A Broken Heart – 19
A Broken Heart – 19
जिया ने एक डोनट खाया पर एक डोनट से भला क्या होता इसलिए उसने एक केक का टुकड़ा उठाया और उसे भी खा लिया। वह वही काउंटर के पास बैठ गयी और एक डोनट उठाकर जैसे ही खाने लगी उसे ईशान का ख्याल आ गया। वह डोनट खाते हुए बड़बड़ाने लगी,”बेचारा वो लड़का,,,,,,,,,,,,,,उस घमंडी लड़की ने उसके साथ कितना बुरा बर्ताव किया और वह फिर भी चुप था,,,,,,,,,,,,,,,क्या वह लड़की उसकी दोस्त थी या फिर उसकी गर्लफ्रेंड,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह्ह्ह नहीं वो उसकी गर्लफ्रेंड नहीं हो सकती,,,,,,,,,,वो लड़का कितना स्वीट है वो ऐसी घमंडी लड़की को बिल्कुल पसंद नहीं करेगा,,,,,,,,,लेकिन उसने उस लड़की को कुछ कहा भी तो नहीं,,,,,,,,,मुझे उसके बारे में सोचकर बहुत बुरा लग रहा है।”
जिया को होश नहीं था। खुद से बाते करते हुए वह एक के बाद एक डोनट्स और केक्स खाये जा रही थी। ज्यादा मीठा खाने की वजह से जिया को नींद आने लगी और वह वही काउंटर से सर लगाकर सो गयी। उसके हाथ और मुंह पर डोनट्स की क्रीम और चॉकलेट लगी थी। जिया नींद में भी अपने होंठो पर जीभ घुमाते हुए बड़बड़ाई,”ओह्ह्ह ये डोनट्स कितने टेस्टी है काश मैं इन्हे और खा सकती,,,,,,,,,,,,!”
शाम हो चुकी थी और जिया को घर जाना था लेकिन ज्यादा खाने की वजह से उसे नींद आ गयी और वह वही सो गयी। मिस्टर दयाल बाहर गए हुए थे और अगली सुबह आने वाले थे। शहर का मौसम अचानक से खराब होने लगा। आसमान में बादल घिर आये और बारिश होने लगी। बिजली के कड़कने से जिया की नींद खुली। वह अपनी आँखे मसलते हुए उठी उसने देखा वह अभी तक रेस्त्रो में है तो वह जल्दी से उठी और देखा बाहर तेज बारिश हो रही है और काफी रात हो चुकी है। जिया दरवाजे के पास आयी उसने दरवाजा खोलकर देखा चारो तरफ पानी ही पानी फैला हुआ था।
घडी में रात के 11 बज रहे थे ऐसे में जिया घर भी नहीं जा सकती थी उसने रेस्त्रो में ही रुकने का सोचा और जैसे ही जाने के लिए मुड़ी उसकी नजर रेस्त्रो के बाहर खड़े ईशान पर पड़ गयी जो की बारिश से बचने के लिए वहा खड़ा था।
“हे तुम चाहो तो अंदर आ सकते हो”,जिया ने चिल्लाकर कहा
ईशान ने जिया को एक नजर देखा और फिर खुद को बारिश से बचाने की नाकाम कोशिश करने लगा। उसने जिया की बात का कोई जवाब नहीं दिया।
“हेलो मैं तुमसे बात कर रही हूँ,,,,,,,,,,,,अंदर आ जाओ बाहर बहुत ठंड है ऐसे में तुम बीमार हो सकते हो”,जिया ने फिर कहा
“मेरे पास पैसे नहीं है”,ईशान ने बेचारगी से कहा
“तुम्हे यहाँ आने के लिए पैसे देने की जरूरत नहीं है तूम आ सकते हो,,,,,,,,,,,,!!”,जिया ने कहा तो ईशान कुछ देर सोच में पड़ गया और फिर अंदर चला आया
बारिश की फुहारें अंदर ना आये सोचकर जिया ने दरवाजा बंद कर दिया और ईशान की तरफ पलटकर कहा,”जब तक बारिश बंद नहीं होती तुम यहाँ रुक सकते हो”
“थेंक्स,,,,,,,,,,,,,,!!”,ईशान ने कहा और एक तरफ खड़े होकर शीशे से बाहर देखने लगा।
जिया किचन एरिया की तरफ चली आयी। उसने कॉफी बनायीं और लेकर ईशान के पास चली आयी।
“ये पी लो इस से तुम ठंड से बच जाओगे और बीमार भी नहीं पड़ोगे”,जिया ने मग ईशान की तरफ बढ़ाकर कहा
“नहीं शुक्रिया,,,,,,,,,,,,इसका बिल भरने के लिए मेरे पास पैसे नहीं है।”,ईशान ने कहा
“तुम्हे इसका बिल भरने की जरूरत नहीं है ये मेरी तरफ से ट्रीट है,,,,,,,,,,,,तुम्हे याद होगा तुमने एक बार मुझे उन बुरे लड़को से बचाया था।”,जिया ने मुस्कुराते हुए कहा
“पक्का तुम मुझे से इसके पैसे नहीं लेने वाली हो ?”,ईशान ने जिया की तरफ देखकर पूछा
“हाँ मैं सच कह रही हूँ तुम्हे इसके पैसे देने की जरूरत नहीं है।”,जिया ने खुश होकर कहा
“थैंक्यू,,,,,,,,,,,,!!”,कहते हुए ईशान ने मग लिया और कॉफी पीने लगा। जिया ये जानने के लिए आतुर थी कि वह कॉफी कैसी बनी है इसलिए वह बस ईशान को देखे जा रही थी। ईशान चुपचाप अपनी कॉफी पीते रहा। जिया ने देखा तो कहा,”क्या तुम मुझे बताओगे ये कैसी बनी है ?”
“ये ठीक ठाक है,,,,,,,,,,,,,!”,ईशान ने कॉफी पीते हुए कहा
“हाहहहह क्या ये सिर्फ ठीक ठाक है,,,,,,,,,,,,,,मुझे लगा तुम कहोगे बहुत बढ़िया”,जिया ने मायूस होकर कहा
“एक बढ़िया कॉफी क्या होती है ये जानने के लिए तुम्हे किसी दिन मेरे हाथ की बनी कॉफी पीनी चाहिए,,,,,,,,,,,,,,,माया कहती है कि मैं बहुत अच्छी कॉफी बनाता हूँ।”,ईशान ने खोये हुए स्वर में कहा
माया नाम सुनकर जिया पहले तो सोच में पड़ गयी फिर एकदम से उसे ऐड कम्पनी वाली माया की याद आयी और उसने कहा,”क्या तुम बद्तमीज लड़की की बात कर रहे हो जो कुछ देर पहले यहाँ थी ?”
“तुम्हे उसके लिए ऐसे शब्द इस्तेमाल नहीं करने चाहिए,,,,,,,,,,!”,ईशान ने जिया करीब आकर उसे घूरते हुए कहा
“बिल्कुल मुझे उसके लिए इस से भी बुरे शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए,,,,,,,,,,,,,,,,तुम उसे जानते नहीं हो वो कितनी शातिर लड़की है। लोमड़ी से भी चालाक और बद्तमीज तो इतनी कि पूछो मत,,,,,,,,,तुम्हारे साथ भी तो आज उसने कितना बुरा बर्ताव किया था क्या भूल गए तुम ?”,जिया ने गुस्से से ईशान पर चढ़ते हुए कहा ईशान के कदम पीछे हट गए।
माया के बारे में गलत सुनना भला ईशान को कहा पसंद आता इसलिए उसने गुस्से से जिया के करीब आते हुए कहाँ,”वो मेरी गर्लफ्रेंड है और तुम्हे उसके बारे में इस तरह से बात करने का कोई हक़ नहीं है,,,,,,,,,,,,,,,समझी तुम”
जिया ने जैसे ही सुना माया ईशान की गर्लफ्रेंड है तो उसका दिल टूट गया। वह ईशान को पहली मुलाकात में ही पसंद करने लगी थी और इन दिनों वह उसके बारे में कुछ ज्यादा ही सोचने लगी पर आज जैसे ही उसने ईशान की बात सुनी उसका मन भारी हो गया। उसने आगे कुछ नहीं कहा और अपने कदम पीछे हटा लिए। जिया को बहुत अजीब लग रहा था। ईशान के बारे में कुछ जाने बिना ही वह उसे पसंद करने लगी थी।
जिया को खामोश देखकर ईशान को लगा कि शायद उसने जिया पर कुछ ज्यादा ही गुस्सा कर दिया इसलिए वह पलटकर धीमे स्वर में कहने लगा,”माया और मैं पिछले कई सालों से रिलेशनशिप में है। जितना प्यार मैं उस से करता हूँ उतना ही प्यार माया भी मुझसे करती है। मैं इस शहर में सिर्फ माया के लिए ही आया हूँ। माया मेरे लिए सबकुछ है। वो ऐड कम्पनी में काम करती है इसलिए बिजी रहती है पर हर वीकेंड वो मेरे साथ होती है। कुछ मिसअंडरस्टैंडिंग की वजह से वो मुझसे नाराज है पर मैं उसे मना लूंगा। तुम अच्छी लड़की हो इसलिए प्लीज माया के बारे में गलत शब्दों का इस्तेमाल मत करो,,,,,,,,,,,,,,मैं तुमसे रिक्वेस्ट करता हूँ”
ईशान की बातें सुनकर जिया का दिल फिर टूट गया। वह ईशान को पसंद करती थी और ईशान माया से प्यार करता था। जिया ख़ामोशी से मन ही मन सोचने लगी ,”माया अच्छी लड़की नहीं है। उस दिन मैंने उसे ऐड कम्पनी में किसी और लड़के के साथ देखा था , वो दोनों काफी क्लोज थे क्या मुझे ईशान को ये बात बता देनी चाहिए ?,,,,,,,,,,,,,,आह्ह्ह्ह नहीं अगर मैंने इसे ये बताया तो ये मुझ पर यकीन नहीं करेगा और अगर यकीन किया भी तो इसका दिल टूट जायेगा,,,,,,,,,,अभी कुछ देर पहले ही इसने कहा कि ये माया से बहुत प्यार करता है।”
“ओह्ह्ह्ह शायद मैं कुछ ज्यादा ही बोल गया,,,,,,,,,,,,,,मुझे माफ़ करना,,,,,,,,,,,कॉफी के लिए तुम्हारा शुक्रिया मैं जल्दी ही इसके पैसे चुका दूंगा”,ईशान ने खाली मग जिया की तरफ बढ़ाते हुए कहा
जिया ने मग लिया तो सहसा ही ईशान की उंगलिया उसकी उंगलियों से छू गयी। एक खूबसूरत अहसास जिया को छूकर गुजरा। उसने मग लेकर काउंटर पर रख दिया और कहा,”क्या तुम कुछ खाना चाहोगे ?”
“नहीं शुक्रिया,,,,,,,,,,,,,कॉफी पीने के बाद ज्यादा भूख नहीं लगती है।”,ईशान ने कहा और फिर से खिड़की के बाहर देखने लगा।
जिया के मन में अभी भी यही चल रहा था कि उसे ऐड कम्पनी वाली बात ईशान को बतानी चाहिए या नहीं ? कुछ देर खुद से उलझने के बाद उसने एकदम से अपनी आँखे मीच कर कहा,”माया अच्छी लड़की नहीं है तुम उसे छोड़ दो”
ईशान ने सूना तो उसे अजीब लगा साथ ही जिया पर गुस्सा भी आया कि आखिर जिया बार बार माया के बारे में ऐसा क्यों बोल रही है ? उसने एक नजर जिया को देखा और रेस्त्रो का दरवाजा खोलकर बाहर चला गया।
जिया ने देखा बाहर बारिश हो रही है तो वह उसके पीछे आते हुए चिल्लाई,”हे तुम भीग जाओगे ऐसा मत करो,,,,,,,,,,,,,,मेरी बात सुनो”
जिया आवाज लगाते ही रह गयी और ईशान वहा से चला गया। जिया का चेहरा मुरझा गया और वह बड़बड़ाई,”मैंने शायद उसे फिर से दुखी कर दिया , पर सच में वो लड़की बहुत बुरी है अगर तुम उसे छोड़ दोगे तो शायद तुम एक बुरे एक्सपीरियंस से बच जाओ”
बारिश की फुहारे तेजी से जिया के चेहरे पर आयी तो वह सिहर गयी और दरवाजा बंद कर दिया। उसने दरवाजे को अच्छे से लॉक किया और अंदर चली आयी। रात बहुत हो चुकी थी और ऐसे में घर जाना भी मुमकिन नहीं था। जिया मिस्टर दयाल के केबिन मे रखे सोफे पर सो गयी। ठण्ड से बचने के लिए उसने हीटर भी जला लिया।
जिया के घर ना आने से सोफी परेशान थी। उसे जिया की फ़िक्र हो रही थी उसने जिया का फोन ट्राय किया लेकिन वो आउट ऑफ़ रिच आ रहा था जिस वजह से सोफी और परेशान हो गयी। उसने मिस्टर दयाल को फोन लगाया तो मिस्टर दयाल ने उसे जिया के रेस्त्रो में होने की बात कही। चूँकि मिस्टर दयाल किसी जरुरी काम से रेस्त्रो से बाहर थे इसलिए वे रेस्त्रो जाकर जिया से मिल भी नहीं सकते थे। साथ ही भारी बारिश की वजह से सब ओर पानी ही पानी था। ईश्वर से जिया की सलामती की दुआ कर सोफी सोने चली गयी।
बारिश में भीगते हुए ईशान अपने फ्लेट पर पहुंचा। वह माया की वजह से परेशान था लेकिन अब उसे जिया पर गुस्सा आ रहा था। माया ने ईशान को भले ही कितना भी हर्ट किया हो वह उसके खिलाफ एक भी गलत शब्द नहीं सुन सकता था। ईशान अंदर चला आया ठण्ड के मारे उसका बुरा हाल था। उसने कपडे बदले और कमरे का हीटर ऑन कर लिया। उसे कुछ गर्माहट मिली। ईशान ने गर्म हुडी पहन लिया और अपने बिस्तर पर आ बैठा। ईशान की आँखों के सामने माया के साथ बिताये पल आने लगे और कब उन पलों को याद करते हुए ईशान की आँखों में आँसू भर आये उसे पता भी नहीं चला।
फोन की रिंग से ईशान की तंद्रा टूटी उसने देखा फोन उसके पापा का है। ईशान ने फोन उठाया तो दूसरी तरफ से आवाज आयी,”ईशान,,,,,,,,,,,,कहा हो तुम ?”
“मैं अपने फ्लेट पर हूँ पापा”,ईशान ने उदासी भरे स्वर में कहा
“तुम ठीक हो ?”,ईशान के पापा ने परवाह जताते हुए पूछा
“हम्म्म्म मैं ठीक हूँ,,,,,,,,,,,,,,इतनी रात में फोन किया ?”,ईशान ने अपनी आँखों के किनारे साफ करते हुए पूछा
“हाँ वो बस तुम्हारी मॉम को तुम्हारी चिंता हो रही थी पिछले काफी दिनों से तुमने उनसे बात भी नहीं की और ना तुम घर आये”,ईशान के पापा ने कहा
“मॉम से कहना मैं उनसे सुबह बात करूंगा”,ईशान ने कहा
“ठीक है अपना ख्याल रखना”,ईशान के पापा ने कहा और फोन काट दिया
ईशान बिस्तर पर लेट गया नींद उसकी आँखों से कोसो दूर थी
A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19A Broken Heart – 19
क्रमश – A Broken Heart – 20 ( Sunday )
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संजना किरोड़ीवाल
जिया ने एक डोनट खाया पर एक डोनट से भला क्या होता इसलिए उसने एक केक का टुकड़ा उठाया और उसे भी खा लिया। वह वही काउंटर के पास बैठ गयी और एक डोनट उठाकर जैसे ही खाने लगी उसे ईशान का ख्याल आ गया। वह डोनट खाते हुए बड़बड़ाने लगी,”बेचारा वो लड़का,,,,,,,,,,,,,,उस घमंडी लड़की ने उसके साथ कितना बुरा बर्ताव किया और वह फिर भी चुप था,,,,,,,,,,,,,,,क्या वह लड़की उसकी दोस्त थी या फिर उसकी गर्लफ्रेंड,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह्ह्ह नहीं वो उसकी गर्लफ्रेंड नहीं हो सकती,,,,,,,,,,वो लड़का कितना स्वीट है वो ऐसी घमंडी लड़की को बिल्कुल पसंद नहीं करेगा,,,,,,,,,लेकिन उसने उस लड़की को कुछ कहा भी तो नहीं,,,,,,,,,मुझे उसके बारे में सोचकर बहुत बुरा लग रहा है।”
जिया को होश नहीं था। खुद से बाते करते हुए वह एक के बाद एक डोनट्स और केक्स खाये जा रही थी। ज्यादा मीठा खाने की वजह से जिया को नींद आने लगी और वह वही काउंटर से सर लगाकर सो गयी। उसके हाथ और मुंह पर डोनट्स की क्रीम और चॉकलेट लगी थी। जिया नींद में भी अपने होंठो पर जीभ घुमाते हुए बड़बड़ाई,”ओह्ह्ह ये डोनट्स कितने टेस्टी है काश मैं इन्हे और खा सकती,,,,,,,,,,,,!”जिया ने एक डोनट खाया पर एक डोनट से भला क्या होता इसलिए उसने एक केक का टुकड़ा उठाया और उसे भी खा लिया। वह वही काउंटर के पास बैठ गयी और एक डोनट उठाकर जैसे ही खाने लगी उसे ईशान का ख्याल आ गया। वह डोनट खाते हुए बड़बड़ाने लगी,”बेचारा वो लड़का,,,,,,,,,,,,,,उस घमंडी लड़की ने उसके साथ कितना बुरा बर्ताव किया और वह फिर भी चुप था,,,,,,,,,,,,,,,क्या वह लड़की उसकी दोस्त थी या फिर उसकी गर्लफ्रेंड,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह्ह्ह नहीं वो उसकी गर्लफ्रेंड नहीं हो सकती,,,,,,,,,,वो लड़का कितना स्वीट है वो ऐसी घमंडी लड़की को बिल्कुल पसंद नहीं करेगा,,,,,,,,,लेकिन उसने उस लड़की को कुछ कहा भी तो नहीं,,,,,,,,,मुझे उसके बारे में सोचकर बहुत बुरा लग रहा है।”
जिया को होश नहीं था। खुद से बाते करते हुए वह एक के बाद एक डोनट्स और केक्स खाये जा रही थी। ज्यादा मीठा खाने की वजह से जिया को नींद आने लगी और वह वही काउंटर से सर लगाकर सो गयी। उसके हाथ और मुंह पर डोनट्स की क्रीम और चॉकलेट लगी थी। जिया नींद में भी अपने होंठो पर जीभ घुमाते हुए बड़बड़ाई,”ओह्ह्ह ये डोनट्स कितने टेस्टी है काश मैं इन्हे और खा सकती,,,,,,,,,,,,!”जिया ने एक डोनट खाया पर एक डोनट से भला क्या होता इसलिए उसने एक केक का टुकड़ा उठाया और उसे भी खा लिया। वह वही काउंटर के पास बैठ गयी और एक डोनट उठाकर जैसे ही खाने लगी उसे ईशान का ख्याल आ गया। वह डोनट खाते हुए बड़बड़ाने लगी,”बेचारा वो लड़का,,,,,,,,,,,,,,उस घमंडी लड़की ने उसके साथ कितना बुरा बर्ताव किया और वह फिर भी चुप था,,,,,,,,,,,,,,,क्या वह लड़की उसकी दोस्त थी या फिर उसकी गर्लफ्रेंड,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आह्ह्ह्ह नहीं वो उसकी गर्लफ्रेंड नहीं हो सकती,,,,,,,,,,वो लड़का कितना स्वीट है वो ऐसी घमंडी लड़की को बिल्कुल पसंद नहीं करेगा,,,,,,,,,लेकिन उसने उस लड़की को कुछ कहा भी तो नहीं,,,,,,,,,मुझे उसके बारे में सोचकर बहुत बुरा लग रहा है।”
जिया को होश नहीं था। खुद से बाते करते हुए वह एक के बाद एक डोनट्स और केक्स खाये जा रही थी। ज्यादा मीठा खाने की वजह से जिया को नींद आने लगी और वह वही काउंटर से सर लगाकर सो गयी। उसके हाथ और मुंह पर डोनट्स की क्रीम और चॉकलेट लगी थी। जिया नींद में भी अपने होंठो पर जीभ घुमाते हुए बड़बड़ाई,”ओह्ह्ह ये डोनट्स कितने टेस्टी है काश मैं इन्हे और खा सकती,,,,,,,,,,,,!”