डेड को इतने गुस्से में तो कभी नहीं देखा मैंने”,नैना ने कहा
“डोंट वरी मैं हूँ ना मैं तेरे साथ चलूँगा घर !”,मोंटी ने चाय का कप नैना की और बढाकर कहा ,,,
“हम दोनों भी साथ चलेंगे !”,रुचिका और शीतल ने अंदर आते हुए कहा तो नैना ने कहा,”तुम लोग कहा जा रही हो ? नया जॉब नहीं देखना ?”
“भाड़ में गया जॉब , जहा तुम नहीं वहा हम नहीं , वैसे भी मैं तो शादी के बाद घर सम्हालने वाली हूँ और घर में अपना कुछ खुद का बिजनेस शुरू करुँगी !”,शीतल ने नैना की बगल में बैठते हुए कहा !
“मैंने भी रिजाइन कर दिया , ऐसे लोगो के साथ काम करने से अच्छा है मैं अपनी नयी जिंदगी के बारे में सोचू !”,रुचिका ने मोंटी के पास बैठते हुए कहा
“बट गाईज वो मेरी वजह से ये सब कर रहा है , आई डोंट नो की उसके दिमाग में इस वक्त क्या चल रहा है ? लेकिन उसे मुझे रोकना होगा मैं डेड को फिर से हर्ट होते नहीं देख सकती !”,नैना ने परेशान होकर कहा
“इस अनुराग ने तो पूरा रायता फैला दिया है यार , मुझे लगता था ये अच्छा इंसान है लेकिन इतना हरामी निकलेगा सोचा नहीं था !”,रुचिका ने गुस्से से कहा तो मोंटी ने उसके हाथ पर अपना हाथ रखकर कहा,”रूचि , कूल डाउन ,,, छोडो उसे तुम सबको उसके साथ काम करने की कोई जरूरत नहीं है। तुम तीनो को अपने आप को थोड़ा टाइम दो और फिर सोचो लाइफ में क्या करना है ?”
“मेरा क्लियर है मैं अपना खुद का बिजनेस करुँगी !”,शीतल ने कहा
“मैं तुम्हारे साथ रहकर जॉब , लेकिन पहले शादी !”,रुचिका ने कहा
“मुझे तो पहले डेड से मिलना है , अनुराग को लेकर उनकी ग़लतफ़हमी को दूर करना होगा !”,नैना ने कहा
“हम सब साथ चलेंगे नैना , जब तुम हम सबकी जिंदगी में खुशिया ला सकती हो तो हम सब मिलकर तुम्हारी प्रॉब्लम सॉल्व क्यों नहीं कर सकते !”,शीतल ने कहा तो नैना मुस्कुरा उठी और कहा,”तुम सब जैसे दोस्त हो ना तो जिंदगी खूबसूरत ही नहीं बल्कि बहुत ज्यादा बेहतर हो जाती है ! चलो नहाकर आती हूँ मैं फिर चलते है जिंदगी के सबसे कठिन पड़ाव पर”
नैना नहाकर आयी तैयार हुयी एक बार फिर सबने अपना अपना सामान बांधा और हॉल में चले आये , शीतल का बैग नहीं था नैना ने देखा तो कहा,”शीतल तेरा सामान कहा है ?”
“नैना भैया तो रिश्ता तोड़कर जा चुके है , अब मैं कहा जाउंगी ?”,शीतल ने कहा
“धत पागल , तेरी और सार्थक की शादी तक तू मेरे घर में रहेगी , डेड मना नहीं करेंगे !”,नैना ने कहा तो शीतल अपना सामान भी ले आयी और चारो सार्थक से मिलने के बाद वहा से बस स्टेण्ड के लिए निकल गए ! बस स्टेण्ड पहुंचकर मोंटी ने चार टिकट बुक करवाए और आकर चारो अंदर बैठ गए , अच्छी लग्जरी बस थी रुचिका और मोंटी साथ बैठे थे और उनकी बगल वाली सीट पर शीतल नैना ! नैना कोशिश कर रही की उसके अंदर की उथल उसके चेहरे पर दिखाई ना दे लेकिन उसकी आँखे सब बया कर रही थी ! नैना अपने डेड से बहुत प्यार करती थी और नहीं चाहती थी उसकी वजह से विपिन जी एक बार फिर हर्ट हो उसने आँखे मूंद कर सर सीट से लगा लिया। मोंटी ने देखा तो रुचिका से कहा,”यार नैना को ऐसे देख के अच्छा नहीं लग रहा , तुम्हारे पास कोई आईडिया है”
“हम्म्म एक मिनिट कहकर रुचिका अपनी सीट से उठकर बस की गैलरी में आयी और गाने लगी
“कभी थोड़ा रो ले , कभी थोड़ा हंस ले
बेकार की उलझनों को कह दो टाटा बाय
कभी मुस्कुराना है कभी खिलखिलाना है
खुशियों को कर लो वेलकम इनसाइड “
नैना ने सूना तो अपनी गर्दन रुचिका की और घुमा दी , शीतल ने सूना तो वह भी उठ खड़ी हुई और रुचिका का साथ देते हुए गाने लगी
“जिंदगी ये तेरी मेरी जिंदगी आ जी ले जरा उड़के लाइक बटरफ्लाय
यारियां ये तेरी मेरी एरिया , कहती है नहीं जरूरत तेरी भाई वाई
इक बार भुला के तुम सब कह दो खुद से भी कभी
लव यू जिंदगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,इक बार जरा कह दो तुम भी
लव यू जिंदगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,हमसे कोई अच्छा नहीं
लव यू जिंदगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,दुनिया है बुरी और हम भी है सभी
लव यू जिंदगी !!! ओहो
बस अपनी स्पीड में चली जा रही थी और मोंटी के साथ साथ बस के सभी लोग रुचिका और शीतल का गाना सुन रहे थे। नैना बस चुपचाप सुन रही थी और उनकी नौटंकिया देख रही थी। रुचिका उसकी बगल में आकर बैठी और गाने लगी,
“इतने मासूम है,,,,,,,,,,,,,,,,सीधे को उल्टा चला दे
इतना सुकून है,,,,,,,,,,,,,,,,आ कुछ तुझे भी सूना दे
शीतल ने सीट से लगकर नैना को देखते हुए गाने लगी
“इतनी खामोश है क्यों ?,,,,,,,,,,,,,,,,,हम सब तेरे साथ है ना
मुश्किल हो रास्ते,,,,,,,,,,,,,,हाथो में तो हाथ है ना
मोंटी जिसे ये सब सुन सुन कर मजा आ रहा था एकदम से उठा और गाने लगा,”आंसू नहीं,,,,,,,,,,,गम भी नहीं,,,,,,,,,,,,,,,,,तेरे चेहरे पर जचती ख़ुशी,,,,,,!!
नैना मुस्कुराई और गाने लगी
“लव यू जिंदगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,जिसमे मिले हो तुम सभी
लव यू जिंदगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,बिछड़ेंगे ना हम कभी
लव यू जिंदगी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तेरे होने से ही है हम सभी,,,,,,,,,,,,,,,लव् यू जिंदगी !!
बस में माहौल काफी खुशनुमा हो चला था , रुचिका शीतल और नैना मोंटी ने सबको गाने पर मजबूर कर दिया था और सभी उनके साथ लव यू जिंदगी गाये जा रहे थे। देर रात सभी लखनऊ पहुंचे मोंटी ने कैब बुक की और चारो घर पहुंचे , विपिन जी उस वक्त सो चुके थे इसलिए आराधना ने चारो का खाना ऊपर ही भिजवा दिया ! खाना खाकर सभी सोने चले गए सुबह नैना की आँख जल्दी ही खुल गयी तो उसने बाकि सबको भी उठा दिया और सभी नीचे चले आये निचे आकर उन सब्बने चाय पी तब तक विपिन जी आये और नैना से कहा,”ये तुम्हे ठीक नहीं किया नैना”
“मैंने क्या किया है डेड ?”,नैना ने बेचारगी से कहा
मोंटी रुचिका और शीतल चुप थे क्योकि आज पहली बार विपिन जी थोड़ा गुस्से में थे। उन्होंने कुछ देर चुपचाप उनकी बात सुनना ही सही समझा और मन ही मन प्रार्थना भी कर रहे थे की नैना भी उन्हें सामने से कोई जवाब ना दे !
“तुमने अनुराग पर हाथ उठाया , नैना उसके साथ तुम्हारा रिश्ता होने जा रहा है ,,, तुम ऐसा कैसे कर सकती हो ?”,विपिन जी ने कहा तो नैना और बाकि सब समझ गए की ये आग अनुराग ने ही लगायी है। नैना विपिन जी के पास आयी और कहा,”डेड डेड मेरी बात सुनिए ऐसा करने के पीछे वजह थी”
“वजह तुम्हारा गुस्सा है नैना ? इतना गुस्सा लेकर कैसे जी पाओगी ? किसी पर भी हाथ उठा देना सही है क्या बोलो !”,विपिन जी पहली बार नैना पर चिल्लाये ! नैना ने फिर भी उन्हें समझाने की नाकाम कोशिश की और कहा,”आप मेरी बात तो सुन लीजिये डेड अनुराग ने जो किया वो सही नहीं था , मजबूरन मुझे ऐसा करना पड़ा”
“मुझे कोई सफाई नहीं चाहिए नैना , अभी के अभी अनुराग को सॉरी कहोगी तुम और आज के बाद तुम्हे दिल्ली में रहने की कोई जरूरत नहीं है”,विपिन जी ने अपना फैसला सूना दिया
“पर डेड,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!”,नैना ने कहना चाहा तो विपिन जी ने नैना के सामने हाथ करके कहा,”बस नैना बहुत हो गया , पहले उसे सॉरी उसके बाद मुझसे बात करो !”
“नो डेड मैं उसे सॉरी नहीं कहूँगी !”,कहकर नैना वापस ऊपर चली गयी !
आराधना जी सब सुन रही थी वे विपिन जी के पास आयी और कहा,”एक बार उसकी बात तो सुन लीजिये वो क्या कहना चाहती है !”
“नहीं अरु वो फिर कोई बेफिजूल सा बहाना बना देगी , इस बार उसने जो किया है वो अच्छा नहीं किया !”,विपिन जी ने कहा
“अंकल इस बार भी नैना की कोई गलती नहीं है वो अनुराग ही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,मोंटी ने कहना चाहा तो विपिन जी उसकी और पलटे और कहा,”देखो मोंटी तुम उसके दोस्त हो उसे समझाने के बजाय तुम मुझसे बहस कर रहे हो। नैना ने अनुराग पर हाथ उठाया है और ये मामूली बात नहीं है !”
“पर अंकल,,,,,,,,,,,,!”,रुचिका ने कहना चाहा तो विपिन जी उसके पास आये और कहा,”देखो बेटा जी आप सब उसके दोस्त हो , अच्छी बात है उसके दोस्त बनकर रहो लेकिन इस मामले में कोई राय मत दो !”
रुचिका और शीतल ने महसूस किया की अनुराग ने जो कुछ भी विपिन जी से कहा है उसकी वजह से विपिन जी हर्ट है उन्होंने उस वक्त ना बोलना ही ठीक समझा और चुप रही ! विपिन जी परेशान से सोफे पर आ बैठे और कहने लगे,”चाहता हूँ नैना की शादी से पहले उसका गुस्सा थोड़ा कम हो जाये लेकिन ये तो दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। इस गुस्से की वजह से उसकी आने वाली जिंदगी पर बुरा असर पडेगा , शादीशुदा जिंदगी में बहुत सी बाते ऐसी होती है जिन्हे बर्दास्त करना होगा , हर बात के लिए हम किसी पर हाथ नहीं उठा सकते ,,, कल को इसने अपने ससुराल में ही किसी पर हाथ उठा दिया तो क्या इज्जत रह जाएगी हमारी ? नैना तो जैसे कुछ सुनना ही नहीं चाहती मैंने ही उसे सर पर चढ़ा रखा है !”
तभी दरवाजे पर आकर दयाल काका ने कहा,”विपिन जी ये कोई लिफाफा आया है !”
विपिन जी ने उन्हें अंदर आने का इशारा किया वो लिफाफा लिया और खोलकर देखा तो पाया उसमे कुछ फोटोग्राफ्स थे। विपिन जी एक के बाद एक फोटोग्राफ्स देखते गए और उनके चेहरे के भाव बदलते गए। वो फोटोग्राफ्स देखकर वे उठ खड़े हुए , शीतल मोंटी रूचि और आराधना जी भी जानना चाहते थे की आखिर उन फोटोज में क्या था ? विपिन जी के बदले हुए हाव भाव देखकर आराधना ने वो फोटोग्राफ्स लिए और देखा तो उनके चेहरे पर भी गुस्से वाले भाव आ गए !
मोंटी ने उनसे फोटोज लिए और शीतल रुचिका के साथ उन्हें देखने लगा लेकिन इन तीनो के चेहरे पर दुःख या गुस्से के बजाय ख़ुशी के भाव थे। उन तस्वीरों में अनुराग एक लड़की के साथ था जिसे तीनो ही नहीं जानते थे लेकिन उनकी तस्वीरें जितनी क्लोज थी उस हिसाब से तो यही लग रहा था की वो अनुराग की गर्लफ्रेंड है। आगे की तस्वीरों में अनुराग नैना के करीब था , एक तस्वीर में उसने नैना का हाथ पकड़ा था और एक में वह नैना को छूने के लिए हाथ बढ़ा रहा था ! मोंटी का तो मन किया ख़ुशी से उछलकर सबको बता दे की अनुराग का भांडा फूट चुका है। रुचिका और शीतल भी खुश थी की नैना की जिंदगी में अब सब सही हो जाएगा। विपिन जी को तो तस्वीरें देखकर यकीन ही नहीं हुआ की उनकी पसंद कितनी गलत थी ! उन्हें चुप देखकर मोंटी उनके पास आया और कहने लगा,”देखा अंकल यही सब तो नैना आपको बताना चाह रही थी , अनुराग उसके लायक नहीं है वो बहुत ही घटिया और गिरा हुआ इंसान है ,, नैना ने उसे थप्पड़ तब मारा जब उसने नयना के साथ बदतमीजी करने की कोशिश की !”
“ये मैंने क्या किया ? मुझसे इतनी बड़ी भूल कैसे हो सकती है ? बिना सोचे समझे मैंने नैना का रिश्ता इस से तय कर दिया,,,,,,,,,,,,,उसे कितना डाटा उसे कितना दुःख पहुंचा होगा !”,विपिन जी ने भावुक होकर कहा तो रुचिका उनके पास आयी और कहने लगी,”अंकल हम लोग सिर्फ नैना के दोस्त ही नहीं है , उसे समझते भी है उसे गलत इंसान के हाथो में जाने नहीं दे सकते ! प्लीज अंकल अनुराग से नैना का रिश्ता मत कीजिये वो कभी खुश नहीं रह पायेगी !
“अरे नहीं बेटा मैं ऐसे लड़के से नैना की शादी नहीं कर सकता , मुझे लगा अनुराग अच्छा लड़का है नैना को पसंद करता है उस से प्यार करता है लेकिन यहाँ तो कुछ और ही दिख रहा है। पता नहीं नैना मेरे बारे में क्या सोच रही होगी ? उसका डेड होकर मैं आज उसे समझ नहीं पाया”,विपिन जी की आँखों में आंसू आ गए
“अरे परेशान मत होईये अंकल नैना आपसे बहुत प्यार करती है , आप हर्ट ना हो इसलिए तो बर्थडे वाले दिन कुछ नहीं कहा उसने , अभी भी जाकर आप उसे प्यार से गले लगायेंगे ना वो पिघल जाएगी !”,शीतल ने कहा
“मैं मैं उस से मिलकर आता हूँ !”,कहकर विपिन उन तस्वीरों के साथ ऊपर नैना के कमरे की और चले गए।
रुचिका ने तो मारे ख़ुशी के मोंटी को गले ही लगा लिया आराधना ने देखा तो खस्ने खांसने का नाटक किया। रुचिका मोंटी से दूर हुई और शीतल का हाथ थामकर ख़ुशी से चहकने लगी ! आराधना ने कहा,”चलो आओ तुम सब नाश्ता कर लो”
“लेकिन आंटी नैना ?”,शीतल ने कहा
“उन्हें नैना को मनाना अच्छे से आता है !”,आराधना ने कहा और सबको लेकर डायनिंग टेबल के पास चली आयी ! विपिन जी ऊपर नैना के कमरे में आये देखा नैना खिड़की के पास खड़ी बाहर देख रही है तो विपिन जी ने कहा,”नैना !
“हां हां डेड !”,कहते हुए नैना उनके सामने आयी तो विपिन जी ने आगे बढ़कर उसे गले लगाया और कहा,”आई ऍम सॉरी मेरे बच्चे , बिना तुम्हारे मन की बात जाने मैंने अनुराग को तुम्हारे लिए चुना , और तुम पर गुस्सा भी किया ! तुम्हे उस से शादी करने की कोई जरूरत नहीं है , तुम्हारा जब मन करे तब शादी करना , जिस से मन करे उस से शादी करना ! मेरी बातो का बुरा मत मानना बेटा !”
“डेड कैसी बाते कर रहे है आप ? आपकी बेटी ने आज तक कुछ गलत नहीं किया है डेड ना करेगी ,, अपने लिए आवाज उठाना गलत नहीं है ना डेड ये आपने ही सिखाया है !”,नैना ने कहा तो विपिन जी ने नैना का चेहरा अपने हाथो में लिया और उसका सर चूमकर कहा,”तुम मेरी बेटी नहीं मेरा बेटा हो , और मुझे गर्व है अपने इस बेटे पर ,,, चलो निचे चलो मिलकर नाश्ता करते है !”
विपिन जी और नैना हँसते मुस्कुराते चल पड़े , चलते चलते विपिन जी ने वो सब फोटोज टेबल पर रख दिये। निचे आकर सबने मिलकर ख़ुशी ख़ुशी नाश्ता किया। विपिन जी ने अनुराग के मामा को फोन करके नैना और अनुराग के रिश्ते के लिए मना कर दिया। नैना रुचिका शीतल और मोंटी सभी बहुत खुश थे। दिनभर सभी बाते करते रहे नैना ने शीतल के बारे में विपिन जी को बताया तो उन्होंने शीतल की शादी तक उसे अपने घर में रहने को कहा और उसे अपना घर समझने को कहा। शीतल को माँ बाप का प्यार मिल गया इस से बड़ी ख़ुशी की बात उसके लिए क्या हो सकती थी ! दोपहर के खाने के बाद चारो नैना के कमरे में आये नैना ने जैसे ही फोटोज देखे ख़ुशी से उछल पड़ी और कहा,”वॉव ये किसने किया ?”
“शायद अवि ने किया हो !”,रुचिका ने कहा
“अरे नहीं नहीं वो एक नंबर का फट्टू है वो ये सब नहीं करेगा पर जिसने भी किया है क्या कमाल का काम किया है ना मुह्हह्हआआ !”,नैना ने हवा में किस करते हुए कहा
“हां यार अवि ऐसा नहीं करेगा वो तो चंडीगढ़ में है ना लेकिन ये भी कोई वेलविशर ही होगा तुम्हारा”,शीतल ने कहा तो नैना बैड पर आ बैठी और कहा,”हां ये प्रॉब्लम से तो पीछा छूटा अब लेती हूँ उस अनुराग की क्लास” कहकर नैना ने अपना फोन निकाला और अनुराग को विडिओ कॉल लगा दिया ! एक रिंग के बाद ही नैना ने सबको छुप रहने का इशारा किया उधर अनुराग ने फोन अटेंड किया और कहा,”मैं जानता था नैना तुम मुझे फोन जरूर करोगी,,,,,,,,,,,,,,सॉरी बोलने की जरूरत नहीं है ,, इट्स ओके !”
नैना ने अपनी बांयी भंव चढ़ाई और कहा,”अबे भूतनी के , तुझे लगता है मैंने तुझे फोन सॉरी बोलने के लिए किया है , तेरे सॉरी की बत्ती बना के न तेरी ही,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुझे क्या लगता है मेरे बाप को कुछ बोलेगा और वो मान लेंगे ! तेरे जैसे दस कमीने मरे होंगे ना तब मेरी जैसी एक पैदा हुई होगी ,,, लगता है उस दिन वाले घुसे से तेरा दिमाग ठिकाने नहीं आया , पर बेटा जल्दी आ जाएगा। ये जो पैसा पैसा तू करता है ना एक दिन इसी पैसे ने तेरे “L” नहीं लगाए ना तो मेरा नाम बदल दियो। और सुन शादी करुँगी मैं तेरी आँखों के सामने उसी से जिसने तुझे तेरी औकात दिखाई थी अवि चौधरी ,,,मिलते है शादी के दिन !”
कहकर नैना ने फोन काट दिया तो रुचिका ने कहा,”नैना अवि ने क्या किया ?”
रुचिका के पूछने पर नैना ने वो ट्रेफिक वाली बात रुचिका को बताई जो नैना ने अपनी आँखों से देखा था लेकिन उस वक्त अवि उसे देख नहीं पाया था ! रुचिका ने सूना तो कहा,”तुम दोनों एक दूसरे के लिए परफेक्ट हो बस अब अंकल तेरे और उसके रिश्ते के लिए हां कह दे !”
विपिन जी अपने कमरे में बैठे सोच में डूबे हुए थे , अनुराग के साथ जो लड़की तस्वीर में थी वो कोई और नहीं बल्कि हनी थी जिसे विपिन जी अवि की गर्लफ्रेडं के रूप में जानते थे ! उन्हें अवि के लिए बुरा लग रहा था। अवि को वे अपना दोस्त मानते थे जब अवि को पता चलेगा उसकी गर्लफ्रेंड और नैना के होने वाले पति का चक्कर है तो कितना बुरा लगेगा उसे ! काफी देर वह इसी उलझन में उलझे रहे लेकिन कोई हल नहीं मिला , शाम होने को आयी तो मन बहलाने के लिए बाहर घूमने निकल गए ,,,रुचिका और मोंटी उस रात वही रुके और अगली सुबह रुचिका अपने सामान के साथ जयपुर और मोंटी अपने घर चला गया !
एक हफ्ता गुजर गया अवि अपने नए काम में ऐसा उलझा की बाहर ही ना निकल पाया। एक हफ्ते बाद वह अपने मॉम डेड को लेकर लखनऊ आया उन्हें होटल रुकने को कहा और कहा की पहले वह खुद नैना के डेड से मिलेगा उस के बाद आप लोगो को मिलवाएगा। चौधरी साहब और सौंदर्या जी मान गयी और वे दोनों लखनऊ घूमने निकल गए अवि नैना के घर चला आया ! सुबह सुबह ही किसी ने गाड़ी का हॉर्न बजाया दयाल काका ने गेट खोला तो पाया की सामने अवि था गाड़ी में उसे देखते ही दयाल काका ने ख़ुशी ख़ुशी गेट खोल दिए और अवि अपनी गाडी लेकर अंदर चला आया ! विपिन जी बगीचे में ही टहल रहे थे अवि को देखते ही उसके पास आये और ख़ुशी जताते हुए कहा,”अरे अवि बेटा तुम , आओ आओ अंदर आओ !”
“मुझे आपसे कुछ बात करनी है अनुराग के बारे में”,अवि ने कहा
अवि के मुंह से अनुराग का नाम सुनकर विपिन जी समझ गए की अवि को सब सच पता चल चुका है उन्होंने अवि के साथ अंदर आते हुए कहा,”देखो बेटा मैं मानता हूँ अनुराग ने बहुत गलत किया ऐसे तुम्हारी गर्लफ्रेंड से रिलेशन रखना बहुत गलत था। पर बेटा नैना से तुम ये सब मत कहना !”
“गर्लफ्रेंड ?,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,कौन गर्लफ्रेंड ?”,अवि ने हैरानी से कहा
“अरे हनी हनी वो जो फ्लैट में मिलने आयी थी तुमसे वही , अनुराग और उसके बीच जो चल रहा है उसे भूल जाओ बेटा”,विपिन जी ने कहा
“फिर मैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,अवि ने कहा
“तुम्हारा दर्द समझ सकता हूँ,,,,,,,,,,,,,,,तुम तुम नैना से शादी क्यों नहीं कर लेते ? तुम इतने अच्छे हो , समझदार हो मुझे पूरा विश्वास है मेरे बाद तुम नैना को सम्हाल लोगे , नैना से तुम्हारी अच्छी बनती है देखा मैने,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,विपिन जी ने कहा
“कैसे बाप है आप ?”,अवि ने सवाल किया
“बहुत अच्छा बाप हूँ और ये एडवाइज मैं तुम्हे एक बाप बनकर नहीं बल्कि एक दोस्त बनकर दे रहा हूँ ,, नैना बहुत अच्छी लड़की है हमेशा तुम्हारा ख्याल रखेगी ,, थोड़ा गुस्सा जल्दी आता है उसे लेकिन मुझे यकीन है तुम्हारे साथ रहकर सुधर जाएगी वो,,,,,,,,,,,,,,,,,प्लीज प्लीज ना मत कहना !”,विपिन जी ने कहा
“और नैना मानेगी ?”,अवि ने फिर सवाल किया
“यार सारी बातें मैं बताऊ वो नहीं भी माने तो मना लेना उसे , तुमसे अच्छा दामाद मुझे कही नहीं मिलेगा और मुझसे अच्छा ससुर तुम्हे कही नहीं मिलेगा जो ये जानता है की तुम सिगरेट पीते हो फिर भी अपनी बेटी की शादी तुमसे करवा रहा है !”,विपिन जी ने कहा
“ठीक है नैना कहा है ?”,अवि ने पूछा
“ऊपर अपने कमरे में है !”,विपिन जी ने कहा
“ठीक है मैं पूछकर आता हूँ !”,कहकर अवि नैना के कमरे की और चला गया पीछे से विपिन जी फिंगर क्रॉस कर रहे थे की नैना मान जाये ! अवि ऊपर कमरे में आया नैना अभी तक सो रही थी शीतल वही थी अवि को देखते ही शीतल के चेहरे पर ख़ुशी आ गयी उसने नैना को उठाना चाहा तो अवि ने मना कर दिया और चुप रहने का इशारा किया। वह धीरे धीरे चलके नैना के पास आया और अपने होंठो को नैना के कानो के पास लाकर कहा,”गुड़ मॉर्निंग !”
नैना ने कानो में जैसे ही आवाज पड़ी अंगड़ाई लेते हुए उसने करवट बदली जब सामने अवि को देखा तो जल्दी से उठकर बैठ गयी और कहा,”तुम,,,,,,,तुम सच में मेरे सामने हो !”
अवि ने नैना के गाल को अपनी उंगलियों से छुआ और कहा,”हम्म्म्म !”
नैना तो मारे ख़ुशी के उसके गले आ लगी और कहा,”डेड ने अनुराग से मेरा रिश्ता तोड़ दिया , आई ऍम सो हैप्पी !”
“मालूम है !”,अवि ने सहजता से कहा
नैना उस से दूर हुई और कहा,”तुम्हे कैसे पता ?”
“वो फोटोग्राफ्स मैंने ही भिजवाए थे”,अवि ने कहा तो शीतल और नैना हैरानी से देखने लगी। अवि उठा और कहने लगा,”तुम्हे क्या लगता है मिस नैना सिर्फ तुम प्लानिंग कर सकती हो , मैं भी प्लान बना सकता हूँ। जब तुम्हे परेशान देखा तो अच्छा नहीं लगा इसलिए हनी से हेल्प मांगी”
“पर कब ?”,नैना ने सवाल किया
“जिस दिन तुम लोग ऑफिस गए थे तब मैंने ही हनी को अनुराग के ऑफिस भेजा था , उसने वहा मेरा पर्सनल कैमेरा फिट किया ताकि मुझे अनुराग से जुड़ा कोई क्लू मिल सके , बस मिल गया सबूत !!”,अवि ने कहा तो नैना ने एक बार फिर उसे गले लगा लिया और कहा,”थैंक्यू सो मच !!”
क्रमश – Love You जिंदगी – 100
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संजना किरोड़ीवाल !