Love You Zindagi – 38
नैना , शीतल और रुचिका बस में स्लीपर सीट पर बैठी थी ! तीनो बहुत खुश थी साथ में टेंशन फ्री भी ! खिड़की की तरफ बैठी नैना बाहर के नज़ारे देखने में व्यस्त थी उसे देखकर शीतल ने रुचिका से कहा,”यकीन नहीं होता इस दुनिया में अवि जैसे इंसान भी है जो बिना की स्वार्थ के लोगो की मदद करता है !”
नैना ने सूना लेकिन ध्यान ना देकर बाहर देखती रही ! रुचिका उसकी बगल में ही बैठी थी उसने कहा,”वो सच में बहुत अच्छा है , अगर सचिन से पहले मुझे वो मिला होता ना तो मैं खुद उसे प्रपोज कर देती !”
“हां तो अब कर दो कौनसा कोई तुम्हे रोक रहा है ?”,नैना ने बिच में पड़ते हुए कहा
“वो तुम्हे पसंद करता है , उसके लिए फीलिंग रखना गलत होगा ना ! हां तुम चाहो तो साली वाली फीलिंग रख सकती हूँ मैं !”,रुचिका ने नैना के कंधे को अपने कंधे से टकराकर कहा तो नैना गुस्से से पलटी और दोनों की और मुंह करके बैठ गयी और कहने लगी,”साली क्या ? तुम लोगो को तो मैं उसके आस पास भी ना फटकने दू ! उसने जरा सी हेल्प क्या कर दी तुम दोनों तो दीवानी हुई जा रही हो उसकी ! उसका परपॉजल नहीं माना इसलिए उसने हेल्प करके इम्प्रेस करने की कोशिश की देट्स इट !”
“ऐसा नहीं है नैना , अवि बहुत इनोसेंट लड़का है ! कल रात हम लोगो के लिए उसने कितना कुछ किया , अपार्टमेंट में किसी ने भी हमे रुकने को नहीं कहा क्योकि किसी को भी हमारी परवाह नहीं थी लेकिन अवि जिसका हम तीनो से कोई रिश्ता नहीं वह हमे वापस लेकर आया , अपने घर रखा , हमारी सेफ्टी का ख्याल रखा ! उसे अपनी मॉम से अच्छे संस्कार मिले है नैना ये उसने कल रात ही प्रूव कर दिया ! एक लड़की की रिस्पेक्ट करना उसे अच्छे से आता है !”,शीतल ने कहा तो नैना चुप हो गयी , बात तो शीतल की भी सच थी फिर नैना को क्या हो गया जो उसे अवि से चिढ होने लगी थी ! शीतल के बाद रुचिका बोल पड़ी,”और तुम्हे लगता है की उसने सिर्फ तुम्हे इम्प्रेस करने के लिए ऐसा किया तो ऐसा नहीं है नैना , ऑफिस से देर रात लौटते वक्त एक बार अवि ने ही मुझे दो लड़को से बचाया था ! वह जब भी हम लोगो से बात करता है उसकी नजरे हमेशा झुकी होती है ,, हमारे साथ वो पिछले एक महीने से रह रहा है लेकिन कभी उसने किसी के साथ कोई बदतमीजी नहीं की और तुम , तुम्हे भी तो उस रात अवि ने ही बचाया था फिर तुम उस से इतना चिढ़ती क्यों हो ?”
“आई डोंट नो यार , पर जब वो मेरे सामने होता है पता नहीं मुझे क्या हो जाता है ? मैं कुछ बोल ही नहीं पाती हूँ !”,नैना ने कहा तो रुचिका मुस्कुराने लगी और कहा,”इसी को तो बाबू प्यार कहते है ! तू इतनी गुस्से वाली अवि इतना शांत क्या मस्त रोमांटिक लव स्टोरी बनेगी तुम लोगो की !”
“ओह्ह प्लीज शट अप !”,कहकर नैना ने इयरफोन के दोनों लीड कान में लगा लिए और फोन पर फुल वॉल्यूम में गाना चला लिया जिस से उसे रुचिका और शीतल की बातें सुनाई ना दे ! शीतल ने देखा तो रुचिका से कहा,”रूचि नैना बहुत हार्ड है अवि का प्यार इसे इतनी जल्दी समझ नहीं आएगा , तू इसे परेशान मत किया कर जिस दिन समझ आएगा ये खुद हमे बताएगी देखना !”
“मैं तो बस ऐसे ही इसकी टाँग खींचने में लगी हूँ यार , ये दोस्त नहीं मेरी जान है इसने हम सबकी बहुत हेल्प की है यार अब चाहती हूँ इसकी लाइफ में भी कोई हो जो इसे इतना प्यार करे की इसका गुस्सा ख़त्म कर दे और अवि से अच्छा लड़का भला कहा मिलेगा !”,रुचिका ने नैना की और देखकर कहा जो की आँखे मूंदे शीशे से सर लगाए गाने सुनने में व्यस्त थी ! शीतल मुस्कुराई और कहा,”नैना सही कहती है तुम बहुत सीधी हो , सबको अच्छा समझ लेती हो एक तरफ से देखा जाये तो अवि परफेक्ट लड़का है , सबसे अच्छे से बात करता है , हेल्प करता है , गर्ल्स की रेस्पेक्ट करता है पर कही ना कही नैना की बात भी सही लगती है की वो शायद अच्छा बन रहा हो ,, तय करना मुश्किल है !”
“हम्म्म , बात तो तुम्हारी भी सही है चलो फिर नैना की लव लाइफ का फैसला किस्मत पर छोड़ देते है”,कहकर रुचिका ने नैना के कान से ईयरफोन निकाला और कहा,”ओह्ह्ह हैलो मिस नैना , तुम हमे अपने शहर लेकर जा रही हो ,, हम दोनों यहाँ बैठे बोर हो रही है और तुम मजे से गाने सुन रही हो ,, मैं भी देखु ज़रा क्या सुन रही हो ?”
कहते हुए रुचिका ने जैसे ही ईयरफोन कान में लगाए उसका मुंह खुला का खुला रह गया ! शीतल ने आँखों से इशारा किया तो रुचिका ने उसके कान में भी ईयरफोन लगा दिए शीतल ने सूना तो अपना सर पीट लिया क्योकि नैना जो सुन रही थी वो गाना कुछ ऐसे ही था
“मैं वी चंगा , मेरा पयो वी चंगा
मेरी माँ भी चंगी
रिश्तेदार #############””
“तुम कभी नहीं सुधरोगी !”,शीतल ने अपने कानो से ईयरफोन निकालते हुए कहा !
“यार अभी तो हम ठीक से बिगड़े भी नहीं और दोस्तों ने सुधारना शुरू कर दिया !”,कहकर नैना ने अपना फोन जेब में डाल लिया ! रुचिका ने चिप्स का पैकेट खोला और खाने लगी उसने नैना की तरफ बढ़ाया तो नैना ने भी एक दो पीस ले लिए और खाने लगी उसके बाद तीनो बातो में लग गयी ! बस अपनी रफ़्तार में चलती रही ! सुबह की चली बस 10 बजे एक स्टॉप पर थोड़ी देर के लिए रुकी , नैना और रूचिका वाशरूम के लिए उतरे शीतल नहीं आयी ! उसके बाद बस चली तो दोपहर के 1 बजे रुकी ! जिन्हे खाना खाना था वे सभी निचे उतरे नैना शीतल और रुचिका भी बस से निचे चली आयी ! बैठे बैठे नैना की कमर अकड़ चुकी थी बस से उतरकर वह अंगड़ाई लेने लगी ! वहा ढाबे पर खड़े कुछ मनचले लड़के नैना को देखकर आहे भर रहे थे लेकिन नैना ने कोई ध्यान नहीं दिया और शीतल रुचिका के साथ आकर एक खाली पड़ी टेबल देखकर बैठ गयी ! ढाबे में काम करने वाले लड़को में से एक लड़का उनके पास आया और आर्डर पूछा तो नैना ने कहा,”एक प्लेट दाल फ्राय , एक फुल प्लेट पनीर , दही और चपाती”
लड़का नैना का आर्डर लेकर चला गया ! नैना ने जेब से फोन निकाला और एक नंबर डॉयल कर अपने कान से लगा लिया ! ढाबे में नेटवर्क थोड़ा सही ना होने की वजह से ठीक से बात नहीं हो पाई तो नैना उठकर कुछ दूर चली गयी और बात करने लगी इतने में वो तीन मनचले लड़के आकर रुचिका और शीतल की बगल में बैठ गए ! उनमे से से एक उन्हें बुरी तरह घूरे जा रहा था शीतल को वहा बैठना सही नहीं लगा तो उसने उठते हुए कहा,”रुचिका चलो हम कही और चलकर बैठते है !”
“अरे इतनी भी क्या जल्दी है जानेमन ?”,दूसरे लड़के ने बेशर्मी से कहा
“ए क्यों परेशान कर रहे हो उन्हें ?”,पास की टेबल पर बैठे लड़के ने कहा तो तीसरे लड़के ने उसकी और गर्दन घुमाकर कहा,”क्यों बे तेरी बहन लगती है ? ,मुंह बंद करके बैठ वरना हमेशा के लिए बोलती बंद कर दूंगा समझा !”
“और किसी को परेशानी है ?”,कहते हुए लड़के ने अपने पेंट की जेब से कट्टा निकालकर सामने रखते हुए कहा !
रुचिका ने देखा तो डर के मारे उसके हाथ पैर फुल गए और माथे पर पसीने तैरने लगा ! शीतल ने इधर उधर देखा नैना कही नजर नहीं आ रही थी दोनों बुरी मुसीबत में फंस चुकी थी ! शीतल ने रिक्वेस्ट करते हुए उन लड़को से कहा,”देखिये भाईसाहब हमे जाने दीजिये !”
लड़के हसने लगे और उनमे से एक ने कहा,”उत्तर-प्रदेश की सीमा में घुसने से पहले देखी नहीं थी का की यहाँ सिर्फ कट्टा की चलती है , बाकि किसी की नहीं !”
“देखो ज्यादा बदतमीजी की तो,,,,,,,,,,,,,,,,,!”,रुचिका ने थोड़ी हिम्मत करके कहा
“तो क्या बे ? का करोगी ? मारोगी,,,,,,,,,,,,,,,,,लो मार ल्यो तुम्हारे हाथ से मार खाने में भी मजा ही आएगा !”,लड़के ने गुटखे से रंगे अपने पीले पीले दाँत दिखाते हुए कहा तो रुचिका डरकर चुप हो गयी ! नैना को इस बात की भनक तक ना थी वह फोन पर बात करके वापस आयी उसने चाय वाले से एक ग्लास चाय देने को कहा और उसे लेकर अपनों टेबल के पास आयी लेकिन वहा का नजारा देखकर नैना समझ गयी की कुछ गड़बड़ जरूर हुई है उसने वहा खाली पड़ी कुर्सी खिसकाई चाय को टेबल पर रखा और खुद कुर्सी पर आ बैठी , नैना ने अपना दाहिना पैर बांये पैर पर रखा ! चाय का ग्लास उठाया और इत्मीनान से चाय पीने लगी ! रुचिका और शीतल ये देखकर हैरान थी नैना बेपरवाह सी चाय पि रही थी ! तीनो लड़की की गर्दन नैना की और घूम गई और उनमे से एक ने कहा,”अरे इह तो वही मैडम है जो अभी यहाँ खड़े अंगड़ाई ले रही थी ! कितना जबर फिगर है बाप” कहते हुए लड़के ने अपने होंठो को दाँतो तले दबाया और खा जाने वाली नजरो से नैना की और देखा ! नैना ने उसे देखा और कहा,”क्यों बे बाप का माल समझा है ?”
“साली बाप पे जाती है”,कहते हुए जैसे ही लड़का उठा नैना ने हाथ में पकड़ी चाय उसके मुंह पर फेंक दी गर्म चाय मुंह पर गिरने से लड़का दर्द से तिलमिलाने लगा और निचे जा गिरा ! दूसरा लड़का नैना तक पहुंचता उस से पहले ही नैना ने टेबल पर रखा कट्टा उठाया और लड़को की तरफ तानकर कहा,”ज्यादा होशियार बन रहे हो ,, साले हम भी उत्तर-प्रदेश में ही पैदा हुए है तुम जैसे चू#यो से बहुत पाला पड़ा है हमारा !” कहकर नैना ने साइड में बन्दुक चलाई लेकिन बन्दुक खाली थी तो नैना ने कहा,”अबे गोली तो नहीं है इसमें !”
“दीदी ऐसे ही रखे थे लोगो को डराने के लिए !”,जमीन पर पड़े लड़के ने लगभग रोते हुए कहा !
नैना ने तीनो को एक सिद्ध में किया और कहा,”बेटा औरत ना माँ समान होती है माल नहीं ,, कायदे में रहना सीख लो वरना किसी दिन पेल दिए जाओगे ! चलो माफ़ी मांगो उनसे !” नैना ने कहा तो लड़के रुचिका और शीतल से माफ़ी मैंने लगे , नैना की हिम्मत देखकर रुचिका को भी गुस्सा आ गया तो उसने भी उस लड़के को दो तीन मुक्के चिपका दिए जिसने उसे छेड़ा था ! नैना ने देखा तो रुचिका को रोकते हुए कहा,”अरे नहीं नहीं मेरे बच्चे ऐसा नहीं करते !”
नैना मुझे छोड़ इसकी तो मैं चटनी बना दूंगी , इन लोगो ने लड़कियों को समझ क्या रखा है ?”,रुचिका ने नैना के हाथो में झटपटाते हुए अपने पैर पटकते हुए कहा ! निचे गिरा लड़का हाथ जोड़कर कहने लगा,”अरे दीदी समझाओ इसको मार देगी ये , अरे आज के बाद किसी को नहीं छेड़ेंगे !” बाकि दो लड़के मौका देखते ही वहा से भाग गए !! नैना ने तीसरे लड़के को उठाया और कट्टा उसे देकर कहा,”काहे उत्तर प्रदेश का नाम ख़राब करते हो बे ? भगवान ने अच्छी खासी जिंदगी दी है जीते क्यों नहीं हो ? इतना खूबसूरत है उत्तर प्रदेश लेकिन तुम जैसे हरामी लोगो की वजह से बदनाम है ,, चलो निकलो !”
लड़का वहा से चला गया ! ढाबे में खड़े लोग नैना के लिए तालियां बजाने लगे तो नैना ने कहा,”ओह्ह भाई लोग ये तालियां बजाने से अच्छा था टाइम पर किसी लड़की की मदद कर दिया करो !” नैना की बात सुनकर सभी अपनी जगह वापस बैठ गये ! नैना शीतल के पास आयी और कहा,”क्या तुम लोग भी ? घुमा के देना था एक हाथ” शीतल पलटकर नैना के गले लग गयी और कहा,”सॉरी !”
“तुम काहे सॉरी बोल रही हो , पर आगे से ध्यान रखना बात जब इज्जत पर आये तो ये कभी मत देखना सामने कौन है बस रख देना एक खींचकर क्योकि हर बार नैना नहीं आएगी !”,नैना ने उसका सर सहलाते हुए कहा !
लड़का इतने में खाना ले आया तीनो वापस आ बैठी ! रुचिका का चेहरा अभी भी गुस्से से लाल था नैना ने देखा तो कहा,”अरे मेरे पांडा आज तो फुल फॉर्म में !”
“तू नहीं रोकती ना तो उसकी खैर नहीं थी आज , उसकी तो मैं !”,रुचिका ने गुस्से से कहा तो नैना ने कहा,”बस यही गुस्सा चाहिए था तुझमे अब किसी की हिम्मत नहीं होगी तुझे छेड़ने की चल अब खाना खा !”
तीनो खाना खाने लगी ! कुछ देर बाद देखते ही देखते मौसम बदल गया और आसमान बादल घिर आये ! शीतल ने आसमान की और देखकर कहा,”लगता है बारिश होने वाली है !”
“कितना रोमांटिक मौसम है यार काश मेरा बेटर हाफ मेरे साथ होता तो मैं और वो साथ में रोमांटिक गाने गुनगुनाते हुए बारिश का मजा लेते”,रुचिका ने क्यूट सा चेहरा बनाकर कहा ! नैना मुस्कुराई और कहा,”बस इतनी सी बात तेरी ये इच्छा तो अभी पूरी कर देते है बस साथ में बेटर हाफ की जगह दोस्त होंगे , चलेगा ?”
“अरे दौड़ेगा !”,रुचिका ने एक्साइटेड होकर कहा तो नैना अपनी जगह से उठी और कहा,”चल फिर !”
नैना रुचिका का हाथ थामे ढाबे से बाहर आयी रोमांटिक मौसम था और हल्की बूंदा बांदी होने लगी ! नैना और रुचिका दोनों आसमान में हाथ फैलाकर भीगने लगी ! वहा खड़े सभी लोग बारिश से बचते हुए नैना और रुचिका को ही देख रहे थे ! शीतल अपनी कुर्सी पर बैठकर उन्हें देख रही थी ! नैना ने रुचिका का हाथ थामा हुआ था और दोनों बारिश की हल्की बूंदो में भीगते हुए बारिश का मजा ले रही थी और उसके बाद नैना ने गाना शुरू कर दिया
“कभी थोड़ा रो ले , कभी थोड़.हँस ले
बेकार की उलझनों को कह दो … टाटा बाय !
कभी मुस्कुराना है कभी खिलखिलाना है
खुशियों को कर लो , वेलकम inside
ज़िन्दगी .. यह तेरी मेरी ज़िन्दगी
आ जी ले जरा उड़के लाइक Butterfly
यारियाँ … यह तेरी मेरी यारियाँ
कहती है नहीं जरूररत तेरी भाई वाई !
एक बार भूला के सब तुम कह दो , खुद से भी कभी
LOVE YOU ZINDAGI ..”
नैना की आवाज थोड़ी अच्छी होने की वजह से वह गाना बहुत अच्छा लग रहा था ! नैना उसे मस्ती में गा रही थी ! नैना गाते हुए रुचिका का हाथ पकड़कर उसे ढाबे की दुकान के पास लायी और वहा रखी मिठाई से एक टुकड़ा तोड़कर खिलाते हुए आगे गाने लगी !
नैना थोड़ी moody है , शीतल थोड़ी jhalli है
रूचि को है बस खाने से ही प्यार,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,प्यार
एक इश्क़ में डूबी है , दूसरी की मज़बूरी है
तीसरी को सब लगता है बेकार,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,बेकार
कहते हुए नैना एक उछलकर एक लात ज़मीन पर मारी गिरने को हुई तो रुचिका ने उसका हाथ पकड़कर गिरने से बचा लिया और गाने लगी
“ज़िन्दगी .. यह तेरी मेरी ज़िन्दगी
काहे का झंझट , काहे का झमेला भाई
यारियाँ … यह तेरी मेरी यारियाँ
जिसको जाना है छोड़ के वो भी जाए
तुमसे कोई अच्छा ही नहीं , दुनिया है बुरी और बुरे है सभी
LOVE YOU ZINDAGI …”‘
कह दो जरा तुम खुद से कभी – लव यू जिंदगी !!”
रूचि ने नैना को अपनी पीठ पर उठा लिया और नैना भी उसकी पीठ पर हंस मुस्कुरा और खिलखिला रही थी ! नैना की नजर शीतल पर गयी तो वह आकर उसके सामने बैठ गयी और गाने लगी
“मेरे दोस्तों ना तुम करना फिक्र ,,, सब की वॉट लगाने मैं हूँ आयी .!
जिसने भी किया परेशान तुम्हे ,, उसकी बैंड है मैंने बजाई !! (रैप by नैना)
नैना की लाइन्स सुनकर रुचिका भी वहा आ पहुंची और शीतल के गले में बांहे डालकर गाने लगी
हँसते मुस्कुराते जाना है , झिलमिलाते जाना है
दुखों गमो को रख के SIDE वाइड
मिल जायेंगे हमनवा मिल जाएगी आशिक़ी
आंसू आँखों के हो जायेंगे hide
शीतल उठी उसकी ख़ामोशी देखकर नैना और रुचिका दोनों एक दूसरे को देखने लगी ! शीतल ख़ामोशी से दोनों को देखती रही और फिर मुस्कुरा कर गाने लगी
“ज़िन्दगी .. यह तेरी मेरी ज़िन्दगी
है कहती चल छोड़ ना अब कितना रोयेगा भाई !
यारियाँ … यह तेरी मेरी यारियाँ
जिसको करनी है करे मोहब्बत वरना भाड़ में जाये
आदते बदलेगी ना बदलेगी अब फितरत अपनी , चल मिलके हम चिल्लाये
LOVE YOU ZINDAGI …2
कह दो जरा तुम खुद से कभी – लव यू जिंदगी !!” नैना शीतल और रुचिका तीनो साथ साथ गाने लगे ! उन्हें हसंते गाते खिलखिलाते देखकर वहा मौजूद और लोग भी उनमे शामिल हो गये ! तीनो दोस्तों ने एक साथ हग किया और उसके बाद बस में चढ़ गयी ! ढाबे पर खड़े लोगो को हाथ हिलाकर अलविदा कहा बस अपनी मंजिल की और चल पड़ी !!
( Love You जिंदगी song मेरी बहुत अच्छी दोस्त “शमा खान” के द्वारा लिखा गया है जो की उसका स्वरचित है)
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संजना किरोड़ीवाल