Bepanah Ishq – 2
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Bepanah Ishq – 2
भूमि उसके पास आयी और कहा – आरफा युवान को तुमने बचपन से चाहा है वो तुम्हे जरूर मिलेगा , बस जरूरत है तुम्हे युवान को अहसास दिलाने की , हम तुम्हे बदलने को नहीं कह रहे पर खुद को युवान के काबिल तो बना ही सकती हो , फिर देखना वो किसी भी लड़की की तरफ नहीं देखेगा !!
आरफा – पर मैं क्या करू ?
भूमि – अरे हम है न तुम्हे कुछ नहीं करना अब जो भी करेंगे हम करेंगे , फिर देखना युवान मिया कैसे लट्टू हुए घूमते है तेरे पीछे … कहकर भूमि कुछ सोचकर मुस्कुरा दी . भूमि को मुस्कुराता देख कर आरफा भी मुस्कुराने लगी , अगले दिन रविवार था दोनों सुबह सुबह ही घर से निकली लेकिन बुटीक ना जाकर भूमि ने स्कूटी बाजार की तरफ मोड़ दी , आरफा ने पूछा तो उसने उसे शांत रहने को कहा ..
कुछ देर बाद दोनों पार्लर पहुंची भूमि ने आरफा का मेकओवर करने को कहा और खुद पास रखे सोफे पर बैठकर मैगजीन के पन्ने पलटने लगी , पुरे चार घंटे बाद जब आरफा आयी तो भूमि तो उसे देखते ही रह गयी ,, वो इतनी खूबसूरत लग रही थी की भूमि ने पलके तक नहीं झपकाई आरफा ने आकर उसके चेहरे के सामने हाथ हिलाकर कहा – क्या हो गया
भूमि – यार गजब लग रही हो , अगर हम युवान की जगह होते ना तो आज ही तुमसे निकाह कर लेते !!
भूमि की बात सुनकर आरफा मुस्कुरा उठी और उसे गले लगाकर कहा – ये सब तुमने ही तो किया है , थैंक्यू सो मच
– थैंक्यू से काम नहीं चलेगा , हमारी वाली फेवरेट पानी पूरी खिलानी पड़ेगी – भूमि ने उसे खुद से अलग करते हुए कहा …
दोनों वहा से निकलकर पानी पूरी वाले के पास पहुची आज तो सबकी नजरे आरफा पर ही थी , आरफा भी बहुत खुश हो रही थी बाजार से लौटकर दोनों घर आ गयी , अगले दिन बुटीक पर आरफा अपने नए अवतार में आयी थी , भूमि खुश थी लेकिन युवान और आरफा के बारे में सोच रही थी की कैसे उन्हें अहसास दिलाये की वो दोनों सिर्फ एक दूसरे के लिए बने है , भूमि सोच ही रही थी की तभी आरफा ने बताया – युवान के बड़े भाई का निकाह तय हो गया है और उसे अम्मी अब्बू को इंदौर बुलाया है !!
कितने दिन के लिए जा रही है – भूमि ने पूछा
आरफा – 10 दिन तो लग ही जायेंगे
भूमि – ये तो बहुत अच्छा है , इन 10 दिनों में तुम आसानी से युवान और उनके घरवालों का दिल जित सकती हो ..
आरफा – वो तो ठीक है लेकिन शादी में पहनने को मेरे पास कुछ अच्छे कपडे नहीं है , वही सब पुराने है चलो ना चलकर कुछ खरीदते है .
भूमि – उसकी फ़िक्र तुम ना करो तुम्हारे लिए बेस्ट से बेस्ट डिजाइन बनाएंगे वो भी ऐसा की पूरा का पूरा इंदौर तुम्हे देखता रह जाएगा , बस तुम हमारी थोड़ी मदद कर दो
भूमि और आरफा वही बुटीक में बैठकर कपड़ो के डिजाइन बनाने लगी और फिर देर रात तक कपडे तैयार करती रही , उन्हें होश भी नहीं रहा की रात हो चुकी है घर से फ़ोन आया तब दोनों को याद आया की उन्हें घर जाना है और भूख भी लगी है ,, दोनों जल्दी जल्दी सारा सामान समेटकर घर के लिए रवाना हो गयी ,,
अगले दिन फिर वही काम , 4 ड्रेस तैयार करने में उन दोनों को पूरे 3 दिन लगे और जैसा की भूमि ने कहा था वो सब अब तक के बेस्ट डिजाइन थे , आरफा तो ख़ुशी से फुले नहीं समा रही थी ,, कुछ कपडे और जरुरी सामान उन्होंने बाजार से खरीद लिया ,, और फिर वो दिन भी आ गया जब आरफा को अपने अम्मी अब्बू के साथ इंदौर जाना था , भूमि को उदास देखकर शबनम ने उसे भी साथ चलने को कहा लेकिन बुटीक में काम ज्यादा होने के कारन उसने मना कर दिया ,,
जल्दी आने का कहकर आरफा घरवालों के साथ इंदौर निकल गयी !! और इधर भूमि रह गयी अकेली ,,
अगले दिन जब बुटीक गयी तो अनमने मन से काम करने लगी , आरफा के बिना उसका बिलकुल मन नहीं लग रहा था ,, उधर इंदौर में जब आरफा को सबने देखा तो सब देखते रह गए एक बारगी तो युवान भी मुंह फाड़ता रहा गया पर आरफा बिना कोई भाव दिए उसके नजदीक से निकल गयी , शादी का घर था और मेहमानो की भरमार थी पर उन सब में कोई अलग ही नजर आ रहां था वो थी आरफा ,
, युवान उस से बात करने के बहाने ढूंढ़ने लगा , युवान को अपनी और बार बार देखता पाकर आरफा का मन हर्ष से पुलकित हो उठता , युवान को ज्यादा ना सताकर आरफा भी उसे कभी कभी छुपकर देख लिया करती , दोनों एक दूसरे के नजदीक आने लगे थे दोनों में थोड़ी थोड़ी बाते भी होने लगी और बातो ही बातो में आरफा को पता चला की युवान को जिस लड़की के साथ उसने देखा था वो उनकी भुआ की लड़की थी जो लखनऊ में ही रहती है और युवान किसी जरुरी काम से लखनऊ आया था !!
आरफा को बहुत अफ़सोस हुआ की उसने युवान के बारे में गलत सोचा, सच जानने के तो वो उनसे और मोहब्बत करने लगी , युवान था एक नेक लड़का जो बहुत कम बोलता था और सबके साथ मुस्कुरा कर ही बात करता था , पर आरफा के साथ वो थोड़ा थोड़ा खुलने लगा था ,,
शादी की रस्मो के दौरान दोनों एक दूसरे के बहुत करीब आ गए थे , पर इजहार अभी तक दोनों ने ही नहीं किया , आरफा चाहती थी पहले युवान कहे और युवान चाहता था पहले आरफा कहे ,, युवान के भाई का निकाह हो चुका था , रिश्तेदार अब लौटने लगे थे ,, आरफा और उसके घरवालों को युवान के घरवालों ने एक दिन के लिए और रोक लिया युवान के पास यही मौका था आरफा से अपनी बात कहने का ,
शाम को सभी दावत का मजा ले रहे थे युवान सबसे नजरे बचाता हुआ आरफा का हाथ पकड़ कर उसे ऊपर छत पर ले गया
“आप मुझे यहाँ क्यों ले आये – आरफा ने संकुचाते हुए कहा
युवान – हमे आपसे कुछ कहना था इसलिए
आरफा – तो कहिये न (आरफा का दिल तेजी से धड़कने लगा)
युवान ने आरफा को वही रुकने को कहा और चला गया कुछ ही पल बाद वापस आया और घुटनो के बल आरफा के सामने बैठ गया , उसने अपने हाथ में छुपाया हुआ गुलाब निकाला और आरफा की तरफ बढ़ाते हुए कहा – हम आपसे बेइंतहा मोहब्बत करते है तबसे जबसे आपको जानते है बस कभी कह नहीं पाए , और आपकी नजदीकियों ने हमे ये अहसास दिलाया की अब आपके बिना हम रह नहीं पाएंगे , क्या आपको हमारी मोहब्बत कुबूल है ?
आरफा की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था उसे बिन मांगे युवान जो मिल गया था उसने आगे बढ़कर गुलाब लिया और युवान के गले लगकर कहा – मैं भी आपसे बहुत प्यार करती हु युवान !! आज आपने मुझे जिंदगी का सबसे खूबसूरत तोहफा दिया
युवान उसकी आँखों में झाँकने लगा और आरफा ने शरमा कर नजरे नीची कर ली …
चांदनी रात ने आरफा के चेहरे का नूर युवान की आँखों में जैसे पिघलता ही जा रहा था , दोनों घंटो वहा एक दूसरे का हाथ थामे बैठे रहे और फिर निचे आ गए ,, ख़ुशी दोनों के चेहरों से साफ झलक रही थी , अगले दिन आरफा और उसके घरवालों को सुबह जल्दी ही निकलना था , युवान तो रातभर सोया ही नहीं था उसे पता चला तो दौड़ता हुआ आया ,, आरफा सभी घरवालों से घिरी हुयी थी इसलिए युवान उस से बात नहीं कर पाया , वह भागकर अंदर गया और कुछ ही देर बाद वापस आया और हाथ में पकड़ा कागज आरफा के हाथ में थमा दिया ,
आरफा , शबनम और आरफा के पिता गाड़ी में बैठे और वापस लखनऊ की तरफ निकल गए ,, सभी मुस्कुराते हुए अंदर चले गए और युवान उदास सा वही खड़ा रहा , पर वो जानता था की बहुत जल्द वो उस से मिलने वाला है .. उधर आरफा भी युवान से दूर जाने से उदास हो गयी लेकिन ख़ुशी के भाव उसकी आँखों में साफ झलक रहे थे !! उसने आँखे मूंद ली उसे बस युवान नजर आ रहा था …
गाड़ी अपनी रफ़्तार से चली जा रही थी
दूसरी तरफ भूमि इन 10 दिनों में बिल्कुल अकेली हो चुकी थी एक शाम बैठे बैठे जब बोर हो गयी तो अपनी बोरियत दूर करने के लिए उसने फेसबुक ऑन किया और न्यूज़ फीड्स स्क्रॉल करने लगी , वहा भी कुछ अच्छा नहीं दिखा तो उसने लॉगआउट करने की सोची तभी उसकी नजर एक नाम पर पड़ी “आकाश खन्ना” ,,, लड़को से दूर रहने वाली भूमि को ना जाने क्या सुझा उसने उसकी प्रोफाइल ओपन की और देखने लगी
आकाश खन्ना lived in अमृतसर , पंजाब l work in पंजाब ट्रांसपोर्ट
वह एक के बाद एक करके उसकी हर पोस्ट देखती गयी ,, एक पोस्ट देखकर भूमि की नजर रुक गयी जिसमे बहुत सुन्दर शायरी लिखी थी , भूमि को और क्या चाहिए था वो तो बचपन से शायरियो की शौकीन थी उसने बिना सोचे समझे पोस्ट लाइक की और कमेंट भी कर दिया “its too romantic” और फिर लॉगआउट हो गयी ,,
आकाश जिसके दोस्तों में सिर्फ लड़के ही थे उसने जब भूमि का कमेंट देखा तो न चाहते हुए भी उसकी प्रोफाइल ओपन की और देखने लगा ,, भूमि की काफी अच्छी तस्वीरें थी वहा जिन्हे देखकर आकाश पहली नजर में ही उसका दीवाना हो गया , और उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड कर दी और सोचने लगा पता नहीं एक्सेप्ट करेगी भी या नहीं !! उसने भूमि की एक तस्वीर को अपने फोन में सेव कर लिया जिसमे वो बहुत खूबसूरत ला रही थी ,, पर आकाश को डर था की इतनी सुन्दर लड़की भला उस से बात क्यों करेगी ,,
कुछ देर बाद आकाश सब भूल गया और वापस अपने काम में लग गया l
अन्धेरा घिरने लगा था भूमि ने बुटीक बंद किया और घर आ गयी ,, देर रात तक आरफा और उसके घरवाले भी लखनऊ पहुंच चुके थे , आरफा ने भूमि से सुबह मिलने का सोचा और अपने कमरे में आ गयी , दरवाजा बंद कर उसने वो कागज निकाला जो युवान ने उसे दिया था और खोलकर पढ़ने लगी
“प्रिय आरफा
आप जा तो रही है पर जाते जाते मेरी नींद और मेरा चैन भी लेकर जा रही है , जल्द ही हम आपसे अम्मी अब्बू के साथ मिलने लखनऊ आएंगे , वो भी आपके और हमारे निकाह का रिश्ता लेकर !! हमारा इन्तजार कीजियेगा
सिर्फ आपका युवान !! “
आरफा ने पढ़ा तो शरम से उसके गाल गुलाबी हो गए , युवान उस से निकाह करना चाहता था , वो खुद को खुशनसीब मानने लगी की उसे अपना प्यार इतनी आसानी से मिल गया , उसने युवान को फोन लगाया युवान बैचेनी से उसी के फ़ोन का इन्तजार कर रहा था सारी रात दोनों प्यार भरी बातें करते रहे कब नींद ने दोनों को अपन आगोश में लिया कोई नहीं जानता अगली सुबह ख़ुशी ख़ुशी आरफा भूमि के घर पहुंची आरफा को देखकर भूमि के चेहरे की खोयी रंगत लौट आयी ,, दोनों सहेलिया बैठकर बाते करने लगी आरफा ने भूमि को 10 दिन का पूरा हाल सुनाया तब जाकर भूमि ने उसकी जान छोड़ी ,,
“तो कब मिला रही हो अपने युवान मिया से – भूमि ने छेड़ते हुए कहा
आरफा – जल्दी ही वो लखनऊ आएंगे तब मिल लेना l
नाश्ता करने के बाद दोनों बुटीक आ गयी और काम में लग गयी …लेकिन ये क्या आरफा न काम शुरू ही किया था की तभी युवान का फोन आ गया आरफा ने काम छोड़ फोन उठाया और फिर भूमि की तरफ देखने लगी भूमि ने झूठा अफ़सोस जताते हुए कहा – “लगता है ये बुटीक अब ज्यादा दिन नहीं चलेगा , आरफा साहिबा जी तो अब मोहब्बत में लगी है
आरफा ने मायूस होकर फोन साइड में रख दिया तो भूमि हंसने लगी और कहा – उठा लो फोन नहीं तो साहेब जी बुरा मान जायेंगे !!
फोन लेकर आरफा बाहर आ गई ,,
“चलो भैया अपना तो कोई बाबू शोना भी नहीं है जिससे बतियाये , काम ही करना पडेगा – कहकर भूमि वापस अपन काम में लग गयी !!
अभी कुछ वक्त ही गुजरा था की भूमि के फोन पर मेसेज आया ,, बाद में देखेंगे सोचकर भूमि वापस अपने काम में लग गयी , कुछ सेकेंड बाद फिर बीप की आवाज आयी और उसके बाद आती ही गयी ,, भूमि सोच में पड गयी ये कौन आ गया जिसने फोन के सारे बीप बजा डाले , भूमि ने फोन देखा फेसबुक पर बहुत सारे नोटिफिकेशन देखकर उसने ओपन किया तो किसी आकाश खन्ना ने उसके सभी पिक्चर को लाईक किया हुआ था , दिमाग पर जोर डालने से भूमि को याद आया की ये वही लड़का था जिसकी शायरी के लिए भूमि ने कमेंट किया था ,, भूमि नोटिफिकेशन्स देख ही रही थी की तभी आकाश का मेसेज आ गया
– hii
hii – जवाब में भूमि ने लिखा !
– आपके पोस्ट किये हुए डिजाईन्स बहुत अच्छे है
“थैंक्यू ,
– वैसे आप लखनऊ से है राईट
“जी हां और आप ?
– मैं अमृतसर , पंजाब से
“ohk आप अच्छा लिखते है
– आपको ग़लतफ़हमी है , वो सब कॉपी पेस्ट है मुझे लिखना नहीं आता …
“मतलब वो लाइन्स आपकी नहीं है ?
– जी नहीं , पढ़ने का शौक जरूर है but लिखने का नहीं …
“आपने हमे फ्रेंड रिक्वेस्ट क्यों भेजी ?
– शादी करने के लिए
“क्या ? आप होश में तो है ?
– आप ही बताओ कोई किसी को फ्रेंड रिक्वेस्ट क्यों भेजेगा , दोस्ती करनी है आपसे ?
“हम अजनबीय से दोस्ती नहीं करते
– लेकिन अजनबियों की पोस्ट पर कमेंट कर सकती है , है ना
आकाश के जवाब से भूमि निरुत्तर हो गयी उसने कोई जवाब नहीं दिया तो आकाश ने फिर मेसेज किया
– जब तक जान पहचान नहीं करोगे तब तब तक अनजान ही रहोगे
“पर हम आपसे जान पहचान क्यों करे ?
– दोस्ती के लिए
“और अगर हम कहे की हमे आपसे दोस्ती नहीं करनी तो
– तो मैं आपसे कोई जबरदस्ती नहीं करूँगा , बल्कि एक अच्छे लड़के की तरह कुछ दिन बाद आकर फिर से पूछूंगा
भूमि को हंसी आ गयी उसने खुद को संयत करके मेसेज किया
” अच्छा तो फिर हमारी तरफ से ना है
– वैसे लड़कियों की ना में ही उनकी हां मानी जाती है लेकिन कोई बात नहीं मैं इंतजार करूंगा कभी न कभी तो आप हमारी दोस्ती मंजूर करेंगी !!
” देखते है
– देखते रहिये , पंजाबी है सोने का िदल है हमारा …
“हम भी लखनऊ से है जनाब इतनी जल्दी कोई हमे बेवकूफ नहीं बना सकता
– लखनऊ की एक चीज हमे बहुत पसंद है
” वो क्या ?
– वहा की तहजीब , और अब धीरे धीरे वहा के लोग भी पसंद आने लगे है
“अच्छा जी , लखनऊ आये है कभी आप ?
– बिल्कुल , कुछ महीने पहले ही , बस आप नहीं मिली वहा इस बात का अफ़सोस रहेगा
“हमसे मिलते ना तो दोबारा भूलकर लखनऊ नहीं आते
– ये तो गलत बात है , कहती हो अजनबियों से दोस्ती नहीं करती , लेकिन दुश्मनी तो बड़े शौक से कर रही हो आप
“हमने कब कहा आप हमारे दुश्मन है
– मतलब आप मानते हो दुश्मन नहीं हो तो फिर दोस्त हुए ना
“बिल्कुल नहीं हम आपके दोस्त भी नहीं है
– नहीं हो तो बन जाओगी , हमे कोई जल्दी नहीं है
“आप पागल है
– अभी तक तो नहीं था , आपसे बात करके हो सकता हु
“मतलब हम पागल है ?
– थोड़ी सी
” हमे नहीं करनी आपसे बात
कहकर भूमि ऑफलाइन हो गयी , एक अनजान लड़के ने उसे पागल कहा उसे गुस्सा आ रहा था …
समझता क्या है खुद को , पंजाब से है तो कोई महाराजा है क्या हम क्या उनसे कम है , हमारे लखनऊ में उन जैसे 56 घूमते है बड़े आये दोस्ती करने वाले , आज दोस्ती करेंगे कल को कहेंगे प्यार हो गया है और फिर दूसरी मिल जाएगी तो छोड़ के भाग जायेंगे , ऐसे ही तो होते है सब लड़के और ये तो कुछ ज्यादा ही एडवांस है , पहली बार मे ही सीधा दोस्ती के लिए कह दिया , ऊपर से शायरी भी चोरी की हम तो खामखा ही उन्हें शायर समझ बैठे ,, शायर ऐसे थोड़े होते है मुंहफट , बेशर्म , बद्तमीज !! उनमें तो कितना ठहराव होता है , और ये ये तो बुलेट ट्रेन से भी तेज !! – भूमि बड़बड़ाते जा रही थी
आरफा ने उसे बड़बड़ाते देखा और धीरे से कंधे पर हाथ रखकर कहा – क्या हुआ ?
भूमि – होना क्या है आजकल के लड़के तो जैसे बस हवा में उड़ते है
आरफा – अरे बाबा हुआ क्या ? इतना गुस्सा किसपे हो ?
भूमि – कुछ नहीं छोड़ , चल कुछ खाने चलते है
दोनों बाहर निकल गयी चौक में आकर दोनों ने कुछ खाया और फिर वापस बुटीक आ गयी भूमि को गुस्सा बहुत जल्दी आता था और आरफा जानती थी उसका गुस्सा कैसे शांत किया जा सकता है , दोनों काम में लग गयी बुटीक से कुछ ही दूर रहने वाली सरिता ने आज उन्हें दुल्हन के लहंगे का खास डिजाइन बनाने को कहा था ,, आरफा और भूमि बिना देरी काम में जुट गयी ,, शाम तो दोनों बुरी तरह थक चुकी थी ,, दोनों काम छोड़कर सुस्ताने लगी एक बार फिर भूमि का फ़ोन बजा फोन घर से था जया ने घबराते हुए उसे जल्दी घर आने को कहा
आरफा ने सामान रखा और बुटीक बंद किया भूमि को परेशान देखकर उसने भी साथ चलने की बात कही बदहवास सी भूमि स्कूटी से तुरंत घर पहुंची घर में चारो तरफ अन्धेरा था किसी अनहोनी के डर से भूमि का दिल बैठा जा रहा था भूमि घर के अंदर गयी पीछे पीछे आरफा भी चली आयी घबराई हुयी भूमि ने आवाज लगायी
“माँ पापा आप ठीक तो है
तभी सभी लाईटे जल उठी और भूमि पर फूल गिरने लगे विक्रम , जया , भूमि के मामा रवि , शबनम और आरफा सभी एक साथ चिल्लाये
“हैप्पी बर्थडे !!
भूमि दौड़कर विक्रम के गले लगते हुए बोली – हम डर गए थे पापा
विक्रम ने प्यार से उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहा – सॉरी बेटा , पर आपकी माँ आपको सरप्राइज देना चाहती थी , और तुम्हे तो याद भी नहीं था काम में चक्कर में सब भूल गयी !!
सबने भूमि को बर्थडे विश किया , केक कटा सबने बहुत मस्ती की … भूमि को सबसे गिफ्ट मिले उसके बाद सबने साथ मिलकर खाना खाया ,, खाना खाकर कुछ देर सभी हॉल में आकर बैठ गए , रवि को कुछ जरुरी काम से जाना था इसलिए वो खाना खाकर तुरंत निकल गया ,, शबनम और आरफा भी अपने घर चली गयी ,, भूमि ने सारे गिफ्ट खोलने शुरू किये सबमे उसकी पसंद की चीजे थी सबसे आखिर में उसने विक्रम का दिया गिफ्ट खोला जैसे ही उसने गिफ्ट खोला ख़ुशी से उछल पड़ी और विक्रम के गले लग कर कहा थैंक्यू पापा
विक्रम ने भूमि को तोहफे में लखनऊ में होने वाले सबसे बड़े कवि सम्मलेन के 2 vip पास दिए थे .. जिन्हे देखकर जया ने अपना सर पिट लिया और विक्रम और भूमि मुस्कुरा रहे थे ……
भूमि – पापा आप चलेंगे ना हमारे साथ
विक्रम – सॉरी बेटा मैं तो नहीं जा पाऊंगा हां तुम और आरफा बिटिया चली जाना !!
ठीक है पापा कहकर भूमि सारे तोहफे लेकर अपने कमरे में आ गयी और बिस्तर पर लेटकर एंट्री पास को देखने लगी … पता नहीं ऐसा क्या था की शायरी और गजलों की तरफ भूमि खींची चली जाती थी .. अभी पास को निहार ही रही थी की तभी फोन बजा भूमि ने पास साइड में रखकर फोन उठाया आकाश का मेसेज था.
– हैप्पी बर्थडे मिस भूमि
“आपको कैसे पता आज हमारा बर्थडे है ?
– फेसबुक पर देखा
“आप हमे फॉलो कर रहे है
– बिल्कुल , अब ये मत कहना अजनबियों को फॉलो करना गलत है
“हमने ऐसा तो नहीं कहा , by the way बर्थडे विश करने के लिए थैंक्यू !!
– योर वेलकम , वैसे कितने साल की हो गयी आप
“मिस्टर आपको इतना भी नहीं पता लड़कियों से उनकी उम्र नहीं पूछी जाती
– उप्स पता नहीं था बताने के लिए शुक्रिया , अच्छा ये बताओ डेट ऑफ़ बर्थ क्या है
“15-9-1997 क्यों पूछा ?
– मतलब 21 साल की हो गयी आप
” आपको कैसे पता चला ?
– अभी अभी तो बताया है आपने (आकाश हंसने लगा)
भूमि ने देखा उसने खुद ही आकाश को डेट बताई है तो उसे खुद पर ही गुस्सा आ गया
“ज्यादा स्मार्ट मत बनिए
– स्मार्ट तो मैं हु कोई शक
“जी नहीं कोई शक नहीं है
– वैसे हमारी दोस्ती के बारे में आपने क्या सोचा है
“हमे आपसे दोस्ती नहीं करनी
– ठीक है मत कीजिये मैं इंतजार करूंगा
“कब तक ?
– उम्रभर
“ये फ़िल्मी डायलॉग ना किसी और को सुनाएगा हम पर इनका कोई असर नहीं होगा
– मैं फिल्मे नहीं देखता ,, हाँ म्यूजिक पसंद है मुझे और तुम्हे ?
” हमे कुछ पसंद नही है
– आप क्या हमेशा ऐसे ही बात करती है ?
“जी नहीं वैसे हम बहुत अच्छे है बस आपको देखकर बद्तमीज हो जाते है
– मुझसे बात किये आपको सिर्फ चंद घंटे हुए है और आपने हमे जज भी कर लिया
“तो आप यहाँ है ही क्यों ? हमने तो आपको नहीं बुलाया
– सही है पर क्या है न मैं ढीठ किस्म का हु
“जी हां और अब आप हमे परेशान कर रहे है
– वो मेरा हक़ है
“हमने आपको ऐसा कोई हक़ नहीं दिया है समझे आप
– जी मोहतरमा समझ गया
” क्या समझे ?
– यही की आपकी दोस्ती पाने के लिए अभी बहुत मेहनत करनी पड़ेगी
“आपकी और हमारी दोस्ती कभी नहीं हो सकती नामुमकिन
– कुछ तो सोचा होगा कायनात ने तेरे मेरे रिश्ते के बारे में , वरना इतनी बड़ी दुनिया में सिर्फ तुमसे बात ना होती
आकाश ऑफलाइन हो गया और पीछे छोड़ गया परेशान भूमि को , दरअसल आकाश के फोन की बैटरी लौ थी और फोन बंद हो गया इधर भूमि वो दो लाइन पढ़कर सोचने लगी
“लिखा तो अच्छा है पर ये भी कही से कॉपी किया होगा , लड़को की तो फितरत ही होती है फ्लर्ट करने की उनको लगता है उनकी ऐसी बातो से लड़किया फिसल के उनकी बांहो में आ गिरेगी , और ये महाशय तो उन सब लड़को के सरदार लगते है
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Continue With Bepanah Ishq – 3
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