Kitni mohabbat hai – 19
“कितनी मोहब्बत है”
By Sanjana Kirodiwal
Kitni mohabbat hai – 19
मीरा को देखकर अक्षत का मुंह खुला का खुला रह गया ! जीजू भी उसकी टांग खींचने से बाज नहीं आये ! मीरा काव्या का हाथ पकडे पकडे बाहर निकल गयी ! जीजू ने अक्षत का मुंह बंद किया तो अक्षत ने कहा,”अरे जीजू वो रात को ठीक से सोया नहीं ना तो उबासियाँ आ रही है !”
“रहने दो बेटा , जीजा हु तुम्हारा वो भी तुमसे 9 साल बड़ा , बेवकूफ किसी और को बनाना !”,जीजाजी ने उसके कान खींचते हुए कहा !
“अरे जीजू , चलो ना देर हो रही है !”,अक्षत ने कहा और उन्हें साथ लेकर बाहर चला आया !
अक्षत ने गाड़ी का दरवाजा खोला और खुद ड्राइवर सीट पर बैठ गया ! जीजू बड़े खुले विचारो वाले थे इसलिए मीरा के बैठने से पहले ही वो तनु के साथ पीछे वाली सीट पर जा बैठे और मीरा से कहा,”मीरा तुम आगे बैठ जाओ !”
“जी !”,मीरा ने कहा और अक्षत की बगल में बैठ गयी अक्षत ने पलटकर जीजाजी को देखा और आँखों ही आँखों में कहा,”थैंक्यू जीजाजी आपके चरण कहा है ?” जीजाजी भी उसके मनोभाव समझ गए और अपने हाथ से उसका कंधा हलके से दबाते हुए कहा,”सामने देखकर चलाना साले साहब !”
“मुझे मीरु दीदी के पास बैठना है !”,काव्या ने मचलते हुए कहा !
“नहीं यही बैठो मीरा को परेशानी होगी ना तुम्हारे आगे बैठने से !”,तनु ने कहा
“नहीं नहीं नहीं , मुझे मीरु दी के पास ही बैठना है !”,काव्या ने कहा
“दी भेज दीजिये !”,मीरा ने कहा तो काव्या उसकी गोद में आकर बैठ गयी और कहा,”मीरु दी आज आप बिल्कुल मेरी डॉल जैसे लग रहे हो”
मीरा मुस्कुरा दी और उसके गाल पर किस करते हुए कहा,”आप भी बहुत बहुत बहुत क्यूट लग रहे हो !”
अक्षत की नजरे अभी भी मीरा पर ही थी जीजू ने देखा तो कहा,”साले साहब सौंदर्य दर्शन हो गए हो तो चले !” जीजाजी की बात सुनकर मीरा और तनु मुस्कुरा उठी और अक्षत झेंप गया अपनी नजरो को मीरा से हटाने के लिए उसने आँखों पर चश्मा लगा लिया और गाड़ी आगे बढ़ा दी ! इंदौर की सड़को पर उनकी कार चली जा रही थी ! हल्की सुहावनी धुप से मौसम और भी खुशनुमा हो रहा था ! अक्षत ने म्यूजिक स्टार्ट कर दिया ! गाना बजने लगा जिसने मीरा के साथ साथ जीजू और तनु के दिल के तारो को भी झनझना दिया !
“देखा जो तुमको ये दिल को क्या हुआ है ?
मेरी धड़कनो पे ये छाया क्या नशा है ?
मोहब्बत हो ना जाये , दीवाना खो ना जाए
सम्हालू कैसे इसको ? मुझे तू बता !!”
अक्षत सामने देखते हुए गाड़ी चला रहा था ! सोमित ने तनु का हाथ अपने हाथ में पकड़ा हुआ था और तनु ने अपना सर सोमित के कंधे से लगाया हुआ था ! दोनों गाने के शब्दों के साथ एक दूसरे में खोये हुए थे ! मीरा भी चोर भरी नजरो से अक्षत को देखने लगी गाना जज्बातो के साथ ही आगे बढ़ रहा था !
“मेरी है ये मुश्किल , अब तो ये मेरा दिल बस में हुजूर नहीं है
इतना बता दे मुझे , कैसे समझाऊ तुझे , मेरा ये कुसूर नहीं है !
जैसे ही अक्षत ने मीरा की और देखा मीरा सामने देखने लगी , अक्षत ने नजर भर उसे देखा और सामने देखने लगा , गाने के बोल भी उसकी भावनाओ का साथ दे रहे थे !
“चाहे हम चाहे भी तो पहरे लगाए भी तो केस दिन रात को रोके
आग बिना ये जले , जोर न कोई चले , कैसे जज्बात को रोके !
जीजू बड़े ध्यान से अक्षत को देख रहे थे उन्होंने तनु को इशारा किया और फिर दोनों ही जोर जोर से गाने लगे – “
“झुकाहट हो ना जाये , दीवाना खो ना जाये , सम्हालू कैसे इसको
मुझे तू बता !!! हे हे हे हे हे हो हो हो हो !!”
जैसे ही सोमित और तनु ने साथ गाना शुरू किया अक्षत नेगाड़ी धीरे करके पीछे देखते हुए कहा,”क्या हो गया है आप दोनों को ?”
“प्यार !!”,दोनों ने साथ कहा तो अक्षत ने अपना सर पिट लिया और मीरा मन ही मन मुस्कुरा उठी !
गाडी हाईवे के सामने पहुंची तो अक्षत ने सीट बेल्ट लगा लिया और मीरा से भी लगाने को कहा लेकिन मीरा को लगाना नहीं आ रहा था अक्षत उसकी और झुका और सीट बेल्ट लगा दिया ! अक्षत की नजदीकियां मीरा का दिल धड़का जाती थी , उसके परफ्यूम की खुशबु में मीरा खो सी गयी !! हंसी मजाक करते हुए सभी लोकेशन पर पहंचे ! गेट के बाहर बड़े बड़े शब्दों में लिखा था “गोल्डन पैलेस मैरिज होम” सभी गाड़ी से निचे उतरे ! काव्या ने मीरा का हाथ पकड़ा हुआ था ! विजय बाकि लोगो के साथ पहले ही पहुँच चुका था ! दरवाजे पर स्वागत करने के लिए नीता के कजिन्स खड़े थे उनमे से एक था हनी उसने जैसे ही मीरा को देखा बस देखता ही रह गया बाकि सबको छोड़कर वह मीरा को और बढ़ा और अपना हाथ उसकी और बढ़ाते हुए कहा,”वेलकम !”
मीरा हाथ बढाती उस से पहले ही मीरा की बगल में खड़े अक्षत ने अपना हाथ आगे कर उस से हाथ मिलाते हुए कहा,”हाय अक्षत व्यास , दूल्हे का छोटा भाई !! बेचारा हनी देखता ही रह गया लेकिन उसके पीछे खड़े उसके बाकि कजिन्स उसकी इस हालत पर हंस पड़े ! अक्षत , मीरा , सोमित , तनु और काव्या सभी अंदर चले आये ! सोमित अर्जुन के पास चला गया और तनु काव्या को लेकर वाशरूम की और बचे सिर्फ अक्षत और मीरा लेकिन तभी सामने से मोनालिसा आई और अक्षत के गले लगते हुए कहा,”हाय हेंडसम , लुकिंग सो हॉट !”
मीरा ने देखा तो वह वहा से राधा की और चली गयी राधा उसे बाकि मेहमानो से मिलाने लगी ! अक्षत को मीरा का जाना अच्छा नहीं लगा तो उसने रूखे स्वर में मोनालिसा से कहा,”बिहेव योर सेल्फ मोना , यहाँ सबके सामने ऐसे ,, भाई की सगाई है सो प्लीज !!”
“आई नो बेबी , लेकिन मैं देख रही हु आजकल कही और ही बिजी रहने लगे हो तुम !”,मोना ने सामने खड़ी मीरा को घूरते हुए कहा !
“मीरा को इन सबके बिच में मत लाओ मोना !”,अक्षत ने कहा
“ओह्ह्ह वाव मैंने तो उसका नाम भी नहीं लिया और तुमने खुद ही अपना राज बता दिया , लिस्टन मिस्टर अक्षत व्यास तुम जानते नहीं हो तुम्हे पाने के लिए मैं क्या कुछ कर सकती हु !”,मोना ने अक्षत के कंधे को दबाते हुए कहा
“मेरे साथ गेम खेलना बंद कर करो मोना !”,अक्षत ने दांत पिसते हुए कहा !
“ओह्ह रियली , फिर तो मुझे लगता है अभी मुझे जाकर तुम्हारे फादर को सब बता देना चाहिए !”,मोना ने धमकी भरे स्वर में कहा और जैसे ही जाने लगी अक्षत ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए कहा,”मोना प्लीज !”
मोना उसके थोड़ा करीब आयी और गाल थपथपाते हुए कहा,”बेबी आई ऍम जस्ट जोकिंग , ये सब बताकर मैं तुम्हे खोना नहीं चाहती ! एन्जॉय !”
मोना वहा से चली गयी पर जाते जाते अक्षत का मूड ख़राब कर गयी ! कुछ देर पहले जो मुस्कराहट उसके चेहरे पर थी अब एकदम से गायब हो गयी ! अक्षत वहा से चला गया ! राधा के पास से निकलकर मीरा निधि के पास आयी तो निधि ने कहा,”अरे मैडम जी कहा गायब हो ? मतलब दोस्त को तो भूल ही गयी है ना !”
“ऐसा नहीं है निधि हम तुम्हे ही ढूंढ रहे थे , यहाँ सब हमे ऐसे घूर घूर कर क्यों देख रहे है ?”,मीरा ने हिचकिचाते हुए कहा !
“लो तुम्हे नहीं देख्नेगे तो क्या हमे देखेंगे , अरे भई आज के फंक्शन की रौनक तुम ही हो मीरा !”,पीछे से सोमित जीजू ने आते हुए कहा !
निधि मीरा और जीजू तीनो वही गार्डन में कुर्सियों पर बैठ गए ! तनु भी काव्या को लेकर आयी तो जीजू ने उसे भी अपने पास बुला लिया पांचो बैठकर हंसी मजाक कर रहे थे ! थोड़ी देर बाद अर्जुंन भी आ पहुंचा और उनमे शामिल हो गया ! नीता का घर मेहमानो से भरा हुआ था ! अर्जुन के घर से भी कुछ बाहर के खास मेहमान आये थे बाकि शाम के फंक्शन में शामिल होने वाले थे !! सब थे बस अक्षत कही नजर नहीं आ रहा था !!
मीरा की नजरे उसे ढूंढ रही थी तभी एक कोने में खड़ा अक्षत उसे दिख गया ! अक्षत का उदास चेहरा उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा ! तभी हनी वहा आ पहुंचा और कहा,”अरे आप लोगो ने तो कुछ लिया ही नहीं ! रुकिए मैं आप सब के लिए अभी कुछ भिजवाता हु !”
कुछ देर बाद हनी वेटर के साथ वापस हाजिर हुआ ! उसने वेटर से सबको ड्रिंक देने को कहा और मीरा को ग्लास खुद अपने हाथ से दिया ! ये देखकर जीजू ने धीरे से निधि के कान में कहा,”ये कुछ ज्यादा ही बावला हो रहा है !”
“हम्म्म लकी मीरा , मुझे तो कोई देखता तक नहीं है !”,निधि ने मुंह लटकाकर कहा
“अरे अरे मेरे बच्चे किसने कहा ? तुम्हे भी देखेंगे , देखना जल्दी ही तुम्हारी लाइफ में भी बहुत अच्छा लड़का आएगा !”,जीजू ने निधि का गाल खींचते हुए कहा निधि मुस्कुराई और कहा,”हम्म्म बस इसी उम्मीद पर जिन्दा हु जीजू !!”
निधि की बाते सुनकर सोमित हंस पड़ा !! सोमित इतना फ्रेंक इंसान था की हर कोई उस से जल्दी ही घुल मिल जाता था और यही वजह थी की निधि , अक्षत और अर्जुन भी उनसे अपनी हर बात शेयर कर लेते थे ! अर्जुन ने जूस पीते हुए इधर उधर देखा और कहा,”अक्षत कहा है ?”
“वो वहा सामने है !”,मीरा ने कहा तो सबकी नजर उधर ही घूम गयी !!
“लेकिन वो वहा अकेला कर क्या रहा है ?”,सोमित ने कहा
“पता नहीं जीजाजी इसका भी कभी कुछ समझ नहीं आता !!”,अर्जुन ने कहा और एक बार फिर सब बातो में लग गए !! कुछ देर बाद ही नीता के पापा सबको नाश्ते के लिए बोलने आये और सबको चलने को कहा ! गार्डन के दूसरी और खाने की स्टाल लगी हुई थी !! जीजू जैसे ही आगे बढे तनु ने रोककर कहा,”मीठा कम , पता है आना आपको शुगर ज्यादा आया था इस बार !”
“हां हां बिल्कुल पता है ! , चले निधि !”,जीजू ने निधि से कहा और फिर मीरा की और पलटकर कहा,”तुम भी चलो मीरा !”
“आप लोग चलिए हम आते है !”,मीरा ने कहा ! तनु भी काव्या का हाथ पकडे पकडे सबके साथ चली गयी !! सोमित को खाने का बहुत शौक था लेकिन शुगर होने की वजह से तनु उनके खाने पिने पर कड़ी नजर रखती थी !! जीजू ने जैसे ही स्टाल देखा उनके मुंह में पानी आ गया !
पाव भाजी , छोले भठूरे , टिकिया , पनीर टिक्का , पानी पूरी , फ्राइड राइस , नूडल्स और भी बहुत कुछ साथ ही मीठे में रस मलाई , मोतीचूर के लड्डू , काजू कतली , गाजर का हलवा और नारियल के लड्डू थे ! जीजू ने प्लेट ली और अपने पसंद की सभी मिठाई और चटपटा भर लिया उसमे ! तनु सब चुपचाप देख रही थी उसने एक प्लेट उठायी और उसमे एक काजू कतली रखी , एक कटोरी दही , एक टिकिया और थोड़े से चावल लिए और बाकि बची प्लेट को सलाद से भर दिया ! उसने सोमित की प्लेट ली और अपनी प्लेट उसके हाथ में थमाकर कहा,”आप ये खाइये !”
जीजू ने बुझे मन से प्लेट ले ली और खाने लगे ! बार बार उनकी आँखे रसमलाई और लड्डू पर चली जाती लेकिन सामने तनु खड़ी थी ! !
निधि उनके पास आयी तो उन्होंने कहा,”शादी के बाद जिंदगी ऐसी हो जाती है !” निधि खिलखिलाकर हंस पड़ी ! तनु अपने साथ साथ काव्या को भी खिला रही थी ! उधर मीरा को परवाह थी तो बस अक्षत की उसने टेबल पर रखा जूस का ग्लास उठाया और अक्षत की और बढ़ गयी ! अक्षत परेशान सा एक कोने में खड़ा ना जाने क्या सोच रहा था मीरा ने उसके सामने आकर कहा,” जूस !”
“नहीं चाहिए !”,अक्षत ने बिना मीरा की और देखे कहा
“सुबह से आपने कुछ नहीं खाया है !”,मीरा ने अपने पन से कहा !
“नहीं चाहिए ले जाओ !”,अक्षत ने रूखे स्वर में कहा !
“लेकिन !”,मीरा ने जैसे ही कहना चाहा अक्षत ने गुस्से से उसकी और देखा और कहा,”एक बार कहा ना नहीं चाहिए , समझ नहीं आ रहा तुम्हे !”
अक्षत का गुस्सा देखते ही मीरा की आँखों में आंसू आ गए उसने ग्लास साइड में रखा और वहा से चली गयी उसके जाते ही अक्षत ने अपना हाथ दिवार पर मारा वो मीरा पर गुस्सा करना नहीं चाहता था पर हो गया !! मीरा चलकर गार्डन की और आई उसका उतरा हुआ चेहरा देखकर अर्जुन उसके पास आया और कहा,”हे मीरा क्या हुआ ?”
“कुछ नहीं !”,मीरा ने अपने आंसू छुपाते हुए कहा ! तब तक निधि और भी अपनी प्लेट के साथ वहा आ पहुंची और कहा,”क्या हुआ मीरा ?
“कुछ नहीं निधि , हम तुम्हारे पास ही आ रहे थे !”,मीरा ने जबरदस्ती मुस्कुराते हुए कहा
“ये अक्षत भैया को क्या हुआ है ? जबसे आये है तबसे सडु सी शक्ल बना रखी है !”,निधि ने खाते हुए कहा !
“तुम्हारे और उसके बिच झगड़ा हुआ है क्या मीरा ?”,मीरा को अक्षत की और देखते पाकर अर्जुन ने कहा !
“नहीं , हम तो बस जूस लेकर गए थे पता नहीं वो क्यों गुस्सा हो गए ?”,मीरा ने उदास होकर कहा !
“वो तुमसे गुस्सा हो ही नहीं सकता !”,अर्जुन ने अक्षत की और देखते हुए कहा !
“मतलब !”, मीरा ने हैरानी से कहा !
“हम्म्म उधर देखो !”,अर्जुन ने मीरा से अक्षत की और देखने को कहा मीरा ने देखा तो उसके होंठो पर मुस्कान तैर गई ! जो ग्लास मीरा उसके पास रखकर आयी थी वो अक्षत के हाथ में था और अक्षत जूस पि रहा था ! मीरा को मुस्कुराते देखकर अर्जुन ने कहा,”देखा अगर तुमसे नाराज होता तो तुम्हारा लाया जूस नहीं पिता !”
“लेकिन वो गुस्से में थे !”,मीरा ने कहा
“मुझे मालूम है क्यों ?”,निधि ने खाते हुए कहा !
“क्यों ?”,अर्जुन और मीरा दोनों ने एक साथ निधि की और पलटकर कहा
“सुबह मोना से बहस हो गयी थी भाई की , शायद इसी वजह से गुस्सा है ! कहने को वो भाई की गर्लफ्रेंड है पर जब भाई उसे देखते है तो अपसेट हो जाते है !”,निधि ने कहा !
“अर्जुन , तुम्हे पंडित जी बुला रहे है !”,राधा ने आवाज लगायी तो अर्जुन बिना पूरी बात सुने ही वहा से चला गया !
“कोई तो रास्ता होगा जिस से वो वापस पहले की तरह खुश हो जाये ?”,मीरा ने बेसब्री से कहा !
“आये हाय क्या बात है ? कभी इतनी परवाह मेरी भी कर लिया करो !”,निधि ने मीरा को छेड़ते हुए कहा !
“वक्त आने पर तुम्हारी भी कर लेंगे , अब बताओ ना प्लीज़ !”,मीरा ने कहा
“एक ही रास्ता है अगर मोना यहाँ से चली जाये या भाई के सामने ना आये तो शायद उनका गुस्सा कम हो सकता है !”,निधि ने एक टुकड़ा मीरा को खिलाते हुए कहा !
“अहहहम !”,मीरा ने कहा और देखा सामने कुर्सी पर जीजू उदास बैठे है ! उन्हें देखकर मीरा ने कहा,”अब जीजाजी को क्या हुआ ?”
“उनकी भी अपनी दुःख भरी कहानी है , शुगर है उन्हें और दीदी ने उन्हें तीखा मीठा कुछ नहीं खाने दिया , बस सलाद और छोटे से पीस ,, बस इसीलिए !!”,निधि ने कहा
“तुम खाओ हम अभी आते है !”,मीरा ने जाते हुए कहा
“तुम कहा ?”,निधि ने कहा
“बस आते है !”,कहते हुए मीरा चली गयी कुछ देर बाद जीजू के पास आयी और कहां,”चलिए !!”
“कहा ?”,जीजू ने हैरानी से कहा !
“चलिए तो !”,मीरा ने जीजू का हाथ पकड़कर उन्हें उठाते हुए कहा
जीजू मीरा के साथ साथ चल पड़े !! मीरा उन्हें एक खाली रूम में लेकर आयी और गद्दे पर बैठाकर कहा,”एक मिनिट !”
जीजू को समझ नहीं आया की आखिर मीरा करना क्या चाहती है ? मीरा वापस आई और प्लेट जीजू के सामने रखकर कहा,”तनु दी आपको देखे इस से पहले जल्दी से ये सब खा लीजिये , हम दरवाजे पर खड़े होकर नजर रखते है !”
जीजू ने देखा प्लेट में छोले भठूरे , रसमलाई , मोतीचूर का लड्डू , पनीर टिक्का और आलू टिकिया थी ! उन्होंने मीरा की और देखकर कहा,”ये सब ?
“हमे पता है दी ने आपको ये सब खाने से मना किया है , लेकिन एक दिन खाने से कुछ नहीं होता ! फिर जिंदगी भी तो एक ही बार मिलती है ना उसे भी अगर परहेज करके गुजार दिया तो खाक जिंदगी जी !”,मीरा ने कहा !
जीजू मुस्कुराने लगे और कहा,”यहाँ बैठो !!”
मीरा आकर उनके सामने बैठ गयी तो जीजू ने कहा,”सबको ख़ुशी बाटने में लगी हो , खुद ने कुछ नहीं खाया चलो मेरे साथ साथ तुम भी खा लो !”
“अरे आप खाइये ना हम बाद में खा लेंगे !!”,मीरा ने कहा
“तो फिर मुझे भी नहीं खाना !”,जीजू ने झूठमूठ का गुस्सा जताकर कहा जबकि रसमलाई देखकर पानी आ रहा था उनके मुंह में !!
“अच्छा ठीक है हम भी खाते है आप भी खाइये !”,कहते हुए मीरा भी खाने लगी तो सोमित ने भी खाना शुरू कर दिया ! सब ख़त्म करने के बाद जीजू ने कहा,”ये हरी चटनी तो रह गयी !”
“ये हमारे काम आएगी”,कहते हुए मीरा ने कटोरी उठा ली और मन ही मन अपनी योजना पर मुस्कुरा उठी !!
जीजू वहा से बाहर निकल गए ! मीरा जब बाहर आयी तो काव्या उसे मिल गयी और कहा,”तूम कहा गायब हो जाती हो मीरु दी ?”
काव्या को देखकर मीरा घुटनो के बल बैठी और कहा,”यहाँ ना एक राजकुमार है लेकिन एक गन्दी परी ने उसकी स्माइल चुरा ली तो हम न वही ढूंढ रहे है !”
“फिर तो आप अच्छी परी हुई ना !”,काव्या ने कहा
“हम्म्म !”,मीरा ने कहा !
“लेकिन राजकुमार कहा है ? मुझे भी देखना है !”,काव्या ने मचलते हुए कहा !
मीरा ने इधर उधर देखा उसे अक्षत दिख गया तो उसने काव्या को दिखाकर कहा,”वो रहा वहा सामने”
“वो तो अक्षत मामू है , वो राजकुमार है !”,काव्या ने मासूमियत से कहा !
“हम्म्म्म”,मीरा ने प्यार से अक्षत को देखते हुए कहा !
“मुझे भी राजकुमार की स्माइल ढूंढनी है !”,काव्या ने कूदते हुए कहा ! मीरा ने उसके कान में कुछ कहा तो काव्या हंस पड़ी ! ये मीरा का कोई प्लान ही था जिसे मीरा छोटी काव्या के साथ मिलकर पूरा करने वाली थी ! मीरा उठी और कटोरी को सम्हाले हुए घूमने लगी ! जैसे ही मोना दिखी वह मोना के पास आयी और कहा,”सुनिए , क्या आप एक मिनट के लिए ये कटोरी पकड़ेगी मैं अपना दुपट्टा ठीक कर लू !”
मोना ने मना करने के लिए जैसे मुंह खोला मीरा ने कहा,”प्लीज प्लीज प्लीज ! वैसे भी हम ये अक्षत जी के लिए लेकर जा रहे थे , आप लेकर जाएगी तो उन्हें ज्यादा अच्छा लगेगा ! “
अक्षत का नाम सुनकर मोना ने वो कटोरी ले ली ! जैसे ही मोना ने कटोरी अपने हाथ में ली काव्या वहा आयी और कहां,”आंटी टाइम क्या हुआ है ?”
मोना ने जैसे ही हाथ पर बंधी घडी में टाइम देखने के लिए हाथ घुमाया कटोरी में रखी हरी चटनी उसके सफ़ेद ड्रेस पर आ गिरी ! मोना चिल्लाई,”ओह्ह शिट , व्हाट द ,, एयू पूरा ड्रेस ख़राब हो गया मेरा !”
मीरा ने मुश्किल से अपनी हंसी रोकी और कहा,”अरे रे आपका तो सारा ड्रेस ख़राब हो गया , आईये हम आपको वाशरूम ले चलते है !”
“जल्दी चलो !”,मोना ने झुंझलाकर कहा !
मीरा मोना को जान बूझकर निचे अंडरग्राउंड में बने वाशरूम में लेकर आयी खुद मोना का पर्स पकडे बाहर खड़ी हो गयी और मोना अंदर चली गयी ! मोना के अंदर जाते ही मीरा ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया ! काव्या उसके सामने आयी और दोनों ने एक दूसरे को हाई फाइव दिया !
मीरा और काव्या बाहर चली आयी और ऐसे घूमने लगी जैसे कुछ हुआ ही नहीं ! काव्या दौड़कर अक्षत के पास आयी और गौर से उसका चेहरा देखने लगी ! अक्षत ने देखा तो पूछ लिया,”क्या हुआ बच्चे ?”
“मामू आपकी स्माइल कहा है ?”,काव्या ने मासूमियत से कहा
“मेरे पास है !”,अक्षत ने कहा
“लेकिन अच्छी परी ने तो कहा था गन्दी परी को बंद करेंगे तो आपकी स्माइल वापस आ जाएगी !!”,काव्या ने कहा
“कौन अच्छी परी ? गन्दी परी ? क्या बोल रही हो तुम ?”,अक्षत ने काव्या को उठाकर सामने टेबल पर बैठाकर कहा !
“मामू मीरु दी अच्छी परी है उन्होंने कहा था आप राजकुमार हो और एक गन्दी परी ने आपकी स्माइल चुरा ली है ! तो मैंने और मीरु दी ने उस गन्दी परी को ढूंढकर बाथरूम में बंद कर दिया और आपकी स्माइल हमे मिल गयी ! लेकिन आप तो पहले जैसे ही हो , मतलब हमारा प्लान खराब हो गया !”,कहते कहते काव्या उदास हो गयी !!
काव्या की बात अब कुछ कुछ समझ आ रही थी ! अच्छी परी मीरा और गन्दी परी यानि मोना ! अक्षत उन दोनों के इस स्टुपिड मुस्कुराने लगा ! काव्या ने देखा तो टेबल पर खड़ी होकर कूदने लगी और कहने लगी,”येह राजकुमार की स्माइल वापस आ गयी !!
अक्षत मुस्कुराना छोड़कर अब हसने लगा था ! मीरा ने उसके लिए ये किया ये जानकर ही उसे बहुत सुकून मिल रहा था ! उसकी नजर सामने खड़ी मीरा पर गयी भीड़ से भरे उस गार्डन में उसे मीरा के अलावा और कोई दिखाई नहीं दे रहा था ! अक्षत ने काव्या को निचे उतारा और मीरा के पास चला आया ! मीरा को देखते हुए उसके होंठो से मुस्कुराहट जा ही नहीं रही थी ! उसने मीरा की और देखकर कहा,” सॉरी !”
मीरा ने अपने बालो को पीछे झटका और कहा,”सडु !”
क्रमश – Kitni mohabbat hai – 20
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संजना किरोड़ीवाल