Love You Zindagi – 64
अनुराग के साथ डांस करके नैना को कुछ अच्छा नहीं लग रहा था। वह वहा से हटकर शीतल और रुचिका के पास चली आयी , अनुराग को भी थोड़ा सा अजीब लगा लेकिन उसने नैना से कुछ नहीं कहा और दूसरे लोगो के साथ बिजी हो गया लेकिन घूम फिरकर अनुराग की नजरे नैना पर चली ही जाती। खाना शुरू हो चुका था नैना रुचिका और शीतल के साथ आकर खाना खाने लगी। खाना खाते हुए नैना की नजर कुछ ही दूर खड़े अनुराग पर चली गयी वह उसे ही देख रहा था ! नैना पलट गई और शीतल से कहा,” यार ये मैनेजर को क्या हो गया है ? तबसे घूरे जा रहा है बस”
“मैनेजर नहीं यहाँ खड़े आधे से ज्यादा लड़को की नजर तुम पर है”,रुचिका ने खाते हुए कहा
“जल्दी से खाना खाओ फिर निकलते है यहाँ से”,नैना ने कहा
“हां राज का भी फोन आ रहा है उसे पता चला मैं बाहर हूँ तो नाराज होगा वो”,शीतल ने अपना फोन देखते हुए कहा
राज का नाम सुनकर नैना का मूड ऑफ हो गया लेकिन उसने कुछ नहीं कहा बस चुपचाप खाती रही। कुछ देर बाद तीनो जय को विश करके वहा से निकल गयी। रात 10 बजे तीनो अपार्टमेंट पहुंची लेकिन अपार्टमेंट के लोग जाग रहे थे और आधे से ज्यादा लोग पांडाल में माँ का जगराता सुन रहे थे। शीतल भी उन दोनों को खींचकर वहा ले आयी और तीनो सबसे पीछे बैठकर सुनने लगे। कुछ ही देर में नैना को नींद आने लगी और वह रुचिका को फंसाकर खुद वहा से खिसक गयी ! सीढ़ियों से होकर नैना ऊपर चली आयी न चाहते हुए भी नजर अवि के फ्लैट की और चली गयी दरवाजा आधा खुला हुआ था , नैना उसके फ्लैट की और चली आयी ! दरवाजा खुला हुआ था इसलिए नैना अंदर चली आयी उसने इधर उधर देखा अवि कही दिखाई नहीं दिया नैना जैसे ही जाने के लिए मुड़ी अपने पीछे सोफे पर लेटे अवि पर उसकी नजर चली गई नैना उसके सामने आकर खड़ी हो गयी और देखते हुए खुद से कहने लगी,”कैसे आराम से सो रहा है ये बंदा ? और सोते हुए बिल्कुल बच्चो जैसा लग रहा है। मिस्टर पडोसी ये वक्त सोने का नहीं है अपने प्लान को अंजाम देने का है। लेकिन इस वक्त तुम्हे उठाने का मन भी नहीं कर रहा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,खैर जाने दो सुबह बात करते है !”
नैना ने कहा जाने लगी एक दो कदम चलकर उसे कुछ याद आया और वह अवि के कमरे की और चली गयी अंदर से एक कम्बल उठाया और लाकर अवि को ओढ़ा दिया। अवि के चेहरे पर सुकून था नैना ने देखा और एक बार फिर खुद से कहा,”वेल डन नैना कभी कभी तुम अच्छा काम करती हो।”
नैना वहा से बाहर चली आयी और दरवाजा धीरे से बंद कर दिया। अपने फ्लेट में आयी और कपडे चेंज करके सोने चली गयी !!
सुबह नैना उठी और आंखे मसलते हुए बाहर आयी तो किचन एरिया में अवि को देखकर हैरान रह गयी और उसके पास आकर कहा,”तुम इतनी सुबह यहाँ क्या कर रहे हो ? वो भी किचन में !”
“तुम्हारे लिए नाश्ता बना रहा हूँ , स्पेशल ऐग सेंडविच , आई नो तुम्हे बहुत पसंद आएगा”,अवि ने बिना नैना की और देखे अपना काम करते हुए कहा
“व्हाटएवर ! रुचिका और शीतल कहा है ?”,नैना ने इधर उधर देखकर कहा
“उन्हें मैंने बाहर भेज दिया हम दोनों के बिच उनका क्या काम ?’,अवि ने नैना की और देखकर प्यार से कहा
“मतलब ?”,नैना ने हैरानी से कहा
अवि प्लेट लेकर नैना के सामने आया और एक टुकड़ा तोड़कर उसे खिलाते हुए कहा,”कैसा है ?”
“उम्म्म अच्छा है !”,नैना ने कहा
“येह आई नो मैं सब अच्छा ही बनाता हूँ ! यू नो आई ऍम गुड कूक !”,अवि ने अपनी तारीफ में खुद ही कहा !
“हम्म्म आई नो !”,नैना ने दूसरा टुकड़ा खाते हुए कहा
अवि नैना के थोड़ा करीब आया और कहा,”तो फिर एक थैंक्यू तो बनता है ना !”
नैना के मुंह में सेंडविच था उसने भँवे उचकाई तो अवि उसके थोड़ा और करीब आया और अपने होंठो से उसके गाल को छू लिया !
“शीट शीट शीट नो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,.”,कहते हुए नैना बिस्तर पर उठकर बैठ गयी वह सपना देख रही थी वहा कोई अवि नहीं था ! नैना ने अपनी आँखे मसली और उठकर बाहर आयी। रुचिका सोफे पर बैठी अपने पैरो में नेल पेंट लगा रही थी और शीतल किचन एरिया में खड़ी चाय बना रही थी ! नैना हैरानी से पुरे घर में देख रही थी अवि कही नहीं था नैना ने चैन की साँस ली और वापस कमरे में जाने लगी तभी बेल बजी ! शीतल ने नैना से दरवाजा खोलने को कहा नैना आँखे मसलते हुए दरवाजा खोला सामने अवि ही खड़ा था वह कुछ कहता इस से पहले ही नैना उसे धक्का देकर बाहर लायी और कहा,”सुबह सुबह क्या लेने आये हो तुम ? अच्छा अच्छा अपनी कुकिंग स्किल दिखाने आये हो ,, लिस्टन मिस्टर अवि चौधरी मुझे कोई इंट्रेस्ट नहीं है तुम्हारे बनाये ऐग सेंडविच में !”
“कुकिंग स्किल ? ऐग सेंडविच ? तुम ये क्या बोल रही हो ?”,अवि ने असमझ की स्तिथि में कहा तो नैना ने उसकी और आकर कहा,”तुम मुझे बेवकूफ बनी बना सकते समझे ,, और ये क्यूट फेस बनाया है ना मैं नहीं पिघलने वाली हूँ समझे !”
बेचारा अवि दिवार से पीठ लगाए बिल्कुल सीधा खड़ा था। नैना उसके बिल्कुल सामने खड़ी बोल रही थी ,, अवि ने कुछ नहीं कहा वह समझ गया नैना को फिर से कोई गलतफहमी हुई है। नैना ने उसे चुप देखा और वहा से चली गयी ! बेचारा अवि जिस काम से आया था वह भी भूल गया ! नैना अंदर आयी और चाय पीकर नहाने चली गयी ! ऑफिस के लिए तैयार होकर तीनो ऑफिस चली गयी और शाम को वापस आकर नैना डांडिया के लिए प्लान्स बनाने लगी। अपार्टमेंट में काफी कपल्स हिस्सा लेने वाले थे। अवि की भी लास्ट एग्जीबिशन थी दशहरे के दूसरे दिन इसलिए वह उसमे बिजी हो गया ! अपार्टमेंट में काफी शांति और ख़ुशी का माहौल था। सभी माँ के दरबार में अपना अधिकतर समय बिताते थे उस दिन मेहता जी वाले झगडे के बाद से ही सभी ख़ुशी ख़ुशी रहने लगे थे। एक दूसरे की मदद करने लगे थे। अपार्टमेंट पहले से काफी बदल चुका था साथ ही नैना और शीतल रुचिका से भी सभी काफी घुल मिल गए थे ! नैना अपने आधे प्लान को अंजाम तक पहुंचा चुकी थी और राज को उसने दिल्ली आने के लिए मना लिया था ! आठवे नवरात्र की शाम अपार्टमेंट में काफी चहल पहल थी !अपार्टमेंट के आस पास के लोग भी आज डांडिया के लिए जमा हो रहे थे। अपार्टमेंट के मालिक ने आज सिक्योरिटी भी रखी थी जिस से किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो ! रुचिका और शीतल अपने लिए गुजराती ड्रेस लेकर आयी थी और अपने साथ साथ नैना के लिए भी ड्रेस ले आयी जिसमे लहंगा दुपट्टा और डोरी वाला ब्लाउज था ! शाम को शीतल और रुचिका ने वह पहन लिया दोनों ही बहुत प्यारी लग रही थी नैना जींस और सफेद शर्ट पहने आयी तो शीतल ने कहा,”ये क्या पहना है तुमने ? ये सब पहनकर निचे जाओगी तुम”
“क्यों क्या बुराई है इसमें ?”,नैना ने कहा
“चलो मेरे साथ !”,कहते हुए शीतल और रुचिका उसे लेकर कमरे में आयी और उसे भी अपने जैसा ड्रेस पहना दिया। नैना को सब बहुत अजीब लग रहा था क्योकि आज से पहले उसने ऐसा कुछ नहीं पहना था। काले और लाल रंग का मिस्क ड्रेस था वो और नैना पर काफी फब रहा था। उसके लम्बे बालो को रोल करके खुला छोड़ दिया , माथे पर एक छोटी सी , काली बिंदी , कानो में झुमके , होंठो पर लाली , नैना बहुत सुंदर लग रही थी ! नैना ने खुद को शीशे में देखा हमेशा जींस , शॉर्ट्स पहनने वाली नैना को ये सब पहनकर बड़ा अजीब लग रहा था लेकिन शीतल और रुचिका की ख़ुशी के लिए उसने पहने रखा ! शीतल और रुचिका उसे लेकर जैसे ही निचे जाने लगी नैना ने दरवाजे से बाहर आकर कहा,”शीतल एक मिनिट तुम्हारा फोन देना मुझे डेड को कॉल करना है वो मेरे फ़ोन की बैटरी खत्म हो गयी है सो !”
“हां ये लो और हम लोग निचे जा रहे है तुम जल्दी से आ जाना”,शीतल ने अपना फोन नैना की और बढाकर कहा
“हां बिल्कुल !”,नैना ने कहा और फोन लेकर अंदर चली आयी
उसने जल्दी से राज का नंबर निकाला और उसे मेसेज किया – कहा हो ?
“बस पहुँचने वाला हु।”,राज का रिप्लाय आया नैना के होंठो पर मुस्कान तैर गयी और उसने शीतल का फोन स्विच ऑफ करके वही ड्रावर में रख दिया जिस से शीतल को कुछ पता ना चले। ! नैना बाहर आयी दरवाजा लॉक किया और जाने लगी दो कदम चलकर रुकी और हाथ जोड़ आँखे बंद करके कहने लगी,”हे माँ मुझे माफ़ कर देना आज आपके दरबार में मैं जो करने जा रही हूँ वो शीतल की आने वाली जिंदगी के लिए बहुत जरुरी है। आप हमेशा सच का साथ देती है प्लीज माँ आज भी सच का ही साथ देना !”
नैना आँखे बंद किये प्रार्थना कर रही थी तभी काले रंग का कुरता पजामा अवि अपने फ्लैट से बाहर आया उसकी नजर सामने खड़ी नैना पर पड़ी तो वह उसे देकता ही रह गया ! काले और लाल रंग के लहंगे में नैना कहर ढ़ा रही थी !
अवि आकर नैना के सामने खड़ा हो गया ओर एकटक नैना को देखता रहा। नैना ने अपनी आँखे खोली तो सामने अवि को देखकर कहा,”क्या ? ऐसे क्या घूर रहे हो ?
अवि को होश आया तो उसने कहा,”सॉरी !!,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,तुम,,,,,,,,,,,,,,,तुम बहुत अच्छी लग रही हो”
“हां मालूम है !”,नैना ने बेपरवाही से कहा
“काला टिका लगा लो वरना आज पक्का तुम्हे किसी की नजर लग जाएगी !”,अवि ने उतने ही प्यार से कहा
“क्या पडोसी तुम भी ? कभी कभी ना बहुत अजीब बातें करते हो ! एक तो वैसे ही मुझे ये सब पहनने की आदत नहीं है शीतल ने पहना दिया , चलने में भी प्रॉब्लम हो रही है ! लड़किया कैसे पहन लेती है ये सब ?”,नैना एकदम से बोलती ही गयी तो अवि उसके थोड़ा पास आया उसकी आँख से अपनी ऊँगली पर काजल लिया तो नैना बोल पड़ी,”अब तुम ये क्या कर रहे हो ? मुझे निचे जाना है मेरा सारा प्लान फ़ैल हो जाएगा ,, हटो,,,,,,,!”
“श्श्श्श्शश,,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,अवि ने नैना के होंठो पर अपनी ऊँगली रखते हुए कहा,”बहुत बोलती हो तुम , कभी अपनी ख़ामोशी महसूस की है कितनी खूबसूरत होती है !” कहते हुए अवि ने ऊँगली पर लगा काजल नैना के कान के पीछे लगा दिया ! बेचारी नैना ऐसे में अब क्या कहे आज से पहले तो उसके साथ ये सब कभी नहीं हुआ था ! वह साइड में हुयी और कहा,”बाई गॉड अगर फिल्मो में होते ना तो पक्का रोमांटिक हीरो का रॉल मिल जाता तुम्हे !”
“सो तुम मानती हो मैं रोमांटिक हूँ !”,अवि ने अपने दोनों हाथ बांधकर कहा
नैना उसके थोड़ा करीब आयी और कहा,”लौंडो में रोमांस कूट कूट के भरा होता है उन्हें बस मौका चाहिए अपना जलवा दिखाने का लेकिन तुम रोमांटिक नहीं हो मिस्टर पडोसी !”
कहते हुए नैना जाने लगी तो अवि ने नैना की नक़ल करते हुए कहा,”मिस नैना बजाज !”
“ओह्ह प्लीज अब तुम मुझसे इस बात पर बहस मत करना की तुम रोमांटिक हो या नहीं , मैं बिल्कुल सुनने के मूड में नहीं हूँ !”,नैना ने कहा
“तुम्हारी कुर्ती का लेस खुला हुआ है !”,अवि ने नजरे घूमाते हुए कहा नैना ने तुरंत हाथ पीछे करके देखा लेस खुला था वह जल्दी से पलट गयी तो अवि उसके पास आया और कहा,”सो मिस नैना तुम्हे तो हर बात मालूम है फिर ये कैसे भूल गयी ?”
“वो शायद शीतल बांधना भूल गयी !”,नैना ने धीरे से कहा
अवि ने मुंह बनाया और जैसे ही जाने लगा नैना ने पीछे से कहा,”हेल्प चाहिए !”
अवि मुस्कुराया और पलटकर कहा,”व्हाई नॉट , बताओ क्या करना है ?”
“ये इसे बांध दो प्लीज !”,नैना ने पलटकर कहा उसकी पीठ अवि के सामने थी अवि उसके थोड़ा करीब आया जैसे ही वो डोरी बांधने लगा उसके हाथ काँपने लगे। मस्ती मजाक में वह भले नैना से कुछ भी कहे लेकिन इस वक्त उसे शर्म आ रही थी उसने अपनी नजरे घुमा ली और जल्दी से बांधकर साइड हो गया ! अवि के हाथो की छुअन से नैना की सांसे हलक में ही अटकी हुई थी। बेचारी शीतल का ब्रेकअप करवाना चाहती थी और यहाँ अवि से ही उसके तार जुड़े जा रहे थे !
क्रमश – Love You जिंदगी – 65
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संजना किरोड़ीवाल !